कानपुर के बेकनगंज बाजार से एक बुर्का पहने महिला 9 महीने के बच्चे को उनकी बहनों को झांसा देकर अगवा कर ले गई। दो दिन से ज्यादा बीत गया लेकिन पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पा रही है। माता-पिता तपती दोपहरिया में बगैर खाए-पिए बच्चा चोर महिला का गली-गली फोटो लेकर घूम रहे कि शायद उसे कोई पहचान ले और उनका बच्चा वापस मिल जाए। दंपति गली-गली ढूंढकर थक हार गए लेकिन बच्चे और महिला का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। उधर पुलिस के भी हाथ खाली हैं। सिर्फ आश्वासन दिला रही कि बच्चा मिल जाएगा। मां की हालत खराब हो गई है, रह-रह कर थाने में बेहोश हो जा रही हैं। अगवा हुए बच्चे के माता-पिता से बातचीत पर आधारित दैनिक भास्कर की खास रिपोर्ट…। मेरा बच्चा लौटा दो, मेरा बच्चा लौटा दो कहते थाने में बेहोश हुई मां झारखंड के पाकुर जिले के रानीपुर गांव में रहने वाले दंपति आफताब और उनकी पत्नी मोमिना बेबी बड़ी उम्मीदों के सlथ कानपुर आए थे कि कमाकर बच्चों को पालेंगे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिस कानपुर में रोजी की तलाश में जा रहे हैं वहां पर उनके कलेजे का टुकड़ा ही कोई छीन ले जाएगा। 31 मई की शाम को 7:35 बजे उनके नौ महीने के दुधमुंहे बेटे को बेकनगंज बाजार से उनकी बेटियां 8 साल की सिमी और 5 साल की मिमी लेकर बेकनगंज बाजार गईं थी। इस दौरान एक बुर्का पहने हुए महिला झांसा देकर बच्चे को अगवा कर ले गई। इसके बाद से दंपति बेहाल हैं। बेकनगंज थाने में मौजूद बेबस मां ने रोते हुए कहा कि मेरा बच्चा कहीं भी हो बस मेरे बच्चे को लौटा दो, मेरा बहुत हालत खराब हो रहा है। मेरा दूध पीता हुआ बच्चा है जिस किसी ने भी लिया हो दया करके मेरी झोली में डाल दो उसकी बहुत मेहरबानी होगी। मेरे बच्चे को लौटा दो बस हम और कुछ नहीं चाहते हैं आपसे। बस मेरा बच्चा हमको लौटा दो…, मेरा बच्चा हमको लौटा दो…। मेरा दूध पीता बच्चा है लौटा दो…। पिता ने कहा कि मेरा बच्चा चाहिए बस हमको, हम कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते हैं, सिर्फ बच्चा लौटा दो बस। पिता ने कहा कि जुमे की रात को मेरी दो बेटियां 9 महीने के बच्चे को लेकर बाहर गईं थीं। एक महिला ने मेरी बेटियों को पांच-पांच रुपए की पहले पानी पूरी खिलाया, इसके बाद मेरी बड़ी बेटी को 50 रुपए देकर कहा कि लस्सी लेकर आओ, इसके बाद छोटी बेटी से भी बच्चे को गोद में ले लिया और उससे भी लस्सी की दुकान पर भेज दिया। तीन महीने पहले कानपुर में कमाने-खाने झारखंड से अपने गांव से आए थे। मुझे क्या पता था कि मेरा बच्चा ही चोरी हो जाएगा। गांव के बहुत सारे लोग कानपुर में कमाने के लिए आए हैं। हम तो घूम-घूम के थक गए हैं, लेकिन इस महिला को कोई भी पहचानता नहीं है। महिला का पोस्टर लेकर धूप में गली-गली भटक रहे दंपति बच्चा चोरी होने के बाद बेकनगंज थाने की पुलिस समेत कई टीमें बच्चे की तलाश में जुटी ही है, लेकिन मां और पिता भी घर में चुप नहीं बैठे हैं। वह भी बच्चे के अगवा होने के बाद से बच्चे को अगवा करने वाली महिला और अपने बच्चे का फोटो लेकर गली-गली भटक रहे हैं कि शायद काेई उनके बच्चे को चोरी करने वाली महिला को पहचान ले, या उनके बच्चे को किसी ने कहीं पर देखा हो। दो दिन बीत गए तपती दोपहरिया में दोनों बगैर खाए-पिता बच्चे की तलाश में बदहवास हो गए हैं। हाथ में लिए दंपति में पोस्टर में बच्चा चोर महिला की तस्वीर के साथ लिखा है कि यह औरत बच्चा चोर है, जिस किसी को इस औरत के बारे में पता चले या कोई इस औरत को जानता हो तो इसके बारे में बता दे। बताने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और उसे उचित इनाम भी दिया जाएगा। दो दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली बच्चा अगवा होने के बाद 31 मई की देर शाम बेकनगंज थाने की पुलिस ने मामले में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करके बच्चे की तलाश शुरू कर दी थी। लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। बेकनगंज थाना प्रभारी ने बताया कि संदेह और हुलिया के आधार पर उन्नव से एक महिला को उठाकर लाए थे, लेकिन काफी जांच पड़ताल के बाद सामने आया कि वह महिला बच्चा चोर नहीं है। इसके बाद महिला को छोड़ दिया गया। बच्चा चोर महिला की तलाश में बेकनगंज पुलिस, क्राइमब्रांच, सर्विलांस टीम समेत पुलिस की पांच टीमें काम कर रही हैं। कानपुर के बेकनगंज बाजार से एक बुर्का पहने महिला 9 महीने के बच्चे को उनकी बहनों को झांसा देकर अगवा कर ले गई। दो दिन से ज्यादा बीत गया लेकिन पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पा रही है। माता-पिता तपती दोपहरिया में बगैर खाए-पिए बच्चा चोर महिला का गली-गली फोटो लेकर घूम रहे कि शायद उसे कोई पहचान ले और उनका बच्चा वापस मिल जाए। दंपति गली-गली ढूंढकर थक हार गए लेकिन बच्चे और महिला का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। उधर पुलिस के भी हाथ खाली हैं। सिर्फ आश्वासन दिला रही कि बच्चा मिल जाएगा। मां की हालत खराब हो गई है, रह-रह कर थाने में बेहोश हो जा रही हैं। अगवा हुए बच्चे के माता-पिता से बातचीत पर आधारित दैनिक भास्कर की खास रिपोर्ट…। मेरा बच्चा लौटा दो, मेरा बच्चा लौटा दो कहते थाने में बेहोश हुई मां झारखंड के पाकुर जिले के रानीपुर गांव में रहने वाले दंपति आफताब और उनकी पत्नी मोमिना बेबी बड़ी उम्मीदों के सlथ कानपुर आए थे कि कमाकर बच्चों को पालेंगे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिस कानपुर में रोजी की तलाश में जा रहे हैं वहां पर उनके कलेजे का टुकड़ा ही कोई छीन ले जाएगा। 31 मई की शाम को 7:35 बजे उनके नौ महीने के दुधमुंहे बेटे को बेकनगंज बाजार से उनकी बेटियां 8 साल की सिमी और 5 साल की मिमी लेकर बेकनगंज बाजार गईं थी। इस दौरान एक बुर्का पहने हुए महिला झांसा देकर बच्चे को अगवा कर ले गई। इसके बाद से दंपति बेहाल हैं। बेकनगंज थाने में मौजूद बेबस मां ने रोते हुए कहा कि मेरा बच्चा कहीं भी हो बस मेरे बच्चे को लौटा दो, मेरा बहुत हालत खराब हो रहा है। मेरा दूध पीता हुआ बच्चा है जिस किसी ने भी लिया हो दया करके मेरी झोली में डाल दो उसकी बहुत मेहरबानी होगी। मेरे बच्चे को लौटा दो बस हम और कुछ नहीं चाहते हैं आपसे। बस मेरा बच्चा हमको लौटा दो…, मेरा बच्चा हमको लौटा दो…। मेरा दूध पीता बच्चा है लौटा दो…। पिता ने कहा कि मेरा बच्चा चाहिए बस हमको, हम कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते हैं, सिर्फ बच्चा लौटा दो बस। पिता ने कहा कि जुमे की रात को मेरी दो बेटियां 9 महीने के बच्चे को लेकर बाहर गईं थीं। एक महिला ने मेरी बेटियों को पांच-पांच रुपए की पहले पानी पूरी खिलाया, इसके बाद मेरी बड़ी बेटी को 50 रुपए देकर कहा कि लस्सी लेकर आओ, इसके बाद छोटी बेटी से भी बच्चे को गोद में ले लिया और उससे भी लस्सी की दुकान पर भेज दिया। तीन महीने पहले कानपुर में कमाने-खाने झारखंड से अपने गांव से आए थे। मुझे क्या पता था कि मेरा बच्चा ही चोरी हो जाएगा। गांव के बहुत सारे लोग कानपुर में कमाने के लिए आए हैं। हम तो घूम-घूम के थक गए हैं, लेकिन इस महिला को कोई भी पहचानता नहीं है। महिला का पोस्टर लेकर धूप में गली-गली भटक रहे दंपति बच्चा चोरी होने के बाद बेकनगंज थाने की पुलिस समेत कई टीमें बच्चे की तलाश में जुटी ही है, लेकिन मां और पिता भी घर में चुप नहीं बैठे हैं। वह भी बच्चे के अगवा होने के बाद से बच्चे को अगवा करने वाली महिला और अपने बच्चे का फोटो लेकर गली-गली भटक रहे हैं कि शायद काेई उनके बच्चे को चोरी करने वाली महिला को पहचान ले, या उनके बच्चे को किसी ने कहीं पर देखा हो। दो दिन बीत गए तपती दोपहरिया में दोनों बगैर खाए-पिता बच्चे की तलाश में बदहवास हो गए हैं। हाथ में लिए दंपति में पोस्टर में बच्चा चोर महिला की तस्वीर के साथ लिखा है कि यह औरत बच्चा चोर है, जिस किसी को इस औरत के बारे में पता चले या कोई इस औरत को जानता हो तो इसके बारे में बता दे। बताने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और उसे उचित इनाम भी दिया जाएगा। दो दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली बच्चा अगवा होने के बाद 31 मई की देर शाम बेकनगंज थाने की पुलिस ने मामले में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करके बच्चे की तलाश शुरू कर दी थी। लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। बेकनगंज थाना प्रभारी ने बताया कि संदेह और हुलिया के आधार पर उन्नव से एक महिला को उठाकर लाए थे, लेकिन काफी जांच पड़ताल के बाद सामने आया कि वह महिला बच्चा चोर नहीं है। इसके बाद महिला को छोड़ दिया गया। बच्चा चोर महिला की तलाश में बेकनगंज पुलिस, क्राइमब्रांच, सर्विलांस टीम समेत पुलिस की पांच टीमें काम कर रही हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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विधान परिषद के सदस्य के लिए उप निर्वाचन तिथि घोषित:स्वामी प्रसाद मौर्य ने 20 फरवरी को दिया था त्यगपत्र, 12 जुलाई को होंगे मतदान एवं मतगणना
विधान परिषद के सदस्य के लिए उप निर्वाचन तिथि घोषित:स्वामी प्रसाद मौर्य ने 20 फरवरी को दिया था त्यगपत्र, 12 जुलाई को होंगे मतदान एवं मतगणना उत्तर प्रदेश विधान परिषद विधान परिषद के सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य के 20 फरवरी को इस्तीफा देने के बाद रिक्त पड़े सीट पर निर्वाचन आयोग के द्वारा मतदान की तारीख को का ऐलान कर दिया गया है। जिस पर 12 जुलाई को मतदान कराया जाएगा। बता दे की स्वामी प्रसाद मौर्य का विधान परिषद के सदस्य के रूप में कार्यकाल 6 जुलाई 2028 तक था। 25 जून को नामांकन होगा शुरू, 12 जुलाई को होगा मतदान मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के रिक्त पड़े सीट को भरने के लिए 25 जून मंगलवार को नामांकन की अधिसूचना जारी की जायेगी। वही 2 जुलाई मंगलवार को नामांकन की अंतिम तिथि है। और 3 जुलाई बुधवार को नामांकन के पर्चो की जांच की जायेगी। वही 5 जुलाई 2024 शुक्रवार को नाम वापसी की अंतिम तिथि होगी। उन्होंने बताया कि 12 जुलाई शुक्रवार को मतदान सुबह 9 बजे से सांय 4 बजे तक कराया जायेगा। इसके बाद सायं 05 बजे से मतगणना की जायेगी । और 16 जुलाई से पहले निर्वाचन सम्पन्न करा लिया जायेगा।
कल LG से मिलेंगे फारूक अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का पेश करेंगे दावा
कल LG से मिलेंगे फारूक अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का पेश करेंगे दावा <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> जम्मू-कश्मीर में बंपर जीत के बाद अब नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार गठन की तैयारी में है. इसको लेकर पार्टी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम एलजी मनोज सिन्हा से समय मांगेंगे और कल (12 अक्टूबर) समर्थन पत्र लेकर जाएंगे और उनसे सरकार बनाने की तारीख पूछेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>फारूक अब्दुल्ला ने ये आगे कहा, हमें आम आदमी पार्टी से भी समर्थन मिला है. सभी विपक्षी पार्टियों को हमारे साथ आना चाहिए. हमें नफरत खत्म करनी है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर देश का ताज है, अगर ताज नहीं चमकेगा तो देश कैसे चमकेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Srinagar, J&K: On the formation of the government, National Conference President Farooq Abdullah says, “The Lieutenant Governor is coming, we will ask him for time and tomorrow we will go with the letter of support letter and ask him for the date of forming the… <a href=”https://t.co/latbus7lUR”>pic.twitter.com/latbus7lUR</a></p>
— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1844713231941878073?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 11, 2024</a></blockquote>
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<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’जम्मू में किया गया झूठा प्रचार'</strong><br />पूर्व सीएम अब्दुल्ला ने आगे कहा, “जम्मू में झूठा प्रचार किया गया कि वहां पत्थरबाजी, आतंकवाद शुरू हो जाएगा, लेकिन उन्होंने यह नहीं देखा कि उनकी जमीनें छीन ली गईं, उनके पास नौकरियां नहीं हैं, हमें उनके दिलों से उस प्रचार को खत्म करना है. हम शांति से रहना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि केंद्र यहां राज्य का दर्जा बहाल करे ताकि सरकार यहां काम कर सके.”</p>
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डल्लेवाल को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:58 दिन से आमरण अनशन पर; नए कमरे में शिफ्ट होंगे किसान नेता
डल्लेवाल को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:58 दिन से आमरण अनशन पर; नए कमरे में शिफ्ट होंगे किसान नेता पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 फरवरी 2024 से चल रहे किसान आंदोलन के मामले की आज (बुधवार) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। इस दौरान आमरण अनशन पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत संबंधी रिपोर्ट पंजाब सरकार की ओर से पेश की जाएगी। इसके अलावा आज अनशन के 58वें दिन डल्लेवाल को ट्रॉली से बाहर लाया जाएगा। उन्हें स्टेज के पास बनाए जा रहे ट्रॉली/कमरे में शिफ्ट किया जाएगा, जहां उन्हें आसानी से सूरज की रोशनी मिल पाएगी। डल्लेवाल ने कहा है- मुझे ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं थी। जो 121 किसान मरण व्रत पर बैठे थे, उनके कारण मैंने दबाव डाला और ट्रीटमेंट लेने के लिए राजी हुआ। मोर्चा हम रोटी से नहीं, अकाल पुरख की मेहर से जीतेंगे। गुरु नानक मेहर करें, शरीर उनका है, उनकी मेहर से ही सब होगा। संगत की भावना है, अगर वे मीटिंग में ले जाएंगे तो मैं भी मीटिंग में जाऊंगा। आज तमिलनाडु में किसान करेंगे भूख हड़ताल
इधर, डल्लेवाल ने मेडिकल सहायता लेना शुरू कर दिया है। सेहत विभाग और प्रशासन की टीमें उन पर नजर रखे हुए हैं। बड़ी संख्या में किसान उनसे मिलने पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही आंदोलन के समर्थन में अन्य राज्यों में भी प्रोग्राम हो रहे हैं। इसी कड़ी में महाराष्ट्र में किसानों ने जिला स्तर पर 1 दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल रखी। जिला अधिकारियों के माध्यम से केंद्र सरकार को मांग पत्र भेजा गया। जबकि, आज तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में किसान 1 दिन का सांकेतिक उपवास करेंगे। किसानों की आगे की योजनाएं
किसानों ने तय किया है कि 26 जनवरी को वे पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। इसके बाद दिल्ली कूच को लेकर फैसला लिया जाएगा। जबकि, 14 फरवरी को चंडीगढ़ में किसानों की केंद्र सरकार के साथ मुलाकात होगी। डल्लेवाल मामले की सुप्रीम कोर्ट में 9 सुनवाई हो चुकीं… 1. 13 दिसंबर 2024- तत्काल डॉक्टरी मदद के आदेश
डल्लेवाल 26 नवंबर 2024 को अनशन पर बैठे थे। इसे लेकर 13 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में पहली सुनवाई हुई। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और केंद्र सरकार से कहा कि डल्लेवाल को तत्काल डॉक्टरी मदद दें। उन्हें जबरन कुछ न खिलाया जाए। आंदोलन से ज्यादा उनकी जान जरूरी है। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव और केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा ने खनौरी पहुंच डल्लेवाल से मुलाकात की। 2. 18 दिसंबर- डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार ने कहा कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य सरकार को कुछ करना चाहिए। ढिलाई नहीं बरती जा सकती। आपको हालात संभालने होंगे। 3. 19 दिसंबर- 70 साल का आदमी 24 दिन से भूखा है, कौन ठीक बता रहा है उसे
पंजाब सरकार ने दावा किया कि डल्लेवाल की तबीयत ठीक है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि 70 साल का आदमी 24 दिन से भूख हड़ताल पर है। कौन डॉक्टर है, जो बिना किसी टेस्ट के डल्लेवाल को सही बता रहा है? आप कैसे कह सकते हैं डल्लेवाल ठीक हैं? जब उनकी कोई जांच नहीं हुई, ब्लड टेस्ट नहीं हुआ, ECG नहीं हुई। 4. 20 दिसंबर- डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना पंजाब सरकार की जिम्मेदारी
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही है। पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में शिफ्ट में क्यों नहीं कराती? यह उन्हीं की जिम्मेदारी है। यदि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है तो अधिकारी निर्णय लें। 5. 28 दिसंबर- किसी को अस्पताल ले जाने से रोकने का आंदोलन कभी नहीं सुना
यह सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के 20 दिसंबर के आदेश को लागू न करने को लेकर दायर अवमानना याचिका पर हुई। इसमें कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि पहले आप समस्या पैदा करते हैं, फिर कहते हैं कि आप कुछ नहीं कर सकते। केंद्र की मदद से उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करें। इसमें किसानों के विरोध पर कोर्ट ने कहा कि किसी को अस्पताल ले जाने से रोकने का आंदोलन कभी नहीं सुना। यह आत्महत्या के लिए उकसाने जैसा है। किस तरह के किसान नेता हैं जो चाहते हैं कि डल्लेवाल मर जाएं? डल्लेवाल पर दबाव दिखता है। जो लोग उनका अस्पताल में भर्ती होने का विरोध कर रहे हैं, वे उनके शुभचिंतक नहीं हैं। 6. 31 दिसंबर- पंजाब सरकार ने 3 दिन की मोहलत ली
पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि 30 दिसंबर को पंजाब बंद था। इस वजह से ट्रैफिक नहीं चला। इसके अलावा अगर केंद्र सरकार पहल करती है तो डल्लेवाल बातचीत के लिए तैयार हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार के समय मांगने के आवेदन को मंजूर कर लिया। 7. 2 जनवरी 2025- हमने अनशन तोड़ने को नहीं कहा
कोर्ट ने कहा कि जानबूझकर हालात बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। हमने कभी अनशन तोड़ने को नहीं कहा। कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि आपका रवैया ही सुलह करवाने का नहीं है। कुछ तथाकथित किसान नेता गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं। इस केस में डल्लेवाल की एडवोकेट गुनिंदर कौर गिल ने पार्टी बनने की याचिका दायर की थी। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “कृपया टकराव के बारे में न सोचें, हम किसानों से सीधे बातचीत नहीं कर सकते। हमने कमेटी बनाई है। किसानों से उसी कमेटी के जरिए बात करेंगे।” 8. 6 जनवरी- किसान मुलाकात के लिए तैयार
पंजाब सरकार ने कहा कि आंदोलन पर चल रहे किसान हाई पावर कमेटी से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इसके बाद अदालत ने इस मामले की सुनवाई 10 जनवरी तय की। हालांकि, 10 जनवरी को सुनवाई नहीं हो पाई। 9. 15 जनवरी- डल्लेवाल की सारी रिपोर्ट्स मांगीं
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से डल्लेवाल की अब तक की मेडिकल जांच की सारी रिपोर्ट मांगीं। कोर्ट अब ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (AIIMS) का ओपिनियन लेगा।