कलानौर में राखी का त्योहार आज बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इस बार राखी बांधने का शुभ समय दोपहर एक बजकर 32 मिनट के बाद है। बहन दोपहर एक बजकर 52 मिनट पर अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध सकती हैं जो की विशेष शुभ फलदायी मुहूर्त है। इस बारे में जानकारी देते हुए शिवालय मंदिर पंडित जय मंगल शास्त्री ने बताया कि ज्योतिष के मुताबिक, इस बार सुबह 5 बजकर 32 मिनट से भद्रा काल प्रारंभ हो गया है। ऐसे में बहन भाई की कलाई पर राखी बांधना निषेध रहेगा। पंडित जी ने बताया कि एक बजकर 32 मिनट पर भद्रा काल समाप्त हो जाएगा । ऐसे में एक बजकर 52 मिनट पर भाई की कलाई पर राखी बांधना अत्यधिक शुभ होगा । कलानौर में राखी का त्योहार आज बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इस बार राखी बांधने का शुभ समय दोपहर एक बजकर 32 मिनट के बाद है। बहन दोपहर एक बजकर 52 मिनट पर अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध सकती हैं जो की विशेष शुभ फलदायी मुहूर्त है। इस बारे में जानकारी देते हुए शिवालय मंदिर पंडित जय मंगल शास्त्री ने बताया कि ज्योतिष के मुताबिक, इस बार सुबह 5 बजकर 32 मिनट से भद्रा काल प्रारंभ हो गया है। ऐसे में बहन भाई की कलाई पर राखी बांधना निषेध रहेगा। पंडित जी ने बताया कि एक बजकर 32 मिनट पर भद्रा काल समाप्त हो जाएगा । ऐसे में एक बजकर 52 मिनट पर भाई की कलाई पर राखी बांधना अत्यधिक शुभ होगा । हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा BJP में टिकटों को लेकर घमासान:बागी सुरों ने प्रभारी सतीश पूनिया की बढ़ाई दिक्कत; बाहरी प्रत्याशियों का विरोध
हरियाणा BJP में टिकटों को लेकर घमासान:बागी सुरों ने प्रभारी सतीश पूनिया की बढ़ाई दिक्कत; बाहरी प्रत्याशियों का विरोध हरियाणा में बीजेपी में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। पार्टी प्रदेश की सत्ता में वापसी कर हैट्रिक मारना चाहता है, लेकिन टिकट के दावेदार एवं नेताओं में वर्चस्व की लड़ाई के साथ पार्टी में उठ रहे बागी सुरों ने प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया से लेकर शीर्ष नेतृत्व की नींद उड़ा दी है। लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव को लेकर सतीश पूनिया को प्रदेश प्रभारी का दायित्व तो दिया गया, लेकिन वे फिलहाल पार्टी में अनुशासन कायम नहीं कर पा रहे। दक्षिण हरियाणा में वर्चस्व की लड़ाई चरम पर है और बड़े नेता अपने समर्थकों की टिकट को लेकर पार्टी पर दबाव बना रहे हैं। वहीं बाहरी प्रत्याशियों को पार्टी टिकट देना चाहती है, लेकिन स्थानीय नेता-वर्कर इसको लेकर तैयार नहीं हैं और विरोध प्रदर्शन से लेकर शीर्ष नेतृत्व को लेटर लिखने का भी दौर चल रहा है। भाजपा में विभिन्न हलकों से टिकट के दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है और हर कोई प्रेशर बनाकर टिकट की मांग कर रहा है। बीजेपी 10 साल के एंटी इनकंबैंसी के बीच सत्ता तक का सफर तय कर हैट्रिक मारने के लिए पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री पर दांव लगाना चाहती है। वहीं इसको लेकर पार्टी के अंदर बगावत के सुर मुखर होने लगे हैं। वर्कर पार्टी के बड़े चेहरों को बाहरी बताकर उनके पुतले तक जलाने लगे हैं। शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी खुलकर जता रहे हैं। हरियाणा भाजपा में पार्टी के अंदर मचे घमासान ने शीर्ष नेतृत्व की नींद उड़ा दी है। बंद कमरों की बात सार्वजनिक होने के साथ ही पार्टी वर्कर सड़कों पर आ गए हैं। प्रदेश संगठन पदाधिकारी खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। इसी के चलते शायद पार्टी ने टिकट वितरण की पहली तैयार लिस्ट को फिलहाल होल्ड पर रख दिया है। डैमेज कंट्रोल के लिए शीर्ष नेतृत्व रणनीति बना रहा है। प्रभारी सतीश पूनिया के कई बड़ी चुनौती जिनके कटे टिकट, वो ही हाे रहे बागी भाजपा में जिस हिसाब से नेता मुखर हैं, टिकट के ऐलान होने के बाद वो बगावती हो सकते हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी में भी जिन नेताओं के टिकट कटेंगे, वह बगावत के सुर अपनाएंगे। कुछ निर्दलीय तो कुछ दूसरी पार्टी का भी रुख कर सकते हैं। इस पलायन को रोकना भी प्रभारी सतीश पूनिया के लिए एक बड़ा टास्क होगा। सर्वे पर भी उठ रहे सवाल भाजपा के सर्वे में जिन दावेदारों के नाम टिकट के लिए आए हैं, उनकी जगह वरिष्ठ नेताओं ने वीटो पावर कर अपने समर्थकों के नाम उसमें एड करवा दिए। इससे सर्वे पर ही सवाल खड़े हो गए। फिर पार्टी सर्वे की जरूरत ही क्या थी, इसको लेकर भी पूनिया क्या कदम उठाएंगे, इस पर भी सभी की नजर रहेगी। राव नरबीर हो चुके मुखर, टिकट बता रहे पक्का गुरुग्राम के बादशाहपुर हलके से प्रदेश के पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह भाजपा की टिकट मांग रहे हैं। समय-समय पर वह पार्टी को आंख भी दिखाते रहे हैं। उनके खिलाफ संसदीय बोर्ड सदस्य सुधा यादव मोर्चा खोल चुकी हैं, तो राव इंद्रजीत सिंह से उनका पहले से ही छत्तीस का आंकड़ा है। पार्टी को यह भी पता है कि राव नरबीर ही यह सीट निकाल सकते हैं अब इस द्वंद को शांत करना भी पूनिया के लिए किसी चुनौती से कम नहीं हैं। नांगल चौधरी में भी शह मात का खेल महेंद्रगढ़ जिले में नांगल चौधरी विधायक व मंत्री अभय सिंह यादव व केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह की अदावत किसी से नहीं छिपी है। इस चुनाव में भी दोनों के बीच शह-मात का खेल चलेगा। इंद्रजीत सिंह अपने 8-10 समर्थकों को दक्षिण हरियाणा से टिकट देने की आवाज बुलंद कर रहे हैं। इनके बीच सीज फायर करवाना जरूरी है वरना इसका नुकसान बीजेपी को हो सकता है। सीएम-बड़ौली के बीच भी नहीं बनी एक राय हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी व प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के बीच ही एक राय नहीं बन पा रही है। बड़ोली ने सीएम के लाडवा से चुनाव लड़ने की बात कही तो कुछ देर बाद सीएम सैनी ने करनाल से चुनाव लड़ने की बात कह दी। इससे साफ है कि पार्टी के अंदर सब कुछ सामान्य नहीं है। गुरुग्राम विधानसभा में पंजाबी-ब्राह्मण-वैश्य के बीच पेंच फंसा है। एक केंद्रीय मंत्री पूर्व जिलाध्यक्ष गार्गी कक्कड़ के नाम की पैरवी कर रहे हैं। वहीं दूसरे पंजाबी दावेदार सीमा पाहूजा, यशपाल बत्रा अपनी दावेदारी कर गार्गी को नगर नगम चुनाव में हराना, उनके हिमाचल के राजपूत होने की बात सामने आने से साफ है कि पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आमेर विधानसभा से चुनाव हारे थे पूनिया सतीश पूनिया राजस्थान में साढ़े 3 साल प्रदेशाध्यक्ष रहे। 2013 में जब प्रदेश में वसुंधरा सरकार बनी तो वह आमेर से चुनाव हार गए थे। इसके बाद 2018 के चुनाव में जब सत्ता में गहलोत सरकार आई तो पूनिया चुनाव जीते। 2024 में जब एक बार फिर बीजेपी सरकार सत्ता में आई तो पूनिया चुनाव हार गए। वह पार्टी के करीब साढ़े तीन साल प्रदेशाध्यक्ष रहे और संगठन के कई पदों पर भी काम किया और करीब 9 महीने राजस्थान विधानसभा के विपक्ष के उपनेता भी रहे। हरियाणा में इन सीटों पर भाजपा में घमासान
MDU फीस वृद्धि पर दीपेंद्र का सरकार पर तंज:बोले- भाजपा नौजवानों से निकाल रही हार का बदला, फीस वृद्धि का फैसला वापस ले
MDU फीस वृद्धि पर दीपेंद्र का सरकार पर तंज:बोले- भाजपा नौजवानों से निकाल रही हार का बदला, फीस वृद्धि का फैसला वापस ले रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) में फीस वृद्धि को लेकर सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर निशाना साधा। साथ ही इस फीस वृद्धि को भाजपा की हार से बौखलाहट और बदले की भावना बताया। इससे पहले विभिन्न छात्र संगठन भी फीस वृद्धि का विरोध कर चुके हैं। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा “MDU में 4 से 5 गुना फीस वृद्धि का फैसला तुरंत वापस ले सरकार। हरियाणा में मिली करारी हार से बौखलाई BJP सरकार अब नौजवानों से हार का बदला निकाल रही है। प्रदेश के छात्रों और बेरोजगार युवाओं में बीजेपी सरकार के प्रति भयंकर रोष है। इन नतीजों को हरियाणा की बीजेपी सरकार स्वीकार नहीं कर पाई और अब तक प्रतिशोध की आग में जल रही सरकार गरीब परिवारों के होनहार बच्चों की उच्च शिक्षा का सपना चूर-चूर कर रही है।” 13 छात्र संगठनों ने एकजुट होकर आंदोलन का लिया फैसला
MDU की बढ़ाई गई फीस के विरोध में 13 छात्र संगठनों ने मिलकर आंदोलन करने का फैसला लिया हुआ है। जिनमें सीईएम, एआईडीएसओ, सीवाईएसएस, दिशा, एसएफआई, एएमवीए, जेएसओ, इनसो, आईएसओ, शाहिद भगत सिंह छात्र संगठन, एनएसयूआई, एनएसओ और जन सेवक मंच छात्र संगठन ने मिलकर संयुक्त छात्र संघर्ष समिति बनाई है। साथ ही सभी छात्र संगठनों ने मिलकर फैसला लिया हुआ है कि फीस वृद्धि वापस नहीं होने तक किसी भी मंत्री और नेता को यूनिवर्सिटी में घुसने नहीं दिया जाएगा।
हरियाणा में JJP अध्यक्ष के बिगड़े बोल:कहा- हुड्डा को सोनिया की धोती, राहुल का कुर्ता, प्रियंका की चुनरी उठानी पड़ेगी
हरियाणा में JJP अध्यक्ष के बिगड़े बोल:कहा- हुड्डा को सोनिया की धोती, राहुल का कुर्ता, प्रियंका की चुनरी उठानी पड़ेगी हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही नेताओं के एक-दूसरे पर विवादित बयान सामने आने लगे हैं। बुधवार को JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला का एक आपत्तिजनक बयान सामने आया है, जिसमें वह पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर टिप्पणी कर रहे हैं। चौटाला ने कहा है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा में सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनकी खुद की टिकट के लाले भी पड़ सकते हैं। भूपेंद्र हुड्डा को टिकट पाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की धोती उठानी पड़ेगी, राहुल गांधी का कुर्ता पकड़ना पड़ेगा, प्रियंका गांधी की चुनरी और केसी वेणुगोपाल की चप्पल उठानी पड़ेगी। तब जाकर हुड्डा को टिकट मिल पाएगा। चौटाला ने यह बयान फतेहाबाद की एक सभा में दिया था। वह जाट धर्मशाला में JJP कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। मौके पर पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला भी मौजूद थे। वहीं इस बयान पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जिन लोगों का हरियाणा में अस्तित्व खत्म हो चुका है, वो हमारी क्या बात करेंगे। जनता आगामी विधानसभा चुनाव में सबक सिखा देगी। प्रदेश में यह पार्टी खत्म हो चुकी है। यहां पढ़िए चौटाला का पूरा बयान…
अजय चौटाला ने मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज कल भूपेंद्र सिंह हुड्डा कहते फिर रहे हैं कि वह 70 सीटें जीतेंगे। मैं पूछना चाहता हूं भूपेंद्र सिंह हुड्डा से कि क्या प्रदेश आपके नाम है? यहां प्रजातंत्र है। किसी राजा का राज नहीं, जिसमें जिसे चाहो उसे कुर्सी पर बैठा दो। यह फैसला जनता करती है कि किसे चुन कर भेजना है, किसे घर भेजना है। इनकी तो अभी यह भी तसल्ली नहीं कि इन्हें टिकट मिलेगी या नहीं। इन्हें तो टिकट भी कांग्रेस हाईकमान से मांग कर लानी है। उसके लिए वह (हुड्डा) पहले सोनिया गांधी की धोती उठाएंगे, राहुल गांधी का कुर्ता पकड़ेंगे, प्रियंका गांधी की चुनरी और केसी वेणुगोपाल की चप्पल उठाएंगे। उसके बाद उन्हें टिकट मिलेगी। हमें तो हस्ताक्षर कर अपने प्रतिनिधि को टिकट दे देनी है।’ बागी विधायकों को भी खरी-खोटी सुनाई
अजय चौटाला ने कहा कि इनेलो के समय संपत सिंह को हम अपनी सीट छोड़कर बिठाते थे, लेकिन जब वह इनेलो छोड़ कांग्रेस में गए तो वहां उन्हें पूछने वाला तक नहीं बचा। वहीं, अब JJP को निशान सिंह छोड़ गए हैं। जब वह आते थे तो हम कहते थे कि आओ सरदार निशान सिंह, बैठो। अब सैलजा भी उनकी राम-राम नहीं सुनती। विधानसभा चुनाव और निकल जाएं तो उन्हें बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं मिलेगी। उन्होंने बागी तेवर अपनाने वाले JJP विधायक व पूर्व मंत्री बबली पर भी निशाना साधा। कहा कि यह बबली-लवली भी कुछ दिनों बाद नहीं मिलेंगे। पहले ही लागू कर देनी चाहिए थीं योजनाएं
सभा में चौटाला ने प्रदेश सरकार को भी लपेटा। कहा कि सरकार अब जो घोषणाएं कर रही है, उन्हें पहले ही लागू कर देना चाहिए था। उस समय किसी ने उनकी कलम थोड़े ही पकड़ी थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जो क्रीमीलेयर और आरक्षण संबंधी घोषणा करके गए हैं, वह तो पहले ही हो चुकी है। इसमें नया कुछ नहीं था। पूर्व CM खट्टर पर भी भड़के थे अजय चौटाला
करीब 3 महीने पहले पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के दुष्यंत चौटाला के खिलाफ जांच कराने के बयान पर अजय चौटाला भड़क गए थे। चौटाला ने कहा था कि मनोहर लाल खट्टर की हैसियत क्या है कि वह ये कहते हैं कि मैं जांच कराऊंगा। मुख्यमंत्री तो नायब सिंह सैनी हैं।अजय चौटाला ने कहा था कि अगर जांच होती है तो फिर खट्टर के खिलाफ भी होगी। वह लोगों को मूर्ख बना रहे।