किन्नौर में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के 120 मजदूरों को वितरित की गई स्वास्थ्य किट विवादों में घिर गई है। किन्नौर श्रम कल्याण कार्यालय ने रेड क्रॉस सोसाइटी के सहयोग से 68 आरसीसी डिटैचमेंट, पोवारी में यह वितरण किया था। मजदूरों को जब किट मिली तो उन्होंने पाया कि उसमें कुछ सामान की एक्सपायरी डेट निकल चुकी है। यह स्वच्छता और व्यक्तिगत स्वास्थ्य सुधार के लिए दी गई थी। इस घटना से वितरण प्रक्रिया में बरती गई लापरवाही सामने आई है। श्रम कल्याण अधिकारी ने माना गलती श्रम कल्याण अधिकारी सपन जसरोटिया ने स्वीकार किया कि स्वास्थ्य किट में कुछ सामग्री एक्सपायर थी। उन्होंने बताया कि डिब्बा बंद होने के कारण सामग्री की एक्सपायरी की जांच नहीं हो पाई। उन्होंने मजदूरों को इस सामान का उपयोग न करने की सलाह दी है। किन्नौर में 68 आरसीसी और 108 आरसीसी में कुल 2 हजार 627 श्रमिक बीओसीडब्ल्यू कल्याण बोर्ड के तहत पंजीकृत हैं। ये मजदूर दुर्गम परिस्थितियों में देश की सीमाओं की सुरक्षा में योगदान देते हैं। श्रम कल्याण अधिकारी ने स्टेट रेड क्रॉस सोसाइटी को इस घटना से अवगत करा दिया है। किन्नौर में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के 120 मजदूरों को वितरित की गई स्वास्थ्य किट विवादों में घिर गई है। किन्नौर श्रम कल्याण कार्यालय ने रेड क्रॉस सोसाइटी के सहयोग से 68 आरसीसी डिटैचमेंट, पोवारी में यह वितरण किया था। मजदूरों को जब किट मिली तो उन्होंने पाया कि उसमें कुछ सामान की एक्सपायरी डेट निकल चुकी है। यह स्वच्छता और व्यक्तिगत स्वास्थ्य सुधार के लिए दी गई थी। इस घटना से वितरण प्रक्रिया में बरती गई लापरवाही सामने आई है। श्रम कल्याण अधिकारी ने माना गलती श्रम कल्याण अधिकारी सपन जसरोटिया ने स्वीकार किया कि स्वास्थ्य किट में कुछ सामग्री एक्सपायर थी। उन्होंने बताया कि डिब्बा बंद होने के कारण सामग्री की एक्सपायरी की जांच नहीं हो पाई। उन्होंने मजदूरों को इस सामान का उपयोग न करने की सलाह दी है। किन्नौर में 68 आरसीसी और 108 आरसीसी में कुल 2 हजार 627 श्रमिक बीओसीडब्ल्यू कल्याण बोर्ड के तहत पंजीकृत हैं। ये मजदूर दुर्गम परिस्थितियों में देश की सीमाओं की सुरक्षा में योगदान देते हैं। श्रम कल्याण अधिकारी ने स्टेट रेड क्रॉस सोसाइटी को इस घटना से अवगत करा दिया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
