कानपुर में रविवार रात 8 बजे 4 मंजिला बिल्डिंग में आग लग गई। बिल्डिंग के पहले और दूसरे फ्लोर पर जूता-चप्पल बनाने का कारखाना चलता है। तीसरी और चौथी मंजिल पर परिवार के लोग रहते हैं। आग लगी तो चौथी मंजिल पर मां-पिता और 3 बेटियां फंस गईं थी। रात करीब 3 बजे मां, पिता और तीन बेटियों का शव निकाला गया। आग में जलकर इनकी मौत हुई। आग की सूचना पर एक-एक कर मौके पर दमकल की 20 गाड़ियां पहुंच गई। रात 1.30 बजे लखनऊ से SDRF के जवान भी रेस्क्यू के लिए पहुंचे। करीब 7 घंटे में आग बुझाई गई, हालांकि आग को पूरी तरह ठंडा करने का काम अभी चल रहा है। इस रेस्क्यू में 70 से ज्यादा फायर फाइटर्स लगे। फायर फाइटर्स ने तुरंत परिवार के कुछ लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया था। इस बिल्डिंग के दोनों तरफ करीब 500-500 मीटर तक इलाके को ब्लॉक कर दिया गया है। मामला चमनगंज थाना क्षेत्र के प्रेम नगर का है। 3 तस्वीरें देखिए… 6 इमारतें खाली कराई, लोगों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया
यह बिल्डिंग कासिम नाम के व्यक्ति की है। इसमें नीचे कारखाना और ऊपर कासिम का परिवार रहता है। लोगों ने बताया कि रविवार रात करीब 8 बजे बिल्डिंग में आग लगी थी। आग कैसे लगी? यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस और दमकल कर्मियों ने तीसरी मंजिल में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया। लेकिन, चौथी मंजिल पर फंसी मां नाजमी सबा (42), पिता मोहम्मद दानिश (45), इनके बच्चे सारा (15), सिमरा (12), इनाया (7) को नहीं निकाला जा सका। पुलिस ने एहतियातन इस बिल्डिंग के आसपास की 6 इमारतों में रहने वाले परिवारों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया है। पहले बेसमेंट में आग लगी, फिर 3 धमाके हुए
जब आग तीसरी मंजिल पर पहुंची, तो 2 तेज धमाके हुए। इसके 5 मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। आशंका जताई जा रही है कि आग से 3 सिलेंडर फट गए। लोगों ने बताया कि आग पहले बेसमेंट में लगी। इसके बाद तेजी से फैलते हुए महज 20 मिनट में ही टॉप फ्लोर तक पहुंच गई। बगल की बिल्डिंग में जूता-चप्पल का गोदाम है। यह गोदाम भी आग की चपेट में आ गया। जाजमऊ में रहने वाले मिस्ताहुल हक इसरत इराकी ने बताया कि बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर मेरा भांजा दानिश, उसकी पत्नी और तीन बेटियां फंसी गईं। दानिश के पिता अकील बाहर आ गए थे। पिता से दानिश ने सिर्फ हैलो कहा, फिर फोन नहीं उठा
परिवार वालों के मुताबिक, आग लगने की सूचना पर अकील ने बेटे दानिश को फोन किया था। दानिश ने फोन उठाकर हैलो बोला था। फिर उसका फोन बंद हो गया। पड़ोस के लोगों का कहना है कि आग लगने के दौरान दानिश एक बार नीचे उतर के आया था। इसके बाद वह दोबारा घर के ऊपर भागा। फिर आग ने पूरी बिल्डिंग को चपेट में ले लिया और वह नीचे नहीं उतर सका। 70 से ज्यादा फायर कर्मी
8 बजे आग लगी तो पहले लोग खुद ही बुझाने में जुट गए। 8.45 बजे फायर ब्रिगेड को सूचना दी, करीब 30 मिनट बाद 9.15 बजे दमकल की पहले चार गाड़ियों मौके पर पहुंचीं। मगर, जब आग चौथी मंजिल पर पहुंची तो छह और दमकल की गाड़ियां बुलाई गईं। फिर एक-एक कर कुल 20 दमकल की गाड़ियां आग बुझाने में लग गईं। करीब 7 घंटे यानी 3 बजे 70 फायर फाइटर्स ने आग की लपटों पर काबू पा लिया। लेकिन, हल्का धुआं अभी भी उठ रहा, जिसे ठंडा करने का काम चल रहा है। फायर फाइटर्स बिल्डिंग के अंदर सीढ़ी लगाकर दाखिल होने का प्रयास करते रहे। मगर धुआं के कारण अंदर नहीं जा पाए। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने में इसलिए और दिक्कत का सामना करना पड़ा क्योंकि जूते के कारखाने में डेन्ड्राइड केमिकल रखा था। ये जूते के सोल की पेस्टिंग के काम आता है। इसमें पेट्रोल का भी मिश्रण होता है, जिस कारण आग बार-बार भड़कती रही। वहीं पुलिस कर्मी पड़ोस की छत से कासिम के घर की दीवारों को तोड़ा, ताकि फंसे हुए लोगों को बचाया जा सके। दीवार को तोड़कर अंदर पानी डाला। फायर ब्रिगेड की हाइड्रोलिक मशीन मौके पर पहुंची। जिससे हैवी फोर्स के साथ पानी अंदर फेंका गया। मौके पर ADM राजेश कुमार, एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव, CFO दीपक शर्मा और महापौर प्रमिला पांडेय भी पहुंचे। ………………………………… ये खबर भी पढ़िए- अलीगढ़ में 4 सीटर ट्रेनी विमान क्रैश, लैंडिंग के दौरान एयरपोर्ट की दीवार से टकराया, जांच के आदेश अलीगढ़ एयरपोर्ट में रविवार दोपहर पायलट ट्रेनिंग के दौरान एक प्लेन क्रैश हो गया। 4 सीटर इस प्लेन के अंदर सिर्फ ट्रेनी पायलट प्रणव जैन मौजूद था, जो प्लेन उड़ा रहा था। जब प्लेन क्रैश की सूचना अधिकारियों को मिली, तो अफरा-तफरी मच गई। मामला धनीपुर हवाई पट्टी का है। पढ़ें पूरी खबर कानपुर में रविवार रात 8 बजे 4 मंजिला बिल्डिंग में आग लग गई। बिल्डिंग के पहले और दूसरे फ्लोर पर जूता-चप्पल बनाने का कारखाना चलता है। तीसरी और चौथी मंजिल पर परिवार के लोग रहते हैं। आग लगी तो चौथी मंजिल पर मां-पिता और 3 बेटियां फंस गईं थी। रात करीब 3 बजे मां, पिता और तीन बेटियों का शव निकाला गया। आग में जलकर इनकी मौत हुई। आग की सूचना पर एक-एक कर मौके पर दमकल की 20 गाड़ियां पहुंच गई। रात 1.30 बजे लखनऊ से SDRF के जवान भी रेस्क्यू के लिए पहुंचे। करीब 7 घंटे में आग बुझाई गई, हालांकि आग को पूरी तरह ठंडा करने का काम अभी चल रहा है। इस रेस्क्यू में 70 से ज्यादा फायर फाइटर्स लगे। फायर फाइटर्स ने तुरंत परिवार के कुछ लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया था। इस बिल्डिंग के दोनों तरफ करीब 500-500 मीटर तक इलाके को ब्लॉक कर दिया गया है। मामला चमनगंज थाना क्षेत्र के प्रेम नगर का है। 3 तस्वीरें देखिए… 6 इमारतें खाली कराई, लोगों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया
यह बिल्डिंग कासिम नाम के व्यक्ति की है। इसमें नीचे कारखाना और ऊपर कासिम का परिवार रहता है। लोगों ने बताया कि रविवार रात करीब 8 बजे बिल्डिंग में आग लगी थी। आग कैसे लगी? यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस और दमकल कर्मियों ने तीसरी मंजिल में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया। लेकिन, चौथी मंजिल पर फंसी मां नाजमी सबा (42), पिता मोहम्मद दानिश (45), इनके बच्चे सारा (15), सिमरा (12), इनाया (7) को नहीं निकाला जा सका। पुलिस ने एहतियातन इस बिल्डिंग के आसपास की 6 इमारतों में रहने वाले परिवारों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया है। पहले बेसमेंट में आग लगी, फिर 3 धमाके हुए
जब आग तीसरी मंजिल पर पहुंची, तो 2 तेज धमाके हुए। इसके 5 मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। आशंका जताई जा रही है कि आग से 3 सिलेंडर फट गए। लोगों ने बताया कि आग पहले बेसमेंट में लगी। इसके बाद तेजी से फैलते हुए महज 20 मिनट में ही टॉप फ्लोर तक पहुंच गई। बगल की बिल्डिंग में जूता-चप्पल का गोदाम है। यह गोदाम भी आग की चपेट में आ गया। जाजमऊ में रहने वाले मिस्ताहुल हक इसरत इराकी ने बताया कि बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर मेरा भांजा दानिश, उसकी पत्नी और तीन बेटियां फंसी गईं। दानिश के पिता अकील बाहर आ गए थे। पिता से दानिश ने सिर्फ हैलो कहा, फिर फोन नहीं उठा
परिवार वालों के मुताबिक, आग लगने की सूचना पर अकील ने बेटे दानिश को फोन किया था। दानिश ने फोन उठाकर हैलो बोला था। फिर उसका फोन बंद हो गया। पड़ोस के लोगों का कहना है कि आग लगने के दौरान दानिश एक बार नीचे उतर के आया था। इसके बाद वह दोबारा घर के ऊपर भागा। फिर आग ने पूरी बिल्डिंग को चपेट में ले लिया और वह नीचे नहीं उतर सका। 70 से ज्यादा फायर कर्मी
8 बजे आग लगी तो पहले लोग खुद ही बुझाने में जुट गए। 8.45 बजे फायर ब्रिगेड को सूचना दी, करीब 30 मिनट बाद 9.15 बजे दमकल की पहले चार गाड़ियों मौके पर पहुंचीं। मगर, जब आग चौथी मंजिल पर पहुंची तो छह और दमकल की गाड़ियां बुलाई गईं। फिर एक-एक कर कुल 20 दमकल की गाड़ियां आग बुझाने में लग गईं। करीब 7 घंटे यानी 3 बजे 70 फायर फाइटर्स ने आग की लपटों पर काबू पा लिया। लेकिन, हल्का धुआं अभी भी उठ रहा, जिसे ठंडा करने का काम चल रहा है। फायर फाइटर्स बिल्डिंग के अंदर सीढ़ी लगाकर दाखिल होने का प्रयास करते रहे। मगर धुआं के कारण अंदर नहीं जा पाए। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने में इसलिए और दिक्कत का सामना करना पड़ा क्योंकि जूते के कारखाने में डेन्ड्राइड केमिकल रखा था। ये जूते के सोल की पेस्टिंग के काम आता है। इसमें पेट्रोल का भी मिश्रण होता है, जिस कारण आग बार-बार भड़कती रही। वहीं पुलिस कर्मी पड़ोस की छत से कासिम के घर की दीवारों को तोड़ा, ताकि फंसे हुए लोगों को बचाया जा सके। दीवार को तोड़कर अंदर पानी डाला। फायर ब्रिगेड की हाइड्रोलिक मशीन मौके पर पहुंची। जिससे हैवी फोर्स के साथ पानी अंदर फेंका गया। मौके पर ADM राजेश कुमार, एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव, CFO दीपक शर्मा और महापौर प्रमिला पांडेय भी पहुंचे। ………………………………… ये खबर भी पढ़िए- अलीगढ़ में 4 सीटर ट्रेनी विमान क्रैश, लैंडिंग के दौरान एयरपोर्ट की दीवार से टकराया, जांच के आदेश अलीगढ़ एयरपोर्ट में रविवार दोपहर पायलट ट्रेनिंग के दौरान एक प्लेन क्रैश हो गया। 4 सीटर इस प्लेन के अंदर सिर्फ ट्रेनी पायलट प्रणव जैन मौजूद था, जो प्लेन उड़ा रहा था। जब प्लेन क्रैश की सूचना अधिकारियों को मिली, तो अफरा-तफरी मच गई। मामला धनीपुर हवाई पट्टी का है। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
कानपुर में मां-पिता और 3 बेटियां जिंदा जलीं:4 मंजिला बिल्डिंग में लगी भीषण आग; फर्स्ट-सेकेंड फ्लोर पर जूता-चप्पल फैक्ट्री, ऊपर फैमिली थी
