हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा की तेलका पुलिस ने मराली अधवारी से भेड़ चोरी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर भेड़ चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। आरोपी से 10 भेड़ें बरामद की गई हैंं। तीन दिन के भीतर ही पुलिस ने मामले का पटाक्षेप कर दिया। फरार दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। सीसीटीवी खंगाल चोरों तक पहुंची पुलिस पुलिस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से आरोपी को पकड़ा। इनमें एक चोर नूर मोहम्मद और दूसरा फरार आरोपी अनिल बताया जा रहा है। पुलिस ने इनसे गहनता से पूछताछ कर चुराई गईं भेड़ों को बरामद किया है। सीसीटीवी खंगाल कर पुलिस चोरों तक पहुंची। आरोपी को कोर्ट से पुलिस रिमांड मिली है। पुलिस आरोपियों से क्षेत्र में हुईं चोरियों के बारे में पूछताछ कर रही है। बीते 13 अगस्त को मराली अधवारी से आरोपियों ने भेड़ों को चुरा लिया था। भेड़ मालिक की शिकायत पर किहार पुलिस ने जांच शुरू की थी। पुलिस ने आसपास क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। इनकी फुटेज में आरोपी भेड़ों से भरी गाड़ी को चंबा की तरफ ले जाते दिखे। अन्य घटनाओं से उठ सकता है पर्दा चालक की धुंधली तस्वीर सीसीटीवी में कैद हुई थी। इसके बाद तीन दिन के भीतर ही आरोपियों तक पहुंच गई। रिमांड के दौरान चोरी की अन्य घटनाओं से भी पर्दा उठ सकता है। जिले में बीते एक दो वर्ष में चोरी की दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसे में आरोपियों से पूछताछ में चोरी की घटनाओं को लेकर खुलासा हो सकता है। डीएसपी सलूणी रंजन शर्मा ने बताया कि पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, कुछ भेड़ों को बरामद किया है। शनिवार को कोर्ट ने आरोपी को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा की तेलका पुलिस ने मराली अधवारी से भेड़ चोरी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर भेड़ चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। आरोपी से 10 भेड़ें बरामद की गई हैंं। तीन दिन के भीतर ही पुलिस ने मामले का पटाक्षेप कर दिया। फरार दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। सीसीटीवी खंगाल चोरों तक पहुंची पुलिस पुलिस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से आरोपी को पकड़ा। इनमें एक चोर नूर मोहम्मद और दूसरा फरार आरोपी अनिल बताया जा रहा है। पुलिस ने इनसे गहनता से पूछताछ कर चुराई गईं भेड़ों को बरामद किया है। सीसीटीवी खंगाल कर पुलिस चोरों तक पहुंची। आरोपी को कोर्ट से पुलिस रिमांड मिली है। पुलिस आरोपियों से क्षेत्र में हुईं चोरियों के बारे में पूछताछ कर रही है। बीते 13 अगस्त को मराली अधवारी से आरोपियों ने भेड़ों को चुरा लिया था। भेड़ मालिक की शिकायत पर किहार पुलिस ने जांच शुरू की थी। पुलिस ने आसपास क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। इनकी फुटेज में आरोपी भेड़ों से भरी गाड़ी को चंबा की तरफ ले जाते दिखे। अन्य घटनाओं से उठ सकता है पर्दा चालक की धुंधली तस्वीर सीसीटीवी में कैद हुई थी। इसके बाद तीन दिन के भीतर ही आरोपियों तक पहुंच गई। रिमांड के दौरान चोरी की अन्य घटनाओं से भी पर्दा उठ सकता है। जिले में बीते एक दो वर्ष में चोरी की दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसे में आरोपियों से पूछताछ में चोरी की घटनाओं को लेकर खुलासा हो सकता है। डीएसपी सलूणी रंजन शर्मा ने बताया कि पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, कुछ भेड़ों को बरामद किया है। शनिवार को कोर्ट ने आरोपी को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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धर्मशाला से पूर्व भाजपा नेता व पत्नी ने निगला जहर:राकेश चौधरी की हालत नाजुक, पत्नी की हालत में सुधार, टांडा मेडिकल कालेज में भर्ती हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के धर्मशाला विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके राकेश चौधरी ने कुछ जहरीला पदार्थ निगल डाला। बताया जा रहा है कि बीच बचाव करते हुए उनकी पत्नी के मुंह में जहरीला पदार्थ चला गया। चौधरी की पत्नी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है, जबकि राकेश चौधरी का हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सूचना के अनुसार, राकेश चौधरी सोमवार आधी रात शादी समारोह से घर लौटें थे। पुलिस अब इस बात की जांच में जुट गई है कि आखिर राकेश चौधरी ने कदम क्यों उठाया। बताया जा रहा है कि पुलिस को सुबह के वक्त इसकी जानकारी मिली। सुबह के वक्त ही राकेश चौधरी और उनकी पत्नी को टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। जहर खाने के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है। बता दें कि राकेश चौधरी धर्मशाला विधानसभा सीट से दो बार निर्दलीय और एक बार भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि तीनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। पुलिस को सुबह के वक्त मिली सूचना:SP कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पुलिस को सुबह के वक्त सूचना मिली है। लग रहा है कि दोनों ने क्या जहरीला निगला है, लेकिन पुख्ता तौर पर रिपोर्ट आने के बाद कहा जा सकेगा।
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हिमाचल के चीफ जस्टिस बने गुरमीत सिंह संधावालिया:केंद्रीय लॉ एंड जस्टिस मिनिस्टरी ने जारी किए आदेश; अभी पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय में सेवारत्त केंद्रीय लॉ एंड जस्टिस मिनिस्टरी ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया को हिमाचल हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया है। इसे लेकर मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिए है। जस्टिस गुरमीत संधावालिया जल्द शपथ ग्रहण के बाद पदभार संभाल सकते हैं। पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजीव शकधर के रिटायर होने के बाद से न्यायाधीश त्रिलोक चौहान एक्टिंग चीफ जस्टिस की भूमिका निभा रहे हैं। चंडीगढ़ से बीए की पढ़ाई की जस्टिस गुरमीत संधावालिया ने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से बीए (ऑनर्स) और 1989 में चंडीगढ़ के पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की। उसी वर्ष अगस्त में बार काउंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा, चंडीगढ़ में एडवोकेट के रूप में नामांकित किया गया था। वह कानूनी परिवार से संबंध रखते हैं। पिता भी चीफ जस्टिस रहे इनके पिता 1978 से 1983 तक पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं। जस्टिस गुरमीत को 30 सितंबर 2011 को एक अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में खंडपीठ में पदोन्नत किया गया और 24 जनवरी 2014 को स्थायी न्यायाधीश बन गया।
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CISF कॉन्स्टेबल के हक में उतरी बुजुर्ग महिला किसान:बोली- वह बहादुर बच्ची, मैं जेल जाने को तैयार, कंगना रनोट ने इन्हीं पर दिया था विवादित बयान बॉलीवुड अभिनेत्री सांसद कंगना रनोट को यानी गुरुवार को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार दिया। महिला कर्मचारी ने थप्पड़ मारने का कारण भी बताया। उसने बताया कि कंगना ने महिला किसानों को 100-100 रुपए लेकर धरने पर बैठने वाली कहा था। उस वक्त मेरी मां वहां बैठी थी। हालांकि जिस महिला किसान मोहिंदर कौर की फोटो को लेकर कंगना ने ये बातें कहीं थी, वह अब मीडिया के सामने आई है। कंगना के थप्पड़कांड पर मोहिंदर कौर ने न केवल कुलविंदर का समर्थन किया, बल्कि ये भी कहा कि वे CISF कॉन्स्टेबल के लिए जेल जाने को भी तैयार है। यही नहीं, बुजुर्ग महिला किसान ने CISF कॉन्स्टेबल को बहादुर बेटी भी बताया। किसान मोहिंदर कौर की कही अहम बातें… 1. किसानों के लिए कानून मरने जैसा था
किसान महिंदर कौर ने कहा- सरकार किसानों की जायदाद खोना चाहती थी। किसान भूखे-प्यासे धरने पर जाते थे। न उन्हें दिन अच्छा लगता था न रात। बारिश-धूप सब कुछ सहा। किसान बहुत परेशान हुए। साल दिल्ली बैठे रहे। किसानों से खेत छीन लेते तो उनके पास क्या रह जाता?। यह तो मरने जैसा था। 2. केस किया तो कंगना बोली- मैं बहुत तगड़ी हूं
कंगना ने कहा कि 100 रुपए लेकर 80-80 साल की बुजुर्ग औरतें आ जाती हैं। मैंने केस किया था। कंगना कहती है कि वह बहुत तगड़ी है। अदालतों के काम लंबे होते हैं। वह भी सिरे चढ़ जाएगा। 3. थप्पड़ मारने वाली बहादुर बेटी
मोहिंदर कौर ने कहा- कंगना रनोट को थप्पड़ मारने वाली तो बहादुर बेटी है। उसे कोई तकलीफ नहीं आएगी। जिस मां ने ऐसी बेटी को जन्म दिया, बिल्कुल शेर बच्ची है। उसने सबक सिखाया कि अच्छा बोले। सांसद बन गई, अभी भी बोलना नहीं आता। वह कंगना को बोलना सिखा रही थी। 4. किसान तो मेहनत करता है, आतंकवादी कैसे?
मोहिंदर कौर ने कहा- कंगना अभी भी किसानों को आतंकवादी कह रही है। किसान तो खेतीबाड़ी करते हैं। किसान तो दिन-रात मेहनत करता है। किसानों को कुलविंदर का साथ देना चाहिए। जरूरत पड़ी तो उससे पहले जेल जाना चाहिए। मैं भी कुलविंदर कौर के लिए जेल जाने को तैयार हूं। पढ़िए, कंगना को वह बयान, जिसकी वजह से थप्पड़कांड हुआ
कंगना ने 27 नवंबर 2020 को रात 10 बजे फोटो को पोस्ट किया और लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी। जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। हालांकि, बाद में कंगना ने पोस्ट डिलीट कर दिया था, लेकिन कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पोस्ट को खूब शेयर किया था। कंगना का वह पोस्ट, जिसमें महिला को 100 रुपए लेकर धरने पर बैठने वाली लिखा था जिस महिला पर कंगना ने कमेंट किया था, वे बठिंडा के गांव बहादुरगढ़ जंडिया की रहने वाली मोहिंदर कौर थी। उन्होंने इस मामले के बाद बठिंडा कोर्ट में कंगना के खिलाफ मानहानि का दावा कर दिया। 4 जनवरी 2021 को कोर्ट में केस दायर किया था। इसकी करीब 13 महीने सुनवाई चली और इसके बाद कंगना को इस मामले में समन भी किया गया था। याचिका में मानसिक परेशान करने के लगे थे आरोप
कंगना रनोट ने किसान आंदोलन में शामिल बुजुर्ग महिला किसान मोहिंदर कौर को बिलकिस बानो समझ लिया था, जो शाहीन बाग में एंटी CAA प्रोटेस्ट का चेहरा रहीं। मोहिंदर कौर ने कहा कि कंगना ने उनकी तुलना किसी दूसरी महिला से की। कंगना के ट्वीट से उन्हें मानसिक परेशानी हुई। परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों, ग्रामीणों और आम लोगों के बीच उनकी छवि को ठेस पहुंची। कीरतपुर साहिब में हुआ था कंगना का विरोध
इससे 3 साल पहले कंगना रनोट को किसानों ने कीरतपुर साहिब में भी घेर लिया था। कंगना हिमाचल में अपने घर से मुंबई के लिए रवाना हुई थी। जब कंगना का काफिला चंडीगढ़-ऊना हाइवे पर पहुंचा तो वहां पहले से किसान जमा थे। उन्होंने पुलिस से पूछा और पता चला कि गाड़ी में कंगना रनोट भी बैठी हुई है। इसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कंगना की गाड़ी घेर ली। यह घेराव चंडीगढ़-ऊना नेशनल हाइवे पर कीरतपुर साहिब में किया गया था। जिसके बाद वहां कंगना गाड़ी से बाहर निकली और माफी मांगी। किसान फिर मोरिंडा टोल प्लाजा पर जमा हुए तो पुलिस ने उन्हें गांवों के रास्ते निकालकर चंडीगढ़ पहुंचाया था। कंगना ने कहा था- मेरी मॉब लिंचिंग हो रही
कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर कहा था कि खुद को किसान कहने वालों ने मुझे घेर लिया है। मुझे गाली दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। पुलिस होने के बावजूद मुझे रोका गया है। उन्होंने कहा कि भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा। मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। मैं कोई नेता नहीं हूं और न ही कोई पार्टी चलाती हूं। ये भी पढ़ें… कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल गिरफ्तार:किसान नेताओं की मांग- एक्ट्रेस का डोप टेस्ट हो; महिला आयोग बोला- जिम्मेदार ही उल्लंघन कर रहे कौन है कुलविंदर कौर, जिसने कंगना रनोट को थप्पड़ मारा:कपूरथला की रहने वाली, जम्मू में शादी हुई, 2 छोटे बच्चे, पति भी CISF में