कुरुक्षेत्र में रिटायर्ड बैंक कर्मी को डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 35 लाख रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के एक और मेंबर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान संजय कुमार के रूप में हुई है। संजय मूल रूप से रीवा (मध्य प्रदेश) का रहने वाला है और फिलहाल गुरुग्राम में रह रहा था। संजय ठगी में इस्तेमाल किए गए बैंक अकाउंट का खाताधारक है। रिटायर्ड बैंक कर्मचारी विद्यासागर निवासी कुरुक्षेत्र के मुताबिक, पिछले साल 14 नवंबर को उनके मोबाइल पर कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद को कस्टम अधिकारी बताया और कहा कि उनके नाम से मलेशिया एक पार्सल भेजा गया, जिसमें ड्रग्स हैं। उसने डराया कि गिरफ्तारी होगी और भारी जुर्माना लगेगा। बैंक डिटेल्स मांगी उसके बाद कॉलर ने उनसे उनकी और उनकी पत्नी की सभी बैंक डिटेल्स मांगी। फिर एक और कॉल आई, जिसमें सामने वाले ने खुद को CBI चीफ अनिल यादव बताकर 2 ड्रग केस दर्ज करने की धमकी दी। केस से निकालने के लिए उसे एफडी तोड़कर आरबीआई में वैध करवानी होंगी। गिरफ्तारी के डर से कर्मी ने अपने और पत्नी के अकाउंट्स से करीब 34.65 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। तीन पहले हो चुके गिरफ्तार रिटायर्ड बैंक कर्मचारी को बाद में ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने साइबर थाना कुरुक्षेत्र में शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर 7 अप्रैल को पहले आरोपी चंचल उर्फ विक्की निवासी जगरांव जिला लुधियाना को पकड़ा। 15 अप्रैल को अमन गुर्जर और साहिल गुर्जर निवासी रानियां गेट सिरसा को गिरफ्तार किया। अब पुलिस ने चौथे आरोपी संजय कुमार को अरेस्ट किया। आरोपी को जेल भेजा पुलिस ने आरोपी संजय के कब्जे से 10 हजार रुपए, एक चेकबुक और 2 मोबाइल बरामद किए। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। पुलिस आरोपी संजय के बैंक अकाउंट की डिटेल्स भी चेक कर रही है। कुरुक्षेत्र में रिटायर्ड बैंक कर्मी को डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 35 लाख रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के एक और मेंबर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान संजय कुमार के रूप में हुई है। संजय मूल रूप से रीवा (मध्य प्रदेश) का रहने वाला है और फिलहाल गुरुग्राम में रह रहा था। संजय ठगी में इस्तेमाल किए गए बैंक अकाउंट का खाताधारक है। रिटायर्ड बैंक कर्मचारी विद्यासागर निवासी कुरुक्षेत्र के मुताबिक, पिछले साल 14 नवंबर को उनके मोबाइल पर कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद को कस्टम अधिकारी बताया और कहा कि उनके नाम से मलेशिया एक पार्सल भेजा गया, जिसमें ड्रग्स हैं। उसने डराया कि गिरफ्तारी होगी और भारी जुर्माना लगेगा। बैंक डिटेल्स मांगी उसके बाद कॉलर ने उनसे उनकी और उनकी पत्नी की सभी बैंक डिटेल्स मांगी। फिर एक और कॉल आई, जिसमें सामने वाले ने खुद को CBI चीफ अनिल यादव बताकर 2 ड्रग केस दर्ज करने की धमकी दी। केस से निकालने के लिए उसे एफडी तोड़कर आरबीआई में वैध करवानी होंगी। गिरफ्तारी के डर से कर्मी ने अपने और पत्नी के अकाउंट्स से करीब 34.65 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। तीन पहले हो चुके गिरफ्तार रिटायर्ड बैंक कर्मचारी को बाद में ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने साइबर थाना कुरुक्षेत्र में शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर 7 अप्रैल को पहले आरोपी चंचल उर्फ विक्की निवासी जगरांव जिला लुधियाना को पकड़ा। 15 अप्रैल को अमन गुर्जर और साहिल गुर्जर निवासी रानियां गेट सिरसा को गिरफ्तार किया। अब पुलिस ने चौथे आरोपी संजय कुमार को अरेस्ट किया। आरोपी को जेल भेजा पुलिस ने आरोपी संजय के कब्जे से 10 हजार रुपए, एक चेकबुक और 2 मोबाइल बरामद किए। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। पुलिस आरोपी संजय के बैंक अकाउंट की डिटेल्स भी चेक कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
