विदेश में अपना भविष्य बनाने गए युवाओं में हार्टअटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा ही एक और मामला आर्मेनिया से सामने आया है। यहां के एक पंजाबी युवक की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। युवक की पहचान गांव सर्फकोट निवासी 20 वर्षीय गुरबाज सिंह के रूप में हुई है। जवान बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जानकारी के मुताबिक गुरबाज सिंह अपने बेहतर भविष्य और परिवार के पालन-पोषण के लिए 7 महीने पहले आर्मेनिया गया था। रिश्तेदारों ने बताया कि, कुछ दिन पहले ही गुरदबाज की अपनी मां से बात हुई थी। कर्ज लेकर भेजा था विदेश गुरबाज ने अपनी मां को बताया था कि, उसकी तबीयत ठीक नहीं है। जिसके बाद उसकी मां ने उसे दवा लेने के लिए पैसे भी भेजे थे। कुछ दिन बाद ही गुरबाज की दिल का दौरा पड़ने से उसकी मृत्यु हो गई। रिश्तेदारों ने बताया की परिवार ने पांच लाख रुपए कर्ज लेकर गुरबाज को विदेश भेजा। अपने बूढ़े माता-पिता और एक छोटे भाई को छोड़कर गुरबाज सिंह उस दुनिया को अलविदा कह गए जहां से कोई कभी वापस नहीं लौट सकता। विदेश में अपना भविष्य बनाने गए युवाओं में हार्टअटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा ही एक और मामला आर्मेनिया से सामने आया है। यहां के एक पंजाबी युवक की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। युवक की पहचान गांव सर्फकोट निवासी 20 वर्षीय गुरबाज सिंह के रूप में हुई है। जवान बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जानकारी के मुताबिक गुरबाज सिंह अपने बेहतर भविष्य और परिवार के पालन-पोषण के लिए 7 महीने पहले आर्मेनिया गया था। रिश्तेदारों ने बताया कि, कुछ दिन पहले ही गुरदबाज की अपनी मां से बात हुई थी। कर्ज लेकर भेजा था विदेश गुरबाज ने अपनी मां को बताया था कि, उसकी तबीयत ठीक नहीं है। जिसके बाद उसकी मां ने उसे दवा लेने के लिए पैसे भी भेजे थे। कुछ दिन बाद ही गुरबाज की दिल का दौरा पड़ने से उसकी मृत्यु हो गई। रिश्तेदारों ने बताया की परिवार ने पांच लाख रुपए कर्ज लेकर गुरबाज को विदेश भेजा। अपने बूढ़े माता-पिता और एक छोटे भाई को छोड़कर गुरबाज सिंह उस दुनिया को अलविदा कह गए जहां से कोई कभी वापस नहीं लौट सकता। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब का सबसे महंगा टोल आज भी फ्री:किसानों के धरने का दूसरा दिन, डिप्टी कमिश्नर से करेंगे मुलाकात
पंजाब का सबसे महंगा टोल आज भी फ्री:किसानों के धरने का दूसरा दिन, डिप्टी कमिश्नर से करेंगे मुलाकात देश का सबसे महंगा टोल प्लाजा लाडोवाल आज भी फ्री रहेगा। किसान संगठनों का धरना आज दूसरे दिन में प्रवेश कर गया है। धरने में बड़ी संख्या में किसान हिस्सा ले रहे हैं। किसान शिफ्ट के हिसाब से इस धरने में शामिल हो रहे हैं। कुछ किसान खेतों में काम करने जाते हैं, जबकि कुछ किसान धरने में अपनी हाजिरी लगा रहे हैं। लुधियाना की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी आज किसानों से बातचीत करने वाली हैं। अनिश्चित काल के लिए धरना जारी भारतीय किसान मजदूर यूनियन के प्रधान दिलबाग सिंह ने बताया कि टोल पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया है। आज सोमवार को डिप्टी कमिश्नर बातचीत के लिए मौके पर आएंगे। जब तक टोल की दरें कम नहीं होती, तब तक टोल चालू नहीं होने दिया जाएगा। रविवार सुबह से ही किसान शांतिपूर्वक धरना दे रहे हैं। किसी भी वाहन चालक को जाम में फंसने नहीं दिया जा रहा है। दिलबाग सिंह ने बताया कि कर्मचारियों को हटाकर टोल बूथ खाली करवा दिए गए हैं। इसके बाद खाली लेन में चटाई बिछाकर धरना लगाया गया है। इस टोल की दरें साल में तीसरी बार बढ़ाई गई हैं। यह पंजाब का सबसे महंगा टोल है। उन्होंने बताया कि अगर किसी वाहन पर फास्ट टैग नहीं है तो उसे एक चक्कर के लिए 430 रुपये टैक्स देना पड़ता है। 2 जून से लागू हुए बढ़े हुए रेट…
बरनाला में FCI गोदाम में लगी आग:चावल के कट्टे जले; कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू
बरनाला में FCI गोदाम में लगी आग:चावल के कट्टे जले; कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू बरनाला के तपा में एफसीआई के गोदामों में आग लग गई। आग आग से गोदाम में पड़े बड़ी संख्या में चावल के कट्टे लपेट में आ गए। घटना स्थल पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां पहुंची। उन्होंने काफी देर के बाद आग पर काबू पाया। फायर विभाग के अधिकारियों के अनुसार शॉर्ट सर्किट से आग लगी। फायर ऑफिसर तरसेम सिंह ने कहा कि तपा मंडी में एफसीआई गोदाम में आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद उन्होंने तुरंत फायर गाड़ियां को मौके पर भेजा और आग पर काबू पा लिया। उन्होंने कहा कि आग लगने के सही कारण का पता नहीं चल सका है, लेकिन माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी होगी। उन्होंने बताया कि गोदाम के चक्के में चावल की बोरियां रखी हुई थी, उसमें आग लग गयी। इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई, जबकि थोड़ा आर्थिक नुकसान हुआ। आग से बोरियों की एक परत जल गई है। दमकल की गाड़ियों ने एक घंटे में आग पर काबू पा लिया। उन्होंने बताया कि गोदाम में बड़ी मात्रा में चावल की बोरियां थीं, अगर दमकल की गाड़ियां जल्दी नहीं पहुंचती तो आग बढ़ सकती थी और नुकसान ज्यादा हो सकता था।
किसान आंदोलन, हरियाणा पुलिस के पास पैलेट गन:खनौरी बॉर्डर से तस्वीरें सामने आईं; सेना पत्थरबाजों पर इस्तेमाल करती है
किसान आंदोलन, हरियाणा पुलिस के पास पैलेट गन:खनौरी बॉर्डर से तस्वीरें सामने आईं; सेना पत्थरबाजों पर इस्तेमाल करती है खनौरी बॉर्डर पर किसानों को दिल्ली जाने से रोकने को तैनात हरियाणा पुलिस जवानों के पास पैलेट गन भी है। बॉर्डर पर किसानों की तरफ सबसे पहले घेरे में तैनात पुलिसकर्मियों को यह बंदूकें दी गई हैं। इनके आसपास का आधा किमी एरिया पूरी तरह सील है। जहां पुलिस के अलावा किसी को जाने की इजाजत नहीं। दैनिक भास्कर के पास ऐसी 2 तस्वीरें आईं हैं, जिनमें पुलिसकर्मियों के हाथ में पैलेट गन दिखाई दे रही है। यह वही गन है, जिसका इस्तेमाल सेना जम्मू एंड कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए करती है। इसे वहां अंतिम हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इससे आदमी के टिश्यू डैमेज हो जाते हैं। इनका इस्तेमाल आंदोलनकारी किसानों पर होगा?, यह पूछे जाने पर जींद के DSP (लॉ एंड ऑर्डर) जितेंद्र सिंह का कहना है कि अभी आंदोलन शांतिप्रिय चल रहा है। बॉर्डर पर स्थिति सामान्य है। पैलेट गन के इस्तेमाल का सवाल ही नहीं उठता। खनौरी बॉर्डर पर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की 21 कंपनियां तैनात हैं। मिर्ची बम से असरदार पैलेट गन
पहले पुलिस अंतिम हथियार के रूप में मिर्ची बम का इस्तेमाल करती थी, इसे प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर फेंकने पर त्वचा और आंखों में जलन होने लगती है, लेकिन यह कुछ ही लोगों पर असर करता है। पैलेट गन मिर्ची बम से ज्यादा असरदार है। भारत ही नहीं बल्कि कई दूसरे देश भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पैलेट गन का इस्तेमाल करते हें। देखा जाए तो ये एक गैर घातक हथियार है, यानी इसे गैर-जानलेवा हथियार माना जाता है। किसानों का आरोप- पुलिस इस्तेमाल कर चुकी पैलेट गन
किसानों ने सबसे पहले 13 फरवरी को हरियाणा और पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली कूच की कोशिश की थी। तब हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग कर किसानों को रोक लिया था। इस दौरान उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए। शंभू बॉर्डर पर भी हालात काफी तनावपूर्ण हुए। यहां किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पैलेट गन का इस्तेमाल किया। 16 फरवरी को जब पंजाब के हेल्थ मिनिस्टर डॉ. बलबीर सिंह अस्पताल में पहुंच घायल किसानों से मिले तो उन्होंने खुद इस बात की पुष्टि की कि 10 से ज्यादा किसानों पर पैलेट गन से हमला हुआ है। इसके बाद 21 फरवरी को दिल्ली कूच के दौरान खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण (22) की मौत हो गई थी। किसानों ने आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस ने उसके सिर में गोली मारी है। हालांकि, पुलिस ने इस बात को नकार दिया था। खनौरी बॉर्डर पर सरकार के इंतजाम पुख्ता
खनौरी बॉर्डर पर अभी तक प्रदर्शन शांतिपूर्वक तरीके से चल रहा है। यहां किसान नेता जगजीत डल्लेवाल 41 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। अगर खनौरी बॉर्डर से किसान दिल्ली कूच के लिए निकलते हैं या फिर किसान किन्हीं हालातों में एक साथ बॉर्डर को पार करने की प्लानिंग करते हैं तो पुलिस ने उन्हें रोकने की पूरी तैयारी कर रखी है। ******************** किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- डल्लेवाल के डॉक्टर बोले– उनके शरीर में हडि्डयां बचीं, किडनी-लीवर, फेफड़ों में खराबी आई हरियाणा–पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 41वें दिन आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बचीं हैं। उनके किडनी–लिवर, फेफड़ों में खराबी आ चुकी है। डॉक्टर का दावा है कि उन्हें कभी भी साइलेंट अटैक आ सकता है। पढ़ें पूरी खबर