कुवैत में मरने वालों में 3 उत्तर प्रदेश के:45 भारतीयों का शव लेकर एयरक्राफ्ट भारत रवाना, यूपी सरकार घर तक पहुंचाएगी शव

कुवैत में मरने वालों में 3 उत्तर प्रदेश के:45 भारतीयों का शव लेकर एयरक्राफ्ट भारत रवाना, यूपी सरकार घर तक पहुंचाएगी शव

कुवैत में बुधवार को बिल्डिंग में लगी आग से मरने वालों में 3 उत्तर प्रदेश के हैं। राहत आयुक्त की तरफ से जारी किए गए आंकड़े में बताया गया अब तक उत्तर प्रदेश के मृतकों की पहचान में एक वाराणसी, दो गोरखपुर के रहने वाले के तौर पर हुई है। कुवैत अग्निकांड में मारे गए 45 भारतीयों के शवों को लेकर भारत के लिए C-130J एयरक्राफ्ट ने गुरुवार रात उड़ान भरी। साथ में विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह भी मौजूद हैं। आज दिल्ली लाए जाएंगे यूपी के मृतकों के शव
मृतकों में सबसे ज्यादा 23 केरल के हैं। इसके बाद 7 मृतक तमिलनाडु के, 3 आंध्र प्रदेश, 3 उत्तर प्रदेश और 1-1 मृतक बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के हैं। एक भारतीय मृतक किस राज्य का है, यह सामने नहीं आया है। शुक्रवार को शवों को लेकर एयरक्रॉफ्ट सबसे पहले कोच्चि लैंड करेगा, क्योंकि मृतकों में सबसे ज्यादा केरल के निवासी हैं। इसके बाद एयरक्राफ्ट दिल्ली आएगा। दिल्ली से यूपी के मृतकों के शव लाए जाएंगे। राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, मृतकों में गोरखपुर के रहने वाले जयराम गुप्ता और अंगद गुप्ता, वाराणसी के रहने वाले प्रवीण माधव सिंह शामिल हैं। हालांकि, यह लोग गोरखपुर में कहा के रहने वाले हैं और कब कुवैत गए थे, फिलहाल यह पता नहीं चल सका है। गोरखपुर के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी गौतम गुप्ता का कहना है कि मृतकों की डिटेल पता की जा रही है। जल्द ही सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। सरकार घर पहुंचाएगी शव
दरअसल, कुवैत के मंगाफ शहर में 12 जून की सुबह बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग में मृत 45 भारतीयों में से तीन यूपी के निवासी बताए गए हैं। इस जानकारी के सामने आने के बाद योगी सरकार एक्टिव हो गई। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के आलाधिकारी विदेश मंत्रालय और कुवैत स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। घटना में घायल अन्य लोग खतरे से बाहर
इसके अलावा घटना में घायल अन्य लोगों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। बता दें कि मंगाफ शहर में एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने से 45 भारतीयों समेत कुल 49 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इसके बाद भारत सरकार ने विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह को कुवैत भेजा है। मृतकों में से अधिकांश केरल और तमिलनाडु के निवासी हैं। PM ने मृतक के परिजनों को 2 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया
घटना को देखते हुए बुधवार को PM मोदी ने दिल्ली में हाई-लेवल मीटिंग की। बैठक में घोषणा की गई कि मरने वाले भारतीयों के परिवारों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं NRI बिजनेसमैन और UAE के लुलु ग्रुप के चेयरमैन ने मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। यह कुवैत में लगी अब तक की सबसे भीषण आग
यह पूरे कुवैत में इमारतों में लगी अब तक की सबसे भीषण आग है। वहीं मरने वालों की संख्या के मामले में देश में दूसरी सबसे बड़ी आग है। इससे पहले अगस्त 2009 में जाहरा शहर में एक महिला ने पति की दूसरी शादी से नाराज होकर शादी के तंबू में आग लगा दी थी, जिससे 56 महिलाओं और बच्चों की मौत हो गई थी। कुवैत में बुधवार को बिल्डिंग में लगी आग से मरने वालों में 3 उत्तर प्रदेश के हैं। राहत आयुक्त की तरफ से जारी किए गए आंकड़े में बताया गया अब तक उत्तर प्रदेश के मृतकों की पहचान में एक वाराणसी, दो गोरखपुर के रहने वाले के तौर पर हुई है। कुवैत अग्निकांड में मारे गए 45 भारतीयों के शवों को लेकर भारत के लिए C-130J एयरक्राफ्ट ने गुरुवार रात उड़ान भरी। साथ में विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह भी मौजूद हैं। आज दिल्ली लाए जाएंगे यूपी के मृतकों के शव
मृतकों में सबसे ज्यादा 23 केरल के हैं। इसके बाद 7 मृतक तमिलनाडु के, 3 आंध्र प्रदेश, 3 उत्तर प्रदेश और 1-1 मृतक बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के हैं। एक भारतीय मृतक किस राज्य का है, यह सामने नहीं आया है। शुक्रवार को शवों को लेकर एयरक्रॉफ्ट सबसे पहले कोच्चि लैंड करेगा, क्योंकि मृतकों में सबसे ज्यादा केरल के निवासी हैं। इसके बाद एयरक्राफ्ट दिल्ली आएगा। दिल्ली से यूपी के मृतकों के शव लाए जाएंगे। राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, मृतकों में गोरखपुर के रहने वाले जयराम गुप्ता और अंगद गुप्ता, वाराणसी के रहने वाले प्रवीण माधव सिंह शामिल हैं। हालांकि, यह लोग गोरखपुर में कहा के रहने वाले हैं और कब कुवैत गए थे, फिलहाल यह पता नहीं चल सका है। गोरखपुर के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी गौतम गुप्ता का कहना है कि मृतकों की डिटेल पता की जा रही है। जल्द ही सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। सरकार घर पहुंचाएगी शव
दरअसल, कुवैत के मंगाफ शहर में 12 जून की सुबह बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग में मृत 45 भारतीयों में से तीन यूपी के निवासी बताए गए हैं। इस जानकारी के सामने आने के बाद योगी सरकार एक्टिव हो गई। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के आलाधिकारी विदेश मंत्रालय और कुवैत स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। घटना में घायल अन्य लोग खतरे से बाहर
इसके अलावा घटना में घायल अन्य लोगों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। बता दें कि मंगाफ शहर में एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने से 45 भारतीयों समेत कुल 49 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इसके बाद भारत सरकार ने विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह को कुवैत भेजा है। मृतकों में से अधिकांश केरल और तमिलनाडु के निवासी हैं। PM ने मृतक के परिजनों को 2 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया
घटना को देखते हुए बुधवार को PM मोदी ने दिल्ली में हाई-लेवल मीटिंग की। बैठक में घोषणा की गई कि मरने वाले भारतीयों के परिवारों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं NRI बिजनेसमैन और UAE के लुलु ग्रुप के चेयरमैन ने मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। यह कुवैत में लगी अब तक की सबसे भीषण आग
यह पूरे कुवैत में इमारतों में लगी अब तक की सबसे भीषण आग है। वहीं मरने वालों की संख्या के मामले में देश में दूसरी सबसे बड़ी आग है। इससे पहले अगस्त 2009 में जाहरा शहर में एक महिला ने पति की दूसरी शादी से नाराज होकर शादी के तंबू में आग लगा दी थी, जिससे 56 महिलाओं और बच्चों की मौत हो गई थी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर