हरियाणा के जींद के नरवाना में स्कूल की छुट्टी के बाद एक बच्चा क्लास रूम में ही रह गया। जिसे बाद स्टाफ ने जांच किए बगैर ही ताला लगा दिया। बच्चे को स्कूल से लेने पहुंच चाचा के पास जब वह नहीं पहुंचा, तो उन्होंने तलाशी की। जिसके करीब दो घंटे बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। वहीं स्कूल प्रबंधन ने कहा कि गलती से बच्चा अंदर रह गया था। घटना सोमवार दोपहर एसडी कन्या महाविद्यालय की है। परिजनों ने इस घटना का वीडियो भी बनाया है। नरवाना शहर थाना पुलिस व एसडीएम को दी शिकायत में आजाद नगर निवासी ईश्वर सिंह ने बताया कि उनका बेटा एसडी कन्या महाविद्यालय में पहली कक्षा में पढ़ता है। सोमवार को छुट्टी के बाद उसका भाई नरेश बच्चे को लेने स्कूल गया था। कुछ देर तक जब बच्चा स्कूल के गेट पर नहीं आया, तो उसने स्कूल के कर्मचारियों ने बात की। स्कूल कर्मचारियों ने कहा कि बच्चे को कोई घर ले गया। हालांकि बच्चे को लेने नरेश ही घर से आए थे। डरा सहमा था बच्चा ईश्वर सिंह ने कहा कि इससे वे चिंतित हुए। स्कूल कर्मचारियों ने भी यहां-वहां बच्चे को तलाशा, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद वह स्वयं स्कूल स्टाफ के साथ ऊपर के कमरे में गया और बच्चे को आवाज लगाई, तो बच्चा कमरे के अंदर से बोला। नरेश ने स्टाफ को जल्दी से ताला खोलने की बात कही। जिसके बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। जो वह डरा सहमा हुआ था। नरेश ने बताया कि इस मामले में ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि भविष्य में किसी अन्य बच्चे के साथ ऐसा नहीं हो। उन्होंने सोमवार को नरवाना शहर थाना पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस ने दो दिन का समय देते हुए बाद में कार्रवाई की बात कही है। पुलिस से दोनों पक्षों ने मांगा दो दिन का समय नरवाना शहर थाना में मामले की जांच की रहे गुरमीत ने बताया कि इसकी शिकायत पुलिस के पास आई है। दोनों पक्षों ने दो दिन का समय मांगा है। बुधवार को फिर से दोनों पक्षों को बुलाया जाएगा। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। हरियाणा के जींद के नरवाना में स्कूल की छुट्टी के बाद एक बच्चा क्लास रूम में ही रह गया। जिसे बाद स्टाफ ने जांच किए बगैर ही ताला लगा दिया। बच्चे को स्कूल से लेने पहुंच चाचा के पास जब वह नहीं पहुंचा, तो उन्होंने तलाशी की। जिसके करीब दो घंटे बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। वहीं स्कूल प्रबंधन ने कहा कि गलती से बच्चा अंदर रह गया था। घटना सोमवार दोपहर एसडी कन्या महाविद्यालय की है। परिजनों ने इस घटना का वीडियो भी बनाया है। नरवाना शहर थाना पुलिस व एसडीएम को दी शिकायत में आजाद नगर निवासी ईश्वर सिंह ने बताया कि उनका बेटा एसडी कन्या महाविद्यालय में पहली कक्षा में पढ़ता है। सोमवार को छुट्टी के बाद उसका भाई नरेश बच्चे को लेने स्कूल गया था। कुछ देर तक जब बच्चा स्कूल के गेट पर नहीं आया, तो उसने स्कूल के कर्मचारियों ने बात की। स्कूल कर्मचारियों ने कहा कि बच्चे को कोई घर ले गया। हालांकि बच्चे को लेने नरेश ही घर से आए थे। डरा सहमा था बच्चा ईश्वर सिंह ने कहा कि इससे वे चिंतित हुए। स्कूल कर्मचारियों ने भी यहां-वहां बच्चे को तलाशा, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद वह स्वयं स्कूल स्टाफ के साथ ऊपर के कमरे में गया और बच्चे को आवाज लगाई, तो बच्चा कमरे के अंदर से बोला। नरेश ने स्टाफ को जल्दी से ताला खोलने की बात कही। जिसके बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। जो वह डरा सहमा हुआ था। नरेश ने बताया कि इस मामले में ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि भविष्य में किसी अन्य बच्चे के साथ ऐसा नहीं हो। उन्होंने सोमवार को नरवाना शहर थाना पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस ने दो दिन का समय देते हुए बाद में कार्रवाई की बात कही है। पुलिस से दोनों पक्षों ने मांगा दो दिन का समय नरवाना शहर थाना में मामले की जांच की रहे गुरमीत ने बताया कि इसकी शिकायत पुलिस के पास आई है। दोनों पक्षों ने दो दिन का समय मांगा है। बुधवार को फिर से दोनों पक्षों को बुलाया जाएगा। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी BJP जिला अध्यक्ष प्रीतम चौहान की छुट्टी:वंदना पोपली को मिली जिम्मेदारी; संगठन और राव इंद्रजीत दोनों की पसंद पर लगी मोहर हरियाणा के रेवाड़ी जिले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले संगठन में फेरबदल करते हुए रेवाड़ी से जिला अध्यक्ष प्रीतम चौहान की छुट्टी करते हुए वंदना पोपली को जिला अध्यक्ष बना दिया है। वंदना पोपली संगठन के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की पसंद से पार्टी अध्यक्ष बनी है। वहीं प्रीतम चौहान को प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है। अभी तक पार्टी में प्रवक्ता की भूमिका में रही वंदना पोपली ने सधी हुई राजनीति के तहत संगठन के साथ-साथ अहीरवाल के दिग्गज नेता राव इंद्रजीत सिंह के साथ बराबर की नजदीकियां बनाए रखी, जिसका फायदा उन्हें पार्टी में शामिल होने के पांच साल बाद मिला है। वंदना पोपली को तेजतर्रार महिला नेत्री के रूप जाना जाता है। संगठन और सरकार से बराबर तालमेल रेवाड़ी शहर के मॉडल में रहने वाली वंदना पोपली ने काफी समय कांग्रेस में बिताने के बाद 2019 के चुनाव से ठीक पहले बीजेपी जॉइन की थी। वंदना पोपली बीजेपी में कई अहम पदों पर रही है। उनका संगठन और सरकार में शामिल नेताओं से अच्छा तालमेल रहा है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से नजदीकियां और संगठन में बनाई पैठ के चलते ही वंदना पोपली को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। वहीं प्रीतम चौहान राव इंद्रजीत सिंह के विरोधी गुट में शामिल बीजेपी संसदीय बोर्ड की सदस्य सुधा यादव के नजदीकी थे। उन्हीं की बदौलत पार्टी ने उन्हें जिला अध्यक्ष नियुक्त किया था। लेकिन कुछ समय पहले मोहन लाल बड़ोली को प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद से ही संगठन में फेरबदल की चर्चाएं चल रही थी। जिसके बाद वंदना पोपली को जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। कई पदों पर रही पोपली कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद वंदना पोपली ने 2019 में भाजपा ज्वॉइन की थी। भाजपा ने उन्हें स्टेट का मीडिया पैनालिस्ट, सह प्रवक्ता, प्रवक्ता, प्रदेश मीडिया लोकसभा चुनाव सह प्रभारी और हाल में वह प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभाल रही थी। पहले केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और अब मुख्यमंत्री नायब सैनी की सरकार का पक्ष भी मीडिया में पोपली बेखूबी रखती रही हैं।
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हरियाणा के नूंह में मोबाइल इंटरनेट बंद:बल्क SMS-डोंगल पर भी रोक; कल बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा, पिछली बार हिंसा हुई थी
हरियाणा के नूंह में मोबाइल इंटरनेट बंद:बल्क SMS-डोंगल पर भी रोक; कल बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा, पिछली बार हिंसा हुई थी हरियाणा के नूंह में कल सोमवार को जलाभिषेक यात्रा को देखते हुए 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पिछली बार नूंह में हुई हिंसा को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। यहां इंटरनेट 22 जुलाई की शाम 6 बजे से 23 जुलाई की शाम 6 बजे तक बंद रहेगा। इसके अलावा बल्क SMS भेजने पर भी पाबंदी रहेगी। इस दौरान डोंगल इंटरनेट भी नहीं चलेगा। राज्य गृह विभाग के मुताबिक नूंह हिंसा को लेकर वाट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर जैसे अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से अफवाह फैलाई जा सकती है। भीड़ इकट्ठा की जा सकती है। जिससे हिंसा हो सकती है। सरकार के आदेश में बैंकिंग और रिचार्ज SMS को छूट दी गई है। इस दौरान लीजलाइन का इंटरनेट और कॉलिंग चलती रहेगी। 2 गुटों में हुए टकराव के बाद भड़की हिंसा
नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान पिछले साल दंगा भड़क गया था। इस दौरान 2 गुटों में हुए टकराव के बाद 3 दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को आग लगा दी गई। पुलिस पर भी पथराव किया गया। गुरुग्राम पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर कला रामचंद्रन के अनुसार, हिंसा में 2 होमगार्ड जवानों की मौत हो गई जबकि 10 पुलिसवाले घायल हुए। कहा जा रहा है कि एक होमगार्ड जवान की मौत भीड़ की तरफ से चली गोली लगने से हुई। हिंसा में कई लोग और पुलिसवाले घायल हो गए। उपद्रवियों ने नूंह के साइबर थाना पर भी हमला कर दिया। उपद्रवियों ने पथराव किया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। हंगामे को देख पुलिसकर्मियों को जान बचाकर भागना पड़ा। मेवात के कस्बे नगीना और फिरोजपुर-झिरका में भी कई जगह आगजनी की गई। इससे पहले उपद्रवियों ने स्कूल बस में भी तोड़फोड़ की थी। बस को उपद्रवी लूट ले गए और थाने को तोड़ने के लिए उसकी दीवार में टक्कर मार दी। मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई
नूंह में भड़की हिंसा की चिंगारी मंदिरों तक भी पहुंची। उपद्रवियों ने कई जगह मंदिरों में तोड़फोड़ करने के अलावा आगजनी की कोशिश की। नूंह सिटी में पलड़ी रोड श्मशान घाट के पास काली माता मंदिर में उपद्रवियों ने खूब तोड़फोड़ की। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि उसने मंदिर के आसपास के घरों पर भी जमकर पत्थर बरसाए ताकि वहां से कोई बाहर न निकल सके। 4 लोगों के नाम सामने आए
इस हिंसा में गौसेवक बिट्टू बजरंगी के अलावा 3 और नाम सामने आए थे। मोनू मानेसर, अशोक बाबा और फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस विधायक मामन खान। इन दंगों में 7 लोगों की मौत हुई थी। 61 FIR हुईं, करीब 450 लोग गिरफ्तार किए गए। 17 लोगों को छोड़कर बाकी सभी को जमानत मिल गई। हालांकि, मोनू मानेसर नासिर-जुनैद हत्याकांड में अब भी जेल में है। इंटरनेट बंद करने का आदेश… हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…