भास्कर न्यूज | गुरदासपुर पंजाब स्कूल जूडो गेम्स अंडर-17 (लड़के-लड़कियां) शहीद भगत सिंह जूडो ट्रेनिंग सेंटर में समाप्त हुई है। पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन जिला खेल समन्वयक मैडम अनिता कुमारी ने किया। शहीद भगत सिंह जूडो सेंटर के निदेशक अमरजीत शास्त्री ने बताया कि लड़कों के जूडो मुकाबलों में गुरदासपुर ने 5 स्वर्ण पदक, 4 रजत पदक, 1 कांस्य पदक और 38 अंक हासिल िकए हैं। जालंधर ने 16 अंकों के साथ दूसरा और पटियाला ने 15 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। वीर फाजिल्का को इस टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ जूडोका घोषित किया गया। जूडो कोच रवि कुमार के बताया कि 45 किलोग्राम भार में अक्षज गुरदासपुर प्रथम, शिवम जालंधर द्वितीय, पारस बठिंडा और करण मोहाली तृतीय स्थान पर रहे। 50 किलोग्राम में रघु मेहरा गुरदासपुर प्रथम स्थान, गुरप्रीत जालंधर द्वितीय स्थान, हरसिमर सिंह होशियारपुर और अनमोल मोहाली तृतीय स्थान पर रहे। 55 किलोग्राम भार में तुलसा राम जालंधर प्रथम, अविनाश गुरदासपुर द्वितीय, आदित्य सिंह फाजिल्का और रणवीर सिंह अमृतसर तृतीय स्थान पर रहे। 60 किलोग्राम भार में जगतार सिंह गुरदासपुर प्रथम स्थान, ओहरी होशियारपुर दूसरे, गौतम वर्मा लुधियाना और तमीम आफताब मालेरकोटला को तीसरा स्थान पर रहे। भास्कर न्यूज | गुरदासपुर पंजाब स्कूल जूडो गेम्स अंडर-17 (लड़के-लड़कियां) शहीद भगत सिंह जूडो ट्रेनिंग सेंटर में समाप्त हुई है। पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन जिला खेल समन्वयक मैडम अनिता कुमारी ने किया। शहीद भगत सिंह जूडो सेंटर के निदेशक अमरजीत शास्त्री ने बताया कि लड़कों के जूडो मुकाबलों में गुरदासपुर ने 5 स्वर्ण पदक, 4 रजत पदक, 1 कांस्य पदक और 38 अंक हासिल िकए हैं। जालंधर ने 16 अंकों के साथ दूसरा और पटियाला ने 15 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। वीर फाजिल्का को इस टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ जूडोका घोषित किया गया। जूडो कोच रवि कुमार के बताया कि 45 किलोग्राम भार में अक्षज गुरदासपुर प्रथम, शिवम जालंधर द्वितीय, पारस बठिंडा और करण मोहाली तृतीय स्थान पर रहे। 50 किलोग्राम में रघु मेहरा गुरदासपुर प्रथम स्थान, गुरप्रीत जालंधर द्वितीय स्थान, हरसिमर सिंह होशियारपुर और अनमोल मोहाली तृतीय स्थान पर रहे। 55 किलोग्राम भार में तुलसा राम जालंधर प्रथम, अविनाश गुरदासपुर द्वितीय, आदित्य सिंह फाजिल्का और रणवीर सिंह अमृतसर तृतीय स्थान पर रहे। 60 किलोग्राम भार में जगतार सिंह गुरदासपुर प्रथम स्थान, ओहरी होशियारपुर दूसरे, गौतम वर्मा लुधियाना और तमीम आफताब मालेरकोटला को तीसरा स्थान पर रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में गलत ब्रांडिंग करने वाली 91 कंपनी पर कार्रवाई:सरकार ने लाइसेंस किए रद्द, DAP की कालाबाजारी रोकने को 5 टीम का गठन
पंजाब में गलत ब्रांडिंग करने वाली 91 कंपनी पर कार्रवाई:सरकार ने लाइसेंस किए रद्द, DAP की कालाबाजारी रोकने को 5 टीम का गठन पंजाब में DAP की कालाबाजारी को रोकने और किसानों काे ठगने वाली कंपनियों के खिलाफ सरकार एक्शन मोड में है। अब पांच फ्लाइंग टीमें गठित की गई हैं। जो इस चीज पर नजर रखेगी। कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि ये टीमें खादों के अवैध भंडारण, कालाबाजारी और डीएपी सहित अन्य खादों के साथ अनावश्यक रसायनों की टैगिंग के खिलाफ कार्रवाई करेंगी। वहीं, उन्होंने बताया कि अब गलत ब्रांडिंग करने वाली 91 कंपनियों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं। 3 कंपनियों पर एफआईआर दर्ज की गईं है। 3954 सैंपल लिए गए थे कृषि विभाग द्वारा 1 अप्रैल से 31 अक्टूबर 2024 तक विभाग ने कीटनाशकों के 2063 सैंपल लिए थे। इनकी जांच के बाद प्राप्त परिणामों के आधार पर गलत ब्रांडिंग करने वाली 43 फॉर्म्स के लाइसेंस रद्द किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, रासायनिक उर्वरकों के 1751 सैंपल, बायो खादों के 100 सैंपल और जैविक खाद के 40 नमूने लिए गए। गलत ब्रांडिंग करने वाली 48 फॉर्म्स के लाइसेंस रद्द किए गए और उनके खिलाफ 3 एफआईआर दर्ज की गई। वॉट्सऐप पर भी शिकायतें सुनेगी सरकार डीएपी और कीटनाशक डीलरों की लूट से बचाने के लिए सरकार ने दो नंबर जारी किए थे। किसान हेल्पलाइन नंबर 1100 पर कॉल करके या फोन नंबर +91-98555-01076 पर वॉट्सऐप मैसेज भेजकर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। कृषि मंत्री ने कहा गैर-जरूरी रसायनों को खादों के साथ टैग करके जबरन बेचना या खाद को अधिक कीमत पर बेचना या खाद की कालाबाजारी करना कानूनी जुर्म है, और ऐसी गलत कार्रवाइयों में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर, 1985 और आवश्यक वस्तुएं अधिनियम, 1955 की धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
लुधियाना में सड़क पर लिटाया मरीज:108 एम्बुलेंस का परिवार करता रहा इंतजार,4 घंटे नहीं आई तो टेक्सी से पहुंचाया PGI
लुधियाना में सड़क पर लिटाया मरीज:108 एम्बुलेंस का परिवार करता रहा इंतजार,4 घंटे नहीं आई तो टेक्सी से पहुंचाया PGI पंजाब के लुधियाना में 108 एम्बुलेंस का हाल बदहाल है। कई-कई घंटे मरीजों के एम्बुलेंस की प्रतीक्षा करनी पड़ती है फिर भी एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंचती। बीते रात सिविल अस्पताल में 4 घंटे तक एक परिवार मरीज को सड़क पर लेटा कर एम्बुलेंस का इंतजार करता रहा लेकिन एम्बुलेंस उनके पास नहीं पहुंची। 24 दिन पहले पलटा था ई-रिक्शा दरअसल 24 दिन पहले एक बुजुर्ग का ई-रिक्शा पटल गया था। उसके पैर की हड्डी टूट गई। डॉक्टरों ने उसे पीजीआई रेफर किया लेकिन एम्बुलेंस मौके पर न पहुंचने के कारण परिवार को मजबूरी में ऑनलाइन एप से एक टैक्सी बुक करवा मरीज को चंडीगढ़ पीजीआई ले जाना पड़ा। डाक्टरों ने किया PGI रेफर जानकारी देते हुए हैबोवाल के इलाके में रहने वाले 65 वर्षीय बुजुर्ग छेदीलाल ने बताया कि करीब 24 दिन पहले उनका ई रिक्शा चलाते हुए शिव पुरी में एक्सीडेंट हुआ था। ई-रिक्शा उनके पैर पर पलट गया जिससे उनके पैर की हड्डी टूट गई। राहगीरों ने उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया था। जहां से उन्हें मंगलवार की बाद दोपहर डॉक्टरों ने चंडीगढ़ के PGI अस्पताल में जाने को कहा। एम्बुलेंस चालकों की करी मिन्नतें लेकिन किसी ने नहीं की मदद छेदीलाल मुताबिक उसने अपने बच्चों को घर से बुलाया, जो उसे लेकर पहले अस्पताल के बरामदे में बैठ 108 एम्बुलेंस का इंतज़ार करते रहे। फिर उसे लेकर बच्चे अस्पताल के मेन गेट पर एम्बुलेंस की प्रतीक्षा करते रहे। उन्होंने अस्पताल में आने जाने वाली सभी एम्बुलेंस चालकों से पिता को ले जाने की मिन्नतें की लेकिन किसी ने उन्हें कोई सही सलाह नहीं दी। पिता की हालत बिगड़ती देख ऑनलाइन एप से टैक्सी करवाई बुक वही कई बार 108 नंबर पर फोन कर एम्बुलेंस की मांग करते रहे, उन्हें कुछ समय बाद का बता ऑपरेटर फोन काट देता था। सड़क पर बैठे-बैठे जब पिता छेदीलाल की हालत बेटे ने बिगड़ती देखी तो उसने ऑनलाइन एप से एक टैक्सी बुक करवाई, जिसके आने के बाद रात 9 बजे घायल बुजुर्ग छेदीलाल को चंडीगढ़ ले जाया गया। परिवार की जिला सेहत प्रशासन से मांग है कि एम्बुलेंस की व्यवस्था सही करवाई जाए ताकि गरीब लोगों का सही उपचार समय पर हो सके।
नवांशहर की कोर्ट में गोली लगने से हेड कांस्टेबल की:थाने से एक आरोपी को पेशी पर लाया था, थाना पोजेवाल में था तैनात
नवांशहर की कोर्ट में गोली लगने से हेड कांस्टेबल की:थाने से एक आरोपी को पेशी पर लाया था, थाना पोजेवाल में था तैनात पंजाब के नवांशहर जिले की नवनिर्मित अदालत में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अदालत में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद पता चला कि एक आरोपी को कोर्ट में पेशी पर लेकर आए एक हेड कांस्टेबल की संदिग्ध परिस्थित में गोली लगने से मौत हो गई। थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार, नवांशहर के थाना पोजेवाल में तैनात हेड कांस्टेबल हरविंदर सिंह नंगल का रहने वाला है। आज वह एक आरोपी को नवांशहर की नवनिर्मित कोर्ट में पेशी पर लेकर आया था। हेड कांस्टेबल के पास AK47 राइफल थी। कांस्टेबल हरविंदर सिंह बाथरुम में जाते हैं, जिसके बाद कोर्ट परिसर में मौजूद लोगों को गोली चलने की आवाज सुनाई दी। लोग इधर उधर भागे तो कांस्टेबल बाथरुम के बाहर घायलावस्था में पड़ा मिला। आनन फानन में उसे तुरंत उपचार के लिए नवांशहर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाथरुम में पड़ा मिला हेड कांस्टेबल बताया जाता है कि हेड कांस्टेबिल के सिर में गंभीर चोट लगी थी और रक्त बह रहा था। नवांशहर की डीएसपी माधवी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि हेड कांस्टेबल एक आरोपी को पोजेवाल थाने से कोर्ट में पेशी के लिए लेकर आए थे। गोली किस प्रकार चली है, इसकी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। वहीं लोगों का कहना है कि कुल चार गोली चलने की आवाज सुनाई दी थी। संभावना जताई जा रही है कि बाथरुम में हेडकांस्टेबल का पैर फिसल गया हो और लोडेड एके 47 से गोलियां चली हो, जो उसके सिर में जा लगी। इसके अलावा लोग अपने अपने तरह से कयास लगा रहे हैं। फिलहाल पुलिस द्वारा मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।