जगराओं में पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की:सिविल ड्रेस में युवक को उठाने गए, गांव वालों ने किया घेराव, मांगा आईकार्ड

जगराओं में पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की:सिविल ड्रेस में युवक को उठाने गए, गांव वालों ने किया घेराव, मांगा आईकार्ड

जगराओं से कुछ दूर स्थित गांव सिधवां बेट में आज शाम उस समय हंगामा हो गया जब कुछ पुलिसकर्मी एक युवक को हिरासत में लेने गए। लोगों ने पुलिस कर्मियों को ही घेरकर खींचातानी शुरू कर दी। इस दौरान गांव वालों और पुलिस कर्मियों के बीच कुछ धक्कामुक्की भी हुई। मौके पर भीड़ जुट गई और हाईवे पर वाहनों की लाइन लग गई। हंगामे की सूचना मिलने पर सीआईए स्टाफ के इंचार्ज किक्कर सिंह घटना स्थल पर पहुंचे। वह उस युवक के घर भी गए जिस युवक को पुलिस कर्मी उठाने गए थे। इस मामले को लेकर इंचार्ज किक्कर सिंह ने कहा कि एसपी डी के पास एक शिकायत आई थी, जिसकी जांच सीआईए स्टाफ को करने के आदेश मिले थे। पुलिस उसी शिकायत के मामले में युवक से पूछताछ करने गई थी। पुलिस के साथ कोई हाथापाई नहीं हुई। युवक ने मचाया शोर शनिवार की देर शाम जालंधर-बरनाला हाईवे सिंधवा बेट में पर उस समय हंगामा हो गया जब सिविल वर्दी में 4-5 पुलिसकर्मी एक युवक को उठाकर अपने साथ ले जाने लगे। युवक ने शोर मचा दिया। युवक का शोर सुनकर उसके परिजन भी मौके पर आ गए। परिजनों ने बिना वर्दी के पुलिस कर्मियों को घेर लिया। जिसके बाद विवाद और बढ़ गया। इस दौरान गांव के अन्य लोग भी मौके पर आ गए। गांव वालों ने पुलिस कर्मियों से आईकार्ड या युवक के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर दिखाने को कहा, लेकिन पुलिस वाले मौके पर कुछ नहीं दिखा सके। जब पुलिस ने पैसों का लेन देन का मामला बताया तो लोगों ने कहा कि पुलिस कब से पैसे दिलाने लगी है। लोगो ने साफ कहा कि यदि केस दर्ज है तो ही युवक उनके साथ जाएगा। जिसके बाद पुलिस कर्मचारी युवक को अपने साथ ले जाने लगे। इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। लोगों ने युवक को मौके से भगाया धक्का-मुक्की दौरान लोगों ने युवक को मौके से भगाकर पुलिस कर्मियों को घेर लिया। इस हंगामे की किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत करवाया। इस दौरान परिजनों ने पुलिस वालों को दो टूक में साफ कह दिया बिना एफआईआर के पुलिस उनके बच्चे की तरफ ना देखे। जगराओं से कुछ दूर स्थित गांव सिधवां बेट में आज शाम उस समय हंगामा हो गया जब कुछ पुलिसकर्मी एक युवक को हिरासत में लेने गए। लोगों ने पुलिस कर्मियों को ही घेरकर खींचातानी शुरू कर दी। इस दौरान गांव वालों और पुलिस कर्मियों के बीच कुछ धक्कामुक्की भी हुई। मौके पर भीड़ जुट गई और हाईवे पर वाहनों की लाइन लग गई। हंगामे की सूचना मिलने पर सीआईए स्टाफ के इंचार्ज किक्कर सिंह घटना स्थल पर पहुंचे। वह उस युवक के घर भी गए जिस युवक को पुलिस कर्मी उठाने गए थे। इस मामले को लेकर इंचार्ज किक्कर सिंह ने कहा कि एसपी डी के पास एक शिकायत आई थी, जिसकी जांच सीआईए स्टाफ को करने के आदेश मिले थे। पुलिस उसी शिकायत के मामले में युवक से पूछताछ करने गई थी। पुलिस के साथ कोई हाथापाई नहीं हुई। युवक ने मचाया शोर शनिवार की देर शाम जालंधर-बरनाला हाईवे सिंधवा बेट में पर उस समय हंगामा हो गया जब सिविल वर्दी में 4-5 पुलिसकर्मी एक युवक को उठाकर अपने साथ ले जाने लगे। युवक ने शोर मचा दिया। युवक का शोर सुनकर उसके परिजन भी मौके पर आ गए। परिजनों ने बिना वर्दी के पुलिस कर्मियों को घेर लिया। जिसके बाद विवाद और बढ़ गया। इस दौरान गांव के अन्य लोग भी मौके पर आ गए। गांव वालों ने पुलिस कर्मियों से आईकार्ड या युवक के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर दिखाने को कहा, लेकिन पुलिस वाले मौके पर कुछ नहीं दिखा सके। जब पुलिस ने पैसों का लेन देन का मामला बताया तो लोगों ने कहा कि पुलिस कब से पैसे दिलाने लगी है। लोगो ने साफ कहा कि यदि केस दर्ज है तो ही युवक उनके साथ जाएगा। जिसके बाद पुलिस कर्मचारी युवक को अपने साथ ले जाने लगे। इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। लोगों ने युवक को मौके से भगाया धक्का-मुक्की दौरान लोगों ने युवक को मौके से भगाकर पुलिस कर्मियों को घेर लिया। इस हंगामे की किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत करवाया। इस दौरान परिजनों ने पुलिस वालों को दो टूक में साफ कह दिया बिना एफआईआर के पुलिस उनके बच्चे की तरफ ना देखे।   पंजाब | दैनिक भास्कर