कानपुर में मां की चाकू से गोदकर हत्या:शादी के लिए घर नाम करने को राजी नहीं थी, मर्डर कर पुलिस को खुद फोन किया

कानपुर में मां की चाकू से गोदकर हत्या:शादी के लिए घर नाम करने को राजी नहीं थी, मर्डर कर पुलिस को खुद फोन किया

कानपुर में हनुमंत विहार के नारायनपुर में एक बेटे ने अपनी मां की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। मृतका बीमार थी, इसलिए 10 दिन पहले यहीं अपनी बेटी के घर पर इलाज कराने आई थी। तभी आज बेटा बहन की ससुराल पहुंचा। जहां लव मैरिज के लिए राजी न होने पर मां को मार डाला। इसके बाद खुद पुलिस को फोन करके पूरी वारदात की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आला कत्ल बरामद कर आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल की तस्वीरें… राजा घर में कमाने वाला अकेला था
फतेहपुर की रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी प्रमिला सिंह (55) बेटे राजा सिंह (28) के साथ रहती थी। प्रमिला के पति धर्मेंद्र सिंह की 5 साल पहले मौत हो गई थी। उनके चार बच्चे थे। जिसमें सबसे बड़ी बहन प्रीतू(विवाहित), भाई राजा (28), बहन आकांक्षा और सबसे छोटा भाई राहुल(19) था। राहुल की 3 साल पहले रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। राजा गांव में रहकर खेती किसानी करता है। करीब 10 दिन पहले सिकाई करने के दौरान प्रमिला गर्म पानी से जल गईं थी। इसका इलाज कराने वह हनुमंत विहार के नारायणपुर में रहने वाली सबसे बेटी प्रीतू सिंह के घर 30 मार्च को इलाज कराने आई थी। लड़की वाले घर नाम कराने की जिद्द कर रहे थे
​​​​​​​प्रीतू ने पूरी वारदात के बारे में बताया- भाई राजा की गांव की युवती से प्यार करता था। कुछ दिन पहले उन दोनों की शादी तय हुई थी। लेकिन लड़की वालों ने शादी कराने के लिए एक शर्त रखी थी। उनका कहना था कि जब तक फतेहपुर वाला घर लड़के(राजा) के नाम नहीं होगा, तब तक शादी ने कराएंगे। लेकिन मां इसका विरोध कर रहीं थी। आए दिन राजा मां से लड़ाई झगड़ा करता था। कई बार इसी लड़ाई की वजह से मां की तबीयत तक खराब हो जाती थी। तभी आज सुबह 9:45 पर राजा मेरे घर आया। उस समय मां आगे के कमरे में आराम कर रही थी। भाई ने मुझसे न कुछ बोला, न कुछ पूछा। वो सीधे मां के कमरे में गया, फिर उनकी चाकू से गोद कर हत्या कर दी। खुद फोन कर पुलिस को दी जानकारी
चिल्लाने की आवाज सुनकर मैं भी कमरे में पहुंची। तो देखा मां का खून से लथपथ शव जमीन पर पड़ा था। मैं सोची ही नहीं पाई क्या हुआ। मैं मां को खून से सना देखकर सन्न हो गई। इसके बाद राजा ने खुद हनुमंत विहार पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना पर डीसीपी दीपेंद्र नाथ चौधरी, एडीसीपी महेश कुमार समेत थाने का फोर्स पहुंची। जहां से पुलिस ने हत्यारोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया। घटना की जानकारी देते एडीसीपी महेश कुमार ने बताया- ये वहीं घटनास्थल है, जहां राजा नाम के लड़के ने अपनी मां की चाकू से गोदकर हत्या कर दी है। उसकी गिरफ्तारी कर ली गई है। घरवालों ने बताया कि शादी को लेकर विवाद था। मां उस लड़की को पसंद नहीं करती थी, जिससे लड़का शादी करना चाहता था। इसी बात पर कहासूनी हुई, जिसके बाद उसने वारदात को अंजाम दिया। बाकी मामले की जांच जारी है। पूछताछ की जा रही है। ——————- पढ़ें ये भी जरूरी खबर… कानपुर हादसा, 2 टीचर परिवारों का दर्द: पिता बोले- इकलौता बेटा डायलिसिस पर और अब बेटी की मौत; मां के शव से लिपटकर रो पड़ीं बेटियां मेरी तो दुनिया ही उजड़ गई, इकलौता बेटा डायलिसिस पर है। अब बेटी आकांक्षा को भी मुझसे छीन लिया। किसके सहारे जिएंगे। अभी 3 दिन की छुट्‌टी बिताकर बिटिया घर से गई थी। मुझे क्या पता था कि अब हमेशा के लिए छोड़कर चली जाएगी। मम्मा तुम स्कूल से कब आओगी, हम लोग को तुम्हारे साथ मार्केटिंग करने जाना है। लेकिन तुम नहीं आ रही हो। उठो मम्मा, कुछ बोलो- हम लोग का क्या होगा। तुम्हे क्या हो गया । तुम कहां चली गई। ये दर्द उन परिवार का है जिन्होंने हादसे में अपनों को खोया। बता दें एक दिन पहले कानपुर के बिठूर में हुए हादसे में 2 टीचर और कैब ड्राइवर की मौत हो गई थी। तीनों ही परिवार से दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने बातचीत की। एक-एक करके पढ़िए उनका दर्द। कानपुर में हनुमंत विहार के नारायनपुर में एक बेटे ने अपनी मां की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। मृतका बीमार थी, इसलिए 10 दिन पहले यहीं अपनी बेटी के घर पर इलाज कराने आई थी। तभी आज बेटा बहन की ससुराल पहुंचा। जहां लव मैरिज के लिए राजी न होने पर मां को मार डाला। इसके बाद खुद पुलिस को फोन करके पूरी वारदात की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आला कत्ल बरामद कर आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल की तस्वीरें… राजा घर में कमाने वाला अकेला था
फतेहपुर की रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी प्रमिला सिंह (55) बेटे राजा सिंह (28) के साथ रहती थी। प्रमिला के पति धर्मेंद्र सिंह की 5 साल पहले मौत हो गई थी। उनके चार बच्चे थे। जिसमें सबसे बड़ी बहन प्रीतू(विवाहित), भाई राजा (28), बहन आकांक्षा और सबसे छोटा भाई राहुल(19) था। राहुल की 3 साल पहले रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। राजा गांव में रहकर खेती किसानी करता है। करीब 10 दिन पहले सिकाई करने के दौरान प्रमिला गर्म पानी से जल गईं थी। इसका इलाज कराने वह हनुमंत विहार के नारायणपुर में रहने वाली सबसे बेटी प्रीतू सिंह के घर 30 मार्च को इलाज कराने आई थी। लड़की वाले घर नाम कराने की जिद्द कर रहे थे
​​​​​​​प्रीतू ने पूरी वारदात के बारे में बताया- भाई राजा की गांव की युवती से प्यार करता था। कुछ दिन पहले उन दोनों की शादी तय हुई थी। लेकिन लड़की वालों ने शादी कराने के लिए एक शर्त रखी थी। उनका कहना था कि जब तक फतेहपुर वाला घर लड़के(राजा) के नाम नहीं होगा, तब तक शादी ने कराएंगे। लेकिन मां इसका विरोध कर रहीं थी। आए दिन राजा मां से लड़ाई झगड़ा करता था। कई बार इसी लड़ाई की वजह से मां की तबीयत तक खराब हो जाती थी। तभी आज सुबह 9:45 पर राजा मेरे घर आया। उस समय मां आगे के कमरे में आराम कर रही थी। भाई ने मुझसे न कुछ बोला, न कुछ पूछा। वो सीधे मां के कमरे में गया, फिर उनकी चाकू से गोद कर हत्या कर दी। खुद फोन कर पुलिस को दी जानकारी
चिल्लाने की आवाज सुनकर मैं भी कमरे में पहुंची। तो देखा मां का खून से लथपथ शव जमीन पर पड़ा था। मैं सोची ही नहीं पाई क्या हुआ। मैं मां को खून से सना देखकर सन्न हो गई। इसके बाद राजा ने खुद हनुमंत विहार पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना पर डीसीपी दीपेंद्र नाथ चौधरी, एडीसीपी महेश कुमार समेत थाने का फोर्स पहुंची। जहां से पुलिस ने हत्यारोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया। घटना की जानकारी देते एडीसीपी महेश कुमार ने बताया- ये वहीं घटनास्थल है, जहां राजा नाम के लड़के ने अपनी मां की चाकू से गोदकर हत्या कर दी है। उसकी गिरफ्तारी कर ली गई है। घरवालों ने बताया कि शादी को लेकर विवाद था। मां उस लड़की को पसंद नहीं करती थी, जिससे लड़का शादी करना चाहता था। इसी बात पर कहासूनी हुई, जिसके बाद उसने वारदात को अंजाम दिया। बाकी मामले की जांच जारी है। पूछताछ की जा रही है। ——————- पढ़ें ये भी जरूरी खबर… कानपुर हादसा, 2 टीचर परिवारों का दर्द: पिता बोले- इकलौता बेटा डायलिसिस पर और अब बेटी की मौत; मां के शव से लिपटकर रो पड़ीं बेटियां मेरी तो दुनिया ही उजड़ गई, इकलौता बेटा डायलिसिस पर है। अब बेटी आकांक्षा को भी मुझसे छीन लिया। किसके सहारे जिएंगे। अभी 3 दिन की छुट्‌टी बिताकर बिटिया घर से गई थी। मुझे क्या पता था कि अब हमेशा के लिए छोड़कर चली जाएगी। मम्मा तुम स्कूल से कब आओगी, हम लोग को तुम्हारे साथ मार्केटिंग करने जाना है। लेकिन तुम नहीं आ रही हो। उठो मम्मा, कुछ बोलो- हम लोग का क्या होगा। तुम्हे क्या हो गया । तुम कहां चली गई। ये दर्द उन परिवार का है जिन्होंने हादसे में अपनों को खोया। बता दें एक दिन पहले कानपुर के बिठूर में हुए हादसे में 2 टीचर और कैब ड्राइवर की मौत हो गई थी। तीनों ही परिवार से दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने बातचीत की। एक-एक करके पढ़िए उनका दर्द।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर