चंद्रशेखर कहते छोड़कर गई तो सुसाइड कर लूंगा:रोते-रोते आंखें सूज जाती; रोहिणी-सांसद की लवस्टोरी

चंद्रशेखर कहते छोड़कर गई तो सुसाइड कर लूंगा:रोते-रोते आंखें सूज जाती; रोहिणी-सांसद की लवस्टोरी

‘चंद्रशेखर से मेरी पहली मुलाकात 25 अक्टूबर, 2021 को दिल्ली में हुई। मैं स्विटजरलैंड से दिल्ली आई थी। दिल्ली में करीब दो-तीन दिन हम लोग साथ रहे। उसके बाद चंद्रशेखर मुझे छोड़ने इंदौर तक गए। फिर मुलाकातों का सिलसिला बढ़ता गया। हम रिलेशनशिप में आ गए। मेरे पास हर चीज का प्रूफ है, कोर्ट मांगेगा तो हर सबूत दूंगी।’ ये दावा है रोहिणी घावरी का…। उन्होंने यूपी में नगीना सीट से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर पर तमाम गंभीर आरोप लगाए हैं। चंद्रशेखर से उनकी मुलाकात का सिलसिला कैसे चला। दोनों के बीच दूरियां कैसे बढ़ने लगीं? रोहिणी ने जीवन से जुड़ी कई अहम जानकारी दैनिक भास्कर से साझा की, पढ़िए… रोहिणी ने बताया, ‘मैं सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर इंडियन लेबर आर्गेनाइजेशन (ILO) के अधिकारियों से बातचीत कर रही थी। उसी दौरान मुझे पता चला कि चंद्रशेखर भी हाथरस की गैंगरेप पीड़िता के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे हैं। तब मैंने उनसे जून, 2021 में पहली बार फोन पर बात की। मुझे लगा कि एक बहुजन युवक सफाई कर्मचारियों की समस्या को लेकर लड़ रहा है। एक बहुजन का दूसरे बहुजन की तरफ झुकाव होता है। उसके बाद समाज की समस्याओं के सिलसिले में हमारी बातचीत का सिलसिला चलता रहा, फिर हमारे विचार मिलते गए और हम करीब आ गए। चंद्रशेखर को लगा कि यह लड़की इतनी अच्छी और ईमानदार है अपने मूवमेंट को लेकर, तो इस तरह हमारा रिश्ता आगे बढ़ता गया। हमने रोहिणी से पूछा- सबकुछ ठीक चल रहा था तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि ब्रेकअप हो गया? रोहिणी बताती हैं कि 2023 में राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान चंद्रशेखर ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संस्थापक हनुमान बेनीवाल से गठबंधन किया था। उस समय भी मैं साथ थी। विधानसभा चुनाव के बाद उसे राजनीतिक लाभ मिलने लगा था। उसके बाद से ही वह मुझसे कटने लगा था। ‘चंद्रशेखर ने किया था शादी का वादा’
हमने पूछा क्या चंद्रशेखर ने शादी का वादा किया था? रोहिणी कहती है ‘हां। उन्होंने कहा था कि वह मुझसे शादी करेंगे। यदि शादी का वादा नहीं करते तो हम साथ नहीं होते। मैं अपना गोल्डन टाइम उसके लिए वेस्ट नहीं करती। मैं स्विटजरलैंड में रहती हूं, गांव में नहीं।’ हमने पूछा, आपको ये कब पता चला कि चंद्रशेखर शादीशुदा हैं? रोहिणी बताती हैं कि ‘मुझे शादी के बारे में बहुत बाद में पता चला, जब हम रिश्ते में बहुत आगे बढ़ चुके थे। जब पता चला तो मैंने पैर पीछे खींचने की कोई बात नहीं की। तब हम दोस्त की तरह रहे। लेकिन, उस समय उसने इस रिश्ते में बहुत ज्यादा समर्पण दिखाया।’ शादीशुदा होने की बात क्यों छिपाई?
हमने रोहिणी से पूछा, ‘चंद्रशेखर ने शादीशुदा होने की बात क्यों छिपाई। रोहिणी ने बताया कि ‘चंद्रशेखर की शादी 2020 में हुई थी। उसने बताया कि पत्नी लिव इन रिलेशनशिप में रहते हुए प्रेग्नेंट हो गई थी। उसके साथी कहते थे कि वह फेक मैरिज है, इसलिए समाज को नहीं बताना चाहता था।’ रोहिणी ने बताया, ‘2022 में चंद्रशेखर जब योगी आदित्यनाथ के सामने चुनाव लड़े तो उन्हें शपथ पत्र में बताना पड़ा कि वह शादीशुदा हैं। उस समय दलित समाज में बवाल भी हुआ था कि शादी क्यों छुपाई गई? शादी बताई क्यों नहीं?’ मैं मजबूत स्तंभ की तरह साथ रही
रोहिणी का कहना है कि मैं 2021 से 2023 तक मजबूत स्तंभ के रूप में चंद्रशेखर के साथ रही। उस पर हमला हुआ, गोली लगी, तब भी मैंने स्विटजरलैंड से ही मोर्चा संभाल रखा था। उसकी स्पीच तैयार करने, राजनीतिक मीटिंग्स में भी बड़ी सक्रिय रहती थी। हमने रोहिणी से पूछा, क्या कभी चंद्रशेखर आपसे मिलने स्विटजरलैंड आए थे? रोहिणी कहती हैं कि ‘नहीं चंद्रशेखर के खिलाफ करीब 40 केस दर्ज थे, इसलिए उनका पासपोर्ट नहीं बन रहा था। सांसद बनने के बाद पासपोर्ट मिला है।’ ‘दूसरी पत्नी के रूप में रखना चाहता था’
हमने पूछा कि क्या वह आपको दूसरी पत्नी के रूप में रखना चाहता था? रोहिणी हां में जवाब देती है। रोहिणी बताती है कि ‘एक समय ऐसा आया जब हमने स्वीकार कर लिया कि तकदीर ही यही है। उन्होंने मुझे समझाया कि बाबा साहब ने भी दो शादियां की थीं। चंद्रशेखर के पिता ने भी दो शादी की थी। उनके लिए दो शादी करना आम बात है। इसलिए उन्होंने दो शादी की स्वीकार्यता करा ली। मेरी भी भावना बदल गई। लेकिन उसके बाद अचानक मुझसे किनारा करने लगे। वह मुझे राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहा था। चंद्रशेखर कहता था कि यह लड़की मुझे बैठे-बैठे खिला देगी।’ आखिरी बार बात कब हुई
हमने पूछा, आपकी आखिरी बात कब हुई। रोहिणी बताती हैं कि ‘अभी जनवरी में बात हुई थी, मेरे पास मिस्ड कॉल भी थे। लोकसभा चुनाव से पहले भी चंद्रशेखर ने मुझे और मेरे माता-पिता को कॉल किए। हमारी वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात हुई। उसने मेरे माता-पिता से कहा कि रोहिणी का गुस्सा जायज है, लेकिन अभी मुझे चुनाव लड़ना है।’ —————— ये खबर भी पढ़ें… नगीना सांसद पर आरोप लगाने वाली रोहिणी कौन?:चंद्रशेखर से मिले दर्द के बीच पूरी की पीएचडी, सुसाइड तक की नौबत थी नगीना से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद पर आरोप लगाने वाली रोहिणी घावरी का कहना है कि पीएचडी की थीसिस लिखने के दौरान मैं काफी डिप्रेशन में थी। 2023 में तो सुसाइड करने तक की नौबत आ गई थी। सड़क से संसद तक आंदोलन करने वाले चंद्रशेखर के राजनीतिक जीवन और चरित्र पर सवाल उठाने वाली रोहिणी घावरी कौन हैं? पढ़ें पूरी खबर ‘चंद्रशेखर से मेरी पहली मुलाकात 25 अक्टूबर, 2021 को दिल्ली में हुई। मैं स्विटजरलैंड से दिल्ली आई थी। दिल्ली में करीब दो-तीन दिन हम लोग साथ रहे। उसके बाद चंद्रशेखर मुझे छोड़ने इंदौर तक गए। फिर मुलाकातों का सिलसिला बढ़ता गया। हम रिलेशनशिप में आ गए। मेरे पास हर चीज का प्रूफ है, कोर्ट मांगेगा तो हर सबूत दूंगी।’ ये दावा है रोहिणी घावरी का…। उन्होंने यूपी में नगीना सीट से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर पर तमाम गंभीर आरोप लगाए हैं। चंद्रशेखर से उनकी मुलाकात का सिलसिला कैसे चला। दोनों के बीच दूरियां कैसे बढ़ने लगीं? रोहिणी ने जीवन से जुड़ी कई अहम जानकारी दैनिक भास्कर से साझा की, पढ़िए… रोहिणी ने बताया, ‘मैं सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर इंडियन लेबर आर्गेनाइजेशन (ILO) के अधिकारियों से बातचीत कर रही थी। उसी दौरान मुझे पता चला कि चंद्रशेखर भी हाथरस की गैंगरेप पीड़िता के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे हैं। तब मैंने उनसे जून, 2021 में पहली बार फोन पर बात की। मुझे लगा कि एक बहुजन युवक सफाई कर्मचारियों की समस्या को लेकर लड़ रहा है। एक बहुजन का दूसरे बहुजन की तरफ झुकाव होता है। उसके बाद समाज की समस्याओं के सिलसिले में हमारी बातचीत का सिलसिला चलता रहा, फिर हमारे विचार मिलते गए और हम करीब आ गए। चंद्रशेखर को लगा कि यह लड़की इतनी अच्छी और ईमानदार है अपने मूवमेंट को लेकर, तो इस तरह हमारा रिश्ता आगे बढ़ता गया। हमने रोहिणी से पूछा- सबकुछ ठीक चल रहा था तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि ब्रेकअप हो गया? रोहिणी बताती हैं कि 2023 में राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान चंद्रशेखर ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संस्थापक हनुमान बेनीवाल से गठबंधन किया था। उस समय भी मैं साथ थी। विधानसभा चुनाव के बाद उसे राजनीतिक लाभ मिलने लगा था। उसके बाद से ही वह मुझसे कटने लगा था। ‘चंद्रशेखर ने किया था शादी का वादा’
हमने पूछा क्या चंद्रशेखर ने शादी का वादा किया था? रोहिणी कहती है ‘हां। उन्होंने कहा था कि वह मुझसे शादी करेंगे। यदि शादी का वादा नहीं करते तो हम साथ नहीं होते। मैं अपना गोल्डन टाइम उसके लिए वेस्ट नहीं करती। मैं स्विटजरलैंड में रहती हूं, गांव में नहीं।’ हमने पूछा, आपको ये कब पता चला कि चंद्रशेखर शादीशुदा हैं? रोहिणी बताती हैं कि ‘मुझे शादी के बारे में बहुत बाद में पता चला, जब हम रिश्ते में बहुत आगे बढ़ चुके थे। जब पता चला तो मैंने पैर पीछे खींचने की कोई बात नहीं की। तब हम दोस्त की तरह रहे। लेकिन, उस समय उसने इस रिश्ते में बहुत ज्यादा समर्पण दिखाया।’ शादीशुदा होने की बात क्यों छिपाई?
हमने रोहिणी से पूछा, ‘चंद्रशेखर ने शादीशुदा होने की बात क्यों छिपाई। रोहिणी ने बताया कि ‘चंद्रशेखर की शादी 2020 में हुई थी। उसने बताया कि पत्नी लिव इन रिलेशनशिप में रहते हुए प्रेग्नेंट हो गई थी। उसके साथी कहते थे कि वह फेक मैरिज है, इसलिए समाज को नहीं बताना चाहता था।’ रोहिणी ने बताया, ‘2022 में चंद्रशेखर जब योगी आदित्यनाथ के सामने चुनाव लड़े तो उन्हें शपथ पत्र में बताना पड़ा कि वह शादीशुदा हैं। उस समय दलित समाज में बवाल भी हुआ था कि शादी क्यों छुपाई गई? शादी बताई क्यों नहीं?’ मैं मजबूत स्तंभ की तरह साथ रही
रोहिणी का कहना है कि मैं 2021 से 2023 तक मजबूत स्तंभ के रूप में चंद्रशेखर के साथ रही। उस पर हमला हुआ, गोली लगी, तब भी मैंने स्विटजरलैंड से ही मोर्चा संभाल रखा था। उसकी स्पीच तैयार करने, राजनीतिक मीटिंग्स में भी बड़ी सक्रिय रहती थी। हमने रोहिणी से पूछा, क्या कभी चंद्रशेखर आपसे मिलने स्विटजरलैंड आए थे? रोहिणी कहती हैं कि ‘नहीं चंद्रशेखर के खिलाफ करीब 40 केस दर्ज थे, इसलिए उनका पासपोर्ट नहीं बन रहा था। सांसद बनने के बाद पासपोर्ट मिला है।’ ‘दूसरी पत्नी के रूप में रखना चाहता था’
हमने पूछा कि क्या वह आपको दूसरी पत्नी के रूप में रखना चाहता था? रोहिणी हां में जवाब देती है। रोहिणी बताती है कि ‘एक समय ऐसा आया जब हमने स्वीकार कर लिया कि तकदीर ही यही है। उन्होंने मुझे समझाया कि बाबा साहब ने भी दो शादियां की थीं। चंद्रशेखर के पिता ने भी दो शादी की थी। उनके लिए दो शादी करना आम बात है। इसलिए उन्होंने दो शादी की स्वीकार्यता करा ली। मेरी भी भावना बदल गई। लेकिन उसके बाद अचानक मुझसे किनारा करने लगे। वह मुझे राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहा था। चंद्रशेखर कहता था कि यह लड़की मुझे बैठे-बैठे खिला देगी।’ आखिरी बार बात कब हुई
हमने पूछा, आपकी आखिरी बात कब हुई। रोहिणी बताती हैं कि ‘अभी जनवरी में बात हुई थी, मेरे पास मिस्ड कॉल भी थे। लोकसभा चुनाव से पहले भी चंद्रशेखर ने मुझे और मेरे माता-पिता को कॉल किए। हमारी वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात हुई। उसने मेरे माता-पिता से कहा कि रोहिणी का गुस्सा जायज है, लेकिन अभी मुझे चुनाव लड़ना है।’ —————— ये खबर भी पढ़ें… नगीना सांसद पर आरोप लगाने वाली रोहिणी कौन?:चंद्रशेखर से मिले दर्द के बीच पूरी की पीएचडी, सुसाइड तक की नौबत थी नगीना से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद पर आरोप लगाने वाली रोहिणी घावरी का कहना है कि पीएचडी की थीसिस लिखने के दौरान मैं काफी डिप्रेशन में थी। 2023 में तो सुसाइड करने तक की नौबत आ गई थी। सड़क से संसद तक आंदोलन करने वाले चंद्रशेखर के राजनीतिक जीवन और चरित्र पर सवाल उठाने वाली रोहिणी घावरी कौन हैं? पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर