पंजाब के अमृतसर स्थित अम्बरसर मॉल (ट्रिलियम) को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। बीते दिन गुरुग्राम के एम्बिएंस मॉल और आज जयपुर के एक बड़े माल के बाद धमकी भरी कॉल के अमृतसर पुलिस कंट्रोल रूम पर भी पहुंची है। धमकी मिलने के बाद अमृतसर पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची है और सर्च किया जा रहा है। फिलहाल मॉल को सील कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मॉल को बम से उड़ाने की धमकी की सूचना कंट्रोल रूम से मिली है। डीसीपी हेडक्वार्टर सतवीर सिंह अटवाल ने जानकारी दी है कि कंट्रोल रूम में फोन आया था। जिसके बाद अमृतसर की पुलिस अलर्ट पर है। सूचना के अनुसार मॉल के अंदर बम इन्स्टॉल किए गए हैं। पुलिस टीमें इस समय मॉल के अंदर सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। सर्च पूरा होने के बाद ही स्पष्ट कहा जा सकता है कि क्या स्थिति है। जानकारी हासिल करने में जुटी पुलिस फिलहाल एक टीम कॉल की जानकारी हासिल करने में भी जुटी है। कॉल कहां से आई और किसने की, इसका पता लगाया जा रहा है। ये सिर्फ धमकी है या सच में बम है, इसका पता सर्च ऑपरेशन पूरा होने पर ही लगेगा। फिलहाल डॉग स्क्वायड टीमें, एंटी सबोटाज टीम और बम रोधक दस्ते मॉल के अंदर पहुंच चुके हैं। मॉल की जांच की जा रही। पंजाब के अमृतसर स्थित अम्बरसर मॉल (ट्रिलियम) को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। बीते दिन गुरुग्राम के एम्बिएंस मॉल और आज जयपुर के एक बड़े माल के बाद धमकी भरी कॉल के अमृतसर पुलिस कंट्रोल रूम पर भी पहुंची है। धमकी मिलने के बाद अमृतसर पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची है और सर्च किया जा रहा है। फिलहाल मॉल को सील कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मॉल को बम से उड़ाने की धमकी की सूचना कंट्रोल रूम से मिली है। डीसीपी हेडक्वार्टर सतवीर सिंह अटवाल ने जानकारी दी है कि कंट्रोल रूम में फोन आया था। जिसके बाद अमृतसर की पुलिस अलर्ट पर है। सूचना के अनुसार मॉल के अंदर बम इन्स्टॉल किए गए हैं। पुलिस टीमें इस समय मॉल के अंदर सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। सर्च पूरा होने के बाद ही स्पष्ट कहा जा सकता है कि क्या स्थिति है। जानकारी हासिल करने में जुटी पुलिस फिलहाल एक टीम कॉल की जानकारी हासिल करने में भी जुटी है। कॉल कहां से आई और किसने की, इसका पता लगाया जा रहा है। ये सिर्फ धमकी है या सच में बम है, इसका पता सर्च ऑपरेशन पूरा होने पर ही लगेगा। फिलहाल डॉग स्क्वायड टीमें, एंटी सबोटाज टीम और बम रोधक दस्ते मॉल के अंदर पहुंच चुके हैं। मॉल की जांच की जा रही। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में गैंगस्टर आतंकी लांडा के 3 साथियों पर रेड:खन्ना पुलिस ने दी दबिश, घर की तलाशी लेकर परिवार वालों से की पूछताछ
लुधियाना में गैंगस्टर आतंकी लांडा के 3 साथियों पर रेड:खन्ना पुलिस ने दी दबिश, घर की तलाशी लेकर परिवार वालों से की पूछताछ कनाडा बैठे गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा के तीन साथियों के ठिकानों पर खन्ना पुलिस ने दबिश दी। एसपी (आई) सौरव जिंदल की निगरानी में विभिन्न टीमों ने रेड करते हुए लांडा के साथियों के घरों की तलाशी ली। परिवार के लोगों से पूछताछ की गई। एसपी ने बताया कि पुलिस जिला खन्ना में गैंगस्टर लांडा के तीन साथी जांच में सामने आए हुए हैं। इनमें से दो साथी रिक्की निवासी अजनौद (दोराहा) और विष्णु सोनी निवासी मंडियाला (खन्ना) जेल में हैं। तीसरा साथी रवि राजगढ़ जमानत पर है। तीनों के ठिकानों पर रेड की गई। जिसका मकसद इन लोगों की मूवमेंट पर नजर रखना और किसी भी अप्रिय घटना को रोकना रहा। भारत सरकार द्वारा घोषित आतंकी
कनाडा में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियां चलाने वाले खालिस्तानी लखबीर सिंह लांडा को भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया हुआ है। गृह मंत्रालय (एमएचए) ने कुछ समय पहले कनाडा रहने वाले गैंगस्टर और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) नेता लखबीर सिंह लांडा को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत ‘व्यक्तिगत आतंकवादी’ घोषित किया था। लखबीर सिंह लांडा मूल रूप से पंजाब का रहने वाला है। लेकिन बीते कुछ समय से वह कनाडा में बैठकर भारत के खिलाफ साजिशों में जुटा है। मोहाली हेडक्वार्टर पर राकेट हमला
लखबीर सिंह लांडा पर आरोप है कि उसने मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट की मदद से ग्रेनेड हमला करवाया था। इतना ही नहीं, आरोप है कि वह पाकिस्तान से भारत में हथियारों और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) की तस्करी की निगरानी करता है। मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले का मास्टरमाइंड है और वह इस मामले में पंजाब पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी की ओर से मोस्ट वांटेड है। एनआईए ने इस आतंकी पर इनाम भी रखा है। तरनतारन का रहने वाला लांडा
गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार आतंकी लखबीर सिंह लांडा कनाडा स्थित खालिस्तान समर्थक संगठन के साथ भी निकटता से जुड़ा हुआ था, जिसमें खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का आतंकी हरदीप सिंह निज्जर और सिख फॉर जस्टिस का आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू भी जुड़ा था। लखबीर सिंह लांडा पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला है और फिलहाल वह कनाडा के एडमोंटन, अल्बर्टा में रहता है।
लुधियाना में पलटी यात्रियों से भरी बस:एक की मौत, 35 घायल, टायर पंक्चर होने हादसा, हरिद्वार से जा रही थी जम्मू
लुधियाना में पलटी यात्रियों से भरी बस:एक की मौत, 35 घायल, टायर पंक्चर होने हादसा, हरिद्वार से जा रही थी जम्मू हरिद्वार से जम्मू जा रही निजी कंपनी की बस देर रात को लुधियाना में पलट गई। इस हादसे में बस में सवार 3 बच्चों समेत 35 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। जिन्हें लुधियाना के सिविल अस्पताल दाखिल कराया गया है। वहीं हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की अभी पहचान नहीं हो सकी है। वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। देर रात जालंधर बाइपास के पास हुआ हादसा हादसा रात 1 बजे के करीब जालंधर बाइपास के पास हुआ। जहां हरिद्वार से चलकर जम्मू जा रही बस जैसे ही लुधियाना के जालंधर बाइपास के पास पहुंची तो हाईवे पर अचानक पलट गई। जिसके बाद चीख-पुकार की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, और उन्होंने बस में फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। घायलों को पहुंचाया अस्पताल सूचना मिलते ही एम्बुलेंस घटनास्थल पर पहुंची, और घायलों को सिविल अस्पताल लाया गया। हादसे में तीन बच्चों समेत 35 लोग घायल हो गए हैं। जो सिविल अस्पताल में ही उपचाराधीन हैं। जिनमें 12 की हालत नाजुक बताई जा रही है। टायर पंक्चर से हुआ हादसा बताया जा रहा है जालंधर बाइपास के पास एकदम टायर पंक्चर हो गया। जिसके कारण बस पलट गई। बस जम्मू को जा रही थी। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत भी हो गयी। अस्पताल में दाखिल घायल कुलदीप ने बताया कि बस मे 48 के करीब लोग सवार थे। जिनमें 35 के करीब लोग घायल हो गए हैं। उन्होंने बताया कि बस का टायर पंक्चर होने से ये हादसा हो गया। पुलिस ने शुरू की जांच पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं हादसे में मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। जिसका शव सिविल अस्पताल में रखा गया है। पहचान होने के बाद मृतक का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
किसान आंदोलन से बंद शंभू बॉर्डर खुलवाने पर बवाल:अंबाला के आसपास के व्यापारी पहुंचे; किसानों का आरोप-BJP-AAP वर्करों ने स्टेज पर हमला किया
किसान आंदोलन से बंद शंभू बॉर्डर खुलवाने पर बवाल:अंबाला के आसपास के व्यापारी पहुंचे; किसानों का आरोप-BJP-AAP वर्करों ने स्टेज पर हमला किया हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर रविवार को तनावपूर्ण हालात बन गए। किसानों की तरफ से शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन के लिए लगाए गए स्टेज पर अचानक करीब 100 युवक पहुंच गए। उन्होंने रास्ता खोलने की मांग की। किसानों का आरोप है कि ये हमला भाजपा नेताओं व लोकल AAP विधायकों के करीबियों ने माहौल खराब करने के लिए किया है। बॉर्डर पर पहुंचे लोगों का कहना है कि वे आसपास के गांवों के लोग हैं। शंभू बॉर्डर पर दोपहिया वाहनों की क्रॉसिंग को लेकर पहले भी मांग पत्र दिया था, जिस पर आज तक किसान नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसलिए आज सभी गांवों के लोगों और व्यापारी एकजुट होकर शंभू बॉर्डर खोलने की मांग लेकर पहुंचे थे। स्टेज पर कब्जा करने का आरोप स्टेज पर मौजूद किसान नेता बलदेव सिंह जीरा, सविंदर संह चूताला, जसवीर सिंह सिद्धूपुर, जंग सिंह भटेड़ी, मान सिंह राजपुरा, करनैल सिंह लंग, गुरदेव सिंह गज्जू माजरा, गुरअमनीत सिंह मांगट, जसबीर सिंह पिंदी, सूरजभान फरीदकोट ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे अंबाला के विशाल बत्रा, सोनू तपेला, मिंटू राजगढ़, जैगोपाल भिट्ठे वाला, दलबीर सिंह उर्फ बिट्टू बाबा राजगढ़ की अगुआई में 100 के करीब व्यक्तियों ने स्टेज पर कब्जा कर हमला करने की कोशिश की। उन ने किसानों पर रोड बंद करने का इल्जाम लगाया। ये सड़क 8 फरवरी से बंद है, जबकि किसान यहां 13 फरवरी को आए थे। हमला करने वालों पर माइनिंग का आरोप
किसानों ने आरोप लगाया कि शंभू बॉर्डर पर पहुंचे लोग माइनिंग का धंधा करते हैं। घग्गर से रेत निकाल उसकी कालाबाजारी करते हैं। मोर्चा लगने के कारण उनका कालाबजारी का धंधा बंद है, जबकि किसानों के आसपास के समर्थकों ने स्पष्ट किया कि यहां इकट्ठे हुए लोग विभिन्न पार्टियों के समर्थक हैं। 13 फरवरी से चल रहा प्रदर्शन
किसान 13 फरवरी से शंभू बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। वह न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत अन्य मांगों को लेकर दिल्ली कूच करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया। इस दौरान किसानों व हरियाणा पुलिस और पैरा-मिलिट्री फोर्सेस के बीच तनाव भी हुआ। खनौरी बॉर्डर पर 21 फरवरी को युवा किसान शुभकरण सिंह गोली लगने से मौत भी हुई। जिसके बाद किसानों ने शंभू बॉर्डर पर ही बैठ प्रदर्शन करने का फैसला किया। इस प्रोटेस्ट को शुरू हुए 131 दिन हो चुके हैं। इस दौरान लोकसभा चुनाव भी संपन्न हुए। लेकिन किसान अभी भी मांगें माने जाने तक प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। किसान आंदोलन 0.2 के शुरू होने के बाद से अभी तक तकरीबन 16 किसानों की मौत विभिन्न कारणों से हो चुकी है। जबकि पहले किसान आंदोलन में तकरीबन 700 किसानों की जान गई थी।