भिवानी| भारत निर्वाचन आयोग ने जिला के अंतर्गत आने वाली चरों विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो सामान्य पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। 54-लोहारू विधानसभा क्षेत्र तथा 59-बवानीखेड़ा (आरक्षित) के लिए रंजीत कुमार सिंह आईएएस को सामान्य पर्यवेक्षक लगाया गया है। महावीर कौशिक ने बताया कि चुनाव से संबंधित किसी भी शिकायत अथवा सुझाव को लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व आमजन पर्यवेक्षक रंजीत कुमार सिंह के मोबाइल नंबर 9485553278 पर संपर्क कर सकते हैं। भिवानी| भारत निर्वाचन आयोग ने जिला के अंतर्गत आने वाली चरों विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो सामान्य पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। 54-लोहारू विधानसभा क्षेत्र तथा 59-बवानीखेड़ा (आरक्षित) के लिए रंजीत कुमार सिंह आईएएस को सामान्य पर्यवेक्षक लगाया गया है। महावीर कौशिक ने बताया कि चुनाव से संबंधित किसी भी शिकायत अथवा सुझाव को लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व आमजन पर्यवेक्षक रंजीत कुमार सिंह के मोबाइल नंबर 9485553278 पर संपर्क कर सकते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में महिला से रेप:नौकरी दिलाने के बहाने शहर बुलाया, होटल में ले जाकर दिया वारदात को अंजाम
करनाल में महिला से रेप:नौकरी दिलाने के बहाने शहर बुलाया, होटल में ले जाकर दिया वारदात को अंजाम हरियाणा के करनाल में एक महिला से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपी नंबरदार ने महिला को नौकरी का झांसा दिया और एक होटल के कमरे में ले गया, जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपी ने पीड़िता और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी। पहले तो वह किसी को कुछ नहीं बता पाई, अब उसने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वह करनाल की एक कॉलोनी में रहती है। पिछले एक महीने से वह अपनी नौकरी को लेकर एक नंबरदार से फोन पर बात करती थी। दोपहर 3 बजे करनाल बुलाया पुलिस को दी शिकायत में महिला ने बताया कि 6 जुलाई को दोपहर करीब 3 बजे आरोपी ने उसे फोन कर करनाल बस स्टैंड पर बुलाया और कहा कि वह आज उसकी नौकरी लगवा देगा। सफेद रंग की स्कॉर्पियो कार में होटल ले गया पीड़िता का आरोप है कि जब वह करनाल बस स्टैंड पर पहुंची तो आरोपी ने उसे अपनी सफेद रंग की स्कॉर्पियो कार में बैठा लिया और करनाल के मेरठ रोड स्थित एक होटल में ले गया। होटल पहुंचने पर उसने मेरा आधार कार्ड मांगा और कहा कि तुम कार में बैठो, मैं स्टाफ में तुम्हारी एंट्री करवा दूंगा। बच्चों को जान से मारने की दी धमकी इसके बाद वह उसे कमरे में ले गया और कहा कि कमरे में नौकरी दिलाने वाला स्टाफ बैठा है, जब वह कमरे में पहुंची तो आरोपी उसे कमरे में ले गया और मेरे साथ दुष्कर्म किया और दुष्कर्म करने के बाद धमकी दी कि अगर तुमने यह बात किसी को बताई तो मैं तुम्हें और तुम्हारे बच्चों को जान से मार दूंगा। इसके बाद पीड़िता डरी-सहमी रही। वह पुलिस में शिकायत भी नहीं कर सकी। उसने हिम्मत जुटाकर अपने परिजनों को घटना के बारे में बताया। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस में की। जिसके बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस कर रही मामले की जांच सिटी थाना की जांच अधिकारी पुष्पा ने बताया कि महिला ने एक व्यक्ति पर रेप के आरोप लगाए हैं। नौकरी का झांसा दिया गया है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सोनीपत में बुजुर्ग महिला की हादसे में मौत:सुबह मंदिर से लौटते समय कार ने मारी टक्कर; समय पर नहीं मिला डॉक्टर
सोनीपत में बुजुर्ग महिला की हादसे में मौत:सुबह मंदिर से लौटते समय कार ने मारी टक्कर; समय पर नहीं मिला डॉक्टर हरियाणा के सोनीपत शहर में आज सुबह मंदिर से लौट रही 74 वर्षीय एक महिला की रोड एक्सीडेंट में मोत हो गई। रोड पार करते हुए महिला को एक कार ने टक्कर मार दी। उसे निजी अस्पताल पहुंचाया गया, तो वहां डॉक्टर नहीं मिला। नागरिक अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला ने दम तोड़ तोड़ दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर हादसे को लेकर छानबीन शुरू कर दी है। सुबह साढ़े 7 बजे हुआ हादसा सोनीपत में सेक्टर-14 के रहने वाले मनीष बंसल ने बताया कि वह स्टॉक मार्केट का काम करता है। शुक्रवार सुबह 5 बजे उसकी माता अनीता बंसल (74) सेक्टर 15 हाउसिंग बोर्ड के मंदिर में गई थी। वापस घर लौटते समय वह 7.30 बजे के करीब राजू डेरी वाली गली के सामने से सेक्टर 14 की तरफ से रोड क्रॉस कर रही थी। उसी समय अग्रसेन चौक की तरफ से आई एक ECCO कार ने उसकी मां को सीधी टक्कर मार दी। निजी अस्पताल में नहीं मिला डॉक्टर उसने बताया कि सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचा और अपनी मां को संभाला। मां को घायल अवस्था मे निजी अस्पताल में पहुंचाया गया। वहां पर डॉक्टर न मिलने पर मां को लेकर वह सोनीपत के नागरिक अस्पताल पहुंचा। डॉक्टर ने जांच के बाद अनीता बंसल को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दर्ज किया केस सेकटर 27 थाना के SI कुलदीप के अनुसार शुक्रवार को सोनीपत अस्पताल से जानकारी मिली कि रोड एक्सीडेंट में महिला की मौत हुई है और उसका शव नागरिक अस्पताल में रखा है। वह मौके पर पहुंचा तो डेड हाउस के बाहर मृतका का बेटा मनीष बंसल मिला और हादसे को लेकर जानकारी दी। पुलिस ने उसके बयान पर इक्को कार के ड्राइवर पर धारा 281,106 BNS में केस दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है।

हिसार में नेताओं की नाराजगी से घटा मतदान:टिकट न मिलने पर हलकों से रहे दूर; बीरेंद्र सिंह-कुलदीप के गढ़ में दिखा असर
हिसार में नेताओं की नाराजगी से घटा मतदान:टिकट न मिलने पर हलकों से रहे दूर; बीरेंद्र सिंह-कुलदीप के गढ़ में दिखा असर हरियाणा के हिसार मे इसे संयोग कहा जाए या वर्करों-नेताओं की उदासीनता, जिसके चलते उन विधानसभा क्षेत्रों में 25 मई को हुई मतदान में मतदान प्रतिशत घट गया, जिन हलकों के नेताओं को पार्टियों ने टिकट नहीं दी। इसमें आदमपुर, उचाना और नारनौंद विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इन तीनों क्षेत्रों से कई बड़े नेता अपनी पार्टियों में टिकट के दावेदारों में थे। आदमपुर में कुलदीप बिश्नोई और नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु हिसार लोकसभा से टिकट मांग रहे थे। वहीं उचाना से बीरेंद्र सिंह अपने बेटे बृजेंद्र सिंह के लिए हिसार से टिकट मांग रहे थे। मगर इन तीनों को ही कांग्रेस और भाजपा ने टिकट न देकर बाहर से उम्मीदवार लाकर उतारे। इसका नतीजा यह हुआ कि तीनों ही अपनी पार्टियों से नाराज होकर प्रचार से दूर हो गए। हालांकि भाजपा अपने नेताओं को मनाने में कामयाब रही, मगर बीरेंद्र सिंह की नाराजगी अंतिम दिन तक नजर आई। बीरेंद्र और बृजेंद्र सिंह दोनों ही कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश के प्रचार से दूर ही रहे। इसका असर वोटिंग में भी देखने को मिला। बाहरी उम्मीदवार से जनता नाराज दिखी
आपको बता दें कि हिसार में सभी प्रमुख पार्टियों ने बाहर से कैंडिडेट लाकर मैदान में उतारे। भाजपा ने रणजीत चौटाला को टिकट दिया। रणजीत चौटाला सिरसा के रहने वाले हैं और सिरसा की रानियां सीट से विधायक थे। इन्होंने विधानसभा से इस्तीफा देकर हिसार से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा। इसी तरह कांग्रेस ने जयप्रकाश जेपी को टिकट दिया। जयप्रकाश कैथल जिले की कलायत विधानसभा से आते हैं और यहां से विधायक रह चुके हैं। इसी प्रकार जजपा ने नैना को मैदान में उतारा जो सिरसा डबवाली की रहने वाली हैं। वहीं सुनैना चौटाला भी डबवाली से हैं। हालांकि नैना आदमपुर की दड़ौली और सुनैना दौलतपुर गांव की रहने वाली हैं। मगर लोगों में इसकी नाराजगी दिखी की चारों प्रमुख पार्टियों ने बाहरी लोगों को मैदान में उतारा। पहली बार चुनाव से दूर रहा बिश्नोई परिवार
हिसार लोकसभा में 2009 से लगातार बिश्नोई परिवार चुनाव लड़ता आया है। स्व. भजनलाल ने 2009 में हिसार से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई 2011 में हिसार से सांसद चुने गए। 2014 में कुलदीप ने फिर हिसार से चुनाव लड़ा मगर हार गए। इसके बाद 2019 में उन्होंने अपने बेटे भव्य को मैदान में उतारा मगर वह हार गए। मगर इस बार बिश्नोई परिवार चुनाव से दूर रहा। इसका असर भी वोटिंग में देखने को मिला। कुलदीप समर्थकों में उत्साह कम देखने को मिला। आदमपुर में 2019 के मुकाबले कम मतदान देखने को मिला। आदमपुर में 2019 में पिछली बार लोकसभा में सबसे अधिक 77.74 प्रतिशत मतदान हुआ था और 2024 में यह आदमपुर 9.51 प्रतिशत घटकर 68.63 पर पहुंच गया है। वहीं अगर इससे पहले भी देखा जाए तो 2014 में आदमपुर में 78.14 प्रतिशत मतदान हुआ था। उचाना में बीरेंद्र सिंह परिवार दूर रहा
उचाना में चौधरी बीरेंद्र सिंह के परिवार के चुनाव से दूर रहने और मौजूदा विधायक दुष्यंत चौटाला से हलका वासियों की नाराजगी का असर भी उचाना में देखने को मिला। बीरेंद्र सिंह उचाना से ही बसरों से चुनाव लड़ते आए हैं। उन्होंने इस बार भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया था और बेटे के लिए हिसार से टिकट चाहते थे मगर ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस में बेटे बृजेंद्र सिंह की टिकट कटने से नाराज बीरेंद्र सिंह हिसार चुनाव से दूर हो गए और सिरसा में ही पिता-पुत्र प्रचार करते दिखे। इसका असर उचाना में वोटिंग पैटर्न पर भी पड़ा। उचाना में 2019 के मुकाबले 7.21 प्रतिशत कम मतदान हुआ। 2019 में उचाना में 72.62 प्रतिशत वोट पड़े थे। वहीं 2024 में 65.41 प्रतिशत ही वोट पड़े हैं। उकलाना में सैलजा और नारनौंद में कैप्टन की बेरुखी रही
मूलत उकलाना के गांव प्रभुवाला की रहने वाली सैलजा हिसार के चुनाव से दूर रही। वह हिसार से अपने पसंदीदा कैंडिडेट को टिकट दिलाना चाहती थी मगर ऐसा नहीं हुआ। सैलजा को खुद सिरसा से लड़ना पड़ा और हिसार से पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी जयप्रकाश जेपी को टिकट मिला। इसके कारण सैलजा व उसके समर्थक चुनाव से दूर रहे। वहीं नारनौंद में कैप्टन अभिमन्यु भाजपा से टिकट मांग रहे थे मगर ऐसा नहीं हुआ। इसके कारण कैप्टन कई दिनों तक प्रचार से दूर रहे। यहां तक की उनके समर्थक भी लगातार चुनाव प्रचार से दूर रहे। इसका असर वोटिंग में भी देखने को मिला। उकलाना और नारनौंद में भी पिछली बार की तुलना में मतदान में गिरावट देखने को मिली। देखें हिसार लोकसभा में चार साल में मतदान प्रतिशत 2019 की तुलना में कहां कितना घटा मतदान हिसार लोकसभा में 2024 और 2019 का वोटिंग प्रतिशत