गाजियाबाद की कोर्ट ने नंदग्राम पुलिस को एल्विश यादव के खिलाफ FIR आदेश दर्ज करने का आदेश दिया है। एल्विश पर सांप के विष की तस्करी मामले के शिकायतकर्ता और मुख्य गवाह को धमकाने का आरोप है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत जब नहीं सुनी तो उसने कोर्ट का सहारा लिया। अपर सिविल जज (जूनियर डिवीजन)/न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट संख्या -3 गाजियाबाद की जज प्रतिभा ने यूट्यूबर एल्विश यादव और गैंग के खिलाफ थानाध्यक्ष नंदग्राम को मुकदमा दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया है। इससे एल्विश की मुश्किलें फिर बढ़ने लगी हैं। एक साल पहले नोएडा पुलिस भी सांपों के विष प्रकरण के मामले में एल्विश को जेल भेज चुकी है। पहले पढ़िए पूरा मामला
नोएडा में सांप के जहर सप्लाई करने वाले गिरोह के पर्दाफाश के दौरान एल्विश का नाम सामने आया था। एल्विश के खिलाफ नोएडा में केस दर्ज किया गया था। नोएडा पुलिस ने 17 मार्च को यूट्यूबर एल्विश यादव को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे ग्रेटर नोएडा की सूरजपुर कोर्ट पहुंची थी। कोर्ट ने (विशेष रिमांड मजिस्ट्रेट) ने उसको 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। भाजपा सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनिमल के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर गौरव गुप्ता ने इस मामले में शिकायत की थी। उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने नोएडा के सेक्टर-49 इलाके में छापा मारा था। इस कार्रवाई के दौरान 5 आरोपियों को पकड़ा गया था। इस दौरान पुलिस ने मौके से 20 ML स्नेक वेनम और 9 जहरीले सांप बरामद किए थे। इनमें पांच कोबरा, एक अजगर, दो दोमुंहा सांप और एक रेड स्नेक शामिल थे। पूछताछ के दौरान ही एल्विश का नाम सामने आया था। तब यह भी पता चला था कि वे लोग एल्विश की पार्टी में सांप और जहर की सप्लाई किया करते थे। इसके बाद ही थाना सेक्टर- 49 में एल्विश यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। अब पढ़िए कोर्ट ने क्यों दिया केस दर्ज करने का आदेश
गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन निवासी सौरभ गुप्ता ने कोर्ट में दिए अपने प्रार्थनापत्र में आरोप लगाया कि मैं व मेरा भाई गौरव गुप्ता नोएडा में चल रहे सांप के विष की तस्करी मामले में शिकायतकर्ता और मुख्य गवाह हैं। इसी मामले में एल्विश यादव व अन्य को पुलिस जेल भी भेज चुकी है। एल्विश यादव और उनके गिरोह द्वारा उन्हें लगातार धमकाया जा रहा है। उनके घर और गाड़ियों की रेकी की जा रही है। मुझे जान से मारने व झूठे मामले में फंसाने की साजिश रची जा रही है। सोशल मीडिया पर भी दी गई धमकी
एल्विश यादव और उनके समर्थक जो एल्विश आर्मी के नाम से सोशल मीडिया अकाउंट्स चलाते हैं। उनके और उनके भाई के खिलाफ फर्जी खबरें और वीडियो बना रहे हैं। इन पोस्ट के माध्यम से मेरे खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है, इससे डरकर मैंने अपना फेसबुक अकाउंट भी बंद कर दिया है।
सौरभ गुप्ता ने 10 मई 2024 की घटना का हवाला देते हुए कहा- एल्विश यादव और उनके अन्य साथी 3-4 गाड़ियों में हमारी सोसायटी में घुसे और गाड़ियों की रेकी की। जब CCTV फुटेज की जांच की तो इसमें पाया गया कि काली जैगुआर और काली फॉर्च्यूनर से रेकी की गई थी। गाजियाबाद पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
पीड़ित सौरभ गुप्ता के अनुसार, 15 मई 2024 को पुलिस आयुक्त गाजियाबाद और थाना प्रभारी नंदग्राम को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद मुझे कोर्ट की मदद लेनी पड़ी। अब कोर्ट ने थानाध्यक्ष नंदग्राम को आदेश दिया है कि सौरभ गुप्ता के आरोपों की जांच कर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करें और 10 दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्स्टांसेस (एनडीपीएस) के मुकदमे में चार्ज शीट दाखिल होने के बाद आरोपी एल्विश यादव 10 जनवरी को ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित जिला न्यायालय में पेश हुआ था। अदालत ने सुनवाई के लिए 6 फरवरी की अगली तारीख दी है। ED भी कर रही है जांच
नोएडा पुलिस ने मामले में एल्विश यादव और उसके 8 साथियों के खिलाफ पिछले साल चार्जशीट दाखिल की थी। पुलिस ने करीब 1200 के आरोप पत्र में नोएडा पुलिस की तरफ से बताया गया कि एल्विश का जेल भेजे गए सपेरों से संपर्क था। वहीं, एल्विश यादव के मामले मे ED भी जांच कर रही है। कई बार ED ने लखनऊ ऑफिस भी बुलाया। एल्विश की पार्टी में नशे के लिए सांप से कैसे कटवाते हैं? अलग-अलग केस में नशे के लिए सांप से डसवाने के अलग-अलग तरीके होते हैं… इसके अलावा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अफसरों के मुताबिक, एक पाउडर होता है, जो सांप के जहर से बना होता है। इसे ड्रिंक्स के साथ मिलाकर पिया जाता है। इस पाउडर को स्नेकबाइट पाउडर कहा जाता है। इसमें भी सबसे ज्यादा इस्तेमाल कोबरा के जहर का होता है। नारकोटिक्स अफसर बताते हैं कि इसका नशा कुछ घंटे से लेकर पूरे दिन तक हो सकता है। डिपेंड करता है कि नशे के लिए जहर की कितनी मात्रा ली गई है। नशे के लिए कौन से सांप का इस्तेमाल किया जाता है? नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में नशेड़ी नशे में जिस सांप का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, उसका नाम- नाजा नाजा यानी कोबरा, बुंगारस कैर्यूलस यानी कॉमन क्रेट और ओफियोड्रिस वर्नालिस यानी हरा सांप है। ………………….. ये खबर भी पढ़ें- मेरठ में 5 हत्याओं का आरोपी एनकाउंटर में ढेर:50 हजार का इनामी था; पति, पत्नी और 3 बेटियों की हत्या की थी मेरठ में पति, पत्नी और 3 बेटियों के हत्या का आरोपी एनकाउंटर में ढेर हो गया है। SSP डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि आज सुबह करीब 4 बजे पुलिस ने आरोपी को घेरा तो फायरिंग करने लगा। पुलिस ने जवाबी फायरिंग में आरोपी के सीने में गोली मार दी। गोली लगते ही जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ लिसाड़ी गेट के पास हुई। आरोपी नईम बाबा 50 हजार का इनामी था। SSP ने बताया- नईम दिल्ली, महाराष्ट्र में हत्या और लूट की वारदातों को अंजाम दे चुका था। वह अपना वेश और नाम बदलकर रह रहा था। लगातार पुलिस को इसकी तलाश थी। पढ़ें पूरी खबर गाजियाबाद की कोर्ट ने नंदग्राम पुलिस को एल्विश यादव के खिलाफ FIR आदेश दर्ज करने का आदेश दिया है। एल्विश पर सांप के विष की तस्करी मामले के शिकायतकर्ता और मुख्य गवाह को धमकाने का आरोप है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत जब नहीं सुनी तो उसने कोर्ट का सहारा लिया। अपर सिविल जज (जूनियर डिवीजन)/न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट संख्या -3 गाजियाबाद की जज प्रतिभा ने यूट्यूबर एल्विश यादव और गैंग के खिलाफ थानाध्यक्ष नंदग्राम को मुकदमा दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया है। इससे एल्विश की मुश्किलें फिर बढ़ने लगी हैं। एक साल पहले नोएडा पुलिस भी सांपों के विष प्रकरण के मामले में एल्विश को जेल भेज चुकी है। पहले पढ़िए पूरा मामला
नोएडा में सांप के जहर सप्लाई करने वाले गिरोह के पर्दाफाश के दौरान एल्विश का नाम सामने आया था। एल्विश के खिलाफ नोएडा में केस दर्ज किया गया था। नोएडा पुलिस ने 17 मार्च को यूट्यूबर एल्विश यादव को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे ग्रेटर नोएडा की सूरजपुर कोर्ट पहुंची थी। कोर्ट ने (विशेष रिमांड मजिस्ट्रेट) ने उसको 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। भाजपा सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनिमल के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर गौरव गुप्ता ने इस मामले में शिकायत की थी। उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने नोएडा के सेक्टर-49 इलाके में छापा मारा था। इस कार्रवाई के दौरान 5 आरोपियों को पकड़ा गया था। इस दौरान पुलिस ने मौके से 20 ML स्नेक वेनम और 9 जहरीले सांप बरामद किए थे। इनमें पांच कोबरा, एक अजगर, दो दोमुंहा सांप और एक रेड स्नेक शामिल थे। पूछताछ के दौरान ही एल्विश का नाम सामने आया था। तब यह भी पता चला था कि वे लोग एल्विश की पार्टी में सांप और जहर की सप्लाई किया करते थे। इसके बाद ही थाना सेक्टर- 49 में एल्विश यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। अब पढ़िए कोर्ट ने क्यों दिया केस दर्ज करने का आदेश
गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन निवासी सौरभ गुप्ता ने कोर्ट में दिए अपने प्रार्थनापत्र में आरोप लगाया कि मैं व मेरा भाई गौरव गुप्ता नोएडा में चल रहे सांप के विष की तस्करी मामले में शिकायतकर्ता और मुख्य गवाह हैं। इसी मामले में एल्विश यादव व अन्य को पुलिस जेल भी भेज चुकी है। एल्विश यादव और उनके गिरोह द्वारा उन्हें लगातार धमकाया जा रहा है। उनके घर और गाड़ियों की रेकी की जा रही है। मुझे जान से मारने व झूठे मामले में फंसाने की साजिश रची जा रही है। सोशल मीडिया पर भी दी गई धमकी
एल्विश यादव और उनके समर्थक जो एल्विश आर्मी के नाम से सोशल मीडिया अकाउंट्स चलाते हैं। उनके और उनके भाई के खिलाफ फर्जी खबरें और वीडियो बना रहे हैं। इन पोस्ट के माध्यम से मेरे खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है, इससे डरकर मैंने अपना फेसबुक अकाउंट भी बंद कर दिया है।
सौरभ गुप्ता ने 10 मई 2024 की घटना का हवाला देते हुए कहा- एल्विश यादव और उनके अन्य साथी 3-4 गाड़ियों में हमारी सोसायटी में घुसे और गाड़ियों की रेकी की। जब CCTV फुटेज की जांच की तो इसमें पाया गया कि काली जैगुआर और काली फॉर्च्यूनर से रेकी की गई थी। गाजियाबाद पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
पीड़ित सौरभ गुप्ता के अनुसार, 15 मई 2024 को पुलिस आयुक्त गाजियाबाद और थाना प्रभारी नंदग्राम को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद मुझे कोर्ट की मदद लेनी पड़ी। अब कोर्ट ने थानाध्यक्ष नंदग्राम को आदेश दिया है कि सौरभ गुप्ता के आरोपों की जांच कर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करें और 10 दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्स्टांसेस (एनडीपीएस) के मुकदमे में चार्ज शीट दाखिल होने के बाद आरोपी एल्विश यादव 10 जनवरी को ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित जिला न्यायालय में पेश हुआ था। अदालत ने सुनवाई के लिए 6 फरवरी की अगली तारीख दी है। ED भी कर रही है जांच
नोएडा पुलिस ने मामले में एल्विश यादव और उसके 8 साथियों के खिलाफ पिछले साल चार्जशीट दाखिल की थी। पुलिस ने करीब 1200 के आरोप पत्र में नोएडा पुलिस की तरफ से बताया गया कि एल्विश का जेल भेजे गए सपेरों से संपर्क था। वहीं, एल्विश यादव के मामले मे ED भी जांच कर रही है। कई बार ED ने लखनऊ ऑफिस भी बुलाया। एल्विश की पार्टी में नशे के लिए सांप से कैसे कटवाते हैं? अलग-अलग केस में नशे के लिए सांप से डसवाने के अलग-अलग तरीके होते हैं… इसके अलावा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अफसरों के मुताबिक, एक पाउडर होता है, जो सांप के जहर से बना होता है। इसे ड्रिंक्स के साथ मिलाकर पिया जाता है। इस पाउडर को स्नेकबाइट पाउडर कहा जाता है। इसमें भी सबसे ज्यादा इस्तेमाल कोबरा के जहर का होता है। नारकोटिक्स अफसर बताते हैं कि इसका नशा कुछ घंटे से लेकर पूरे दिन तक हो सकता है। डिपेंड करता है कि नशे के लिए जहर की कितनी मात्रा ली गई है। नशे के लिए कौन से सांप का इस्तेमाल किया जाता है? नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में नशेड़ी नशे में जिस सांप का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, उसका नाम- नाजा नाजा यानी कोबरा, बुंगारस कैर्यूलस यानी कॉमन क्रेट और ओफियोड्रिस वर्नालिस यानी हरा सांप है। ………………….. ये खबर भी पढ़ें- मेरठ में 5 हत्याओं का आरोपी एनकाउंटर में ढेर:50 हजार का इनामी था; पति, पत्नी और 3 बेटियों की हत्या की थी मेरठ में पति, पत्नी और 3 बेटियों के हत्या का आरोपी एनकाउंटर में ढेर हो गया है। SSP डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि आज सुबह करीब 4 बजे पुलिस ने आरोपी को घेरा तो फायरिंग करने लगा। पुलिस ने जवाबी फायरिंग में आरोपी के सीने में गोली मार दी। गोली लगते ही जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ लिसाड़ी गेट के पास हुई। आरोपी नईम बाबा 50 हजार का इनामी था। SSP ने बताया- नईम दिल्ली, महाराष्ट्र में हत्या और लूट की वारदातों को अंजाम दे चुका था। वह अपना वेश और नाम बदलकर रह रहा था। लगातार पुलिस को इसकी तलाश थी। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर