पंजाब में अमृतसर के गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की शिकायत पर थाना ई-डिवीजन में दर्ज शिकायत के बाद अब पंजाब पुलिस अर्चना मकवाना को नोटिस भेजने की तैयारी में है। ADCP सिटी-1 दर्पण आहलूवालिया ने बताया है कि अभी अर्चना मकवाना को सीधा अरेस्ट नहीं करेंगे। उन्हें नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। उसका जवाब देने के लिए उन्हें यहां आना होगा। इन्क्वायरी पूरी होने और दोषी साबित होने के बाद ही उन पर अगली कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पोस्ट के बाद SGPC हरकत में आई
बता दें कि अर्चना को SGPC ने गोल्डन टेंपल में योग करने का दोषी माना है। इसकी फोटो अर्चना ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इसके बाद संस्था हरकत में आई। गोल्डन टेंपल में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। 21 जून को यहां सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने योग किया, जिसका सिखों ने कड़ा विरोध किया। गोल्डन टेंपल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए SGPC ने कुछ नियम बनाए हैं। इन नियमों का पालन करना हर श्रद्धालु के लिए जरूरी है। ये नियम इसलिए बनाए गए हैं, ताकि सिखों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। जानें गोल्डन टेंपल में आने वालों के लिए बनाए नियम जानें, क्या है मामला
20 जून को गुजरात निवासी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना अमृतसर पहुंची थीं। यहां उन्होंने गोल्डन टेंपल में माथा टेका और सेवा भी की। अगले दिन 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस था। अर्चना उस दिन दोबारा गोल्डन टेंपल आईं और उन्होंने परिक्रमा में योग किया। योग करते हुए उन्होंने कुछ तस्वीरें भी लीं, जिनमें से 2 को उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इनमें एक फोटो ध्यान मुद्रा थी और दूसरी शीर्ष आसन था। इसे लेकर सिख संगठनों और SGPC ने ऐतराज जताया। सोशल मीडिया पर विरोध के बाद SGPC ने इसकी शिकायत पुलिस को भेजी और अर्चना के खिलाफ अमृतसर में FIR दर्ज कर दी गई। अर्चना के गलती के लिए माफी मांगी
अर्चना ने इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर माफी भी मांगी। उसने कहा, ‘मुझे अभी पता चला है कि मेरे खिलाफ SGPC अमृतसर ने FIR दर्ज कर दी है। मुझे दुख हो रहा है कि जो मैंने गुड फेथ में किया है, उसका गलत तरीके से प्रचार किया जा रहा है। मैं 20 जून को वहां माथा टेकने गई, मैंने सेवा भी की। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस था। जैसे दिलजीत दोसांझ मशहूर हैं और वह योग को जिंदगी का हिस्सा बनाने के लिए कहते हैं। मैंने भी पंजाब के लोगों में योग का संदेश पहुंचाने के लिए योग किया। मेरी तस्वीर खींचने वाले भी सिख थे। उन्होंने भी मुझे नहीं रोका या गलत नहीं कहा। मुझे नहीं पता था कि यह गलत है। मुझे बुरा लग रहा है कि मैंने किसी को हर्ट किया। मुझे किसी को हर्ट नहीं करना था। कृपया इसे राजनीतिक या धार्मिक रूप न दीजिए। वहां एक ओंकार का संदेश दिया जाता है, सब एक है। जो लोग बोल रहे हैं कि मैं गलत मंशा लेकर वहां आई थी, वह पॉसिबल ही नहीं है। उनके हुकुम (गुरुओं) के बिना ये पॉसिबल ही नहीं है। मैंने गुड फेथ में ऐसा किया और मुझे बुरा लग रहा है।’ CCTV निकालकर जांचने को कहा
अर्चना ने कहा, ‘मैं SGPC अमृतसर और पंजाब पुलिस को कहना चाहूंगी कि दोनों दिन की CCTV निकाल जांच की जाए। अगर आप CCTV कैमरों की फुटेज पब्लिक में डाल दोगे तो भी कोई दिक्कत नहीं। मैंने ये गुड फेथ में किया। अगर फिर भी किसी को बुरा लग रहा है तो सॉरी। मैं इससे ज्यादा कर भी क्या सकती हूं। आप मुझे जेल में डाल दोगे क्या, लेकिन क्यों? मैंने ऐसा कुछ गलत नहीं किया। मैंने अपने अनुसार सब गुड फेथ में किया। बाकी वाहेगुरु जी की इच्छा। उनको पता है कि मेरे दिल में क्या है। कृपया इसे धर्म से न जोड़ें और राजनीतिक रूप भी न दें। कृपया सोशल मीडिया इसे अपने व्यूज बढ़ाने के लिए खाली मेरे बारे में रील मत बनाएं। ये आपको फनी लगता है, ये नाजुक मामला है। मुझे इसके लिए डेथ थ्रेट, रेप थ्रेट मिल चुका है। मुझे गुजरात पुलिस ने पुलिस प्रोटेक्शन दे दी। ये बुरा है कि लोगों ने अपने अनुसार इसे सोचा। मेरा जो नजरिया था, वह किसी को दिख नहीं रहा। अगर लोगों को बुरा लगा तो मैं माफी मांगती हूं। किसी को हर्ट करना मेरा इंटेंशन था ही नहीं। इतना बड़ा गुनाह मैंने नहीं किया कि मुझे मारने व रेप की धमकी दी जा रही है। मेरे खिलाफ FIR हो गई है तो क्या कर सकते हैं। मैं यह डिजर्व नहीं करती।’ अपना पक्ष रखने के लिए योग की तस्वीरों को साझा किया
अर्चना ने इंस्टाग्राम पर गोल्डन टेंपल में दूसरे लोगों के योग करने की फोटो पोस्ट की हैं। अर्चना ने एक फोटो साल 1905 और दूसरी कुछ साल पहले की बताई है। साथ ही लिखा है कि उन लोगों को इन फोटो पर कोई आपत्ति नहीं हुई। इनके खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया। इसके अलावा, अर्चना ने खुद की गोल्डन टेंपल में सेवा करने की वीडियो भी पोस्ट की। पंजाब में अमृतसर के गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की शिकायत पर थाना ई-डिवीजन में दर्ज शिकायत के बाद अब पंजाब पुलिस अर्चना मकवाना को नोटिस भेजने की तैयारी में है। ADCP सिटी-1 दर्पण आहलूवालिया ने बताया है कि अभी अर्चना मकवाना को सीधा अरेस्ट नहीं करेंगे। उन्हें नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। उसका जवाब देने के लिए उन्हें यहां आना होगा। इन्क्वायरी पूरी होने और दोषी साबित होने के बाद ही उन पर अगली कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पोस्ट के बाद SGPC हरकत में आई
बता दें कि अर्चना को SGPC ने गोल्डन टेंपल में योग करने का दोषी माना है। इसकी फोटो अर्चना ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इसके बाद संस्था हरकत में आई। गोल्डन टेंपल में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। 21 जून को यहां सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने योग किया, जिसका सिखों ने कड़ा विरोध किया। गोल्डन टेंपल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए SGPC ने कुछ नियम बनाए हैं। इन नियमों का पालन करना हर श्रद्धालु के लिए जरूरी है। ये नियम इसलिए बनाए गए हैं, ताकि सिखों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। जानें गोल्डन टेंपल में आने वालों के लिए बनाए नियम जानें, क्या है मामला
20 जून को गुजरात निवासी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना अमृतसर पहुंची थीं। यहां उन्होंने गोल्डन टेंपल में माथा टेका और सेवा भी की। अगले दिन 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस था। अर्चना उस दिन दोबारा गोल्डन टेंपल आईं और उन्होंने परिक्रमा में योग किया। योग करते हुए उन्होंने कुछ तस्वीरें भी लीं, जिनमें से 2 को उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इनमें एक फोटो ध्यान मुद्रा थी और दूसरी शीर्ष आसन था। इसे लेकर सिख संगठनों और SGPC ने ऐतराज जताया। सोशल मीडिया पर विरोध के बाद SGPC ने इसकी शिकायत पुलिस को भेजी और अर्चना के खिलाफ अमृतसर में FIR दर्ज कर दी गई। अर्चना के गलती के लिए माफी मांगी
अर्चना ने इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर माफी भी मांगी। उसने कहा, ‘मुझे अभी पता चला है कि मेरे खिलाफ SGPC अमृतसर ने FIR दर्ज कर दी है। मुझे दुख हो रहा है कि जो मैंने गुड फेथ में किया है, उसका गलत तरीके से प्रचार किया जा रहा है। मैं 20 जून को वहां माथा टेकने गई, मैंने सेवा भी की। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस था। जैसे दिलजीत दोसांझ मशहूर हैं और वह योग को जिंदगी का हिस्सा बनाने के लिए कहते हैं। मैंने भी पंजाब के लोगों में योग का संदेश पहुंचाने के लिए योग किया। मेरी तस्वीर खींचने वाले भी सिख थे। उन्होंने भी मुझे नहीं रोका या गलत नहीं कहा। मुझे नहीं पता था कि यह गलत है। मुझे बुरा लग रहा है कि मैंने किसी को हर्ट किया। मुझे किसी को हर्ट नहीं करना था। कृपया इसे राजनीतिक या धार्मिक रूप न दीजिए। वहां एक ओंकार का संदेश दिया जाता है, सब एक है। जो लोग बोल रहे हैं कि मैं गलत मंशा लेकर वहां आई थी, वह पॉसिबल ही नहीं है। उनके हुकुम (गुरुओं) के बिना ये पॉसिबल ही नहीं है। मैंने गुड फेथ में ऐसा किया और मुझे बुरा लग रहा है।’ CCTV निकालकर जांचने को कहा
अर्चना ने कहा, ‘मैं SGPC अमृतसर और पंजाब पुलिस को कहना चाहूंगी कि दोनों दिन की CCTV निकाल जांच की जाए। अगर आप CCTV कैमरों की फुटेज पब्लिक में डाल दोगे तो भी कोई दिक्कत नहीं। मैंने ये गुड फेथ में किया। अगर फिर भी किसी को बुरा लग रहा है तो सॉरी। मैं इससे ज्यादा कर भी क्या सकती हूं। आप मुझे जेल में डाल दोगे क्या, लेकिन क्यों? मैंने ऐसा कुछ गलत नहीं किया। मैंने अपने अनुसार सब गुड फेथ में किया। बाकी वाहेगुरु जी की इच्छा। उनको पता है कि मेरे दिल में क्या है। कृपया इसे धर्म से न जोड़ें और राजनीतिक रूप भी न दें। कृपया सोशल मीडिया इसे अपने व्यूज बढ़ाने के लिए खाली मेरे बारे में रील मत बनाएं। ये आपको फनी लगता है, ये नाजुक मामला है। मुझे इसके लिए डेथ थ्रेट, रेप थ्रेट मिल चुका है। मुझे गुजरात पुलिस ने पुलिस प्रोटेक्शन दे दी। ये बुरा है कि लोगों ने अपने अनुसार इसे सोचा। मेरा जो नजरिया था, वह किसी को दिख नहीं रहा। अगर लोगों को बुरा लगा तो मैं माफी मांगती हूं। किसी को हर्ट करना मेरा इंटेंशन था ही नहीं। इतना बड़ा गुनाह मैंने नहीं किया कि मुझे मारने व रेप की धमकी दी जा रही है। मेरे खिलाफ FIR हो गई है तो क्या कर सकते हैं। मैं यह डिजर्व नहीं करती।’ अपना पक्ष रखने के लिए योग की तस्वीरों को साझा किया
अर्चना ने इंस्टाग्राम पर गोल्डन टेंपल में दूसरे लोगों के योग करने की फोटो पोस्ट की हैं। अर्चना ने एक फोटो साल 1905 और दूसरी कुछ साल पहले की बताई है। साथ ही लिखा है कि उन लोगों को इन फोटो पर कोई आपत्ति नहीं हुई। इनके खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया। इसके अलावा, अर्चना ने खुद की गोल्डन टेंपल में सेवा करने की वीडियो भी पोस्ट की। पंजाब | दैनिक भास्कर