जिला कुल्लू की लगघाटी में आग लगने से चार मकान जल कर राख हो गए हैं। घाटी के तियुन गांव में आग इतनी तीव्रता से फैली कि देखते ही देखते चार मकानों को अपनी आगोश में ले लिया। आग में 3 गायें और 10 भेड़ें भी जल गईं। एक परिवार का मुखिया लुहारी राम घायल हो गया। उसके चेहरे और हाथ पर चोटें आईं। मानगढ़ पंचायत के उप प्रधान ख्याल चंद ने बताया कि प्रशासन मौके पर पहुंच गया है और प्रभावित परिवारों को 20-20 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की है। ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डाल कर साथ लगे मकानों में आग को फैलने से रोका। आग कैसे लगी इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। जानकारी के अनुसार आग गांव के एक मकान में लगी। जब तक कोई समझ पाता आग तेजी से फैल गई और आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। एकाएक फैली आग के कारण गांव में अफरा तफरी का माहौल बन गया । आग से लाखों का नुकसान जानकारी के अनुसार आगजनी में 70 से 80 लाख तक का नुकसान आंका जा रहा है। सभी मकान काठकुणी शैली के बने हुए थे। जिनकी कीमत लाखों में थी । स्थानीय निवासी कैप्टन तारा चंद ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि आगजनी में लाखों रुपए का नुकसान हो गया है। सड़क सुविधा से महरूम है गांव मानगढ़ पंचायत का अंतिम गांव तियुन अभी तक सड़क सुविधा से महरूम है। ग्रामंग तक सड़क सुविधा है मगर उससे आगे करीब 12 किलोमीटर का सफर तय करके तियुन गांव तक जाना पड़ता है। जिस कारण फायर बिग्रेड का वाहन यहां नहीं पहुंच सकता था। ग्रामीणों ने दिखाई मुस्तैदी बचाए अन्य मकान ग्रामीणों ने आसपास के मकानों में आग फैलने से रोकने के लिए आग जिस स्थान से आगे फैल सकती थी उसी स्थान पर बाल्टियों से पानी फेंक कर आग को आगे फैलने से रोका। अन्यथा हादसा बहुत भयानक हो सकता था। 4 परिवारों के 18 सदस्य हुए बेघर आगजनी में 4 परिवारों के 18 सदस्य बेघर हो गए हैं । जिनमें छोटे छोटे बच्चे भी हैं । आग इतनी भयंकर लगी थी कि घर मालिक अपना कुछ भी नहीं बचा पाए। आगजनी में सोना चांदी, बर्तन, कपड़े सहित नगदी भी जल कर राख हो गई । स्थानीय निवासी कैप्टन तारा चंद ने बताया कि आगजनी में शिवी राम, पार्वती देवी, फूली राम व लुहारू राम ने अपने आशियाने खो दिए हैं । प्रशासन तियून गांव हुआ रवाना आग शनिवार शाम 4.30 बजे के करीब लगी जिसकी सूचना मिलते ही प्रशासन के अधिकारी तियुन गांव के लिए रवाना हो गए हैं। जिला कुल्लू की लगघाटी में आग लगने से चार मकान जल कर राख हो गए हैं। घाटी के तियुन गांव में आग इतनी तीव्रता से फैली कि देखते ही देखते चार मकानों को अपनी आगोश में ले लिया। आग में 3 गायें और 10 भेड़ें भी जल गईं। एक परिवार का मुखिया लुहारी राम घायल हो गया। उसके चेहरे और हाथ पर चोटें आईं। मानगढ़ पंचायत के उप प्रधान ख्याल चंद ने बताया कि प्रशासन मौके पर पहुंच गया है और प्रभावित परिवारों को 20-20 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की है। ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डाल कर साथ लगे मकानों में आग को फैलने से रोका। आग कैसे लगी इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। जानकारी के अनुसार आग गांव के एक मकान में लगी। जब तक कोई समझ पाता आग तेजी से फैल गई और आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। एकाएक फैली आग के कारण गांव में अफरा तफरी का माहौल बन गया । आग से लाखों का नुकसान जानकारी के अनुसार आगजनी में 70 से 80 लाख तक का नुकसान आंका जा रहा है। सभी मकान काठकुणी शैली के बने हुए थे। जिनकी कीमत लाखों में थी । स्थानीय निवासी कैप्टन तारा चंद ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि आगजनी में लाखों रुपए का नुकसान हो गया है। सड़क सुविधा से महरूम है गांव मानगढ़ पंचायत का अंतिम गांव तियुन अभी तक सड़क सुविधा से महरूम है। ग्रामंग तक सड़क सुविधा है मगर उससे आगे करीब 12 किलोमीटर का सफर तय करके तियुन गांव तक जाना पड़ता है। जिस कारण फायर बिग्रेड का वाहन यहां नहीं पहुंच सकता था। ग्रामीणों ने दिखाई मुस्तैदी बचाए अन्य मकान ग्रामीणों ने आसपास के मकानों में आग फैलने से रोकने के लिए आग जिस स्थान से आगे फैल सकती थी उसी स्थान पर बाल्टियों से पानी फेंक कर आग को आगे फैलने से रोका। अन्यथा हादसा बहुत भयानक हो सकता था। 4 परिवारों के 18 सदस्य हुए बेघर आगजनी में 4 परिवारों के 18 सदस्य बेघर हो गए हैं । जिनमें छोटे छोटे बच्चे भी हैं । आग इतनी भयंकर लगी थी कि घर मालिक अपना कुछ भी नहीं बचा पाए। आगजनी में सोना चांदी, बर्तन, कपड़े सहित नगदी भी जल कर राख हो गई । स्थानीय निवासी कैप्टन तारा चंद ने बताया कि आगजनी में शिवी राम, पार्वती देवी, फूली राम व लुहारू राम ने अपने आशियाने खो दिए हैं । प्रशासन तियून गांव हुआ रवाना आग शनिवार शाम 4.30 बजे के करीब लगी जिसकी सूचना मिलते ही प्रशासन के अधिकारी तियुन गांव के लिए रवाना हो गए हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में वैभव मौत केस में CBI जांच के आदेश:हाईकोर्ट ने पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल; पिता ने जताई थी हत्या की शंका हिमाचल हाईकोर्ट ने कुल्लू जिले के तोश में वैभव यादव की मौत की जांच CBI को सौंपने के आदेश दिए है। एक्टिंग चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने सीनियर पुलिस ऑफिसर की जांच पर संदेह जताते हुए यह आदेश सुनाए। वैभव की मौत 9 दिसंबर 2023 को हुई थी। कोर्ट ने तीन दिनों के भीतर CBI को मामले से संबंधित मूल रिकॉर्ड उपलब्ध कराने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि यह मामला न केवल पुलिस अधिकारियों द्वारा कर्तव्यों की उपेक्षा को दर्शाता है, बल्कि कानून के जनादेश का भी उल्लंघन करता है। यदि FIR समय पर दर्ज की गई होती तो पुलिस को जांच करने की और शक्ति मिलती और जांच के बाद ही पुलिस अपने निष्कर्ष पर पहुंच सकती थी। कोर्ट ने कहा कि, यदि पुलिस की राय में तथ्य, FIR पंजीकरण लायक न होते तो प्रारंभिक जांच पूरी की जानी चाहिए थी। कोर्ट के अनुसार, 14 फरवरी 2024 को मृतक वैभव यादव के पिता ने आशंका जताई थी कि उनके बेटे की हत्या की गई है, पुलिस के पास संज्ञेय अपराध होने की सूचना थी। FIR दर्ज करने के लिए और कुछ भी आवश्यक नहीं था। कोर्ट ने कहा, यह केस पुलिस विभाग के एक और निर्लज्ज आचरण को प्रदर्शित करता हैं। बीते साल हरियाणा के चार दोस्त कुल्लू घूमने आए थे 9 दिसंबर 2023 को हरियाणा के चार युवा छात्र वैभव यादव, कुशाग्र, शशांक शर्मा और रितिका मित्तल हिमाचल के कुल्लू जिले में ‘तोश’ नामक स्थान पर गए थे। वैभव यादव की शाम को मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कोई गड़बड़ी नहीं पाई। 11 दिसंबर 2023 को वैभव यादव का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया। पिता ने DGP को लिखा था पत्र 14 फरवरी 2024 को मृतक वैभव यादव के पिता बलदेव यादव ने हिमाचल पुलिस महानिदेशक को एक लिखित अनुरोध प्रस्तुत किया, जिसकी एक प्रति SHO कुल्लू को भी भेजी गई, जिसमें उनके बेटे की मौत में गड़बड़ी की आशंका जताई गई। पत्र में बताया गया कि 10 दिसंबर 2023 को मृतक के परिजनों के साथ पुलिस अधिकारियों का असहयोगात्मक रवैया था। कथित तौर पर मृतक के चाचा के अनुरोध के बावजूद मृतक के तीन साथियों और होटल स्टाफ से उनकी मौजूदगी में पूछताछ नहीं की गई। IPS अधिकारी के आचरण पर उठाए थे सवाल इस पत्र के माध्यम से मृतक के पिता ने विनय यादव नामक एक प्रशिक्षु IPS अधिकारी के आचरण पर सवाल उठाए। आरोप था कि उसने कथित तौर पर स्थानीय पुलिस पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया था। मृतक के पिता ने कुशाग्र, शशांक और रितिका का घटना के बाद का आचरण को संदेहास्पद बताया। 10 जुलाई को हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को लिखा पत्र मृतक के पिता बलदेव यादव की शिकायत के जवाब में 6 मार्च 2024 को पुलिस अधीक्षक, कुल्लू ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुल्लू संजीव चौहान को खोजी जांच सौंपी। पुलिस के आचरण से असंतुष्ट होने के कारण पिता बलदेव यादव ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को 10 जुलाई 2024 को एक पत्र लिखा। इस पृष्ठभूमि में तत्काल हाईकोर्ट ने आपराधिक रिट याचिका पंजीकृत की थी।
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हिमाचल BJP को नए साल में मिलेगा नया अध्यक्ष:मिशन-2027 के मद्देनजर होगा चयन; सतपाल सत्ती, बिंदल, विपिन परमार समेत 7 दावेदार दौड़ में हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को नए साल में नया अध्यक्ष मिलना तय है। भाजपा ने मंडल से लेकर जिला कार्यकारिणी चुनाव के लिए इलेक्शन ऑफिसर नियुक्त कर दिए हैं। इसके साथ ही नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए चर्चाएं अभी से तेज हो गई हैं। फिलहाल 7 नाम चर्चा में हैं। प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में 2 पूर्व और मौजूदा प्रधान सत्तपाल सत्ती और राजीव बिंदल के अलावा विपिन सिंह परमार का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। ये तीनों सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। अगर इन पर सहमति नहीं बनती है तो पार्टी पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर के नाम पर भी सहमति बनाने की कोशिश कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि इन चार वरिष्ठ नेताओं के अलावा पार्टी इंदू गोस्वामी, त्रिलोक जम्वाल और फिर डॉ. सिकंदर को भी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंप सकती है। नेताओं ने अध्यक्ष के लिए लॉबिंग भी शुरू कर दी है। सत्तपाल सत्ती मजबूत दावेदार माने जा रहे प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सत्तपाल सत्ती का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। सत्ती 9 साल तक प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्तमान में वह ऊना से तीसरी बार विधायक बने हैं। तेज तर्रार नेता सत्ती 2 बार चुनाव में निर्वाचित होकर अध्यक्ष बने थे, जबकि तीसरी पार उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। बिंदल की फिर से दावेदारी मौजूदा अध्यक्ष एवं 5 बार विधायक रह चुके राजीव बिंदल को भी पार्टी फिर से कमान सौंप सकती है। बिंदल जनवरी 2020 में पार्टी के अध्यक्ष चुने गए। मगर कोरोना काल में भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से उन्होंने 5 महीने के भीतर ही पद से इस्तीफा दिया। दिसंबर 2022 में वह विधानसभा चुनाव हार गए। इसके बाद पार्टी में अप्रैल 2023 में राजीव बिंदल को फिर से अध्यक्ष पद की कमान होगी। कांगड़ा के विपिन परमार मजबूत चेहरा प्रदेश की सत्ता की चाबी तय करने वाले सबसे बड़े कांगड़ा जिला से संबंध रखने वाले सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार को भी अध्यक्ष का मजबूत चेहरा माना जा रहा है। परमार संगठन में विभिन्न पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। पूर्व सरकार में वह स्वास्थ्य मंत्री के अलावा विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व भी संभाल चुके हैं। ये 4 नाम पर अध्यक्ष पद की रेस में इन तीनों के अलावा पूर्व इंडस्ट्री मिनिस्टर बिक्रम ठाकुर, जेपी नड्डा के करीबी त्रिलोक जम्वाल, राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी और राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार का नाम पर खूब चर्चा में है। बिक्रम ठाकुर और इंदू गोस्वामी दोनों कांगड़ा जिला से संबंध रखते हैं। बिक्रम काफी तेज तर्रार नेता माने जाते हैं, वहीं इंदू गोस्वामी को प्रधानमंत्री मोदी का करीबी माना जाता है। इसलिए उन्हें भी दावेदार माना जा रहा है। राजपूत कोटे से भाजपा ने जयराम ठाकुर को नेता प्रतिपक्ष बना रखा है। ऐसे में मिशन 2027 को देखते हुए भाजपा दलित वोट साधने के लिए राज्यसभा सांसद डॉ.सिकंदर कुमार पर भी दांव खेल सकती हैं। नवंबर के अंत तक ब्लाक व जिला कार्यकारिणी का चुनाव: भारद्वाज प्रदेश में मंडल से लेकर जिला कार्यकारिणी चुनाव के लिए इलैक्शन ऑफिसर तैनात कर दिए गए है। प्रदेश भाजपा द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारी राजीव भारद्वाज ने बताया कि नवंबर के अंत तक बूथ, मंडल और जिला के चुनाव संपन्न करने का टारगेट है। जनवरी 2025 तक प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी करवा दिया जाएगा। ऐसे होगा अध्यक्ष का चुनाव बेशक, अध्यक्ष पद के चुनाव लोकतांत्रिक ढंग से करवाने के दावे किए जाते रहे है। मगर आज तक प्रदेश में पहली कभी भी अध्यक्ष वोटिंग से नहीं चुना गया, बल्कि हर बार पार्टी हाईकमान द्वारा नॉमिनेट किया जाता है। इस बार भी ऐसे ही सर्वसम्मति से अध्यक्ष को नॉमिनेट किया जा सकता है। प्रदेश में इससे पहले सदस्यता अभियान 31 अक्टूबर को समाप्त होने जा रहा है। पार्टी ने इस बार राज्य में 15 लाख से ज्यादा सदस्य बनाए हैं।
पेरिस से वापस लौटे ओलिंपिक खिलाड़ी निषाद:बोले- प्रदेश के किसी नेता ने जरूरी नहीं समझा बधाई देना; माता-पिता के लिए लाए विशेष तोहफ़ा
पेरिस से वापस लौटे ओलिंपिक खिलाड़ी निषाद:बोले- प्रदेश के किसी नेता ने जरूरी नहीं समझा बधाई देना; माता-पिता के लिए लाए विशेष तोहफ़ा हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के छोटे से गांव बदायूं के निषाद कुमार ने पेरिस पैरा ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीत कर दूसरी बार हिमाचल का नाम रोशन किया है। मंगलवार को वह पैरिस से वापस दिल्ली पहुंचे। निषाद ने बताया कि पेरिस में सिल्वर मेडल जीतने के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे 3 मिनट 13 सेकेंड बात की और उसे बधाईयां दी। लेकिन हिमाचल का एकमात्र पैराओलंपियन होने के बावजूद मुझे प्रदेश के किसी भी मंत्री या नेता ने फोन कर बधाई देना मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने कहा कि यहां अन्य राज्यों में ओलंपियन खिलाड़ियों पर खूब प्यार लुटाया जा रहा है। उनके लिए इनामों के साथ घोषणाओं की झड़ी लग रही है। वही प्रदेश की तरफ से उसके लिए भी कोई घोषणा नहीं की गई। निषाद को है गोल्ड नहीं जीत पाने का दुख निषाद ने कहा कि गोल्ड मेडल जीतने के लिए उसने खूब पसीना बहाया था, यहां तक की पेरिस जाने से पहले कोच ने उसे 10 दिन की छुट्टी देते हुए अपने घर जाकर परिजनों से मिलकर मन बदल जाने की बात की थी। तब भी वह 10 दिन की बजाय मात्र 4 दिन बाद ही वापस अपने कैंप में पहुंच गए था। उसे गोल्ड नहीं जीत पाने का बहुत दुखी हैं। दो दिन रहेगा दिल्ली, खेल मंत्री व प्रधानमंत्री से मुलाकात उन्होंने कहा कि दो दिन तक दिल्ली में रहकर खेल मंत्री व प्रधानमंत्री से मिलने के बाद वह अपने घर बदायूं आएगा। घर पहुंच कर सबसे पहले अपनी मां के हाथों की बनाई खीर खाना चाहते हैं और अपने घर में रखी हुई भैंस का दूध पीना चाहते हैं। उसने बताया कि पिछले 3 महीने से बाजार का पैकेट बंद दूध पीकर उनका मन ऊब चुका है। निषाद ने कहा कि वह घर वापस आने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री से शिष्टाचार मुलाकात करेंगे और उनके सामने अपनी बात रखेंगे। माता-पिता के लिए लाए विशेष तोहफ़ा निषाद ने बताया कि क्लोजिंग सेरेमनी के दिन पेरिस में तेज बारिश होने के चलते वह उसमें में शामिल नहीं हो पाया। उसने खेल विलेज में बैंड की धुनों पर नाच कर खूब मस्ती की। निषाद ने बताया कि वह अपनी माता-पिता व बहन के लिए पहले से विशेष तोहफ़ा लेकर आया हैं। निकट भविष्य में गोल्ड मेडल तक पहुंचाने के लिए तैयारी के बारे में पूछे जाने पर निषाद ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और इसके बारे में फिर कभी बात करने की बात कही ।