पंजाब के जालंधर में लोहियां रोड पर स्थित गांव मल्लीवाल एक पास एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो गाड़ी ने स्कूटी सवार दंपती को टक्कर मार दी। जिसमें 62 वर्षीय ज्ञान सिंह पुत्र महिंदर सिंह निवासी सोहल जागीर गांव की मौत हो गई। वहीं, ज्ञान सिंह की पत्नी 58 वर्षीय बलदीश कौर गंभीर रूप से घायल हो गई। जिनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। दोनों अपनी एक्टिवा पर सवार होकर मलसिया की ओर जा रहे थे। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत मिली जानकारी के अनुसार स्कॉर्पियो गाड़ी लोहिया की तरफ से मलसिया की तरफ आ रही थी। जहां सामने से एक्टिवा पर बुजुर्ग दंपति की एक्टिवा को उसने चपेट में ले लिया। घटना मल्लीवाल रोड पर स्थित पेट्रोल पंप के सामने हुई थी। हादसे के तुरंत बाद दंपती को सरकारी एम्बुलेंस की मदद से नकोदर के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए जालंधर के निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। निजी अस्पताल में डॉक्टर ने तुरंत ज्ञान सिंह को तो मृत घोषित कर दिया। नकोदर में हुआ ज्ञान सिंह का पोस्टमार्टम शाहकोट की चौकी मलसियां के प्रभारी केलव सिंह की टीम क्राइम सीन पर जांच के लिए मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस ने ज्ञान सिंह के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नकोदर में उनका पोस्टमार्टम करवा दिया गया है। जल्द पुलिस मामले में अगली कार्रवाई करेगी। पुलिस ने स्कॉर्पियो गाड़ी और एक्टिवा कब्जे में ले ली है। केस दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करेगी। पंजाब के जालंधर में लोहियां रोड पर स्थित गांव मल्लीवाल एक पास एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो गाड़ी ने स्कूटी सवार दंपती को टक्कर मार दी। जिसमें 62 वर्षीय ज्ञान सिंह पुत्र महिंदर सिंह निवासी सोहल जागीर गांव की मौत हो गई। वहीं, ज्ञान सिंह की पत्नी 58 वर्षीय बलदीश कौर गंभीर रूप से घायल हो गई। जिनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। दोनों अपनी एक्टिवा पर सवार होकर मलसिया की ओर जा रहे थे। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत मिली जानकारी के अनुसार स्कॉर्पियो गाड़ी लोहिया की तरफ से मलसिया की तरफ आ रही थी। जहां सामने से एक्टिवा पर बुजुर्ग दंपति की एक्टिवा को उसने चपेट में ले लिया। घटना मल्लीवाल रोड पर स्थित पेट्रोल पंप के सामने हुई थी। हादसे के तुरंत बाद दंपती को सरकारी एम्बुलेंस की मदद से नकोदर के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए जालंधर के निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। निजी अस्पताल में डॉक्टर ने तुरंत ज्ञान सिंह को तो मृत घोषित कर दिया। नकोदर में हुआ ज्ञान सिंह का पोस्टमार्टम शाहकोट की चौकी मलसियां के प्रभारी केलव सिंह की टीम क्राइम सीन पर जांच के लिए मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस ने ज्ञान सिंह के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नकोदर में उनका पोस्टमार्टम करवा दिया गया है। जल्द पुलिस मामले में अगली कार्रवाई करेगी। पुलिस ने स्कॉर्पियो गाड़ी और एक्टिवा कब्जे में ले ली है। केस दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करेगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अबोहर के पार्क में बेसुध मिला बुजुर्ग:ठंड के कारण सिकुडा शरीर, पुलिस कर रही परिजनों की तलाश ठंड का कहर दिनों दिन बढता जा रहा है जिसके चलते आज सुबह अबोहर के पटेल पार्क मे आज सुबह एक व्यक्ति ठंड के चलते बेसुध हालत में पड़ा मिला, जिसे नर सेवा-नारायण सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। वहीं पुलिस प्रशासन अज्ञात वृद्ध के परिजनों का पता लगा रही है। बुजुर्ग की हालत गंभीर बताई जा रही है। लाजपत राय पार्क में आज सुबह कुछ लोगों ने एक बुजुर्ग व्यक्ति को मृत समझकर इसकी सूचना नर सेवा नारायण सेवा समिति सदस्यों को दी। जिस पर समिति के बिट्टू नरूला व अन्य सदस्यों ने मौके पर पहुचकर देखा तो बुजुर्ग बेसुध और ठंड के कारण सिकुडा पड़ा था। उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। समिति सदस्यों ने बुजुर्ग का पता लगाने का प्रयास किया, लेकिन उसकी कोई पहचान ना हो सकी। सर्दी से बचने के लिए बच्चे एवं बुजुर्ग रखे विशेष ध्यान: डा. गगनदीप इधर, अस्पताल के डाक्टर सर्जन गगनदीप सिंह ने कहा कि इन दिनों कडाके की सर्दी पड़ रही है। पंजाब में पारा सामान्य से 5 डिग्री तक नीचे चल रहा है। ऐसे में जहां तक हो सके बच्चे एवं बुजुर्ग अपने घरों से बाहर ना निकलें तो ही बेहतर है। अगर किसी जरूरी काम के लिए बाहर आना जाना हो तो शरीर को अच्छी तरह से ढककर ही घर से बाहर निकलें। कमरों को बंद करके ना जलाएं अंगीठी डाक्टर गगनदीप ने कहा कि हर बार ठंड के सीजन में लोग अपने कमरों में रूम हीटर एवं अंगीठी जलाकर सो जाते हैं, जो खतरे भरा होता है। अंगीठी जलाकर कभी भी कमरा बंद नहीं करना चाहिए, इससे कमरे की आक्सीजन खत्म हो जाती है। वहीं, लोग नहाते समय भी गैस गीजर का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें, क्योंकि अक्सर नहाते समय गैस चढ़ने से अनेक जानें चली जाती है गत दिवस मानसा में भी गैस गीजर से मां बेटी की मोत हो गई है।
डल्लेवाल की हालत नाजुक, रिपोर्ट्स आज आएंगी:किसान नेता सार्वजनिक करेंगे; SKM नेताओं ने खनौरी बॉर्डर पर मुलाकात की
डल्लेवाल की हालत नाजुक, रिपोर्ट्स आज आएंगी:किसान नेता सार्वजनिक करेंगे; SKM नेताओं ने खनौरी बॉर्डर पर मुलाकात की पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन का आज 47वां दिन है। गुरुवार को हुए उनकी टेस्ट की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। आज किसान नेता रिपोर्ट्स को जनता के सामने रखेंगे। इससे पहले, शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, दर्शनपाल सिंह व अन्य खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे और उन्होंने डल्लेवाल से मुलाकात की। किसान नेताओं ने 9 जनवरी को मोगा में हुई महापंचायत में पास प्रस्ताव को मोर्चे के नेताओं को सौंपा। किसान नेताओं ने इस आंदोलन को मजबूत करने के लिए सभी का सहयोग मांगा और केंद्र सरकार से MSP गारंटी कानून की मांग को जल्द पूरा करने का आह्वान किया। यूपी में प्रदर्शन से पहले किसान नेता नजरबंद
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को देशभर में गांव स्तर पर मोदी सरकार के पुतले जलाए गए। उत्तर प्रदेश में इस आंदोलन को रोकने के लिए बुलंदशहर और अलीगढ़ समेत कई जिलों में किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया गया, जिससे किसानों में रोष बढ़ गया है। किसान नेताओं ने इसे लोकतंत्र का दमन बताया और चेतावनी दी कि अगर डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर कोई अनहोनी हुई, तो पूरे देश में किसानों का बड़ा आंदोलन देखने को मिलेगा। डल्लेवाल ने कहा- मोदी से कहिए मांगें मानें, अनशन छोड़ दूंगा
शुक्रवार सुबह डल्लेवाल ने वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मानें तो मैं अनशन छोड़ दूंगा। अनशन करना कोई हमारा कारोबार तो नहीं है और न ही हमारा शौक है। हमें यहां पर यह सूचना मिली कि पंजाब भाजपा की इकाई की तरफ से अकाल तख्त साहिब से अपील की गई है कि डल्लेवाल का अनशन तुड़वाया जाए। उसे जत्थेदारों व पंज प्यारों के माध्यम से हुक्म दिया जाए कि वह अनशन छोड़े। मैं अकाल तख्त साहिब व सभी तख्तों व पंज प्यारों का सत्कार करता हूं। सवाल ये है कि पंजाब भाजपा इकाई के जो लोग हैं, पंजाब के लोग हैं, पंजाब के निवासी हैं। और यह जो हम लड़ाई लड़ रहे हैं। यह जो हम मांग उठा रहे हैं। वह पूरे पंजाब के लिए हैं। तो आप को जाना है तो मोदी जी के पास जाइए। आपको उपराष्ट्रपति के पास जाना चाहिए। वह बड़ा साफ किसानों के बारे में बोले हैं। एग्रीकल्चर मिनिस्टर व अमित शाह के पास जाना चाहिए, लेकिन आप श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के पास जा रहे हैं। इसका मतलब क्या निकलता है। आपके अंदर क्या है। मैं आपको फिर से हाथ जोड़ता हूं कि अकाल तख्त साहिब की तरफ जाने के बजाय आप कृपया मोदी जी से कहें कि वह हमारी मांगें मान लें, तो हम अनशन छोड़ देंगे। हमारा अनशन करना कोई कारोबार तो नहीं है। न ही हमारा शौक है। धन्यवाद। मैं पंजाब की भाजपा इकाई को विनती करता हूं कि वह मोदी जी से बात करें। डल्लेवाल मामले की सुप्रीम कोर्ट में 8 सुनवाई, अब तक क्या-क्या हुआ… 1. 13 दिसंबर- तत्काल डॉक्टरी मदद दें
डल्लेवाल 26 नवंबर को अनशन पर बैठे थे। 13 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में आमरण अनशन को लेकर सुनवाई हुई। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और केंद्र सरकार से कहा कि डल्लेवाल को तत्काल डॉक्टरी मदद दें। उन्हें जबरन कुछ न खिलाया जाए। आंदोलन से ज्यादा उनकी जान जरूरी है। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव और केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा ने खनौरी पहुंच डल्लेवाल से मुलाकात की। 2. 18 दिसंबर- पंजाब सरकार को कुछ करना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार ने कहा कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। ढिलाई नहीं बरती जा सकती। आपको हालात संभालने होंगे। 3. 19 दिसंबर- बिना टेस्ट 70 साल के आदमी को कौन ठीक बता रहा
पंजाब सरकार ने दावा किया कि डल्लेवाल की तबीयत ठीक है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि 70 साल का आदमी 24 दिन से भूख हड़ताल पर है। कौन डॉक्टर है, जो बिना किसी टेस्ट के डल्लेवाल को सही बता रहा है? आप कैसे कह सकते हैं डल्लेवाल ठीक हैं? जब उनकी कोई जांच नहीं हुई, ब्लड टेस्ट नहीं हुआ, ECG नहीं हुई। 4. 20 दिसंबर- अधिकारी अस्पताल में भर्ती करने पर फैसला लें
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही है। पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में शिफ्ट में क्यों नहीं कराती? यह उन्हीं की जिम्मेदारी है। यदि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है तो अधिकारी निर्णय लें। 5. 28 दिसंबर- केंद्र की मदद से अस्पताल में शिफ्ट करें
यह सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के 20 दिसंबर के आदेश को लागू न करने को लेकर दायर अवमानना याचिका पर हुई। इसमें कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि पहले आप समस्या पैदा करते हैं, फिर कहते हैं कि आप कुछ नहीं कर सकते। केंद्र की मदद से उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करें। इसमें किसानों के विरोध पर कोर्ट ने कहा कि किसी को अस्पताल ले जाने से रोकने का आंदोलन कभी नहीं सुना। यह आत्महत्या के लिए उकसाने जैसा है। किस तरह के किसान नेता हैं जो चाहते हैं कि डल्लेवाल मर जाएं? डल्लेवाल पर दबाव दिखता है। जो लोग उनका अस्पताल में भर्ती होने का विरोध कर रहे हैं, वे उनके शुभचिंतक नहीं हैं। 6. 31 दिसंबर को पंजाब सरकार ने 3 दिन की मोहलत ली
पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि 30 दिसंबर को पंजाब बंद था, जिस वजह से ट्रैफिक नहीं चला। इसके अलावा अगर केंद्र सरकार पहल करती है तो डल्लेवाल बातचीत के लिए तैयार हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार के समय मांगने के आवेदन को मंजूर कर लिया। 7. 2 जनवरी- हमने अनशन तोड़ने को नहीं कहा
कोर्ट ने कहा कि जानबूझकर हालात बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। हमने कभी अनशन तोड़ने को नहीं कहा। कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि आपका रवैया ही सुलह करवाने का नहीं है। कुछ तथाकथित किसान नेता गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं। इस केस में डल्लेवाल की एडवोकेट गुनिंदर कौर गिल ने पार्टी बनने की याचिका दायर की थी। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “कृपया टकराव के बारे में न सोचें, हम किसानों से सीधे बातचीत नहीं कर सकते। हमने कमेटी बनाई है। किसानों से उसी कमेटी के जरिए बात करेंगे।” 8. 6 जनवरी- किसान मुलाकात के लिए तैयार
पंजाब सरकार ने कहा कि आंदोलन पर चल रहे किसान हाई पावर कमेटी से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इसके बाद अदालत ने इस मामले की सुनवाई 10 जनवरी तय की। इसके बाद कमेटी ने मुलाकात की। किसान आंदोलन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… डल्लेवाल बोले- मोदी से कहिए मांगें मानें, अनशन छोड़ दूंगा हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 46 दिन से अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने शुक्रवार (10 जनवरी) को एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मानें तो मैं अनशन छोड़ दूंगा। अनशन करना कोई हमारा कारोबार तो नहीं है और न ही हमारा शौक है।’ पूरी खबर पढ़ें…
बाबा दर्शन सिंह टाहला साहिब में लगाया लंगर
बाबा दर्शन सिंह टाहला साहिब में लगाया लंगर अमृतसर| गुरुद्वारा श्री टाहला साहिब के मुखी संत बाबा दर्शन सिंह टाहला साहिब और बीबी कौलां जी भलाई केंद्र ट्रस्ट के प्रधान भाई गुर इकबाल सिंह की तरफ से लंगर लगाया गया। इसमें तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह ने लंगर की शुरुआत अरदास उपरांत की। समागम में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह भी शामिल हुए। संत बाबा दर्शन सिंह ने विशिष्ट व्यक्तियों को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर ज्ञानी विशाल सिंह, भाई प्रेम सिंह, भाई कश्मीर सिंह, भाई सुरता सिंह, प्रो. सरचांद सिंह, सुखविंदर सिंह आदि मौजूद थे।