हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में एक नई एंट्री हो गई है। भारतीय किसान संघ के प्रदेश महामंत्री और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के ओएसडी रह चुके वीरेंद्र सिंह अब सीएम नायब सैनी के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) होंगे। वीरेंद्र सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित कार्यकर्ता रह चुके हैं। इससे पहले वीरेंद्र सिंह 51 नंबर विधायक दल की जिम्मेदारी देख रहे थे। किसानों के पक्ष में कर चुके दमदार आंदोलन वीरेंद्र सिंह सोनीपत जिले की राई विधानसभा क्षेत्र के गांव बड़खालसा के रहने वाले हैं। भारतीय किसान संघ के प्रदेश महामंत्री रहते हुए वीरेंद्र सिंह ने किसानों के हित में कई बड़े आंदोलन खड़े किए। किसानों के पक्ष में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ भी वीरेंद्र सिंह ने 50 से अधिक गांवों के लोगों को इकट्ठा कर दमदार आंदोलन किया था। वीरेंद्र सिंह की सीएमओ में एंट्री RSS की सिफारिश और संस्तुति पर हुई है। चर्चा यह भी है कि सीएमओ में जल्दी ही कुछ और नियुक्तियां होने की संभावना है। तीन दिन पहले खाली हुई थी पोस्ट हरियाणा CM नायब सैनी के OSD अभिमन्यु सिंह ने लोकसभा चुनाव से पहले इस्तीफा दिया था। 4 दिन पहले सीएम सैनी ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया था। अभिमन्यु पहले CM रहते मनोहर लाल खट्टर के PA थे। हालांकि खट्टर के सीएम कुर्सी से हटाए जाने के बाद अभिमन्यु ने भी इस्तीफा दे दिया। इसी बीच लोकसभा चुनाव आ गए, जिसकी वजह से वह मंजूर नहीं हो सका। जब नायब सैनी सीएम बने तो अभिमन्यु को सरकार ने प्रमोट कर PA से OSD बना दिया। इसके बावजूद वह नौकरी में नहीं रुके। हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में एक नई एंट्री हो गई है। भारतीय किसान संघ के प्रदेश महामंत्री और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के ओएसडी रह चुके वीरेंद्र सिंह अब सीएम नायब सैनी के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) होंगे। वीरेंद्र सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित कार्यकर्ता रह चुके हैं। इससे पहले वीरेंद्र सिंह 51 नंबर विधायक दल की जिम्मेदारी देख रहे थे। किसानों के पक्ष में कर चुके दमदार आंदोलन वीरेंद्र सिंह सोनीपत जिले की राई विधानसभा क्षेत्र के गांव बड़खालसा के रहने वाले हैं। भारतीय किसान संघ के प्रदेश महामंत्री रहते हुए वीरेंद्र सिंह ने किसानों के हित में कई बड़े आंदोलन खड़े किए। किसानों के पक्ष में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ भी वीरेंद्र सिंह ने 50 से अधिक गांवों के लोगों को इकट्ठा कर दमदार आंदोलन किया था। वीरेंद्र सिंह की सीएमओ में एंट्री RSS की सिफारिश और संस्तुति पर हुई है। चर्चा यह भी है कि सीएमओ में जल्दी ही कुछ और नियुक्तियां होने की संभावना है। तीन दिन पहले खाली हुई थी पोस्ट हरियाणा CM नायब सैनी के OSD अभिमन्यु सिंह ने लोकसभा चुनाव से पहले इस्तीफा दिया था। 4 दिन पहले सीएम सैनी ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया था। अभिमन्यु पहले CM रहते मनोहर लाल खट्टर के PA थे। हालांकि खट्टर के सीएम कुर्सी से हटाए जाने के बाद अभिमन्यु ने भी इस्तीफा दे दिया। इसी बीच लोकसभा चुनाव आ गए, जिसकी वजह से वह मंजूर नहीं हो सका। जब नायब सैनी सीएम बने तो अभिमन्यु को सरकार ने प्रमोट कर PA से OSD बना दिया। इसके बावजूद वह नौकरी में नहीं रुके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा लेडी पुलिसकर्मी का रौब,VIDEO:राजस्थान रोडवेज की बस में कंडक्टर से टिकट के लिए बहस; बोली- वर्दी होकर भी किराया देना पड़ेगा?
हरियाणा लेडी पुलिसकर्मी का रौब,VIDEO:राजस्थान रोडवेज की बस में कंडक्टर से टिकट के लिए बहस; बोली- वर्दी होकर भी किराया देना पड़ेगा? हरियाणा की एक महिला पुलिसकर्मी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह राजस्थान रोडवेज की बस में सफर कर रही है, लेकिन किराया नहीं दे रही। पुलिसकर्मी का कहना है कि वह किराया नहीं देगी, क्योंकि बस में पुलिस का किराया लगता ही नहीं। जबकि, बस का कंडक्टर कह रहा है कि बस में सफर करना है तो टिकट लेना ही होगा। अन्य यात्री भी पुलिसकर्मी से किराया देने के लिए करते हैं, इसके बाद भी महिला पुलिसकर्मी किराया नहीं देती। पुलिसकर्मी कहती है कि वर्दी में होने पर भी किराया दूंगी मैं? हालांकि, इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि दैनिक भास्कर नहीं करता है। वायरल वीडियो में क्या?
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि राजस्थान रोडवेज की बस में हरियाणा महिला पुलिसकर्मी सफर कर रही है। यह वीडियो हरियाणा में रेवाड़ी के धारूखेड़ा के आसपास की बताई जा रही है, क्योंकि महिला पुलिसकर्मी धारूखेड़ा तक ही यात्रा कर रही थी। इसके अलावा अनुमान लगाया जा रहा है कि वह महिला अटेली से बस में चढ़ी होगी, क्योंकि बस का कंडक्टर धारूखेड़ा तक का उससे 50 रुपए किराया मांग रहा है। बस में अटेली से धारूखेड़ा तक के ही 50 रुपए का टिकट लगता है। इस किराए को लेकर बस कंडक्टर और महिला पुलिसकर्मी के बीच बहस हो रही है। बस कंडक्टर लगातार टिकट कटवाने के लिए कह रहा है, लेकिन पुलिसकर्मी उससे बार-बार टिकट न देने की बात कह रही है। इसी बीच कुछ यात्री भी महिला पुलिसकर्मी से टिकट लेने के लिए कहते हैं। कंडक्टर बस भी रुकवाकर साइड करवा देता है। इसके बाद भी पुलिसकर्मी अपनी जिद पर अड़ी रहती है। कंडक्टर से महिला पुलिसकर्मी की पूरी बहस… कंडक्टर : किराया लाओ।
पुलिसकर्मी : टिकट नहीं कटती। कंडक्टर : हमारे यहां कटती है। लाओ, 50 रुपए दो, धारूखेड़ा जाना है तो।
पुलिसकर्मी : नहीं मिलते। कंडक्टर : क्यों नहीं मिलते? यात्रा करनी है तो लगेंगे।
पुलिसकर्मी : नहीं लगेंगे। कंडक्टर (बस रुकने के लिए सीटी मारकर) : आजाओ फिर, उतर लो।
पुलिसकर्मी : नहीं उतरना। कंडक्टर : यात्रा करनी है तो किराया दो, नहीं तो उतर लो।
पुलिसकर्मी (शब्दों को खींचते हुए) : नहीं उतरना। कंडक्टर : यात्रा करनी है कि नहीं?
पुलिसकर्मी : यात्रा करनी है। कंडक्टर : फिर 50 रुपए दो।
पुलिसकर्मी : नहीं मिलेंगे। स्टाफ चलेगा। स्टाफ चलता है। कंडक्टर : नहीं, कोई स्टाफ नहीं है। 50 रुपए लगेंगे।
पुलिसकर्मी : नहीं लगेंगे। एक महिला यात्री (पुलिसकर्मी से) : अरे भाई दे दो।
पुलिसकर्मी : नहीं, हरियाणा में पुलिस का स्टाफ चलता है। कंडक्टर : इसमें (राजस्थान बस में) नहीं चलता।
पुलिसकर्मी : हरियाणा में चलता है। कंडक्टर : फ्लाइंग आएगी तो परेशानी हो जाएगी।
पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं। मैं बात कर लूंगी। कंडक्टर : डिपार्टमेंट वाले नहीं सुनते। नीयत खराब होती है।
पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं, नीयत खराब होती है तो। अफसर आएंगे तो मैं बात कर लूंगी। कंडक्टर : उतर लो। नहीं तो किराया दो।
पुलिसकर्मी : नहीं उतरूंगी। मैं जबरदस्ती ऐसे नहीं दे सकती। मुझे नहीं देना। इतना तो सोचो कि क्या टाइम है, लेडीज जा रही है। कंडक्टर : गाड़ी यहीं खड़ी रहेगी। आगे नहीं जाएगी।
पुलिसकर्मी : हां तो यहीं खड़ी करके रख। जहां ले जाना है, वहां ले चल। नीचे नहीं उतरूंगी। एक महिला यात्री : अरे थोड़ा 10-20 रुपए कम करके दे दो।
पुलिसकर्मी : नहीं दूंगी, नहीं उतरूंगी। कंडक्टर : क्यों? सैलरी नहीं मिलता आपको?
पुलिसकर्मी : सैलरी से ही कटते हैं। कंडक्टर : राजस्थान रोडवेज में नहीं कटते।
पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं, नहीं कटते तो। हरियाणा में चलाओगे तो कटेंगे। एक पुरुष यात्री : मैडम यह क्या बात हो गई? आप वर्दी में हो, किराया दे दो।
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पुलिसकर्मी : मैंने बंद नहीं करवाई है। मैं नहीं उतरूंगी। यात्री : क्या आप भी 50 रुपए के लिए हंगामा करवा रहे हो। क्या महकमे में हो आप?
पुलिसकर्मी : महकमे में ही हैं। यात्री : सारा महकमा ही बैठा है यहां।
पुलिसकर्मी : बैठा रहने दो। मैं नीचे नहीं उतरूंगी, किराया नहीं मिलेगा।
फतेहाबाद में नहर में मिला लापता युवक का शव:सुसाइड नोट में लिखे 3 व्यक्तियों के नाम; तीन दिन से तलाश रहे थे परिजन
फतेहाबाद में नहर में मिला लापता युवक का शव:सुसाइड नोट में लिखे 3 व्यक्तियों के नाम; तीन दिन से तलाश रहे थे परिजन हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना में एक शख्स ने नहर में कूद कर जान दे दी। उसका शव आज फतेहाबाद के गांव गोरखपुर के पास भाखड़ा नहर से बरामद हुआ। उधर परिजन दावा कर रहे हैं कि उसके मोबाइल से उन्हें एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें तीन लोगों को उसने आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है। हालांकि पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल करने में जुटी है। मृतक की पहचान टोहाना के वार्ड नंबर 16 से लापता वृषभान के तौर पर हुई है। सदर थाना पुलिस ने शव को बाहर निकाल कर नागरिक हॉस्पिटल पहुंचाया। इसके बाद परिजनों को सूचित किया गया। पुलिस परिजनों के बयान दर्ज कर शव का पोस्टमॉर्टम करा आगे की कार्रवाई करेगी। पुलिस के अनुसार मंगलवार सुबह उन्हें सूचना मिली थी कि गोरखपुर के पास से गुजर रही भाखड़ा नहर के डुमडा वाले पुल पर एक युवक का शव फंसा हुआ है। शव टोहाना निवासी वृषभान का था। उनके परिजनों ने टोहाना पुलिस को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। बताया था कि युवक 12 अक्टूबर को घर से लापता हो गया था। बाद में उन्हें फोन पर युवक द्वारा ही सूचना दी गई थी कि वह नहर में कूदने जा रहा है। इसके बाद पुलिस व परिजन युवक की तलाश में जुटे थे। पुलिस ने बताया कि युवक वृषभान मजदूरी का काम करता था। परिजनों के अनुसार वह कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। हालांकि उसने अपने घर पर नहीं बताया था कि वह किस कारण से परेशान है। उधर परिजनों ने दावा किया है कि वृषभान का फोन आने के बाद वे उसकी तलाश में नहर पर गए थे। वहां पर उनको वृषभान का बाइक, मोबाइल फोन मिल गया। मृतक के फोन के पीछे लगे मोबाइल कवर के अंदर से एक पर्ची बरामद हुई है। इस पर उसने तीन लोगों के नाम लिखकर कहा है कि वही उसकी मजदूरी की पेमेंट नहीं दे रहे थे, जिस कारण वह यह कदम उठा रहा है।
पंचकूला में पेमेंट विवाद में हुडा अधिकारी सस्पेंड:ग्रीवेंसिज कमेटी मीटिंग में मंत्री कंवरपाल ने सुनी शिकायतें; 3 मामलों में FIR के निर्देश
पंचकूला में पेमेंट विवाद में हुडा अधिकारी सस्पेंड:ग्रीवेंसिज कमेटी मीटिंग में मंत्री कंवरपाल ने सुनी शिकायतें; 3 मामलों में FIR के निर्देश हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कंवरपाल ने आज पंचकूला में जिला लोक सम्पर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में सुनवाई करते हुए पेमेंट में देरी करने वाले अधिकारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। अन्य तीन मामलों में एफआईआर दर्ज करवाने को कहा है। पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में हुई बैठक में 19 शिकायतें रखी गई। अधिकतर का मौके पर ही समाधान किया गया। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता मौजूद रहे। बैठक में मंत्री कंवरपाल ने पिंजौर निवासी सुमन धीमान की शिकायत पर एन्हांसमेंट की पेमेंट देने में देरी करने वाले अधिकारी को सस्पेंड करने के लिए निर्देश दिए। साथ ही बची हुई पेमेंट को 15 दिन में जारी करने निर्देश दिए। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी 412.5 गज जगह को अधिग्रहण किया था। इसके अवार्ड की पेमेंट तो उन्हें दे दी, पर एन्हांसमेंट की पेमेंट के लिए चक्कर काटने पड़े। अब एक दिन पहले ही करीब 370 गज की पेमेंट की गई है। मंत्री ने गांव माजरी जटटा निवासी जसबीर सिंह, कुलविंद्र की शिकायत पर एक ही निशानदेही पर दो रिपोर्ट बनाने के मामले में कानूनगो के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही मामले की दोबारा से निशानदेही करने के निर्देश दिए। शिकायत में बताया गया कि गांव के कुछ लोगों ने नाजायज कब्जा करके निर्माण किया हुआ है। इस मामले में पिछली मीटिंग के आदेश पर निशानदेही करने गए कानूनगो ने दो रिपोर्ट बनाकर दी जिसमें एक में कब्जा और दूसरी में कब्जा नहीं होने बारे लिखा गया। कंवरपाल ने गांव चपेहर निवासी रणजीत सिंह की शिकायत पर डीसी को एडीसी से एक सप्ताह में रिपोर्ट लेकर एफआईआर दर्ज करवाने और सम्बन्धित अधिकारी पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। एक अन्य शिकायत में रणजीत सिंह व खलील अली ने बताया कि पाकिस्तान गए व्यक्तियों के नाम की जमीन की नंबरदार, पटवारी, तत्कालीन तहसीलदार ने मिलकर फर्जी रजिस्ट्री की गई है। इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने पार्श्वनाथ रॉयल सोसायटी के निवासियों की शिकायत पर बिल्डर के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि सोसायटी में 119 परिवार रह रहे हैं। बिल्डर को पूरी राशि का भुगतान करने पर भी कब्जे का प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं करवाया है और ही उन्हें न ही मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं। बिल्डर ने इस सोसायटी को बनाने के लिए किसी भी विभाग से अनुमति नहीं ली है। मंत्री कंवरपाल ने सेक्टर-19 निवासी जयप्रकाश की शिकायत पर एडीसी के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन करते हुए जांच के बाद एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए। साथ ही काम को जल्द से जल्द पूरा करवाने के लिए कहा। शिकायतकर्ता ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सेक्टर-19 में ओवरब्रिज का निर्माण करवाया गया। अभी भी काम अधूरा पड़ा है। पुल की जगह के कुछ हिस्से में बने पार्क की ग्रिल व अन्य सामान गायब है। रेलवे लाइन क्रासिंग की कोई व्यवस्था नहीं है। विभाग के एक्सईएन ने कहा कि सभी कामों को 10 दिन में पूरा कर दिया जाएगा। रेलवे क्रासिंग के लिए सीढ़ियों की व्यवस्था करने के लिए 31 लाख रुपए के बजट की डिमांड की गई है, जल्द ही इसके टैंडर लगाए जाएगें। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने अमरावती ऐनक्लेव निवासी अमरीश कुमार की शिकायत पर पुलिस विभाग को जांच के लिए एसआईटी का गठन करने के निर्देश दिए। शिकायतकर्ता ने बताया कि फर्म द्वारा लीज डीड प्रस्तुत किया गया। जिस पर अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। उपरोक्त मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई गई। कंवरपाल ने पिंजौर निवासी संदीप कुमार की शिकायत पर नगर निगम आयुक्त की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया गया। जो निशानदेही के बाद अवैध कब्जे को हटवाने का काम करेगी। शिकायतकर्ता संदीप कुमार ने बताया कि 7 अक्टूबर 2021 नगर परिषद कालका के पोर्टल पर दो आवासीय भवनों का प्लान प्रस्तुत किया था, लेकिन बार-बार संपर्क के बाद भी स्वीकृति प्रदान नहीं की गई।