‘4 साल से मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। मेरे बेटे को हाईजैक करके मुझे धमकी देते हैं। मेरे साथ मारपीट की गई। मैं नहीं चाहता कि मेरे बेटे के सिर से उसके पापा का साया हटे, इसलिए खून का घूंट पीकर जिंदा हूं।’ संत कबीरनगर की खलीलाबाद CHC में तैनात डॉ. वरुणेश दुबे यह कहते हुए रो देते हैं। उनकी पत्नी ने डॉक्टर पर अश्लील वीडियो बनाकर वेबसाइट को बेचने और मारपीट करने की FIR दर्ज कराई है। वह कहते हैं- मैं एक डॉक्टर हूं। सोचने वाली बात है, अपने वीडियो क्यों बनाऊंगा? गोरखपुर के राजेंद्रनगर में रहने वाले डॉक्टर के खिलाफ पत्नी शिम्पी ने लिखित शिकायत पुलिस को दी। इसके मुताबिक, मेरे पति डॉ. वरुणेश दुबे ने खुद को ट्रांसजेंडर दिखाकर, अन्य युवकों को बुलाकर अश्लील (पोर्न) वीडियो बनाते हैं। 18 मई को डॉक्टर गोरखपुर के हमारे घर पर आए। जब मैंने उनसे अश्लील वीडियो के बारे में पूछा, तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट की। इसके बाद ये मामला थाने तक पहुंचा। दैनिक भास्कर एप की टीम ने गोरखपुर में डॉ. वरुणेश से डिटेल में बात की। उनसे समझा कि परिवार का विवाद और पोर्न वीडियो बनाने की हकीकत क्या है? पढ़िए रिपोर्ट… डॉक्टर बोले- साले का बिजनेस बिगड़ने से झगड़े बढ़े हमने पूछा- क्या लगता है पत्नी से विवाद की शुरुआत कहां से हुई? डॉ. वरुणेश दुबे ने कहा- मैंने शिम्पी से शादी के बाद उनके परिवार का बहुत सपोर्ट किया। साले को ड्रग लाइसेंस की जरूरत थी। मैंने बनवाया और दवा कारोबार शुरू करवाया। अपने जानने वाले डाक्टरों की मदद से उसका बिजनेस बढ़ाने में मदद भी की। मगर कुछ महीनों में ही डॉक्टर्स ने कहा कि आपका आदमी बेईमान है। सबने उसके साथ काम करना बंद कर दिया। फिर मैंने भी किसी से सिफारिश नहीं की। उसी के बाद से खटपट शुरू हो गई। ससुराल वाले मेरी पत्नी को भड़काने लगे। वह भी मुझसे और मेरे परिवार से झगड़े करने लगी। 2 साल पहले मेरे सुसराल के लोगों ने मेरे पिता और मौसी से हाथापाई की। पिता ने पुलिस में शिकायत की थी। इसके बाद मेरा और मेरी पत्नी का शांतिभंग में 6-6 महीने के लिए चालान किया गया। डॉक्टर ने कहा- पापा से केस वापस करवाया, यही बड़ी भूल
डॉक्टर वरुणेश ने कहा- शांतिभंग में चालान होने के बाद मुझे और मेरी पत्नी को थाने पर पेश होना पड़ता था। दो-तीन बार जाना पड़ा, तब मेरी पत्नी ने रिक्वेस्ट की। उसने कहा- प्लीज पापा से बात करिए, अब ऐसा नहीं करूंगी। इसके बाद मैंने पापा को मनाया और केस वापस करवा लिया। लेकिन शायद यह मेरी सबसे बड़ी गलती थी। इसके दो महीने बाद मेरी पत्नी ने मेरी मौसी से किचन में मारपीट की। जब हम लोग किचन में पहुंचे, तो बुजुर्ग मौसी जमीन पर गिरी हुईं थीं। CCTV के साथ छेड़छाड़ करती थी पत्नी
हमने पूछा- पत्नी की भूमिका संदिग्ध है, ये कब पता चला? डॉक्टर ने कहा- खलीलाबाद के घर पर मैंने सुरक्षा के लिए CCTV लगवा दिया था। लेकिन न जाने क्यों शिम्पी कैमरे के साथ छेड़छाड़ करती रहती थी। मेरे घर पर न रहने पर ऐसा होता था। मुझे लगता था कि कोई बाहर का व्यक्ति आता होगा। क्योंकि, कैमरे को डिस्कनेक्ट कर दिया जाता था। बाद में जब पता चला कि ये तो मेरी पत्नी कर रही है। मैंने पूछा तो उसने कहा कि मुझे कैमरा अच्छा नहीं लगता। इधर मेरे और शिम्पी के विवाद में थाना पुलिस के चक्कर लग रहे थे, इससे मेरे पिता परेशान थे। आप समझिए कि इसी टेंशन में उनकी मौत हो गई। पिता के कर्मकांड के बाद मैंने खलीलाबाद चलने को कहा तो शिम्पी ने मना कर दिया। मेरी ड्यूटी संतकबीरनगर जिला जेल में भी थी। साथ ही, CHC का भी चार्ज संभाल रहा था। ऐसे में मुझे वहां ज्यादातर रहना होता था। छुट्टी पर ही मैं घर आ पाता था, तब शिम्पी को घुमाने-फिराने ले जाता था। लेकिन घूमकर आने के बाद भी वह लड़ने लगती थी। मैंने कहा कि मुझसे इतनी दिक्कत है तो तलाक ले लो। लेकिन उन्होंने कहा कि मैं ऐसा नहीं करूंगी, मुझे तुम्हारी पूरी प्रॉपर्टी चाहिए। बेटे की बीमारी के बहाने बुलाया, फिर मारपीट की
डॉक्टर ने कहा- जब शिम्पी से विवाद बढ़ा तब मुझे लगा कि मेरे साथ कोई अनहोनी की जा सकती है। इसीलिए मैंने गोरखपुर वाले घर पर जाना छोड़ दिया। 18 मई को मेरे बेटे का कराटे में व्हाइट बेल्ट से येलो बेल्ट में अपग्रेड होना था। उन्हें पता था कि मैं जरूर आऊंगा, इसलिए उन्होंने पूरी तैयारी कर रखी थी। लेकिन मुझे कुछ आशंका पहले से थी, इसलिए मैंने ड्राइवर से कहा कि बच्चे को लेकर स्कूल पहुंचो, मैं वहीं आऊंगा। थोड़ी देर बाद मौसी का फोन आया और उन्होंने बताया कि बच्चा चिल्ला रहा है। मैंने ड्राइवर से पूछा तो उसने बताया कि बच्चे की तबीयत खराब है और उसे लेकर हास्पिटल जा रहे हैं। मैं घबराकर आ गया। उस समय बच्चा घर पर था और मोबाइल में गेम खेल रहा था। मैंने घर आकर देखा तो बच्चा ठीक था, उसे ज्यादा चोट नहीं लगी थी। उसने बताया कि पापा कोई खास चोट नहीं लगी है। इतने में पत्नी मुझसे झगड़ा करने लगी। मैंने कहा- मैं आपसे बात करने नहीं, बल्कि बच्चे से मिलने आया हूं। मैंने फोन निकालकर रिकार्डिंग शुरू कर दी। इस पर वह अपशब्द कहने लगीं। मैंने बोला कि मैं जब भी घर आता हूं, आप झगड़ा करने लगती हो। बच्चे को डराकर रखा गया था। मेरा मन टूट गया था। उन्होंने फोन भी छीन लिया। जब मैंने अपना फोन मांगा तो वह चिल्लाने लगीं। उसके कुछ देर बाद ही उनके मायके के लोग आ गए। मुझसे और मेरी मौसी से बुरी तरह से मारपीट की गई। मेरे गले से चेन निकाल ली। इसके बाद पुलिस आई। हम इस मामले में उलझे हुए थे, इन लोगों ने खलीलाबाद जाकर मुझे बदनाम करना शुरू कर दिया। मेरा साला साफ्टवेयर इंजीनियर, उसी ने फेक वीडियो बनवाया
हमने पूछा, इस वीडियो को लेकर क्या कहेंगे? डॉक्टर ने कहा- वो पूरी तरह से फेक है। मेरा छोटा साला सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। मुझे लगता है कि उसी ने किसी की मदद से यह डीप फेक वीडियो तैयार कराया है। मैं हमेशा दाढ़ी रखता हूं। सिर्फ पिता के देहांत के बाद दाढ़ी व बाल हटवाया था। इस वीडियो की किसी भी स्तर पर जांच कराई जा सकती है। मेरी पत्नी जिस वॉलपेपर की बात कह रही हैं, उसे उन्होंने ही मंगाया था। मुझे फंसाने की साजिश की जा रही है। ऐसा करके मेरा ससुराल पक्ष मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करना चाहता है, जिससे मैं आत्महत्या कर लूं। लेकिन मैं कायर नहीं हूं। वे लोग मेरी हत्या करके उसे सुसाइड दिखा देंगे। जब साथ रहती थीं तो मेरी पत्नी मेरे फोन के साथ छेड़छाड़ भी करती थी। जिम में हुई शिम्पी से मुलाकात, फिर शादी की
शहर के राजेंद्रनगर पूर्वी में एक जिम है। 2017 में मैं वहां जाता था। वहां शिम्पी भी आती थीं। लेकिन कोई बातचीत नहीं होती थी। मगर कुछ समय बाद जब मैंने नई चारपहिया गाड़ी ली तो वह मेरी ओर आकर्षित होने लगीं। फेसबुक पर मैसेज किया। उसके बाद मुलाकात होने लगी। फोन पर बात होने लगी। जब प्रपोज किया तो 3 दिन बाद उसने बताया कि मेरी मां को बात पता चल गई है। उसके बाद उनके पिता उनके दादा के साथ मेरे घर आए और मेरे पिता शादी के लिए तैयार हो गए। उसके बाद हम दोनों की शादी हो गई। मेरे कुछ दोस्तों ने पहले ही इस शादी से मना किया था। उन्होंने कहा था कि शादी करना ठीक नहीं है। लेकिन मैंने सबकी बातों को इग्नोर करते हुए शिम्पी से शादी की थी। मैंने हर चीज उनके नाम से खरीदी
मेरी शादी 27 अप्रैल, 2018 को हुआ था। 5 मई को पत्नी का जन्मदिन था। मैं उन्हें मेरिएट में डिनर के लिए ले गया था। हम मूवी भी देखने गए थे। लेकिन ये साजिश करती रहीं। मैंने 4.5 लाख की बाइक, स्कूटी, स्कॉर्पियो उसके नाम से ली। मैंने अपनी औकात से बढ़कर पत्नी के लिए ज्वेलरी खरीदी। लेकिन उसका प्यार व विश्वास नहीं जीत पाया। विश्वासघात का शिकार होता रहा। अगर मेरी मृत्यु होती है तो उसे आत्महत्या न समझें। वह केवल और केवल हत्या होगी। तो क्या मौसी के नाम प्रॉपर्टी होने से और बिगड़ी बात
डॉक्टर ने अपना पक्ष रखते हुए एक बात बताई। उन्होंने कहा कि पिता की मौत के बाद जब वरासत की प्रक्रिया शुरू हुई तो लेखपाल उनके घर पहुंचीं। पड़ोस में किसी ने यह बताया कि मेरे पिता की संभवत: दो शादी थी। मेरी मौसी भी हमारे साथ रहती थीं। 2016 में मां की मौत के बाद वही पिता की देखभाल करती थीं। 89 वर्ष की आयु में पिता की मौत हुई तो आधी प्रापर्टी मौसी के नाम करने की बात राजस्व विभाग की ओर से कही जा रही है। इस बात का पत्नी ने विरोध किया। उसने कहा कि वह अपने भाई से कागज ठीक करवा देगी। डॉक्टर वरुणेश ने बताया कि उन्हें मौसी को प्रॉपर्टी मिलने से कोई परेशानी नहीं थी। वह मां जैसी ही हैं। उनका कोई नहीं है। अगर उनके नाम प्रॉपर्टी नहीं रहेगी तो पता नहीं कौन कैसा व्यवहार करे। मैंने पत्नी से कहा कि उनके नाम भी प्रॉपर्टी होने दो। यह बात उसे अच्छी नहीं लगी। ये भी एक वजह है कि ये लोग मुझे बदनाम करके रास्ते से हटा देना चाहते हैं। ……… इस खबर में पत्नी की बात भी पढ़िए…
डॉक्टर ने पोर्न वीडियो बनाए, जुर्म कबूल करें, संतकबीर नगर में कहा-मेरे पति की बदनामी, मतलब मेरी; सबूत पुलिस को दिए मेरे पति ने पोर्न वीडियो बनाए। उसको पेड साइड पर डाले। वह सबके सामने आकर जुर्म कबूल करें। इससे उनकी और मेरी बदनामी हो रही है। मैं घर से निकल नहीं सकती। मेरे बच्चे का भविष्य खराब हो जाएगा। पति सबके सामने आएं और सच्चाई बताएं। प्रापर्टी का कोई विवाद नहीं है। आज मेरा डॉक्टरी परीक्षण हुआ है। मैंने सारे सबूत और पोर्न वीडियो पेन ड्राइव में डालकर पुलिस को दिए हैं। मुझे न्याय चाहिए। पढ़िए पूरी खबर… ‘4 साल से मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। मेरे बेटे को हाईजैक करके मुझे धमकी देते हैं। मेरे साथ मारपीट की गई। मैं नहीं चाहता कि मेरे बेटे के सिर से उसके पापा का साया हटे, इसलिए खून का घूंट पीकर जिंदा हूं।’ संत कबीरनगर की खलीलाबाद CHC में तैनात डॉ. वरुणेश दुबे यह कहते हुए रो देते हैं। उनकी पत्नी ने डॉक्टर पर अश्लील वीडियो बनाकर वेबसाइट को बेचने और मारपीट करने की FIR दर्ज कराई है। वह कहते हैं- मैं एक डॉक्टर हूं। सोचने वाली बात है, अपने वीडियो क्यों बनाऊंगा? गोरखपुर के राजेंद्रनगर में रहने वाले डॉक्टर के खिलाफ पत्नी शिम्पी ने लिखित शिकायत पुलिस को दी। इसके मुताबिक, मेरे पति डॉ. वरुणेश दुबे ने खुद को ट्रांसजेंडर दिखाकर, अन्य युवकों को बुलाकर अश्लील (पोर्न) वीडियो बनाते हैं। 18 मई को डॉक्टर गोरखपुर के हमारे घर पर आए। जब मैंने उनसे अश्लील वीडियो के बारे में पूछा, तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट की। इसके बाद ये मामला थाने तक पहुंचा। दैनिक भास्कर एप की टीम ने गोरखपुर में डॉ. वरुणेश से डिटेल में बात की। उनसे समझा कि परिवार का विवाद और पोर्न वीडियो बनाने की हकीकत क्या है? पढ़िए रिपोर्ट… डॉक्टर बोले- साले का बिजनेस बिगड़ने से झगड़े बढ़े हमने पूछा- क्या लगता है पत्नी से विवाद की शुरुआत कहां से हुई? डॉ. वरुणेश दुबे ने कहा- मैंने शिम्पी से शादी के बाद उनके परिवार का बहुत सपोर्ट किया। साले को ड्रग लाइसेंस की जरूरत थी। मैंने बनवाया और दवा कारोबार शुरू करवाया। अपने जानने वाले डाक्टरों की मदद से उसका बिजनेस बढ़ाने में मदद भी की। मगर कुछ महीनों में ही डॉक्टर्स ने कहा कि आपका आदमी बेईमान है। सबने उसके साथ काम करना बंद कर दिया। फिर मैंने भी किसी से सिफारिश नहीं की। उसी के बाद से खटपट शुरू हो गई। ससुराल वाले मेरी पत्नी को भड़काने लगे। वह भी मुझसे और मेरे परिवार से झगड़े करने लगी। 2 साल पहले मेरे सुसराल के लोगों ने मेरे पिता और मौसी से हाथापाई की। पिता ने पुलिस में शिकायत की थी। इसके बाद मेरा और मेरी पत्नी का शांतिभंग में 6-6 महीने के लिए चालान किया गया। डॉक्टर ने कहा- पापा से केस वापस करवाया, यही बड़ी भूल
डॉक्टर वरुणेश ने कहा- शांतिभंग में चालान होने के बाद मुझे और मेरी पत्नी को थाने पर पेश होना पड़ता था। दो-तीन बार जाना पड़ा, तब मेरी पत्नी ने रिक्वेस्ट की। उसने कहा- प्लीज पापा से बात करिए, अब ऐसा नहीं करूंगी। इसके बाद मैंने पापा को मनाया और केस वापस करवा लिया। लेकिन शायद यह मेरी सबसे बड़ी गलती थी। इसके दो महीने बाद मेरी पत्नी ने मेरी मौसी से किचन में मारपीट की। जब हम लोग किचन में पहुंचे, तो बुजुर्ग मौसी जमीन पर गिरी हुईं थीं। CCTV के साथ छेड़छाड़ करती थी पत्नी
हमने पूछा- पत्नी की भूमिका संदिग्ध है, ये कब पता चला? डॉक्टर ने कहा- खलीलाबाद के घर पर मैंने सुरक्षा के लिए CCTV लगवा दिया था। लेकिन न जाने क्यों शिम्पी कैमरे के साथ छेड़छाड़ करती रहती थी। मेरे घर पर न रहने पर ऐसा होता था। मुझे लगता था कि कोई बाहर का व्यक्ति आता होगा। क्योंकि, कैमरे को डिस्कनेक्ट कर दिया जाता था। बाद में जब पता चला कि ये तो मेरी पत्नी कर रही है। मैंने पूछा तो उसने कहा कि मुझे कैमरा अच्छा नहीं लगता। इधर मेरे और शिम्पी के विवाद में थाना पुलिस के चक्कर लग रहे थे, इससे मेरे पिता परेशान थे। आप समझिए कि इसी टेंशन में उनकी मौत हो गई। पिता के कर्मकांड के बाद मैंने खलीलाबाद चलने को कहा तो शिम्पी ने मना कर दिया। मेरी ड्यूटी संतकबीरनगर जिला जेल में भी थी। साथ ही, CHC का भी चार्ज संभाल रहा था। ऐसे में मुझे वहां ज्यादातर रहना होता था। छुट्टी पर ही मैं घर आ पाता था, तब शिम्पी को घुमाने-फिराने ले जाता था। लेकिन घूमकर आने के बाद भी वह लड़ने लगती थी। मैंने कहा कि मुझसे इतनी दिक्कत है तो तलाक ले लो। लेकिन उन्होंने कहा कि मैं ऐसा नहीं करूंगी, मुझे तुम्हारी पूरी प्रॉपर्टी चाहिए। बेटे की बीमारी के बहाने बुलाया, फिर मारपीट की
डॉक्टर ने कहा- जब शिम्पी से विवाद बढ़ा तब मुझे लगा कि मेरे साथ कोई अनहोनी की जा सकती है। इसीलिए मैंने गोरखपुर वाले घर पर जाना छोड़ दिया। 18 मई को मेरे बेटे का कराटे में व्हाइट बेल्ट से येलो बेल्ट में अपग्रेड होना था। उन्हें पता था कि मैं जरूर आऊंगा, इसलिए उन्होंने पूरी तैयारी कर रखी थी। लेकिन मुझे कुछ आशंका पहले से थी, इसलिए मैंने ड्राइवर से कहा कि बच्चे को लेकर स्कूल पहुंचो, मैं वहीं आऊंगा। थोड़ी देर बाद मौसी का फोन आया और उन्होंने बताया कि बच्चा चिल्ला रहा है। मैंने ड्राइवर से पूछा तो उसने बताया कि बच्चे की तबीयत खराब है और उसे लेकर हास्पिटल जा रहे हैं। मैं घबराकर आ गया। उस समय बच्चा घर पर था और मोबाइल में गेम खेल रहा था। मैंने घर आकर देखा तो बच्चा ठीक था, उसे ज्यादा चोट नहीं लगी थी। उसने बताया कि पापा कोई खास चोट नहीं लगी है। इतने में पत्नी मुझसे झगड़ा करने लगी। मैंने कहा- मैं आपसे बात करने नहीं, बल्कि बच्चे से मिलने आया हूं। मैंने फोन निकालकर रिकार्डिंग शुरू कर दी। इस पर वह अपशब्द कहने लगीं। मैंने बोला कि मैं जब भी घर आता हूं, आप झगड़ा करने लगती हो। बच्चे को डराकर रखा गया था। मेरा मन टूट गया था। उन्होंने फोन भी छीन लिया। जब मैंने अपना फोन मांगा तो वह चिल्लाने लगीं। उसके कुछ देर बाद ही उनके मायके के लोग आ गए। मुझसे और मेरी मौसी से बुरी तरह से मारपीट की गई। मेरे गले से चेन निकाल ली। इसके बाद पुलिस आई। हम इस मामले में उलझे हुए थे, इन लोगों ने खलीलाबाद जाकर मुझे बदनाम करना शुरू कर दिया। मेरा साला साफ्टवेयर इंजीनियर, उसी ने फेक वीडियो बनवाया
हमने पूछा, इस वीडियो को लेकर क्या कहेंगे? डॉक्टर ने कहा- वो पूरी तरह से फेक है। मेरा छोटा साला सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। मुझे लगता है कि उसी ने किसी की मदद से यह डीप फेक वीडियो तैयार कराया है। मैं हमेशा दाढ़ी रखता हूं। सिर्फ पिता के देहांत के बाद दाढ़ी व बाल हटवाया था। इस वीडियो की किसी भी स्तर पर जांच कराई जा सकती है। मेरी पत्नी जिस वॉलपेपर की बात कह रही हैं, उसे उन्होंने ही मंगाया था। मुझे फंसाने की साजिश की जा रही है। ऐसा करके मेरा ससुराल पक्ष मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करना चाहता है, जिससे मैं आत्महत्या कर लूं। लेकिन मैं कायर नहीं हूं। वे लोग मेरी हत्या करके उसे सुसाइड दिखा देंगे। जब साथ रहती थीं तो मेरी पत्नी मेरे फोन के साथ छेड़छाड़ भी करती थी। जिम में हुई शिम्पी से मुलाकात, फिर शादी की
शहर के राजेंद्रनगर पूर्वी में एक जिम है। 2017 में मैं वहां जाता था। वहां शिम्पी भी आती थीं। लेकिन कोई बातचीत नहीं होती थी। मगर कुछ समय बाद जब मैंने नई चारपहिया गाड़ी ली तो वह मेरी ओर आकर्षित होने लगीं। फेसबुक पर मैसेज किया। उसके बाद मुलाकात होने लगी। फोन पर बात होने लगी। जब प्रपोज किया तो 3 दिन बाद उसने बताया कि मेरी मां को बात पता चल गई है। उसके बाद उनके पिता उनके दादा के साथ मेरे घर आए और मेरे पिता शादी के लिए तैयार हो गए। उसके बाद हम दोनों की शादी हो गई। मेरे कुछ दोस्तों ने पहले ही इस शादी से मना किया था। उन्होंने कहा था कि शादी करना ठीक नहीं है। लेकिन मैंने सबकी बातों को इग्नोर करते हुए शिम्पी से शादी की थी। मैंने हर चीज उनके नाम से खरीदी
मेरी शादी 27 अप्रैल, 2018 को हुआ था। 5 मई को पत्नी का जन्मदिन था। मैं उन्हें मेरिएट में डिनर के लिए ले गया था। हम मूवी भी देखने गए थे। लेकिन ये साजिश करती रहीं। मैंने 4.5 लाख की बाइक, स्कूटी, स्कॉर्पियो उसके नाम से ली। मैंने अपनी औकात से बढ़कर पत्नी के लिए ज्वेलरी खरीदी। लेकिन उसका प्यार व विश्वास नहीं जीत पाया। विश्वासघात का शिकार होता रहा। अगर मेरी मृत्यु होती है तो उसे आत्महत्या न समझें। वह केवल और केवल हत्या होगी। तो क्या मौसी के नाम प्रॉपर्टी होने से और बिगड़ी बात
डॉक्टर ने अपना पक्ष रखते हुए एक बात बताई। उन्होंने कहा कि पिता की मौत के बाद जब वरासत की प्रक्रिया शुरू हुई तो लेखपाल उनके घर पहुंचीं। पड़ोस में किसी ने यह बताया कि मेरे पिता की संभवत: दो शादी थी। मेरी मौसी भी हमारे साथ रहती थीं। 2016 में मां की मौत के बाद वही पिता की देखभाल करती थीं। 89 वर्ष की आयु में पिता की मौत हुई तो आधी प्रापर्टी मौसी के नाम करने की बात राजस्व विभाग की ओर से कही जा रही है। इस बात का पत्नी ने विरोध किया। उसने कहा कि वह अपने भाई से कागज ठीक करवा देगी। डॉक्टर वरुणेश ने बताया कि उन्हें मौसी को प्रॉपर्टी मिलने से कोई परेशानी नहीं थी। वह मां जैसी ही हैं। उनका कोई नहीं है। अगर उनके नाम प्रॉपर्टी नहीं रहेगी तो पता नहीं कौन कैसा व्यवहार करे। मैंने पत्नी से कहा कि उनके नाम भी प्रॉपर्टी होने दो। यह बात उसे अच्छी नहीं लगी। ये भी एक वजह है कि ये लोग मुझे बदनाम करके रास्ते से हटा देना चाहते हैं। ……… इस खबर में पत्नी की बात भी पढ़िए…
डॉक्टर ने पोर्न वीडियो बनाए, जुर्म कबूल करें, संतकबीर नगर में कहा-मेरे पति की बदनामी, मतलब मेरी; सबूत पुलिस को दिए मेरे पति ने पोर्न वीडियो बनाए। उसको पेड साइड पर डाले। वह सबके सामने आकर जुर्म कबूल करें। इससे उनकी और मेरी बदनामी हो रही है। मैं घर से निकल नहीं सकती। मेरे बच्चे का भविष्य खराब हो जाएगा। पति सबके सामने आएं और सच्चाई बताएं। प्रापर्टी का कोई विवाद नहीं है। आज मेरा डॉक्टरी परीक्षण हुआ है। मैंने सारे सबूत और पोर्न वीडियो पेन ड्राइव में डालकर पुलिस को दिए हैं। मुझे न्याय चाहिए। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
गोरखपुर में डॉक्टर बोला- अपने अश्लील VIDEO क्यों बनाऊंगा:4 साल से खून के घूंट पी रहा, पत्नी ने बेटे को हाईजैक किया; हत्या करा देगी
