भिवानी| भारत निर्वाचन आयोग ने जिला के अंतर्गत आने वाली चरों विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो सामान्य पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। 54-लोहारू विधानसभा क्षेत्र तथा 59-बवानीखेड़ा (आरक्षित) के लिए रंजीत कुमार सिंह आईएएस को सामान्य पर्यवेक्षक लगाया गया है। महावीर कौशिक ने बताया कि चुनाव से संबंधित किसी भी शिकायत अथवा सुझाव को लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व आमजन पर्यवेक्षक रंजीत कुमार सिंह के मोबाइल नंबर 9485553278 पर संपर्क कर सकते हैं। भिवानी| भारत निर्वाचन आयोग ने जिला के अंतर्गत आने वाली चरों विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो सामान्य पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। 54-लोहारू विधानसभा क्षेत्र तथा 59-बवानीखेड़ा (आरक्षित) के लिए रंजीत कुमार सिंह आईएएस को सामान्य पर्यवेक्षक लगाया गया है। महावीर कौशिक ने बताया कि चुनाव से संबंधित किसी भी शिकायत अथवा सुझाव को लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व आमजन पर्यवेक्षक रंजीत कुमार सिंह के मोबाइल नंबर 9485553278 पर संपर्क कर सकते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भिवानी में स्विमिंग पूल घोटाले की जांच फाइल गायब:सूचना आयुक्त ने DC को दिए जांच के आदेश; RTI में मांगी थी जानकारी
भिवानी में स्विमिंग पूल घोटाले की जांच फाइल गायब:सूचना आयुक्त ने DC को दिए जांच के आदेश; RTI में मांगी थी जानकारी हरियाणा के भिवानी में जिला बाल कल्याण परिषद की भूमि पर स्वीमिंग पुल अलॉटमेंट घोटाले की जांच की फाइल ही अधिकारियों ने गायब कर डाली। इस पर राज्य सूचना आयोग के सूचना आयुक्त ने कड़ा संज्ञान लेते हुए भिवानी डीसी को 3 माह में मामले की जांच कर दोषी कर्मचारी व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सिफारिश की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। भिवानी में स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत भिवानी डीसी कार्यालय से 23 सितंबर 2021 को जिला बाल कल्याण परिषद की भूमि पर स्वीमिंग पुल अलॉटमेंट घोटाले से जुड़ी जांच रिपोर्ट मांगी थी। डीसी कार्यालय ने आरटीआई के जवाब में बताया था कि एसडीएम आफिस से इस कार्यालय में जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। दो कार्यालयों के बीच फंसा मामला इस पर बृजपाल सिंह परमार ने भिवानी एसडीएम कार्यालय से 22 फरवरी 2022 को आरटीआई के तहत सूचना मांगी। इस पर एसडीएम भिवानी कार्यालय ने भी अपने जवाब में बताया कि जांच रिपोर्ट डीसी आफिस में भेज दी है। डीसी और एसडीएम कार्यालय के बीच जांच रिपोर्ट ही गायब कर दी गई। 31 जुलाई तक देना होगा जवाब जिस पर बृजपाल सिंह परमार ने 4 अगस्त 2022 को आरटीआई एक्ट के सेक्शन 18(1) के तहत शिकायत राज्य सूचना आयुक्त को दी। राज्य सूचना आयोग के सूचना आयुक्त डॉ कुलबीर छिक्कारा ने इस मामले की जांच कर 90 दिन के अंदर 31 जुलाई को जवाब मांगा है।

हुड्डा के करीबी पूर्व MLA का कांग्रेस पर तंज:नागर बोले-पार्टी को फरीदाबाद में मेयर तो क्या, पार्षद के उम्मीदवार भी नहीं मिल रहे
हुड्डा के करीबी पूर्व MLA का कांग्रेस पर तंज:नागर बोले-पार्टी को फरीदाबाद में मेयर तो क्या, पार्षद के उम्मीदवार भी नहीं मिल रहे हरियाणा के फरीदाबाद की तिगांव विधानसभा से कांग्रेस कि टिकट पर विधायक बने ललित नागर ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा कि फरीदाबाद में देश की सबसे पुरानी पार्टी को मेयर तो क्या पार्षद के उम्मीदवार भी नहीं मिल रहे हैं। इससे पहले उन्होंने दिल्ली के चुनाव में हुई कांग्रेस की हार को लेकर चुटकी लेते हुए कहा था कि देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी दिल्ली प्रदेश में एक भी सीट जीतना दूर, 67 सीटों पर ज़मानत ज़ब्त करा बैठी। गौरतलब है कि फरीदाबाद में कांग्रेस मेयर पद के लिए अपना उम्मीदवार चुन नहीं पाई है। जबकि पार्टी ने 8 नगर निगमों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। हुड्डा के करीबी रहे हैं पूर्व MLA ललित नागर तिगांव विधानसभा से कांग्रेस कि टिकट पर विधायक बने ललित नागर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिहं हुड्डा के करीबी रहे हैं। 2014 में कांग्रेस ने ललित नागर को तिगांव विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया था। इस दौरान उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार राजेश नागर को हराकर जीत हासिल की थी। 2024 में कांग्रेस ने उनका विधानसभा का टिकट काट दिया ,जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिहं हुड्डा और कांग्रेस से उन्होंने दूरी बना ली। कौन हैं ललित नागर ललित नागर का जन्म 15 अप्रैल 1965 में तिगांव के बुआपुर गांव में हुआ। साल 2005 में किसान कांग्रेस में शामिल होकर ललित नागर ने अपनी राजनीति की शुरुआत की। 2009 में कांग्रेस ने उनको तिगांव से अपना उम्मीदवार बनाया। लेकिन कृष्णपाल गुर्जर ने उन्हें हरा दिया। 2014 में एक बार फिर से उनको कांग्रेस ने तिगांव से उतारा। इस बार उन्होंने भाजपा के राजेश नागर को हरा दिया और विधायक बन गए। 2019 में तीसरी बार कांग्रेस ने उनको टिकट दिया, लेकिन इस बार भाजपा के उम्मीदवार राजेश नागर ने ललित नागर को हरा दिया। 2024 में कांग्रेस ने ललित नागर को झटका देते हुए उनका टिकट काट कर किसी और को दे दिया। इस बार वो आजाद उम्मीदवार बनकर चुनाव लड़े, लेकिन इस बार भी उनको राजेश नागर ने हरा दिया। आज होगी नाम की घोषणा कांग्रेस की तरफ से फरीदाबाद नगर निगम चुनाव के इंचार्ज बनाए गए, नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने बताया कि मेयर के लिए उम्मीदवार की घोषणा आज शाम तक की जाएगी। सभी नेताओं की सहमति के बाद उम्मीदवार का नाम चयन कर लिया गया है। 17 फरवरी आखिरी तारीख नगर निगम चुनाव में नामांकन के लिए 17 फरवरी आखिरी तारीख रखी गई है। 11 फरवरी को नामांकन के लिए प्रकिया शुरू की गई थी। बीजेपी के तरफ से भी मेयर उम्मीदवार घोषित प्रवीण जोशी ने अपना नामांकन नही भरा है। कांग्रेस आज अपने उम्मीदवार का नाम घोषित करने वाली है। सोमवार को दोनों की पार्टीयों के उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल करेंगे।

सिरसा के तस्कर जसबीर काला पर 50 हजार का इनाम:चंडीगढ़ NCB की कार्रवाई, 2015 के अफीम तस्करी केस में फरार
सिरसा के तस्कर जसबीर काला पर 50 हजार का इनाम:चंडीगढ़ NCB की कार्रवाई, 2015 के अफीम तस्करी केस में फरार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) चंडीगढ़ जोनल यूनिट ने हरियाणा के एक नशा तस्कर पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है। तस्कर वर्ष 2015 में दर्ज नशा तस्करी के एक मामले में अदालत से फरार चल रहा है। आरोपी की पहचान जसबीर सिंह उर्फ काला उर्फ बाज, गांव मालीपुरा मिथराई, डबवाली, सिरसा, हरियाणा के रूप में हुई है। ब्यूरो का कहना है कि इस संबंध में सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। साथ ही इनाम देने वाले का नाम भी गुप्त रखा जाएगा। मेल व फोन पर दे पाएंगे जानकारी एनसीबी को आरोपी की तलाश काफी समय से है। उसकी तलाश साल 2015 में जब्त किए गए 36.150 किलोग्राम अफीम के केस में है। पता चला है कि एनसीबी की टीमों व पुलिस ने कई बार आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दी, लेकिन वह उस समय अंडरग्राउंड चल रहा है। ऐसे में आरोपी के बारे में जानकारी मोबाइल नंबर 8278201095 या फिर 0172 2780109, 2779731 व ईमेल आईडी CZU-NCB@NIC.IN पर दी जा सकती है। 29 तस्करों को पहुंचाया सलाखों के पीछे देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ समय पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट डालकर दावा किया था कि पैसे का लालच देकर युवाओं को नशे की खाई में धकेल रहे तस्करों के खिलाफ केंद्र सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि ऐसे 12 अलग-अलग मामलों में 29 लोगों को सजा दिलाई गई है। इन 12 मामलों की बात करें तो इनमें से दो मामले पंजाब और चंडीगढ़ से जुड़े हैं, जिनमें चार लोगों को सजा हुई है। ये दोनों मामले एनसीबी चंडीगढ़ की टीम ने सुलझाए हैं। इनमें से एक दोषी पुलिस का मुंशी भी है, जिसे सजा दिलाई गई है।