हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गांव बाढ़ड़ा निवासी बुजुर्ग एथलेटिक्स खिलाड़ी रामकिशन शर्मा ने एक बार फिर से जीत का परचम लहराया है। गाजियाबाद में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में उन्होंने हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए 5 गोल्ड मेडल व एक सिल्वर मेडल हासिल किया है। रामकिशन शर्मा बीते 22 दिनों के दौरान 16 मेडल हासिल कर चुके हैं। उनकी इस उपलब्धि पर क्षेत्र के खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है और उन्होंने रामकिशन शर्मा को जीत की बधाई दी है। बता दे कि बाढ़ड़ा निवासी रामकिशन शर्मा ने गाजियाबाद के महामाया स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भाग लेते हुए हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में चुनौती पेश करते हुए विभिन्न स्पर्धाओं में शानदार खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने इस प्रतियोगिता में 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़, 400 मीटर दौड़, लंबी कूद व ट्रिपल जंप में प्रथम स्थान हासिल करते हुए 5 गोल्ड मेडल हासिल किए। जबकि जेवलिन थ्रो में वे दूसरे स्थान पर रहे औ उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। रामकिशन शर्मा ने बीते 22 दिनों में इतनी अधिक उम्र में भी भीषण गर्मी की परवाह किए बिना देश के अलग-अलग मैदानों पर अपनी चुनौती पेश की है। इस दौरान उन्होंने 15 गोल्ड सहित कुल 16 मेडल हासिल किए हैं। उन्होंने 27 से 30 मई तक हैदराबाद में आयोजित प्रतियोगिता में 6 गोल्ड मेडल हासिल किए। उसके बाद 5 से 7 जून तक अयोध्या में आयोजित प्रतियोगिता में 4 गोल्ड व हाल ही में गाजियाबाद में आयोजित प्रतियोगिता में 5 गोल्ड व एक सिल्वर मेडल हासिल किया है। वहीं उन्होंने 26 से 28 अप्रैल तक मुंबई में आयोजित प्रतियोगिता में भी 5 गोल्ड मेडल हासिल किए थे। रामकिशन शर्मा अब तक कुल 246 मेडल हासिल कर चुके हैं। हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गांव बाढ़ड़ा निवासी बुजुर्ग एथलेटिक्स खिलाड़ी रामकिशन शर्मा ने एक बार फिर से जीत का परचम लहराया है। गाजियाबाद में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में उन्होंने हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए 5 गोल्ड मेडल व एक सिल्वर मेडल हासिल किया है। रामकिशन शर्मा बीते 22 दिनों के दौरान 16 मेडल हासिल कर चुके हैं। उनकी इस उपलब्धि पर क्षेत्र के खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है और उन्होंने रामकिशन शर्मा को जीत की बधाई दी है। बता दे कि बाढ़ड़ा निवासी रामकिशन शर्मा ने गाजियाबाद के महामाया स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भाग लेते हुए हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में चुनौती पेश करते हुए विभिन्न स्पर्धाओं में शानदार खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने इस प्रतियोगिता में 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़, 400 मीटर दौड़, लंबी कूद व ट्रिपल जंप में प्रथम स्थान हासिल करते हुए 5 गोल्ड मेडल हासिल किए। जबकि जेवलिन थ्रो में वे दूसरे स्थान पर रहे औ उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। रामकिशन शर्मा ने बीते 22 दिनों में इतनी अधिक उम्र में भी भीषण गर्मी की परवाह किए बिना देश के अलग-अलग मैदानों पर अपनी चुनौती पेश की है। इस दौरान उन्होंने 15 गोल्ड सहित कुल 16 मेडल हासिल किए हैं। उन्होंने 27 से 30 मई तक हैदराबाद में आयोजित प्रतियोगिता में 6 गोल्ड मेडल हासिल किए। उसके बाद 5 से 7 जून तक अयोध्या में आयोजित प्रतियोगिता में 4 गोल्ड व हाल ही में गाजियाबाद में आयोजित प्रतियोगिता में 5 गोल्ड व एक सिल्वर मेडल हासिल किया है। वहीं उन्होंने 26 से 28 अप्रैल तक मुंबई में आयोजित प्रतियोगिता में भी 5 गोल्ड मेडल हासिल किए थे। रामकिशन शर्मा अब तक कुल 246 मेडल हासिल कर चुके हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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जींद में 10 की छात्रा की संदिग्ध हालात में मौत:स्कूल मे बिगड़ी थी तबीयत; घर पर मिली बेसुध, गले पर रस्सी के निशान
जींद में 10 की छात्रा की संदिग्ध हालात में मौत:स्कूल मे बिगड़ी थी तबीयत; घर पर मिली बेसुध, गले पर रस्सी के निशान हरियाणा के जींद शहर की चाबरी कालोनी में रहने पाली दसवीं कक्षा की एक छात्रा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। छात्रा के गले पर रस्सी जैसे कुछ निशान भी मिले हैं। लेकिन अभी तक किसी तरह का आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगा है। सिटी थाना पुलिस द्वारा मेडिकल बोर्ड द्वारा लड़की के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है। आगे की कार्रवाई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी। चाबरी कालोनी निवासी एक महिला ने बताया कि उसकी 16 वर्षीय बेटी डिफेंस कालोनी के राजकीय स्कूल में पढ़ती है। गुरुवार दोपहर को उसके बेटे के पास स्कूल से फोन आया कि बेटी को बुखार है। इसलिए उसका बेटा उसे घर पर ले आया। इसके बाद वह कमरे में बैड पर आकर ले गई। उन्होंने शाम को बेटी को संभाला तो वह बेसुध हालत में मिली। परिजन उसे नागरिक अस्पताल में लेकर आए तो यहां डॉक्टरों ने बताया कि वह मर चुकी है। महिला ने बताया कि इस दौरान उन्होंने देखा कि सोनिया के गले में रस्सी के निशान थे। उनको आशंका है कि सोनिया का गला घोटा गया है। हालांकि परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया। सिविल लाइन थाना प्रभारी समरजीत सिंह ने बताया कि छात्रा के शव का बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है।
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भव्य बिश्नाई की संपत्ति घटी-पत्नी की इनकम बढ़ी:6.96 करोड़ की प्रॉपर्टी के मालिक, 7 बैंकों में अकाउंट, कई फर्म को दे रखा लोन हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई की इनकम शादी के बाद बढ़ने के बजाय घट गई है, जबकि उनकी आईएएस पत्नी परी बिश्नोई की आय डबल हो गई है। भव्य 2022 में 7 करोड़ 35 लाख की संपत्ति के मालिक थे, अब यह संपत्ति घटकर 6.96 करोड़ रह गई है। उनकी पत्नी परी बिश्नोई की शादी से पहले वर्ष 2020-21 में 2.74 लाख आय थी, जो एक साल में ही बढ़कर 7.90 लाख और वर्ष 2023 में बढ़कर 15.9 लाख हो गई। दोनों पति-पत्नी के पास करीब 6.96 करोड़ की संपत्ति है। पत्नी के पास संपत्ति में केवल सोना है, जिसकी कीमत 5 लाख है और 1.70 लाख का कैश है। बता दें कि कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई ने 22 दिसंबर 2023 आईएएस अधिकारी परी बिश्नोई से शादी की थी। दोनों की शादी उदयपुर के फाईव स्टार होटल में हुई थी। परी बिश्नोई राजस्थान के बीकानेर जिले के गांव काकड़ा की रहने वाली है। परी बिश्नोई ने साल 2019 में यूपीएससी में ऑल इंडिया रैंक में 30वां नंबर हासिल किया था। शादी के बाद भव्य का यह पहला चुनाव है। भव्य की पत्नी परी बिश्नोई मेघालय में तैनात है। 2022 में भव्य की संपत्ति
भव्य ने आदमपुर उप चुनाव में 2022 में दिए हलफनामा में अपनी आय 23 लाख 4 हजार 110 रुपए बताई थी। उसके पास उस समय 4 लाख रुपए कैश सहित कुल 7 करोड़ 35 लाख 10 हजार 653 रुपए की प्रॉपर्टी थी। भव्य के पास अचल संपत्ति नहीं है। इसके अतिरिक्त भव्य पर 1 करोड़ 56 लाख 37 हजार 530 रुपए की देनदारियां बकाया है। भव्य ने सरकार को करीब 11 लाख 19 हजार 308 रुपए की GST अदा करनी है। भव्य की मौजूदा समय में भी GST पेंडिंग हैं। पत्नी ने 10 लाख अधिक कमाते हैं भव्य
भव्य बिश्नोई की सालाना इनकम 25.98 लाख है और वहीं उनकी पत्नी की इनकम 15.09 लाख रुपए है। भव्य पत्नी से 10 लाख रुपए सालाना अधिक कमाते हैं। भव्य के पास कैश 1.90 लाख रुपए तो वहीं पत्नी के पास 1.70 लाख रुपए कैश है। भव्य के पास 32 लाख के शेयर भी हैं। इसके अलावा भव्य ने 2.96 करोड़ का लोन ले रखा है। भव्य ने कमाई से कई गुना अधिक लोन लिया हुआ है। भव्य के पास पत्नी से ज्यादा ज्वेलरी
भव्य के पास 1 करोड़ के ज्वेलरी है और पत्नी के पास करीब 5 लाख की ज्वेलरी है। भव्य की कुल चल-अचल संपति 6.96 करोड़ है जबकि पत्नी की 6.90 लाख रुपए की संपत्ति है। भव्य के पास ग्रेटर नोएडा में अंसल प्लाजा में कॉमर्शियल प्रॉपर्टी है, जिसकी मार्केट वैल्यू एक करोड़ रुपए है। भव्य ने करीब 32 लाख रुपए इन्वेस्टमेंट किए
भव्य ने म्यूचुअल फंड के अलावा अन्य कंपनियों में इन्वेस्टमेंट किया है। भव्य ने जसमा एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड में 5.33 लाख, प्लो पाव प्राइवेट लिमिटेड में 50 हजार रुपए, वेनगार्ड वेनचरर्स में 50 हजार रुपए, म्यूचुअल फंड में 24.93 लाख रुपए इन्वेस्टमेंट किए हैं। भव्य ने कुल 32 लाख रुपए इन्वेस्ट किए हैं। इसके अलावा भव्य ने आदमपुर के एमएस सर्विस स्टेशन को 2.95 करोड़ का लोन दिया है। मनिकरण ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड को शॉर्ट टर्म लोन करीब 59 हजार का दिया है। 2019 में भव्य के पास 3.82 करोड़ की संपत्ति थी
भव्य बिश्नोई ने 2019 में हिसार से लोकसभा चुनाव लड़ा था। उस समय भव्य के पास 10 लाख 76 हजार 181 रुपए का कैश था और उनकी आय 13 लाख 52 हजार 930 रुपए थी। चल संपत्ति के रूप में उनके पास 1 करोड़ 32 लाख 22 हजार 775 रुपए और अचल 2 करोड़ 50 लाख रुपए थी। तब दोनों संपत्ति मिलाकर 3 करोड़ 82 लाख 22 हजार 775 रुपए थी। सरकार को 58 हजार 102 रुपए अदा करने थे, जबकि 1 करोड़ 79 लाख 20 हजार 414 रुपए का लोन था।
हरियाणा की पानीपत सीट, जहां जीतते रहे पुरुष:रोहिता रेवड़ी ने 2014 में खोला था बीजेपी का खाता, इस बार मुकाबला त्रिकोणीय
हरियाणा की पानीपत सीट, जहां जीतते रहे पुरुष:रोहिता रेवड़ी ने 2014 में खोला था बीजेपी का खाता, इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हरियाणा की पानीपत शहरी विधानसभा का इतिहास भी पुरुष प्रधान सीटों जैसा ही रहा है। यहां से 18 विधायक चुने गए हैं। इनमें से सिर्फ एक बार ही शहरवासियों ने महिला को विधायक बनने का मौका दिया है। इस सीट के बनने के बाद से भाजपा को यहां हमेशा हार का सामना करना पड़ा है। 2014 में मोदी लहर में हुए पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा 32 साल बाद इस सीट पर जीत दर्ज करने में सफल रही थी। उस समय यहां से पहली महिला रोहिता रेवड़ी विधायक चुनी गई थीं। इसके बाद 2019 में उनका टिकट काटकर प्रमोद विज को टिकट दिया गया। प्रमोद विज ने यहां से भाजपा को दूसरी बार जीत दिलाई थी। इस बार चुनाव की खास बात यह है कि शहर सीट से एकमात्र विधायक रोहिता रेवड़ी अब निर्दलीय के तौर पर मैदान में उतर गए हैं। जिसके बाद मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। अब यहां मुकाबला भाजपा-कांग्रेस और निर्दलीय के बीच है। पानीपत शहर विधानसभा का इतिहास
पानीपत शहर विधानसभा के चुनाव पहली बार 1952 में हुए थे। तब यह सीट कांग्रेस ने जीती थी। कांग्रेस के कृष्ण गोपाल दत्त पहली बार विधायक बने थे। उन्होंने जनसंघ के कुंदन लाल को हराया था। लगातार दो चुनावों में यहां कांग्रेस का दबदबा रहा लेकिन 10 साल बाद जनसंघ ने वापसी की
कांग्रेस का रहा वर्चस्व
जनसंघ के फतेहचंद 1967 और 1968 में हुए विधानसभा चुनाव में पानीपत सिटी सीट जीते थे। यह सीट लगातार तीन बार कांग्रेस के खाते में रही लेकिन कांग्रेस के हुकूमत रे शाह ने 1972 के चुनाव में फतेहचंद को हराकर सीट जीत ली थी। 1977 के चुनाव में फतेह सिंह फिर से चुनाव जीत गए थे। देवीलाल के दौर में भी पानीपत से नहीं डगमगाई कांग्रेस
बलबीर पाल शाह ने 1987 में चुनाव जीता था। इस साल उनका राजनीतिक कद काफी बढ़ गया था, क्योंकि वह चौधरी देवीलाल का दौर था। चौधरी देवीलाल की आंधी में भी बलबीर ने अपनी सीट बचाई थी, जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें हरियाणा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था। निर्दलीय से हारी थी कांग्रेस
1996 में बलबीर पाल शाह निर्दलीय प्रत्याशी ओम प्रकाश जैन से चुनाव हार गए थे। बलबीर पाल 2000, 2005 और 2009 में पानीपत सिटी से विधायक रहे। 2014 में कांग्रेस ने उनके छोटे भाई वीरेंद्र बुल्ले शाह को टिकट दिया और वह रोहिता रेवड़ी से चुनाव हार गए। इस बार चार महिलाएं मैदान में
इस बार चार महिलाएं चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही हैं। जिसमें से तीन महिलाएं अलग-अलग पार्टियों से जुड़ी हैं। जबकि एक महिला ही निर्दलीय चुनाव लड़ रही है। इस बार सरोज बाला गुर बहुजन समाज पार्टी से, रितु अरोड़ा आम आदमी पार्टी से, भतेरी राष्ट्रीय मजदूर एकता पार्टी से चुनाव लड़ रही हैं। जबकि निर्दलीय रोहिता रेवड़ी हैं। रोहिता ने 2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी।