पंजाब के जालंधर में शाहकोट कस्बे के पास जमीनी विवाद में भतीजे ने अपने चाचा पर जानलेवा हमला कर दिया। चाचा की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक की पहचान लखवीर सिंह उर्फ लक्खा (65) के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले में पुलिस ने 2 भतीजों, मां और एक अन्य आरोपी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। फिलहाल मामले में किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। खेत में खून से लथपथ पड़ा मिला लक्खा लखवीर सिंह उर्फ लक्खा का अपने बड़े भाई के बेटों से जमीन का विवाद चल रहा था। भतीजा जसविंदर सिंह चाचा लखवीर सिंह को खेतों में सिंचाई करने और कुएं पर जाने से रोकता था। जमीन विवाद को लेकर दोनों के बीच केस भी चल रहा था। बीते रविवार सुबह करीब 10 बजे लखवीर सिंह खेतों में घूम रहा था, तभी अचानक मक्के के खेत से निकल रहे उसके भतीजों ने उस पर हमला कर दिया। आरोपी भतीजे ने उस पर चाकू से कई वार कर उसे घायल कर दिया। घटना के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया। शाहकोट से निजी अस्पताल किया रेफर जानकारी के अनुसार, जब गांव वालों ने लक्खा को घायल अवस्था में देखा तो तुरंत परिजनों को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद लक्खा को उपचार के लिए शाहकोट के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे तुरंत निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। सोमवार को अस्पताल में उपचार के दौरान लखवीर सिंह की मौत हो गई। जिसके बाद जब घटना की जानकारी शाहकोट थाने की पुलिस को मिली तो थाना प्रभारी अमन सैनी अपनी टीम के साथ जांच के लिए मौके पर पहुंचे। मामले में पुलिस ने भतीजे तीर्थ राम व सरबजीत (दोनों), उनकी मां इंद्रजीत कौर व सुखजीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार लाखा को जख्मी हालत में जब गांव वालों ने देखा तो तुरंत पारिवारिक सदस्यों को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद लाखा को इलाज के लिए शाहकोट के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत उन्हें निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। लेकिन लखवीर सिंह ने अस्पताल में सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद घटना की जानकारी जब थाना शाहकोट की पुलिस को मिली तो जांच के लिए थाना प्रभारी अमन सैनी अपनी टीम के साथ जांच के लिए मौके पर पहुंच गए थे। केस में पुलिस ने भतीजे तीर्थ राम और सरबजीत (दोनों, उनकी मां इंद्रजीत कौर और सुखजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पंजाब के जालंधर में शाहकोट कस्बे के पास जमीनी विवाद में भतीजे ने अपने चाचा पर जानलेवा हमला कर दिया। चाचा की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक की पहचान लखवीर सिंह उर्फ लक्खा (65) के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले में पुलिस ने 2 भतीजों, मां और एक अन्य आरोपी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। फिलहाल मामले में किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। खेत में खून से लथपथ पड़ा मिला लक्खा लखवीर सिंह उर्फ लक्खा का अपने बड़े भाई के बेटों से जमीन का विवाद चल रहा था। भतीजा जसविंदर सिंह चाचा लखवीर सिंह को खेतों में सिंचाई करने और कुएं पर जाने से रोकता था। जमीन विवाद को लेकर दोनों के बीच केस भी चल रहा था। बीते रविवार सुबह करीब 10 बजे लखवीर सिंह खेतों में घूम रहा था, तभी अचानक मक्के के खेत से निकल रहे उसके भतीजों ने उस पर हमला कर दिया। आरोपी भतीजे ने उस पर चाकू से कई वार कर उसे घायल कर दिया। घटना के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया। शाहकोट से निजी अस्पताल किया रेफर जानकारी के अनुसार, जब गांव वालों ने लक्खा को घायल अवस्था में देखा तो तुरंत परिजनों को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद लक्खा को उपचार के लिए शाहकोट के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे तुरंत निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। सोमवार को अस्पताल में उपचार के दौरान लखवीर सिंह की मौत हो गई। जिसके बाद जब घटना की जानकारी शाहकोट थाने की पुलिस को मिली तो थाना प्रभारी अमन सैनी अपनी टीम के साथ जांच के लिए मौके पर पहुंचे। मामले में पुलिस ने भतीजे तीर्थ राम व सरबजीत (दोनों), उनकी मां इंद्रजीत कौर व सुखजीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार लाखा को जख्मी हालत में जब गांव वालों ने देखा तो तुरंत पारिवारिक सदस्यों को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद लाखा को इलाज के लिए शाहकोट के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत उन्हें निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। लेकिन लखवीर सिंह ने अस्पताल में सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद घटना की जानकारी जब थाना शाहकोट की पुलिस को मिली तो जांच के लिए थाना प्रभारी अमन सैनी अपनी टीम के साथ जांच के लिए मौके पर पहुंच गए थे। केस में पुलिस ने भतीजे तीर्थ राम और सरबजीत (दोनों, उनकी मां इंद्रजीत कौर और सुखजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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