चिंतपूर्णी मंदिर में सुगम दर्शन की फीस बढ़ी:त्योहारों पर सामान्य दिनों के बजाय लगेंगे 200 अधिक; पिछले साल शुरू हुई थी व्यवस्था

चिंतपूर्णी मंदिर में सुगम दर्शन की फीस बढ़ी:त्योहारों पर सामान्य दिनों के बजाय लगेंगे 200 अधिक; पिछले साल शुरू हुई थी व्यवस्था

हिमाचल प्रदेश के ऊना के प्रसिद्ध चिंतपूर्णी मंदिर में सुगम दर्शन प्रणाली के तहत श्रद्धालुओं को अब ज्यादा शुल्क देना होगा। मंदिर प्रशासन ने मकर संक्रांति से इस योजना के तहत नए दर्शन शुल्क लागू कर दिए हैं। जिसके चलते विशेष दिनों में प्रत्येक श्रद्धालु को 500 रुपए और सामान्य दिनों मे यह फीस 300 रुपए ली जाएगी। नई दरों के अनुसार, संक्रांति, दूसरे शनिवार, रविवार, त्योहार और श्रावण मास नवरात्र जैसे विशेष दिनों में प्रति श्रद्धालु को 500 रुपए शुल्क देना होगा। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह शुल्क 100 रुपए निर्धारित किया गया है। दो महीने पहले 300 रुपए किया था शुल्क यह योजना पिछले साल 12 अगस्त से शुरू की गई थी। शुरुआत में 5 लोगों के लिए 1,100 रुपए का शुल्क था, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को 50 रुपए देने होते थे और एक सहायक को मुफ्त प्रवेश मिलता था। करीब दो महीने पहले इसे संशोधित कर प्रति व्यक्ति 300 रुपए कर दिया गया था। जिसे अब लागू किया गया है। सुगम दर्शन प्रणाली के तहत श्रद्धालुओं को एडीबी भवन से गोल्फ कार द्वारा मंदिर तक पहुंचाया जाता है और माता की पावन पिंडी के दर्शन कराए जाते हैं। एसडीएम सचिन शर्मा के अनुसार, इस योजना से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिली है, बल्कि मंदिर को भी पांच महीने में ही करोड़ों रुपए की आय प्राप्त हुई है। हिमाचल प्रदेश के ऊना के प्रसिद्ध चिंतपूर्णी मंदिर में सुगम दर्शन प्रणाली के तहत श्रद्धालुओं को अब ज्यादा शुल्क देना होगा। मंदिर प्रशासन ने मकर संक्रांति से इस योजना के तहत नए दर्शन शुल्क लागू कर दिए हैं। जिसके चलते विशेष दिनों में प्रत्येक श्रद्धालु को 500 रुपए और सामान्य दिनों मे यह फीस 300 रुपए ली जाएगी। नई दरों के अनुसार, संक्रांति, दूसरे शनिवार, रविवार, त्योहार और श्रावण मास नवरात्र जैसे विशेष दिनों में प्रति श्रद्धालु को 500 रुपए शुल्क देना होगा। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह शुल्क 100 रुपए निर्धारित किया गया है। दो महीने पहले 300 रुपए किया था शुल्क यह योजना पिछले साल 12 अगस्त से शुरू की गई थी। शुरुआत में 5 लोगों के लिए 1,100 रुपए का शुल्क था, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को 50 रुपए देने होते थे और एक सहायक को मुफ्त प्रवेश मिलता था। करीब दो महीने पहले इसे संशोधित कर प्रति व्यक्ति 300 रुपए कर दिया गया था। जिसे अब लागू किया गया है। सुगम दर्शन प्रणाली के तहत श्रद्धालुओं को एडीबी भवन से गोल्फ कार द्वारा मंदिर तक पहुंचाया जाता है और माता की पावन पिंडी के दर्शन कराए जाते हैं। एसडीएम सचिन शर्मा के अनुसार, इस योजना से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिली है, बल्कि मंदिर को भी पांच महीने में ही करोड़ों रुपए की आय प्राप्त हुई है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर