कैथल में डीसी प्रीति ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में गैर हाजिर रहे हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) के कार्यकारी अधिकारी को शोकॉज नोटिस जारी किया। डीसी सहित सभी अधिकारियों ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में शपथ ली और संकल्प लिया कि वे स्वयं सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करेंगे। डीसी ने एसडीएम को निर्देश दिए कि सायं तक यह अपडेट किया जाए कि कितनी बसों में गंभीर खामियों को दूर किया गया है। कितनी ऐसी बसें हैं, जिनमें अभी भी गंभीर खामियां हैं और संचालक के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। डीसी ने स्पष्ट किया कि नियमों का गंभीर उल्लंघन करने वाली बसें सड़कों पर नहीं चलेंगी। कम उम्र का बच्चा वाहन ना चलाए लघु सचिवालय स्थित सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में डीसी ने पिछली बैठक के एजेंडों की समीक्षा की व बैठक में न पहुंचने पर हुडा के ईओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग के अधिकारी व यातायात पुलिस कर्मी स्कूलों के बाहर, कोचिंग संस्थानों के बाहर इस बात की जांच करें कि कोई बच्चा कम उम्र में वाहन न चलाता हो। यदि पकड़ा जाए तो पहली बार में उसके परिजनों को बुलाकर चेतावनी देकर छोड़ें, दूसरी बार नियमानुसार सख्त कार्रवाई करें। हादसे रोकने को उठाए जाएं कदम डीसी ने कहा कि संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें कि सड़कों में गड्डे न हों, बड़े वाहनों की अवैध पार्किंग न हो, घायलों के उपचार के लिए आवश्यक तैयारियां पूरी हों। उन्होंने कहा कि, जो निर्देश दिए जाते हैं, उन पर बैठक के अगले दिन से ही काम शुरू करवाएं। हाईवे पर डायल 112 का स्पष्ट बोर्ड लगाया जाए। डीसी ने जींद रोड ड्रेन पर संभावित हादसे रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि अवैध कटों को बंद करने, बेसहारा पशुओं को पकड़ने व बिजली के खुले तारों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। कैथल में डीसी प्रीति ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में गैर हाजिर रहे हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) के कार्यकारी अधिकारी को शोकॉज नोटिस जारी किया। डीसी सहित सभी अधिकारियों ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में शपथ ली और संकल्प लिया कि वे स्वयं सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करेंगे। डीसी ने एसडीएम को निर्देश दिए कि सायं तक यह अपडेट किया जाए कि कितनी बसों में गंभीर खामियों को दूर किया गया है। कितनी ऐसी बसें हैं, जिनमें अभी भी गंभीर खामियां हैं और संचालक के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। डीसी ने स्पष्ट किया कि नियमों का गंभीर उल्लंघन करने वाली बसें सड़कों पर नहीं चलेंगी। कम उम्र का बच्चा वाहन ना चलाए लघु सचिवालय स्थित सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में डीसी ने पिछली बैठक के एजेंडों की समीक्षा की व बैठक में न पहुंचने पर हुडा के ईओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग के अधिकारी व यातायात पुलिस कर्मी स्कूलों के बाहर, कोचिंग संस्थानों के बाहर इस बात की जांच करें कि कोई बच्चा कम उम्र में वाहन न चलाता हो। यदि पकड़ा जाए तो पहली बार में उसके परिजनों को बुलाकर चेतावनी देकर छोड़ें, दूसरी बार नियमानुसार सख्त कार्रवाई करें। हादसे रोकने को उठाए जाएं कदम डीसी ने कहा कि संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें कि सड़कों में गड्डे न हों, बड़े वाहनों की अवैध पार्किंग न हो, घायलों के उपचार के लिए आवश्यक तैयारियां पूरी हों। उन्होंने कहा कि, जो निर्देश दिए जाते हैं, उन पर बैठक के अगले दिन से ही काम शुरू करवाएं। हाईवे पर डायल 112 का स्पष्ट बोर्ड लगाया जाए। डीसी ने जींद रोड ड्रेन पर संभावित हादसे रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि अवैध कटों को बंद करने, बेसहारा पशुओं को पकड़ने व बिजली के खुले तारों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:कॉलेज से सियासत की शुरुआत, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में
हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:कॉलेज से सियासत की शुरुआत, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को मोदी 3.0 सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया है। गुर्जर मोदी सरकार के पिछले दोनों कार्यकाल में भी राज्यमंत्री रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार उन पर भरोसा जताकर साफ कर दिया कि गुर्जर उनके भरोसेमंद हैं। फरीदाबाद के सरकारी कॉलेज में छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाले कृष्णपाल गुर्जर का केंद्रीय मंत्री की कुर्सी तक पहुंचने का सफर काफी संघर्ष भरा रहा। किसान परिवार में जन्मे 67 साल के गुर्जर की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं रही। गुर्जर ने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत लोकदल से की थी। वर्ष 1994 में उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली और फरीदाबाद में पार्षद का चुनाव जीता। मोदी-खट्टर की जोड़ी के साथ मिलकर कर चुके काम
वर्ष 1994 में पार्टी जॉइन करने के महज 2 साल बाद, BJP ने गुर्जर को 1996 के विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से टिकट दे दिया। यही वो समय था जब तेजतर्रार कृष्णपाल गुर्जर को भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम करने का मौका मिला। उस समय नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल खट्टर की जोड़ी हरियाणा में पार्टी संगठन का कामकाज देख रही थी। भाजपा ने 1996 में हरियाणा विधानसभा का चुनाव पूर्व सीएम बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) के साथ मिलकर लड़ा था। पहले ही चुनाव में जीत दर्ज करने वाले कृष्णपाल गुर्जर चुनाव रिजल्ट आने के बाद बंसीलाल की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में परिवहन मंत्री बनाए गए। प्रदेशाध्यक्ष बनकर पार्टी का ग्राफ बढ़ाया
गुर्जर के 3 बार विधायक बनने के बाद पार्टी ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी देते हुए वर्ष 2010 में हरियाणा इकाई का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। उस समय हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार थी और BJP ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की छाया से निकलकर अपना अलग वजूद बनाने की कोशिश कर रही थी। संगठन से जुड़ा होने के कारण गुर्जर ने प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए तेजी से पार्टी का ग्राफ बढ़ाने का काम किया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले BJP ने नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री चेहरा घोषित कर दिया। इसके बाद टिकट बंटवारे में कृष्णपाल गुर्जर को फरीदाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया। गुर्जर ने अपने इस पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अवतार भड़ाना को हरा दिया। इसके बाद मोदी ने अपनी सरकार में गुर्जर को सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री बनाया। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुर्जर दूसरी बार फरीदाबाद सीट से जीते। उस समय विनिंग मार्जिन के लिहाज से देशभर में वह तीसरे स्थान पर रहे। गुर्जर 6 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर दूसरी बार संसद पहुंचे तो मोदी ने फिर से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करते हुए उद्योग राज्यमंत्री बना दिया। किसान परिवार से आकर बनाई राजनीति में पहचान
कृष्णपाल गुर्जर पेशे से एडवोकेट हैं। कृष्णपाल के पिता हंसराज जैलदार का अपने एरिया में अच्छा नाम था लेकिन वह कभी राजनीति में नहीं उतरे। दूसरी ओर कृष्णपाल की शुरू से राजनीति में रुचि रही। पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं होते हुए भी उन्होंने राजनीति के तौर-तरीके पढ़ाई के दौरान ही सीख लिए। फरीदाबाद के कॉलेज में पढ़ते हुए वह छात्र संगठन के अध्यक्ष चुने गए और वहीं से उनके पॉलिटिकल करियर की शुरुआत हुई। ग्रेजुएशन के बाद गुर्जर कानून की डिग्री लेने मेरठ चले गए। वहां से लौटकर अपनी राजनीतिक पारी दोबारा शुरू की। उनकी पत्नी का नाम निर्मला देवी है और वह सियासत से दूर रहती हैं। गुर्जर के बेटे देवेंद्र चौधरी राजनीति में एक्टिव हैं और इस समय फरीदाबाद नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर हैं। गुर्जर नेता के तौर पर बनाई पहचान
कृष्णपाल की गिनती गुर्जर बिरादरी के बड़े नेताओं में होती है। उन्होंने अपने पहले विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से जिस चौधरी महेंद्र प्रताप और फरीदाबाद लोकसभा सीट से अवतार भड़ाना को हराया, वह दोनों भी गुर्जर समाज के बड़े नेताओं में आते हैं। राजनीति में एक बाद एक मिली जीत ने कृष्णपाल गुर्जर का कद गुर्जर बिरादी के नेताओं में बढ़ा दिया। BJP के अंदर भी उनकी गिनती गुर्जर समाज के प्रमुख नेताओं के रूप में होती है। संगठन में मजबूत पकड़ और तेज-तर्रार नेता की छवि के चलते वह BJP शीर्ष नेतृत्व की पसंद बन गए।
हरियाणा में ट्रक ने जीजा-साले समेत 3 को कुचला:बाइक से खाना खाने जा रहे थे; 4 साल पहले हुई थी बहन की शादी
हरियाणा में ट्रक ने जीजा-साले समेत 3 को कुचला:बाइक से खाना खाने जा रहे थे; 4 साल पहले हुई थी बहन की शादी हरियाणा के सोनीपत में तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार 3 जीजा-साला और उनके दोस्त को कुचल दिया। जिससे तीनों की मौत हो गई। ये तीनों बाइक पर खाना खाने के लिए होटल जा रहे थे। जब वे रोहतक बाइपास रोड पर पहुंचे तो यह हादसा हो गया। हादसे के बाद तीनों को रात में ही अस्पताल पहुंचाया गया था, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने ट्रक ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। तीनों शवों का गोहाना अस्पताल में पोस्टमॉर्टम हो रहा है। मृतकों में जीजा-साले के अलावा तीसरा मरने वाला युवक साले का दोस्त था। 4 साल पहले हुई थी बहन की शादी
गोहाना थाने में दी शिकायत में रवि कुमार ने बताया है कि वह गांव गढी सराय नामदार खां का रहने वाला है। उसके 3 भाई और एक बहन है। बहन मनीषा की शादी करीब 4 साल पहले गन्नौर के गांव खोजकीपुर अहीर माजरा के रहने वाले मोहित के साथ हुई थी। रवि का कहना है कि बीती रात को मोहित और उसकी बहन गांव गढ़ी सराय नामदर खां आए हुए थे। रात को करीब साढ़े 12 बजे जीजा मोहित, उसका भाई रविंद्र और पडोसी सन्नी खाना खाने के लिए मोटर साइकिल से गांव माहरा की तरफ जा रहे थे। पेट्रोल पंप के पास ट्रक ने टक्कर मारी
रात को करीब 1 बजे रोहतक बाइपास पर रिलायंस पेट्रोल पंप के नजदीक कट पर रोहतक की तरफ से आ रहे एक ट्रक ने उनकी मोटरसाइकिल में सीधी टक्कर मार दी। इस कारण बाइक पर सवार तीनों युवक मोटरसाइकिल सहित रोड पर गिर गए। मौके पर मौजूद रहे लोगों ने उन्हें संभाला और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आने के बाद तीनों को गोहाना के सिविल अस्पताल पाहुंचाया। वहां डॉक्टर ने तीनों लड़कों को मृत घोषित कर दियाा। लापरवाही से ट्रक चला रहा था ड्राइवर
रवि का कहना है कि हादसे की सूचना के बाद सभी परिजन अस्पताल पहुंचे। उसने पुलिस के सामने आरोप लगाया है कि हादसा ट्रक ड्राइवर की लापरवाही से हुआ है। वह ट्रक को तेज गति और लापरवाही से चलाता हुआ आया और युवकों की बाइक को टक्कर मार दी। गोहाना थाने के ASI जगदीश का कहना है कि ट्रक ड्राइवर का नाम धीरज कुमार है। वह बिहार का रहने वाला है। पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। रवि के बयान पर ट्रक ड्राइवर के खिलाफ धारा 106(2), 281 BNS में केस दर्ज कर लिया है।
पानीपत में ट्रैक्टर एजेंसी मालिक से 20 लाख मांगे:CCTV मैकेनिक ने प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड किए, वायरल करने की धमकी दी, 2 गिरफ्तार
पानीपत में ट्रैक्टर एजेंसी मालिक से 20 लाख मांगे:CCTV मैकेनिक ने प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड किए, वायरल करने की धमकी दी, 2 गिरफ्तार हरियाणा के पानीपत शहर में लिव-इन कपल को ब्लैकमेल कर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों की पहचान राहुल निवासी गांव देवीपुरी, घरौंडा करनाल और मंजीत मूल रूप से पटियाला और फिलहाल गांव बराना जिला पानीपत निवासी के रूप में हुई है। दोनों आरोपी सीसीटीवी कैमरे रिपेयर करने और लगाने का काम करते हैं। आरोपियों ने लिव-इन कपल के फोन में सीसीटीवी कैमरे लगाने के बहाने उनका जी-मेल आईडी और पासवर्ड मांग लिया था। इसके बाद वे कैमरों पर नजर रखते रहे। इसी बीच उन्हें कपल के निजी पलों का वीडियो मिल गया। जिसके आधार पर उन्होंने ब्लैकमेल कर पैसे मांगे। कपल 20 लाख देने को तैयार थे डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित की ट्रैक्टर एजेंसी है। नवंबर से ही उन्हें कुछ अज्ञात नंबरों से कॉल और मैसेज आ रहे थे। उन्होंने युवक और उसकी लिव-इन पार्टनर के निजी पलों का वीडियो उनके व्हाट्सएप पर भेज दिया। इसके बाद उन्हें ब्लैकमेल किया। उन्होंने कहा कि या तो वे उन्हें 20 लाख रुपये दें, नहीं तो वे इस वीडियो को वायरल कर देंगे। अब कपल परेशान हो चुके थे। उन्होंने पैसे देने का मन बना लिया था। लेकिन इसी बीच जब युवक ने किसी परिचित से बात साझा की तो उसने मामले की शिकायत पुलिस में करने की बात कही। पीड़ित कपल एसपी के समक्ष पेश हुए और शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की। युवक-युवती है विवाहित, एक जगह करते है काम एसपी लोकेंद्र सिंह ने मामले की जांच सीआईए वन पुलिस टीम को सौंपी थी। पुलिस ने वीडियो की जांच की तो वह सीसीटीवी फुटेज की वीडियो मिली। जिसके बाद कपल से पुष्टि की गई कि क्या ये वीडियो सही है या फेक है। कपल ने हामी भरी तो सीसीटीवी कैमरे लगाने वालों की जानकारी मांगी। जिसके बाद पुलिस ने एक आरोपी को काबू किया। आरोपी ने पूछताछ में उक्त वारदात को अंजाम देने के बार में स्वीकार किया। आरोपियों की ये पहली ही वारदात थी। वे काफी लंबे समय से सीसीटीवी कैमरे का काम कर रहे है। वहीं, कपल के बारे में जानकारी यह है कि युवक-युवती विवाहित है। युवक की पत्नी विदेश में रहती है। जबकि महिला यहां अपने पति के साथ रहती है। महिला युवक के पास उसके ट्रैक्टर शोरूम में काम करती है। जिस दौरान दोनों के बीच प्यार हुआ और वे लिव-इन में ही रहने लगे। ये वीडियो भी शोरूम की ही है।