वृंदावन में संत प्रेमानंद की एक बार फिर तबीयत बिगड़ गई है। इसलिए वे शुक्रवार भोर 4 बजे भी पद यात्रा पर नहीं निकले। दर्शन के लिए आए भक्त काफी देर तक उनके आने का इंतजार करते रहे। केली कुंज आश्रम ने यात्रा रोके जाने का संदेश अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया। भक्तों से अपील की है कि वह रात्रि कालीन दर्शन के रास्ते में न खड़े हों। तो मायूस हो गए। कुछ भक्त रोने लगे। भक्तों ने राधारानी से प्रार्थना की है। इससे पहले 5 अप्रैल को प्रेमानंद महाराज की तबीयत खराब हुई थी। उनकी दोनों किडनियां खराब हैं। डायलिसिस होती है। सेवादारों ने जताया खेद
संत प्रेमानंद महाराज प्रतिदिन रात 2 बजे भक्तों को पदयात्रा करते हुए दर्शन देते थे। इधर, कुछ दिन से भोर 4 बजे निकलते थे। लेकिन, 5 दिन से नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को भी यूपी के अलावा कई राज्यों से आए भक्त उनका इंतजार कर रहे थे। सड़क पर रंगोली सजाई गई थी। लोग भजन गा रहे थे। लेकिन काफी समय गुजर जाने के बाद महाराज बाहर नहीं आए। इसके बाद भक्तों को चिंता होने लगी। कुछ देर बाद वहां केली कुंज आश्रम से जुड़े सेवादार आए और श्रद्धालुओं को हुई असुविधा के लिए खेद जताते हुए महाराजजी के स्वास्थ्य खराब होने की जानकारी दी। महाराज जी का स्वास्थ्य सही नहीं है। इसलिए पदयात्रा नहीं करेंगे। सेवादारों ने भक्तों से लौट जाने का आग्रह किया। इसके बाद सभी भक्त दर्शन किए बिना निराश होकर लौट गए। केली कुंज आश्रम ने भक्ति मार्ग चैनल पर पोस्ट की। लिखा-‘राधे राधे श्री हरिवंश। आप सभी को सूचित किया जाता है कि पूज्य महाराज जी की स्वास्थ्य की अनुकूलता को देखते हुए पिछले कुछ दिन से महाराज जी की रात्रिकालीन पदयात्रा बंद है। 30 मार्च को मनाया था जन्मदिन
संत प्रेमानंद महाराज का 30 मार्च को हिंदू नववर्ष पर जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। उनकी पदयात्रा में देशभर से 2 लाख भक्त उमड़े। हर कोई उनके दर्शन कर बधाई देने की चाहत लिए देर शाम से ही पदयात्रा के रास्ते में खड़ा था। भक्तों ने पदयात्रा का दो किलोमीटर रास्ता सजा रखा था। 10 क्विंटल गेंदा और गुलाब के फूलों से सड़क पर रंगोली बनाई गई थी। आतिशबाजी भी की जा रही थी। जगह-जगह भक्त राधा नाम का कीर्तन कर नजर आए। प्रेमानंद महाराज ने वृंदावन की श्री कृष्णम शरणम् सोसाइटी से तड़के 2 बजे पदयात्रा शुरू की। दो किलोमीटर का सफर तय कर रमणरेती स्थित अपने आश्रम केली कुंज पहुंचे। आश्रम ने महाराज के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा, उन्हें क्या बीमारी है… जानिए प्रेमानंद महाराज को 20 साल से किडनी की समस्या
केलि कुंज आश्रम के संत नवल नागरी दास महाराज ने बताया- प्रेमानंद महाराज को करीब 20 साल से किडनी की समस्या है। पहले हफ्ते में 3 बार डायलिसिस होती थी। लेकिन अब समस्या बढ़ गई तो हफ्ते में 4 से 5 बार डायलिसिस की जा रही है। स्वास्थ्य संबंधी समस्या दूर होने के बाद वह फिर से पैदल यात्रा करेंगे। सोसाइटी में ही होती है डायलिसिस
संत प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी में रहते हैं। इस सोसाइटी में उनके 2 फ्लैट हैं। HR 1 ब्लॉक के फ्लैट नंबर 209 और 212 उनके पास हैं। 2 BHK इन फ्लैट में से एक में वह रहते हैं जबकि दूसरे फ्लैट में डायलिसिस का इंतजाम किया हुआ है। इसी फ्लैट में उनका हफ्ते में 4 से 5 बार डायलिसिस की जा रही है। ———————————– ये खबर भी पढ़ें….
गंगा एक्सप्रेस-वे पर उतरेंगे लड़ाकू विमान:चीन बॉर्डर की सुरक्षा और मजबूत, UP पहला राज्य, जहां 4 हाईवे पर एयर स्ट्रिप मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले यूपी के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे पर शाहजहांपुर जिले में साढ़े 3 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी (एयर स्ट्रिप) बनाई गई है। यहां आपात स्थिति में लड़ाकू विमान उतारे जा सकेंगे। मई के पहले हफ्ते में बरेली के त्रिशूल एयरबेस से कई विमानों को यहां टच एंड गो कराने की तैयारी है। पढ़ें पूरी खबर… वृंदावन में संत प्रेमानंद की एक बार फिर तबीयत बिगड़ गई है। इसलिए वे शुक्रवार भोर 4 बजे भी पद यात्रा पर नहीं निकले। दर्शन के लिए आए भक्त काफी देर तक उनके आने का इंतजार करते रहे। केली कुंज आश्रम ने यात्रा रोके जाने का संदेश अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया। भक्तों से अपील की है कि वह रात्रि कालीन दर्शन के रास्ते में न खड़े हों। तो मायूस हो गए। कुछ भक्त रोने लगे। भक्तों ने राधारानी से प्रार्थना की है। इससे पहले 5 अप्रैल को प्रेमानंद महाराज की तबीयत खराब हुई थी। उनकी दोनों किडनियां खराब हैं। डायलिसिस होती है। सेवादारों ने जताया खेद
संत प्रेमानंद महाराज प्रतिदिन रात 2 बजे भक्तों को पदयात्रा करते हुए दर्शन देते थे। इधर, कुछ दिन से भोर 4 बजे निकलते थे। लेकिन, 5 दिन से नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को भी यूपी के अलावा कई राज्यों से आए भक्त उनका इंतजार कर रहे थे। सड़क पर रंगोली सजाई गई थी। लोग भजन गा रहे थे। लेकिन काफी समय गुजर जाने के बाद महाराज बाहर नहीं आए। इसके बाद भक्तों को चिंता होने लगी। कुछ देर बाद वहां केली कुंज आश्रम से जुड़े सेवादार आए और श्रद्धालुओं को हुई असुविधा के लिए खेद जताते हुए महाराजजी के स्वास्थ्य खराब होने की जानकारी दी। महाराज जी का स्वास्थ्य सही नहीं है। इसलिए पदयात्रा नहीं करेंगे। सेवादारों ने भक्तों से लौट जाने का आग्रह किया। इसके बाद सभी भक्त दर्शन किए बिना निराश होकर लौट गए। केली कुंज आश्रम ने भक्ति मार्ग चैनल पर पोस्ट की। लिखा-‘राधे राधे श्री हरिवंश। आप सभी को सूचित किया जाता है कि पूज्य महाराज जी की स्वास्थ्य की अनुकूलता को देखते हुए पिछले कुछ दिन से महाराज जी की रात्रिकालीन पदयात्रा बंद है। 30 मार्च को मनाया था जन्मदिन
संत प्रेमानंद महाराज का 30 मार्च को हिंदू नववर्ष पर जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। उनकी पदयात्रा में देशभर से 2 लाख भक्त उमड़े। हर कोई उनके दर्शन कर बधाई देने की चाहत लिए देर शाम से ही पदयात्रा के रास्ते में खड़ा था। भक्तों ने पदयात्रा का दो किलोमीटर रास्ता सजा रखा था। 10 क्विंटल गेंदा और गुलाब के फूलों से सड़क पर रंगोली बनाई गई थी। आतिशबाजी भी की जा रही थी। जगह-जगह भक्त राधा नाम का कीर्तन कर नजर आए। प्रेमानंद महाराज ने वृंदावन की श्री कृष्णम शरणम् सोसाइटी से तड़के 2 बजे पदयात्रा शुरू की। दो किलोमीटर का सफर तय कर रमणरेती स्थित अपने आश्रम केली कुंज पहुंचे। आश्रम ने महाराज के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा, उन्हें क्या बीमारी है… जानिए प्रेमानंद महाराज को 20 साल से किडनी की समस्या
केलि कुंज आश्रम के संत नवल नागरी दास महाराज ने बताया- प्रेमानंद महाराज को करीब 20 साल से किडनी की समस्या है। पहले हफ्ते में 3 बार डायलिसिस होती थी। लेकिन अब समस्या बढ़ गई तो हफ्ते में 4 से 5 बार डायलिसिस की जा रही है। स्वास्थ्य संबंधी समस्या दूर होने के बाद वह फिर से पैदल यात्रा करेंगे। सोसाइटी में ही होती है डायलिसिस
संत प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी में रहते हैं। इस सोसाइटी में उनके 2 फ्लैट हैं। HR 1 ब्लॉक के फ्लैट नंबर 209 और 212 उनके पास हैं। 2 BHK इन फ्लैट में से एक में वह रहते हैं जबकि दूसरे फ्लैट में डायलिसिस का इंतजाम किया हुआ है। इसी फ्लैट में उनका हफ्ते में 4 से 5 बार डायलिसिस की जा रही है। ———————————– ये खबर भी पढ़ें….
गंगा एक्सप्रेस-वे पर उतरेंगे लड़ाकू विमान:चीन बॉर्डर की सुरक्षा और मजबूत, UP पहला राज्य, जहां 4 हाईवे पर एयर स्ट्रिप मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले यूपी के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे पर शाहजहांपुर जिले में साढ़े 3 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी (एयर स्ट्रिप) बनाई गई है। यहां आपात स्थिति में लड़ाकू विमान उतारे जा सकेंगे। मई के पहले हफ्ते में बरेली के त्रिशूल एयरबेस से कई विमानों को यहां टच एंड गो कराने की तैयारी है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
संत प्रेमानंद महाराज की फिर सेहत बिगड़ी:रात में पदयात्रा पर नहीं निकले, दर्शन को आए भक्त हुए निराश
