शिमला पुलिस ने चार बागी पूर्व MLA थाने बुलाएं:सरकार गिराने के षड़यंत्र से जुड़ा केस; कल राकेश शर्मा से 6 घंटे की पूछताछ

शिमला पुलिस ने चार बागी पूर्व MLA थाने बुलाएं:सरकार गिराने के षड़यंत्र से जुड़ा केस; कल राकेश शर्मा से 6 घंटे की पूछताछ

हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में शिमला पुलिस ने कांग्रेस के चार बागी एवं पूर्व विधायकों को थाने तलब किया है। इनमें सुजानपुर से राजेंद्र राणा, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर, गगरेट से चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ से पूर्व MLA देवेंद्र कुमार भुट्टो शामिल हैं। इसी केस में पिछले कल रिटायर आईएएस एवं चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा से बालूगंज थाना में करीब छह घंटे पूछताछ हुई। मगर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी को पिछले कल पुलिस जांच में शामिल नहीं हुए। हाईकोर्ट ने भी उन्हें शिमला पुलिस की जांच में शामिल होने के निर्देश दिए थे। बताया जा रहा है कि भंडारी को डायरिया हो गया है, इस वजह से वह नहीं आ सके। जाने क्या है पूरा मामला.. दरअसल, कांग्रेस के दो विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने बीते 10 मार्च को बालूगंज थाना में FIR करा रखी है, जिसमें सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचने का आरोप लगाया गया है। पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटा रही है। जांच में जिन लोगों से कड़ियां जुड़ रही है, उन्हें पुलिस जांच में शामिल कर रही है। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेश गए। ऋषिकेश से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। फाइव-सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने प्रदेश की बहुमत वाली कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। कांग्रेस के छह बागी पूर्व MLA और तीन पूर्व निर्दलीय विधायक की खरीद-फरोख्त की। हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में शिमला पुलिस ने कांग्रेस के चार बागी एवं पूर्व विधायकों को थाने तलब किया है। इनमें सुजानपुर से राजेंद्र राणा, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर, गगरेट से चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ से पूर्व MLA देवेंद्र कुमार भुट्टो शामिल हैं। इसी केस में पिछले कल रिटायर आईएएस एवं चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा से बालूगंज थाना में करीब छह घंटे पूछताछ हुई। मगर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी को पिछले कल पुलिस जांच में शामिल नहीं हुए। हाईकोर्ट ने भी उन्हें शिमला पुलिस की जांच में शामिल होने के निर्देश दिए थे। बताया जा रहा है कि भंडारी को डायरिया हो गया है, इस वजह से वह नहीं आ सके। जाने क्या है पूरा मामला.. दरअसल, कांग्रेस के दो विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने बीते 10 मार्च को बालूगंज थाना में FIR करा रखी है, जिसमें सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचने का आरोप लगाया गया है। पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटा रही है। जांच में जिन लोगों से कड़ियां जुड़ रही है, उन्हें पुलिस जांच में शामिल कर रही है। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेश गए। ऋषिकेश से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। फाइव-सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने प्रदेश की बहुमत वाली कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। कांग्रेस के छह बागी पूर्व MLA और तीन पूर्व निर्दलीय विधायक की खरीद-फरोख्त की।   हिमाचल | दैनिक भास्कर