<p style=”text-align: justify;”><strong>Gorakhpur News:</strong> यूपी के गोरखपुर में शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में 7 मई को मरने वाली बाघिन शक्ति की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद हड़कंप मच गया है. बाघिन शक्ति की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद चिड़ियाघर प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. चिड़ियाघर को एहतियात के तौर पर सात दिन के लिए बंद कर दिया गया है. सैनिटाइजेशन के साथ काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों की बर्ड फ्लू जांच की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोरखपुर में एक के बाद एक जानवरों की मौत के बाद चिड़ियाघर प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी भी सकते में आ गए. भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान की जांच में 7 मई को मरी बाघिन शक्ति की मौत में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. रिपोर्ट आने के बाद मंगलवार 14 मई को आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर) की टीम ने चिड़ियाघर पहुंचकर 105 कर्मियों का सैंपल लिया. संक्रमण को ध्यान में रखते हुए पूरे चिड़ियाघर को सैनिटाइज किया गया है. इसके बाद से ही चिड़ियाघर को 20 मई तक बंद कर दिया गया है. इस बीच उसके इलाज और देखभाल में लगे सभी कर्मियों को क्वारंटाइन कर दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आर्गन फेल्योर की पुष्टि<br /></strong>7 मई को बाघिन शक्ति ने मौत से पहले छह मई को खाना और पीना छोड़ दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मल्टी आर्गन फेल्योर होने की बात सामने आई, लेकिन संक्रमण का पता नहीं चला. इसलिए सैंपल को विसरा जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल भेजा गया, जहां जांच में मौत की वजह बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. बाघिन शक्ति को बीते साल 10 मई को दुधवा रिजर्व के मैलानी रेलवे लाइन के किनारे घायलावस्था में गोरखपुर चिड़ियाघर लाया गया था. उस वक्त वो 10 माह की थी. उसके पैर में चोट होने की वजह से वो खड़ी नहीं हो पा रही थी. ठीक होने के बाद उसे रेस्क्यू सेंटर में रखा गया. इसके बाद उसे बाड़े में छोड़ दिया गया. कुछ दिनों बाद अस्वस्थता की वजह से उसे दोबारा रेस्क्यू सेंटर में लाया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके पहले गोरखपुर चिड़ियाघर में बाघ केसरी की 30 मार्च को मौत हो गई थी. उसे पीलीभीत से गोरखपुर लाया गया था. इसके बाद 4 मई को बहराइच से रेस्‍क्‍यू कर लाई गई आदमखोर भेड़िया भैरवी की 4 मई को मौत हो गई. इसके पोस्टमार्टम में मल्टी ऑर्गन फेल्योर की बात सामने आई है. 8 मई को तेंदुआ मोना की मौत हो गई. वो कैंसर से पीड़ित थी. मंगलवार 13 मई को आरएमआरसी की टीम ने चिड़ियाघर पहुंच कर 105 कर्मियों के सैंपल लिए हैं. इन नमूनों की जांच रिपोर्ट बुधवार को आने की उम्मीद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चिड़ियाघर के निदेशक ने क्या बोला? <br /></strong>चिड़ियाघर में हाल के दिनों में चार जानवरों की मौत से हड़कंप मचा है. वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना भी 9 मई को चिड़ियाघर पहुंचकर हालात का जायजा ले चुके हैं. वहीं बीमार शेर पटौदी को इंफेक्शन फैलने के खतरे को देखते हुए इलाज के लिए कानपुर जू भेजा जा चुका है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>चिड़ियाघर के निदेशक विकास यादव ने बताया कि बाघिन शक्ति की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि के बाद चिड़ियाघर के 105 कर्मियों और अधिकारियों के सैंपल आरएमआरसी की टीम ने लिए हैं. सभी को क्वारंटाइन किया गया है. सभी बड़े वन्य जीवों की जांच भी जल्द होगी. चिड़ियाघर को एहतियात के तौर पर 20 मई तक बंद कर दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-called-review-meeting-of-food-safety-and-drug-administration-adulteration-is-social-crime-ann-2943528″>यूपी में अब इन लोगों के लिए आफत की घड़ी, सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए सख्त निर्देश</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Gorakhpur News:</strong> यूपी के गोरखपुर में शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में 7 मई को मरने वाली बाघिन शक्ति की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद हड़कंप मच गया है. बाघिन शक्ति की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद चिड़ियाघर प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. चिड़ियाघर को एहतियात के तौर पर सात दिन के लिए बंद कर दिया गया है. सैनिटाइजेशन के साथ काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों की बर्ड फ्लू जांच की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोरखपुर में एक के बाद एक जानवरों की मौत के बाद चिड़ियाघर प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी भी सकते में आ गए. भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान की जांच में 7 मई को मरी बाघिन शक्ति की मौत में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. रिपोर्ट आने के बाद मंगलवार 14 मई को आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर) की टीम ने चिड़ियाघर पहुंचकर 105 कर्मियों का सैंपल लिया. संक्रमण को ध्यान में रखते हुए पूरे चिड़ियाघर को सैनिटाइज किया गया है. इसके बाद से ही चिड़ियाघर को 20 मई तक बंद कर दिया गया है. इस बीच उसके इलाज और देखभाल में लगे सभी कर्मियों को क्वारंटाइन कर दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आर्गन फेल्योर की पुष्टि<br /></strong>7 मई को बाघिन शक्ति ने मौत से पहले छह मई को खाना और पीना छोड़ दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मल्टी आर्गन फेल्योर होने की बात सामने आई, लेकिन संक्रमण का पता नहीं चला. इसलिए सैंपल को विसरा जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल भेजा गया, जहां जांच में मौत की वजह बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. बाघिन शक्ति को बीते साल 10 मई को दुधवा रिजर्व के मैलानी रेलवे लाइन के किनारे घायलावस्था में गोरखपुर चिड़ियाघर लाया गया था. उस वक्त वो 10 माह की थी. उसके पैर में चोट होने की वजह से वो खड़ी नहीं हो पा रही थी. ठीक होने के बाद उसे रेस्क्यू सेंटर में रखा गया. इसके बाद उसे बाड़े में छोड़ दिया गया. कुछ दिनों बाद अस्वस्थता की वजह से उसे दोबारा रेस्क्यू सेंटर में लाया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके पहले गोरखपुर चिड़ियाघर में बाघ केसरी की 30 मार्च को मौत हो गई थी. उसे पीलीभीत से गोरखपुर लाया गया था. इसके बाद 4 मई को बहराइच से रेस्‍क्‍यू कर लाई गई आदमखोर भेड़िया भैरवी की 4 मई को मौत हो गई. इसके पोस्टमार्टम में मल्टी ऑर्गन फेल्योर की बात सामने आई है. 8 मई को तेंदुआ मोना की मौत हो गई. वो कैंसर से पीड़ित थी. मंगलवार 13 मई को आरएमआरसी की टीम ने चिड़ियाघर पहुंच कर 105 कर्मियों के सैंपल लिए हैं. इन नमूनों की जांच रिपोर्ट बुधवार को आने की उम्मीद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चिड़ियाघर के निदेशक ने क्या बोला? <br /></strong>चिड़ियाघर में हाल के दिनों में चार जानवरों की मौत से हड़कंप मचा है. वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना भी 9 मई को चिड़ियाघर पहुंचकर हालात का जायजा ले चुके हैं. वहीं बीमार शेर पटौदी को इंफेक्शन फैलने के खतरे को देखते हुए इलाज के लिए कानपुर जू भेजा जा चुका है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>चिड़ियाघर के निदेशक विकास यादव ने बताया कि बाघिन शक्ति की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि के बाद चिड़ियाघर के 105 कर्मियों और अधिकारियों के सैंपल आरएमआरसी की टीम ने लिए हैं. सभी को क्वारंटाइन किया गया है. सभी बड़े वन्य जीवों की जांच भी जल्द होगी. चिड़ियाघर को एहतियात के तौर पर 20 मई तक बंद कर दिया गया है.</p>
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