हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री डा. बनवारी लाल ने गुरुवार को रेवाड़ी जिला सचिवालय स्थित सभागार में तमाम अधिकारियों की जिला स्तरीय मीटिंग ली। साथ ही अधिकारियों को अगले 3 महीनों के भीतर विकास कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। डा. बनवारी लाल ने माना कि कुछ खामियां रह गई, जिसे अभी चुनाव से पहले दुरुस्त कर दिया जाएगा। साथ ही कहा कि अब अधिकारियों की ढिलाई किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए डा. बनवारी लाल ने, दिल्ली जल संकट पर कहा-हरियाणा पर आरोप लगाने की बजाए दिल्ली सरकार जल प्रबंधन करें। हरियाणा पहले से ही दिल्ली को उसके हिस्से का पानी दे रहा है। दिल्ली सरकार बेबुनियाद आरोप लगाने का काम कर रही है। डा. बनवारी लाल ने कहा कि पिछले 3 महीनें लोकसभा चुनाव आचार संहिता की वजह से निकल गए, जिसकी वजह से कोई काम नहीं हो सके। हालांकि अभी हमारे पास 3 महीनें का वक्त बचा है। ऐसे में अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने के आदेश दिए गए हैं। खासकर बिजली, पंचायती राज, लोक निर्माण विभाग और पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट काफी अहम हैं। ऐसे में इन चारों डिपार्टमेंट के अधिकारियों को साफ कहा गया है कि विकास के कामों में ढिलाई किसी भी सूरत में सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मानसून का सीजन हैं। हमारे पास अभी डेढ़ महीने का वक्त बचा है। ऐसे में हमने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सड़कों के काम में तेजी लाए, जिससे मानसून के समय में किसी तरह की दिक्कत ना आएं। खिलाफ काम करने वालों पर होगी कार्रवाई डा. बनवारी लाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान की जा रही है। जल्द ही उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। ये पहले ही सीएम भी कह चुके हैं। ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा। डा. बनवारी लाल ने ये भी कहा कि सरकार का फोकस मूलभूत सुविधाओं से जुड़े महकमों पर है। जिससे आम लोगों को सहूलियत मिल सकें। डा. बनवारी ने ये भी कहा कि प्रॉपर्टी आईडी, फैमिली आईडी, बीपीएल कार्ड से संबंधित शिकायतें तेजी से दूर की जा रही है। हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री डा. बनवारी लाल ने गुरुवार को रेवाड़ी जिला सचिवालय स्थित सभागार में तमाम अधिकारियों की जिला स्तरीय मीटिंग ली। साथ ही अधिकारियों को अगले 3 महीनों के भीतर विकास कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। डा. बनवारी लाल ने माना कि कुछ खामियां रह गई, जिसे अभी चुनाव से पहले दुरुस्त कर दिया जाएगा। साथ ही कहा कि अब अधिकारियों की ढिलाई किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए डा. बनवारी लाल ने, दिल्ली जल संकट पर कहा-हरियाणा पर आरोप लगाने की बजाए दिल्ली सरकार जल प्रबंधन करें। हरियाणा पहले से ही दिल्ली को उसके हिस्से का पानी दे रहा है। दिल्ली सरकार बेबुनियाद आरोप लगाने का काम कर रही है। डा. बनवारी लाल ने कहा कि पिछले 3 महीनें लोकसभा चुनाव आचार संहिता की वजह से निकल गए, जिसकी वजह से कोई काम नहीं हो सके। हालांकि अभी हमारे पास 3 महीनें का वक्त बचा है। ऐसे में अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने के आदेश दिए गए हैं। खासकर बिजली, पंचायती राज, लोक निर्माण विभाग और पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट काफी अहम हैं। ऐसे में इन चारों डिपार्टमेंट के अधिकारियों को साफ कहा गया है कि विकास के कामों में ढिलाई किसी भी सूरत में सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मानसून का सीजन हैं। हमारे पास अभी डेढ़ महीने का वक्त बचा है। ऐसे में हमने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सड़कों के काम में तेजी लाए, जिससे मानसून के समय में किसी तरह की दिक्कत ना आएं। खिलाफ काम करने वालों पर होगी कार्रवाई डा. बनवारी लाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान की जा रही है। जल्द ही उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। ये पहले ही सीएम भी कह चुके हैं। ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा। डा. बनवारी लाल ने ये भी कहा कि सरकार का फोकस मूलभूत सुविधाओं से जुड़े महकमों पर है। जिससे आम लोगों को सहूलियत मिल सकें। डा. बनवारी ने ये भी कहा कि प्रॉपर्टी आईडी, फैमिली आईडी, बीपीएल कार्ड से संबंधित शिकायतें तेजी से दूर की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी पोस्ट पर FIR:हुड्डा बनाम सुरजेवाला के बयान वायरल, कांग्रेस बोली- पार्टी नेताओं को बदनाम करने की साजिश
हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी पोस्ट पर FIR:हुड्डा बनाम सुरजेवाला के बयान वायरल, कांग्रेस बोली- पार्टी नेताओं को बदनाम करने की साजिश हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी का मजाक उड़ाने के लिए सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट किए जा रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश कमेटी इन पोस्ट को गंभीरता से ले रही है। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला की एक्स पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। कांग्रेस ने इस पोस्ट को पूरी तरह से फर्जी बताया है और पोस्ट को लेकर कांग्रेस की तरफ से गुरुग्राम साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि किसी ने कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रणदीप सिंह सुरजेवाला की फर्जी पोस्ट तैयार कर चुनाव में पार्टी और नेताओं को बदनाम करने की साजिश रची है। इसलिए पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है। हुड्डा के वायरल X पोस्ट पर यह लिखा
“हरियाणा कांग्रेस में जिस प्रकार कुछ लोग मुझे नीचा दिखाने के लिए तरह-तरह के षड्यंत्र रच रहे हैं, आलाकमान तक झूठी बातें पहुंचा रहे हैं, इनका हिसाब जरूर होगा। मैडम और उनका जो मीठा चमचा है, दोनों मेरा कुछ बिगाड़ नहीं पाओगे, मैं अपने लोगों को टिकट दिलाऊंगा तुम लोग देखते रह जाओगे”। इस पोस्ट के नीचे 3 अगस्त की तारीख है और यह सुबह 9:50 टाइम दिखा रहा है। सुरजेवाला के वायरल X पोस्ट पर यह लिखा
“हरियाणा कांग्रेस के एक बड़े नेता और जो हरियाणा के मुख्यमंत्री भी रहे हैं, वह नीचता पर उतर आए हैं, मेरे लिए मीठा जैसे शब्दों का प्रयोग कर अपने संस्कारों का परिचय दे रहे हैं। अभी तो केवल आपको बैनर से हटाया है अगर नहीं सुधरे तो जल्द पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया जाएगा। X की टाइमिंग से असमंजस में लोग
दरअसल, कांग्रेस के 2 बड़े नेताओं के पोस्ट वायरल होने के पीछे पार्टी की ही गुटबाजी को माना जा रहा है। कांग्रेस इस संयम दो धड़ों में बटी है। एक गुट भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा का है और दूसरा गुट कुमारी सैलजा और सुरजेवाला का है। कांग्रेस प्रभारी और प्रदेशाध्यक्ष हुड्डा खेमे की तरफ दिखाई देते हैं। हाल ही में इस बार गुटबाजी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी द्वारा बुलाई गई महासचिवों, प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों की मीटिंग में देखने को मिली। इसमें सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान एक दूसरे से भिड़ गए। बात इतनी बिगड़ गई कि दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं तक होने लगी। सैलजा ने उदयभान पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। वेणुगोपाल ने बाबरिया से तलब की रिपोर्ट
दोनों की बहस के बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने दोनों को बुलाकर अलग से मीटिंग की बात करते हुए मामला शांत किया। इसके बाद उन्होंने हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया को तलब किया। दीपक बावरिया से वेणुगोपाल ने कहा कि दूसरे पक्ष की शिकायतों का समाधान तुरंत किया जाए। इसके साथ ही हरियाणा की गुटबाजी को लेकर पूरी रिपोर्ट उन्हें जल्द देने के हिदायत दी। सोनिया से दिल्ली में मिली थी सैलजा
इस घटना के बाद कुमारी सैलजा दिल्ली में ही हैं। उन्होंने दिल्ली में पिछले बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात भी की। इस मुलाकात के बाद कुमारी सैलजा ने बताया कि उनके बीच हरियाणा चुनाव को लेकर चर्चा हुई है। हरियाणा कांग्रेस में सबको साथ मिलकर काम करना पड़ेगा। हरियाणा कांग्रेस में सभी को मेहनत करने की जरूरत है। खिलाड़ियों को चुनाव में तवज्जो देने पर सैलजा ने कहा कि पार्टी किसको कहां से टिकट देगी, इसका फैसला स्क्रीनिंग कमेटी करेगी। पोस्टर पर सैलजा दिखा चुकी हैं नाराजगी
कांग्रेस हरियाणा मांगे हिसाब नाम से पदयात्रा निकाल रही है। इस पदयात्रा को पार्टी के दिग्गज नेता अलग-अलग निकाल रहे हैं। जुलाई में हरियाणा मांगे हिसाब नाम से भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पदयात्रा में कुमारी सैलजा शामिल नहीं हुई थी। इसके बाद 27 जुलाई से सैलजा ने अलग से पदयात्रा निकाली थी। अब रणदीप सुरजेवाला पदयात्रा निकाल रहे हैं। वहीं सैलजा की यात्रा से पहले उन्होंने अपने X हैंडल पर पोस्टर शेयर किया था जिसमें प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और पूर्व मुख्यमंत्री के फोटो नहीं थे मगर जब विवाद बढ़ा तो उदयभान और हुड्डा दोनों फोटो लगा दिए गए थे।
फरीदाबाद में यमुना में डूबे 3 युवक:2 को लोगों ने बचाया, एक की मौत, दादी की अस्थि विसर्जन के लिए गए थे
फरीदाबाद में यमुना में डूबे 3 युवक:2 को लोगों ने बचाया, एक की मौत, दादी की अस्थि विसर्जन के लिए गए थे फरीदाबाद से एक परिवार के 10 से 12 सदस्य अपने बुजुर्ग की अस्थियां बहाने के लिए यमुना गए थे। अस्थि विसर्जन के लिए पर परिवार के 3 लोग यमुना में घुसे थे जैसे ही वे कुछ दूरी पर गए तो गहरे पानी में डूबने लगे। शोर सुनकर अन्य लोगों ने उन्हें बचाने के लिए यमुना में छलांग लगा दी। जिनमें से 2 को लोगों ने बाहर निकाल लिया। वहीं एक युवक गहरे पानी में डूब गया। अस्थि विसर्जन के लिए गए थे परिवार के लोग बता दे कि गुरुवार को फरीदाबाद की इंदिरा कॉलोनी में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। जिसकी अस्थियों को लेकर आज उसके तीन पोते सुमित, अमित और दीपक सहित घर के अन्य सदस्य छायासा इलाके से होकर गुजर रही यमुना में अपनी दादी की अस्थियों को लेकर बहाने के लिए गए थे। तीनों पोते अस्थियां लेकर यमुना में घुसे और कुछ दूर जाने के बाद डूबने लगे। शोर सुनकर पास के ग्रामीणों ने यमुना में छलांग लगा दी। सुमित और अमित को तो ग्रामीणों द्वारा बचा लिया गया। लेकिन 29 वर्षीय दीपक गहरे पानी में डूब गया। जिसका कुछ भी पता नहीं चल पाया। दीपक शादीशुदा था, जिसके दो बच्चे है। 6 घंटे बाद बरामद हुआ शव घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम डूबे हुए दीपक की तलाश में जुटी गई है। 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद यमुना में डूबे हुए दीपक के शव को बरामद कर लिया गया। फिलहाल दीपक के शव को पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है।
हरियाणा में 24 घंटे में 4 विधायकों ने JJP छोड़ी:इस्तीफा देने वालों में 2 पूर्व मंत्री; 1 BJP-3 कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं
हरियाणा में 24 घंटे में 4 विधायकों ने JJP छोड़ी:इस्तीफा देने वालों में 2 पूर्व मंत्री; 1 BJP-3 कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं हरियाणा में विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद से जननायक जनता पार्टी (JJP) में घमसान मचा है। पूर्व श्रम मंत्री अनूप धानक के इस्तीफे के बाद शनिवार को शाहबाद से विधायक रामकरण काला, गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह और टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। डॉ. अजय सिंह चौटाला को लिखे लेटर में विधायक ईश्वर सिंह और रामकरण काला ने इस्तीफे के पीछे निजी कारण लिखे हैं। देवेंद्र बबली ने कहा, ‘5 साल पहले जब वह कांग्रेस में थे तो परिस्थितियां अलग थीं। तब जनता और साथ चलने वाले लोगों की राय पर वह जजपा में आए। अब 5 साल बाद परिस्थितियां बदल चुकी हैं, इसलिए वे इस्तीफा दे रहे हैं। उनके साथी और कमेटी आगे का फैसला करेगी। विधायक व मंत्री के रूप में टोहाना व हरियाणा को आगे बढ़ाया, लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं।’ विधायकों के करीबियों के मुताबिक, रामकरण काला, ईश्वर सिंह और देवेंद्र बबली कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं। वहीं पूर्व मंत्री अनूप धानक के BJP में शामिल होने की चर्चा है। दिग्विजय चौटाला बोले- फर्क नहीं पड़ता JJP के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि कई लोगों ने हमें धोखा दिया है। किसी के आने और जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता। विधानसभा चुनाव के लिए JJP पूरी तरह तैयार है। हम पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे। पार्टी सचिव बोले- पहले हमने नोटिस भी दिए थे लगातार 4 विधायकों के इस्तीफे के बाद JJP के प्रदेश कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने कहा कि जब पार्टी बनी तो ये दूसरी पार्टियों से आए थे। चुनाव होने के बाद ये विधायक बन गए। अब इन्होंने पार्टी छोड़ दी। हमने इन विधायकों को पार्टी के खिलाफ काम करने पर नोटिस भी दिए थे। रामकरण काला का 2 बार जवाब भी आया था। उन्होंने बताया था कि मैं किसी पार्टी के साथ नहीं हूं। हमने लोकसभा चुनाव के दौरान रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग के खिलाफ याचिका दायर की थी। वह चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों के कार्यक्रम में पहुंचे थे। गठबंधन टूटने के बाद विधायकों में टूट शुरू हुई 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में JJP ने 10 सीट जीती थी। बहुमत से चूकी BJP ने JJP के साथ मिलकर सरकार बनाई। उस दौरान मनोहर लाल मुख्यमंत्री और दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम बनाया गया। JJP कोटे से अनूप धानक श्रम एंव रोजगार राज्यमंत्री और देवेंद्र बबली पंचायत मंत्री बने। 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह भी इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए। JJP विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और विधायक जोगीराम सिहाग भी भाजपा के कार्यक्रमों में नजर आए। इसके बाद JJP ने दोनों विधायकों को नोटिस जारी किया। साथ ही सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास याचिका लगाई। अभी याचिका पर फैसला नहीं आया है। JJP के साथ सिर्फ 3 विधायक 4 विधायकों के पार्टी से इस्तीफे के बाद जजपा के साथ अब 6 विधायक हैं। इनमें से 3 रामनिवास सुरजाखेड़ा, जोगीराम सिहाग और रामकुमार गौतम भी जजपा से दूरी बनाए हुए हैं। फिलहाल JJP के साथ उचाना से विधायक दुष्यंत चौटाला, बाढड़ा से विधायक उनकी मां नैना चौटाला और जुलाना से विधायक अमरजीत ढांडा ही साथ हैं। बबली लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ दिखे देवेंद्र बबली ने वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में टोहाना विधानसभा से कांग्रेस की टिकट न मिलने के बाद जजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस दौरान एक लाख से भी ज्यादा वोट पाकर उन्होंने तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को करारी शिकस्त दी थी। बाद में जजपा कोटे से उन्हें दिसंबर 2021 में विकास एवं पंचायत मंत्री बनाया गया। लोकसभा चुनाव के दौरान देवेंद्र बबली ने सिरसा से कांग्रेस की उम्मीदवार कुमारी सैलजा को समर्थन दिया था। अनूप धानक दुष्यंत चौटाला के करीबियों में रहे अनूप धानक 2 बार उकलाना से विधायक चुने गए हैं। एक बार वह इनेलो से जीते और दूसरी बार उन्होंने जजपा से टिकट लेकर चुनाव लड़ा और जीता। इस बार भी वह उकलाना से जजपा के उम्मीदवार के तौर पर देखे जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने पार्टी को छोड़ दिया। अनूप धानक की गिनती दुष्यंत चौटाला के करीबियों में होती थी। गठबंधन सरकार बनने के बाद दुष्यंत ने ही उन्हें राज्यमंत्री बनवाया था। ईश्वर सिंह का बेटा पहले ही कांग्रेस में, पिछले साल बाढ़ में झेल चुके विरोध
जननायक जनता पार्टी छोड़ने वाले गुहला के विधायक और पूर्व राज्यसभा मेंबर ईश्वर सिंह के बेटे रणधीर सिंह पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। वह लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के मंचों पर खुलकर नजर आए थे। पिछले साल मानसून सीजन के दौरान गुहला-चीका इलाके में घग्गर नदी की वजह से बाढ़ आ गई थी। तब लोगों ने विधायक ईश्वर सिंह का खूब विरोध किया था। ईश्वर सिंह 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर जेजेपी में शामिल हुए थे और पार्टी में आते ही दुष्यंत चौटाला ने उन्हें गुहला से टिकट दे दिया था।