गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में नई पहल, FIR कॉपी घर जाकर दे रही पुलिस, लोगों ने मुहिम की तारीफ की

गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में नई पहल, FIR कॉपी घर जाकर दे रही पुलिस, लोगों ने मुहिम की तारीफ की

<p style=”text-align: justify;”><strong>Ghaziabad News:</strong> गाजियाबाद में तैनात हुए दूसरे पुलिस कमिश्नर ने शुक्रवार शाम को सभी थाना अध्यक्ष, प्रभारी और अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी. जिसमें अन्य दिशा निर्देशों के साथ-साथ यह भी बताया था कि मुकदमा दर्ज होने के बाद उसकी कॉपी पाने के लिए किसी को चौकी या थाने के चक्कर न लगाने पड़े. बल्की उसको वह कॉपी उसके घर पर मिले.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>शनिवार से इस आदेश को अमल में लाया गया. अब पुलिसकर्मी घर-घर जाकर FIR की कॉपी दे रहे हैं और साथ ही उससे जुड़ी जानकारी भी लोगों को मुहैया कराई जा रही है. आम आदमी भी इससे खुश है. गाजियाबाद में पहले पुलिस कमिश्नर रहे अजय मिश्रा का तबादला होने के बाद आगरा के पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ को गाजियाबाद का पुलिस कमिश्नर बनाया गया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या दिया गया है आदेश</strong><br />गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नरेट बनने के बाद जे रविंद्र गौड़ दूसरे पुलिस कमिश्नर है. नए कमीश्नर ने शुक्रवार की शाम सभी थाना अध्यक्ष, थाना प्रभारी और एसीपी डीसीपी की मीटिंग ली थी. इस दौरान एक दूसरे से परिचय प्राप्त किया था. साथ ही उन्होंने पुलिसकर्मियों को थाने पर आने वाले या पुलिसकर्मी जब जनता के पास जाती है तो उनसे व्यवहार रखने की बात कही थी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/waqf-bill-2025-minister-anup-balmiki-says-muslims-rights-have-been-taken-away-ann-2928406″><strong>वक्फ बिल पर मंत्री अनुप बाल्मीकि बोले- ‘मुसलमान का हक छिना गया, सरकार दिलाना चाहती है'</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही उन्होंने आदेश दिया था कि मुकदमा दर्ज होने के बाद मुकदमा करवाने वाले वादी को थाने या चौकी के चक्कर न लगाने पड़े बल्कि खुद पुलिस मुकदमे की कॉपी वादी के घर या दफ्तर देकर आए. इसकी शुरुआत शनिवार से हो गई है. अब पुलिसकर्मी घर जाकर वादी को FIR की कॉपी दे रहे हैं. साथ ही उनके मुकदमे में कौन जांच अधिकारी है इस बात से भी अवगत करवा रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही अगर उनका कोई सवाल है तो उसका भी निराकरण कर रहे है. जिनको घर या फिर दफ्तर में FIR की कॉपी मिली, हमने उनसे पूछा तो उन्होंने इस मुहिम की तारीफ की और कहा यह एक शानदार पहल है क्योंकि एप्लीकेशन देने के बाद मुकदमा हुआ या नहीं हुआ, हुआ तो कॉपी लेने में चौकी थाने के कई चक्कर लगाने पड़ते थे.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Ghaziabad News:</strong> गाजियाबाद में तैनात हुए दूसरे पुलिस कमिश्नर ने शुक्रवार शाम को सभी थाना अध्यक्ष, प्रभारी और अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी. जिसमें अन्य दिशा निर्देशों के साथ-साथ यह भी बताया था कि मुकदमा दर्ज होने के बाद उसकी कॉपी पाने के लिए किसी को चौकी या थाने के चक्कर न लगाने पड़े. बल्की उसको वह कॉपी उसके घर पर मिले.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>शनिवार से इस आदेश को अमल में लाया गया. अब पुलिसकर्मी घर-घर जाकर FIR की कॉपी दे रहे हैं और साथ ही उससे जुड़ी जानकारी भी लोगों को मुहैया कराई जा रही है. आम आदमी भी इससे खुश है. गाजियाबाद में पहले पुलिस कमिश्नर रहे अजय मिश्रा का तबादला होने के बाद आगरा के पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ को गाजियाबाद का पुलिस कमिश्नर बनाया गया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या दिया गया है आदेश</strong><br />गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नरेट बनने के बाद जे रविंद्र गौड़ दूसरे पुलिस कमिश्नर है. नए कमीश्नर ने शुक्रवार की शाम सभी थाना अध्यक्ष, थाना प्रभारी और एसीपी डीसीपी की मीटिंग ली थी. इस दौरान एक दूसरे से परिचय प्राप्त किया था. साथ ही उन्होंने पुलिसकर्मियों को थाने पर आने वाले या पुलिसकर्मी जब जनता के पास जाती है तो उनसे व्यवहार रखने की बात कही थी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/waqf-bill-2025-minister-anup-balmiki-says-muslims-rights-have-been-taken-away-ann-2928406″><strong>वक्फ बिल पर मंत्री अनुप बाल्मीकि बोले- ‘मुसलमान का हक छिना गया, सरकार दिलाना चाहती है'</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही उन्होंने आदेश दिया था कि मुकदमा दर्ज होने के बाद मुकदमा करवाने वाले वादी को थाने या चौकी के चक्कर न लगाने पड़े बल्कि खुद पुलिस मुकदमे की कॉपी वादी के घर या दफ्तर देकर आए. इसकी शुरुआत शनिवार से हो गई है. अब पुलिसकर्मी घर जाकर वादी को FIR की कॉपी दे रहे हैं. साथ ही उनके मुकदमे में कौन जांच अधिकारी है इस बात से भी अवगत करवा रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही अगर उनका कोई सवाल है तो उसका भी निराकरण कर रहे है. जिनको घर या फिर दफ्तर में FIR की कॉपी मिली, हमने उनसे पूछा तो उन्होंने इस मुहिम की तारीफ की और कहा यह एक शानदार पहल है क्योंकि एप्लीकेशन देने के बाद मुकदमा हुआ या नहीं हुआ, हुआ तो कॉपी लेने में चौकी थाने के कई चक्कर लगाने पड़ते थे.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड मुंबई में जैन मंदिर ढहाने पर बवाल! समुदाय के लोगों ने निकाला मार्च, BMC अधिकारी का तबादला