गुरुग्राम के सुशांत लोक इलाके में ट्रॉली बैग में मिली महिला की डेडबॉडी के मामले में 36 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस अभी तक न तो शव की पहचान कर पाई है और न ही आरोपी के बारे में कोई सुराग मिला है। सुशांत लोक थाना पुलिस ने केस को ट्रेस आउट करने के लिए दो दो इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर लगाए हैं, लेकिन इन्वेस्टिगेशन सीसीटीवी खंगालने से आगे नहीं बढ़ी है। बताया जा रहा है कि ट्रॉली बैग ज्यादा बड़ा नहीं है। यह चेन की साइड से सिला हुआ मिला है। पुलिस का अनुमान है कि बॉडी फंसाने के बाद बैग की चेन बंद नहीं हुई होगी। इसलिए आरोपी ने इसे किसी बड़ी सूई से सिल दिया। फिलहाल पुलिस आरोपी तक पहुंचने के लिए कड़ियां जोड़ रही है। सबसे पहले महिला ने देखा शव
बताया जा रहा है कि सबसे पहले एक महिला ने इस ट्राॅली बैग को देखा था। यह महिला एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) में काम करती है और वन विभाग के लिए पौधे लगाने का काम करती है। महिला ने बैग देखा और पाया कि उसमें मक्खियां और चींटियां थीं। सुबह 11.30 बजे उसने एनजीओ के लिए काम करने वाले अशोक कुमार को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची, बैग खोला और उसमें शव पाया।
एक से ज्यादा हो सकते हैं आरोपी
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शव को ठिकाने लगाने में कम से कम दो संदिग्ध शामिल हो सकते हैं। क्योंकि इस बैग को सड़क किनारे लगी करीब सात फीट ऊंची लोहे की ग्रिल के ऊपर से दूसरी तरफ फेंका गया था। सड़क के किनारे जिस जगह से शव बरामद हुआ, एक ब्लाइंड स्पॉट है, क्योंकि आसपास कोई सीसीटीवी भी नहीं लगा है। कोई आया और ट्रॉली बैग फेंक गया दरअसल शनिवार को फरीदाबाद रोड पर खुशबू चौक के पास सनसेट बुलेवार्ड रोड के किनारे एक संदिग्ध काले रंग का ट्रॉली बैग मिला था। जिसमें महिला का शव बरामद हुआ। जहां यह बैग मिला है, वहां व्यस्त रोड है और राहगीरों का आना जाना लगा रहता है। पुलिस की गश्त भी रहती है, लेकिन मिलेनियम सिटी की हाईटेक पुलिस की तमाम सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हुए कोई महिला की हत्या कर शव ट्रॉली बैग में पैक करके व्यस्त मार्ग के किनारे फेंक कर चला जाता है और पुलिस को महिला की पहचान करने में भी मुश्किल आ रही है। 24 घंटे तक पहचान करने में असफल रही पुलिस ने रविवार को 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा कर आमजन से मदद मांगी है। महिला सुरक्षा पर सवाल गुरुग्राम में महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पिछले महीने सेक्टर 93 में महिला की हत्या कर शव झाड़ियों में फेंका था। पिछले सप्ताह गुरुग्राम के स्पा सेंटर में काम करने वाली महिला की हत्या कर शव उत्तराखंड के नाले में फेंक दिया गया। अब सुशांत लोक में महिला की हत्या कर शव ट्रॉली बैग में फेंका गया। पुलिस ने अब तक यह कार्रवाई की.. पहचान बताने पर 25 हजार का इनाम गुरुग्राम पुलिस ने मृतका की पहचान बताने वाले व्यक्ति को 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि मृतका के बारे में किसी को भी अगर कोई जानकारी हो तो वह पुलिस के साथ शेयर करे। इतना ही नही पुलिस ने मृतका की पहचान बताने वाले व्यक्ति का नाम भी गुप्त रखने की बात कही है। SHO बोले- CCTV खंगाल रही पुलिस सुशांत लोक थाना SHO मनोज कुमार ने बताया कि पहनावे से महिला अच्छे परिवार से नजर आ रही है। हो सकता है कि वह किसी कंपनी में काम करने वाली कर्मचारी रही हो। या फिर किसी क्लब या इवेंट कंपनी से जुड़े होने की भी संभावना है। पुलिस उस इलाके के CCTV खंगाल रही है। संदिग्धों की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर सबूत इकट्ठा किए हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत के सही कारण और समय का पता लगाया जा सकेगा। ————– गुरुग्राम के सुशांत लोक इलाके में ट्रॉली बैग में मिली महिला की डेडबॉडी के मामले में 36 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस अभी तक न तो शव की पहचान कर पाई है और न ही आरोपी के बारे में कोई सुराग मिला है। सुशांत लोक थाना पुलिस ने केस को ट्रेस आउट करने के लिए दो दो इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर लगाए हैं, लेकिन इन्वेस्टिगेशन सीसीटीवी खंगालने से आगे नहीं बढ़ी है। बताया जा रहा है कि ट्रॉली बैग ज्यादा बड़ा नहीं है। यह चेन की साइड से सिला हुआ मिला है। पुलिस का अनुमान है कि बॉडी फंसाने के बाद बैग की चेन बंद नहीं हुई होगी। इसलिए आरोपी ने इसे किसी बड़ी सूई से सिल दिया। फिलहाल पुलिस आरोपी तक पहुंचने के लिए कड़ियां जोड़ रही है। सबसे पहले महिला ने देखा शव
बताया जा रहा है कि सबसे पहले एक महिला ने इस ट्राॅली बैग को देखा था। यह महिला एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) में काम करती है और वन विभाग के लिए पौधे लगाने का काम करती है। महिला ने बैग देखा और पाया कि उसमें मक्खियां और चींटियां थीं। सुबह 11.30 बजे उसने एनजीओ के लिए काम करने वाले अशोक कुमार को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची, बैग खोला और उसमें शव पाया।
एक से ज्यादा हो सकते हैं आरोपी
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शव को ठिकाने लगाने में कम से कम दो संदिग्ध शामिल हो सकते हैं। क्योंकि इस बैग को सड़क किनारे लगी करीब सात फीट ऊंची लोहे की ग्रिल के ऊपर से दूसरी तरफ फेंका गया था। सड़क के किनारे जिस जगह से शव बरामद हुआ, एक ब्लाइंड स्पॉट है, क्योंकि आसपास कोई सीसीटीवी भी नहीं लगा है। कोई आया और ट्रॉली बैग फेंक गया दरअसल शनिवार को फरीदाबाद रोड पर खुशबू चौक के पास सनसेट बुलेवार्ड रोड के किनारे एक संदिग्ध काले रंग का ट्रॉली बैग मिला था। जिसमें महिला का शव बरामद हुआ। जहां यह बैग मिला है, वहां व्यस्त रोड है और राहगीरों का आना जाना लगा रहता है। पुलिस की गश्त भी रहती है, लेकिन मिलेनियम सिटी की हाईटेक पुलिस की तमाम सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हुए कोई महिला की हत्या कर शव ट्रॉली बैग में पैक करके व्यस्त मार्ग के किनारे फेंक कर चला जाता है और पुलिस को महिला की पहचान करने में भी मुश्किल आ रही है। 24 घंटे तक पहचान करने में असफल रही पुलिस ने रविवार को 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा कर आमजन से मदद मांगी है। महिला सुरक्षा पर सवाल गुरुग्राम में महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पिछले महीने सेक्टर 93 में महिला की हत्या कर शव झाड़ियों में फेंका था। पिछले सप्ताह गुरुग्राम के स्पा सेंटर में काम करने वाली महिला की हत्या कर शव उत्तराखंड के नाले में फेंक दिया गया। अब सुशांत लोक में महिला की हत्या कर शव ट्रॉली बैग में फेंका गया। पुलिस ने अब तक यह कार्रवाई की.. पहचान बताने पर 25 हजार का इनाम गुरुग्राम पुलिस ने मृतका की पहचान बताने वाले व्यक्ति को 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि मृतका के बारे में किसी को भी अगर कोई जानकारी हो तो वह पुलिस के साथ शेयर करे। इतना ही नही पुलिस ने मृतका की पहचान बताने वाले व्यक्ति का नाम भी गुप्त रखने की बात कही है। SHO बोले- CCTV खंगाल रही पुलिस सुशांत लोक थाना SHO मनोज कुमार ने बताया कि पहनावे से महिला अच्छे परिवार से नजर आ रही है। हो सकता है कि वह किसी कंपनी में काम करने वाली कर्मचारी रही हो। या फिर किसी क्लब या इवेंट कंपनी से जुड़े होने की भी संभावना है। पुलिस उस इलाके के CCTV खंगाल रही है। संदिग्धों की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर सबूत इकट्ठा किए हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत के सही कारण और समय का पता लगाया जा सकेगा। ————– हरियाणा | दैनिक भास्कर
