खरीदारी का शुभ समय 11.40 के बाद पूजन सुबह 8.02 से 10.22 बजे तक

भास्कर न्यूज | हिसार दिवाली के महापर्व का आगाज धनतेरस से होता है। दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस आता है। हिंदू पंचांग के अनुसार धनतेरस का त्योहार हर साल कार्तिक मास की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस साल 29 अक्टूबर को धनतेरस का पावन पर्व मनाया जाएगा। धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन माता लक्ष्मी और कुबेर की भी पूजा की जाती है। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि धनतेरस के दिन सुबह पूजा का समय 8.02 मिनट से 10.22 मिनट तक कर सकते हैं। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि इस बार धनतेरस त्रिपुष्कर का अति शुभ योग बन रहा है। इस योग में प्रॉपर्टी, गाड़ी, सोना, चांदी सहित अन्य चीजों में इन्वेस्ट करना शुभ रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दिन गाड़ी खरीदने और प्रॉपर्टी खरीदने पर बरकत मिलेगी। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कुबेर और भगवान धन्वंतरि की आराधना के बाद शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी फलदाई सिद्ध होती है। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि मंगलवार और कृष्ण द्वादशी हो तो यह योग त्रिपुष्कर योग कहलाता है। धनतेरस में इस योग में खरीदारी अति शुभ बताई गई है। त्रिपुष्कर योग के साथ-साथ इस दिन इंद्र और वैद्युति योग बन रहा है, जो इस तिथि को और भी विशेष बना रहा है। खरीदारी के लिए त्रिपुष्कर योग में 29 को सुबह 11.40 बजे से 12.30 बजे तक और 2 बजे से 3.44 बजे तक शुभ मुहूर्त बन रहा है। भास्कर न्यूज | हिसार दिवाली के महापर्व का आगाज धनतेरस से होता है। दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस आता है। हिंदू पंचांग के अनुसार धनतेरस का त्योहार हर साल कार्तिक मास की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस साल 29 अक्टूबर को धनतेरस का पावन पर्व मनाया जाएगा। धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन माता लक्ष्मी और कुबेर की भी पूजा की जाती है। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि धनतेरस के दिन सुबह पूजा का समय 8.02 मिनट से 10.22 मिनट तक कर सकते हैं। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि इस बार धनतेरस त्रिपुष्कर का अति शुभ योग बन रहा है। इस योग में प्रॉपर्टी, गाड़ी, सोना, चांदी सहित अन्य चीजों में इन्वेस्ट करना शुभ रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दिन गाड़ी खरीदने और प्रॉपर्टी खरीदने पर बरकत मिलेगी। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कुबेर और भगवान धन्वंतरि की आराधना के बाद शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी फलदाई सिद्ध होती है। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि मंगलवार और कृष्ण द्वादशी हो तो यह योग त्रिपुष्कर योग कहलाता है। धनतेरस में इस योग में खरीदारी अति शुभ बताई गई है। त्रिपुष्कर योग के साथ-साथ इस दिन इंद्र और वैद्युति योग बन रहा है, जो इस तिथि को और भी विशेष बना रहा है। खरीदारी के लिए त्रिपुष्कर योग में 29 को सुबह 11.40 बजे से 12.30 बजे तक और 2 बजे से 3.44 बजे तक शुभ मुहूर्त बन रहा है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर