गुरुग्राम के सुशांत लोक फेज-1 के बी ब्लॉक स्थित विपुल स्क्वायर में लिफ्ट में शनिवार शाम एक परिवार फंस गया। 15 मिनट पर तीन बच्चों और महिला की सांस अटकी रही। महिला के पति ने मॉल की सिक्योरिटी और लिफ्ट मैन को बुलाया, लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी यह ठीक नहीं हुई। जिस पर पीड़ित व्यक्ति ने इसकी सहायता के लिए पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल किया। जब तक पुलिस मौके पर पहुंचती, तब तक लिफ्टमैन ने मास्टर की से लिफ्ट को खोल कर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला। पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और जिला उपायुक्त को भेजी है। बच्चों को लिफ्ट से भेजा और खुद सीढ़ियां चढ़ने लगे सेक्टर चार के रहने वाले योगेंद्र ने बताया कि शाम करीब सवा सात बजे वे बच्चों काे डिनर करवाने के लिए नवैधम रेस्टोरेंट गए थे। उसकी पत्नी और बच्चे लिफ्ट से ऊपर जाने लगे, जबकि वह खुद सीढ़ियों से ऊपर जाने लगे। इसी बीच बच्चों के चिल्लाने की आवाज आई तो वे दौड़कर लिफ्ट के पास आए। लिफ्ट बीच में फंस चुकी थी। उन्होंने तुरंत सिक्योरिटी गार्ड और लिफ्ट मैन को इसकी जानकारी दी। करीब 15 मिनट पर बाद लिफ्ट से बच्चों को निकाला। उन्होंने बताया कि यह लिफ्ट ठीक से काम नहीं कर रही है, संबंधित कंपनी इसकी जांच करें। यहां उनके साथ कुछ भी हो सकता था। सवाल यह भी है कि लिफ्ट थमने के बाद बच्चों ने अलार्म भी बजाया, लेकिन अलार्म क्यों नहीं बजा? गुरुग्राम के सुशांत लोक फेज-1 के बी ब्लॉक स्थित विपुल स्क्वायर में लिफ्ट में शनिवार शाम एक परिवार फंस गया। 15 मिनट पर तीन बच्चों और महिला की सांस अटकी रही। महिला के पति ने मॉल की सिक्योरिटी और लिफ्ट मैन को बुलाया, लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी यह ठीक नहीं हुई। जिस पर पीड़ित व्यक्ति ने इसकी सहायता के लिए पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल किया। जब तक पुलिस मौके पर पहुंचती, तब तक लिफ्टमैन ने मास्टर की से लिफ्ट को खोल कर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला। पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और जिला उपायुक्त को भेजी है। बच्चों को लिफ्ट से भेजा और खुद सीढ़ियां चढ़ने लगे सेक्टर चार के रहने वाले योगेंद्र ने बताया कि शाम करीब सवा सात बजे वे बच्चों काे डिनर करवाने के लिए नवैधम रेस्टोरेंट गए थे। उसकी पत्नी और बच्चे लिफ्ट से ऊपर जाने लगे, जबकि वह खुद सीढ़ियों से ऊपर जाने लगे। इसी बीच बच्चों के चिल्लाने की आवाज आई तो वे दौड़कर लिफ्ट के पास आए। लिफ्ट बीच में फंस चुकी थी। उन्होंने तुरंत सिक्योरिटी गार्ड और लिफ्ट मैन को इसकी जानकारी दी। करीब 15 मिनट पर बाद लिफ्ट से बच्चों को निकाला। उन्होंने बताया कि यह लिफ्ट ठीक से काम नहीं कर रही है, संबंधित कंपनी इसकी जांच करें। यहां उनके साथ कुछ भी हो सकता था। सवाल यह भी है कि लिफ्ट थमने के बाद बच्चों ने अलार्म भी बजाया, लेकिन अलार्म क्यों नहीं बजा? हरियाणा | दैनिक भास्कर
