खन्ना के गांव इकोलाही में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला का शव पंखे से लटकता मिला। ससुराल वाले इसे खुदकुशी बता रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया है। मायके वालों की मांग पर पुलिस ने तीन डाक्टरों का बोर्ड बनाकर सिविल अस्पताल खन्ना में पोस्टमार्टम कराया। जिला फतेहगढ़ साहिब के थाना अमलोह के गांव माजरा मन्ना सिंह वाला के रहने वाले गुरदीप सिंह ने बताया कि उसकी बहन रंजीत कौर की शादी करीब 3 साल पहले खन्ना के गांव इकोलाही में मनजीत सिंह से हुई थी। शादी के बाद बेटा मेहताब सिंह पैदा हुआ, जिसकी उम्र 2 साल है। उसका जीजा मनजीत सिंह अकसर उसकी बहन रंजीत कौर को परेशान करता रहता था। घर में झगड़ा करता था। इसी कारण मायके घर 4 दिन रहने के बाद अभी 19 अगस्त को रंजीत कौर दोबारा अपने ससुराल घर इकोलाही गई थी। 20 अगस्त को फिर मनजीत सिंह ने उसकी बहन से गाली गलौज किया और मारपीट की। उसके जीजा ने शाम को फोन करके उसे कहा कि रंजीत कौर ने फंदा लगा लिया है। जब वे इकोलाही पहुंचे तो देखा कि पीछे वाला दरवाजा खुला था। उसकी बहन के शरीर पर चोटों के निशान थे। इस कारण उन्हें शक हुआ कि उसकी बहन की हत्या करके शव लटकाया गया है। आरोपी पति खिलाफ केस दर्ज सदर थाना के एएसआई शमशेर सिंह ने बताया कि सूचना मिलने के बाद एसएचओ हरदीप सिंह भी मौके पर गए थे। फिलहाल पुलिस ने मृतका के भाई गुरदीप सिंह के बयानों पर आरोपी मनजीत सिंह निवासी इकोलाही के खिलाफ खुदकुशी के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। हत्या के आरोपों के चलते महिला के परिजनों की मांग पर डाक्टरों का बोर्ड बनाकर पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के असली कारण भी सामने आ जाएंगे। अगर तथ्य बदले हुए तो धारा में इजाफा किया जाएगा। खन्ना के गांव इकोलाही में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला का शव पंखे से लटकता मिला। ससुराल वाले इसे खुदकुशी बता रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया है। मायके वालों की मांग पर पुलिस ने तीन डाक्टरों का बोर्ड बनाकर सिविल अस्पताल खन्ना में पोस्टमार्टम कराया। जिला फतेहगढ़ साहिब के थाना अमलोह के गांव माजरा मन्ना सिंह वाला के रहने वाले गुरदीप सिंह ने बताया कि उसकी बहन रंजीत कौर की शादी करीब 3 साल पहले खन्ना के गांव इकोलाही में मनजीत सिंह से हुई थी। शादी के बाद बेटा मेहताब सिंह पैदा हुआ, जिसकी उम्र 2 साल है। उसका जीजा मनजीत सिंह अकसर उसकी बहन रंजीत कौर को परेशान करता रहता था। घर में झगड़ा करता था। इसी कारण मायके घर 4 दिन रहने के बाद अभी 19 अगस्त को रंजीत कौर दोबारा अपने ससुराल घर इकोलाही गई थी। 20 अगस्त को फिर मनजीत सिंह ने उसकी बहन से गाली गलौज किया और मारपीट की। उसके जीजा ने शाम को फोन करके उसे कहा कि रंजीत कौर ने फंदा लगा लिया है। जब वे इकोलाही पहुंचे तो देखा कि पीछे वाला दरवाजा खुला था। उसकी बहन के शरीर पर चोटों के निशान थे। इस कारण उन्हें शक हुआ कि उसकी बहन की हत्या करके शव लटकाया गया है। आरोपी पति खिलाफ केस दर्ज सदर थाना के एएसआई शमशेर सिंह ने बताया कि सूचना मिलने के बाद एसएचओ हरदीप सिंह भी मौके पर गए थे। फिलहाल पुलिस ने मृतका के भाई गुरदीप सिंह के बयानों पर आरोपी मनजीत सिंह निवासी इकोलाही के खिलाफ खुदकुशी के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। हत्या के आरोपों के चलते महिला के परिजनों की मांग पर डाक्टरों का बोर्ड बनाकर पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के असली कारण भी सामने आ जाएंगे। अगर तथ्य बदले हुए तो धारा में इजाफा किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर सिमरनजोत संधू गिरफ्तार:पंजाब पुलिस ने सेंट्रल एजेंसियों के सहयोग से पकड़ा, जर्मनी में 487 किलो कोकीन मामले में वांछित पंजाब पुलिस ने विदेश से भारत में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी करने वाले सरगना को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़ा गया तस्कर भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी वांछित था। पंजाब पुलिस ने आज केंद्रीय एजेंसियों के साथ संयुक्त अभियान शुरू करके तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जल्द ही डीजीपी पंजाब आरोपी के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करेंगे। पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पंजाब पुलिस ने एक केंद्रीय एजेंसी के साथ संयुक्त अभियान में सिमरनजोत संधू को गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वह इंडियन ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) की मदद से जर्मनी से भारत आया था। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया और पंजाब पुलिस को सौंप दिया। उसके पास जर्मन पासपोर्ट भी है। 487 किलोग्राम कोकीन तस्करी मामले (2020) का सरगना डीजीपी पंजाब गौरव यादव द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, वह जर्मनी में 487 किलोग्राम कोकीन तस्करी मामले (2020) का सरगना है। वह एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का मुख्य सरगना है और जर्मनी में ड्रग अपराधों के लिए वांछित है। कई देशों में फैला है नेटवर्क सिमरनजोत संधू की बात करें तो उसका नेटवर्क जर्मनी के अलावा कई देशों में फैला हुआ है। वह भारत में भी ड्रग तस्करी में शामिल है। इसके अलावा अन्य यूरोपीय देशों में ड्रग तस्करी में भी उसकी बड़ी भूमिका है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही डीजीपी पंजाब गौरव यादव सिमरनजीत संधू के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करेंगे।
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