चंडीगढ़ में आज 11 शराब ठेको की नीलामी:अब तक 606 करोड़ की कमाई; आबकारी विभाग ने 7 बड़े कारोबारी किए ब्लैकलिस्ट

चंडीगढ़ में आज 11 शराब ठेको की नीलामी:अब तक 606 करोड़ की कमाई; आबकारी विभाग ने 7 बड़े कारोबारी किए ब्लैकलिस्ट

चंडीगढ़ में एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग द्बारा आज बचे हुए 11 शराब ठेको की नीलामी की जाएगी। शुरू से ही ठेकों की नीलामी को लेकर विवाद और कार्रवाई दोनों जारी हैं। इससे पहले 14 मई को हुई नीलामी में 17 में से सिर्फ 6 शराब के ठेके बिक सके थे। इनसे विभाग को 24.32 करोड़ की तय कीमत के मुकाबले 39.60 करोड़ रुपए की कमाई हुई। वहीं 8 मई की नीलामी में 21 में से 11 ठेकों की नीलामी हुई थी और विभाग को 60.76 करोड़ रुपए मिले थे, जबकि इनकी आरक्षित कीमत 47.97 करोड़ रुपए थी। ये शराब कारोबारी किए गए ब्लैकलिस्ट इस बीच विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए 7 बड़े शराब कारोबारियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। ये कारोबारी तय समय में सिक्योरिटी मनी जमा नहीं कर पाए थे। जिन ठेकों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं, वे सेक्टर-20डी (विजेंदर) , सेक्टर-22बी 2 ठेके (कमल कार्की, अजय महरा), सेक्टर-22सी 2 ठेके (कमल कार्की, अजय महरा) , इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 (निशा कार्की) और मनीमाजरा शिवालिक गार्डन के सामने (नीरज शर्मा) में स्थित हैं। इन सभी ठेकों को अब दोबारा नीलामी में शामिल किया जाएगा। बकाया वसूली के दिए आदेश विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह गैर-जिम्मेदाराना रवैया नीलामी प्रक्रिया को प्रभावित करता है और बोली की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। यही कारण है कि इन कारोबारियों को भविष्य की किसी भी नीलामी में भाग लेने से रोक दिया गया है। इसके अलावा अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी इन कारोबारियों को ब्लैकलिस्ट करने और बकाया वसूली के निर्देश दिए गए हैं। 21 मार्च को हुई सबसे बड़ी नीलामी में 97 में से 96 ठेकों की नीलामी सफल रही थी, जिससे सरकार को 606 करोड़ रुपए की आमदनी हुई थी। इससे पहले 29 अप्रैल को हुई तीसरी नीलामी में 28 में से केवल 7 ठेके ही नीलाम हो सके थे। वहीं 21 अप्रैल को 48 ठेकों की नीलामी रखी गई थी, जिनके लाइसेंस बैंक गारंटी न जमा करने की वजह से रद्द किए गए थे, लेकिन तब भी सिर्फ 20 ठेके ही बिके। चंडीगढ़ में एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग द्बारा आज बचे हुए 11 शराब ठेको की नीलामी की जाएगी। शुरू से ही ठेकों की नीलामी को लेकर विवाद और कार्रवाई दोनों जारी हैं। इससे पहले 14 मई को हुई नीलामी में 17 में से सिर्फ 6 शराब के ठेके बिक सके थे। इनसे विभाग को 24.32 करोड़ की तय कीमत के मुकाबले 39.60 करोड़ रुपए की कमाई हुई। वहीं 8 मई की नीलामी में 21 में से 11 ठेकों की नीलामी हुई थी और विभाग को 60.76 करोड़ रुपए मिले थे, जबकि इनकी आरक्षित कीमत 47.97 करोड़ रुपए थी। ये शराब कारोबारी किए गए ब्लैकलिस्ट इस बीच विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए 7 बड़े शराब कारोबारियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। ये कारोबारी तय समय में सिक्योरिटी मनी जमा नहीं कर पाए थे। जिन ठेकों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं, वे सेक्टर-20डी (विजेंदर) , सेक्टर-22बी 2 ठेके (कमल कार्की, अजय महरा), सेक्टर-22सी 2 ठेके (कमल कार्की, अजय महरा) , इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 (निशा कार्की) और मनीमाजरा शिवालिक गार्डन के सामने (नीरज शर्मा) में स्थित हैं। इन सभी ठेकों को अब दोबारा नीलामी में शामिल किया जाएगा। बकाया वसूली के दिए आदेश विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह गैर-जिम्मेदाराना रवैया नीलामी प्रक्रिया को प्रभावित करता है और बोली की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। यही कारण है कि इन कारोबारियों को भविष्य की किसी भी नीलामी में भाग लेने से रोक दिया गया है। इसके अलावा अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी इन कारोबारियों को ब्लैकलिस्ट करने और बकाया वसूली के निर्देश दिए गए हैं। 21 मार्च को हुई सबसे बड़ी नीलामी में 97 में से 96 ठेकों की नीलामी सफल रही थी, जिससे सरकार को 606 करोड़ रुपए की आमदनी हुई थी। इससे पहले 29 अप्रैल को हुई तीसरी नीलामी में 28 में से केवल 7 ठेके ही नीलाम हो सके थे। वहीं 21 अप्रैल को 48 ठेकों की नीलामी रखी गई थी, जिनके लाइसेंस बैंक गारंटी न जमा करने की वजह से रद्द किए गए थे, लेकिन तब भी सिर्फ 20 ठेके ही बिके।   पंजाब | दैनिक भास्कर