जींद में तेज हवाओं के साथ बारिश:फसलें गिरने का डर, 16 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान; विशेषज्ञ बोल-सिंचाई रोक दें किसान

जींद में तेज हवाओं के साथ बारिश:फसलें गिरने का डर, 16 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान; विशेषज्ञ बोल-सिंचाई रोक दें किसान

हरियाणा के जींद में वीरवार सुबह साढ़े 5 बजे से तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। हालांकि बारिश का गेहूं की फसल को फायदा होगा, लेकिन तेज हवाओं से गेहूं और सरसों की फसल गिरने का खतरा बन गया है। मौसम विभाग ने किसानों से अपील की है कि फिलहाल सिंचाई रोक दें। आज और कल बारिश की संभावना बनी रहेगी। 20 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं चल रही हैं। वीरवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। इससे पहले बुधवार को दिन में चिलचिलाती धूप के कारण तापमान 29 डिग्री तक चला गया था। शाम को बादल छाए और हवाएं चलने लगी, जिससे तापमान कम हुआ। 20 फरवरी को हुई थी ओलावृष्टि रात को भी बादल छाए रहे और अल सुबह बारिश शुरू हो गई। इससे पहले 20 फरवरी को जिले में जींद, उचाना, नरवाना और पिल्लूखेड़ा क्षेत्र में हल्की वर्षा के साथ ओलावृष्टि हुई थी। जिससे गेहूं और सरसों की फसल में नुकसान हुआ था। ऐसे में किसानों को डर है कि कहीं इस बार भी बारिश के साथ तेज हवा चलती है और ओलावृष्टि होती है, तो फसल में नुकसान बढ़ेगा। गेहूं की फसल में बालियां आ चुकी हैं और दाना बनना शुरू हो चुका है। वहीं सरसों की फसल में फलियों में दाना बन चुका है। जिससे सरसों की फसल बोझ की वजह से झुकी हुई है। हवा चलने से सरसों के पौधे गिरने से उत्पादन पर असर पड़ सकता है। जिले में लगभग 2.15 लाख हेक्टेयर में गेहूं की और करीब 8 हजार हेक्टेयर में सरसों की फसल है। कृषि विज्ञान केंद्र जींद के मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि आज और कल वर्षा होने की संभावना है। किसान फिलहाल मौसम को ध्यान में रखते हुए फसलों में सिंचाई ना करें। हरियाणा के जींद में वीरवार सुबह साढ़े 5 बजे से तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। हालांकि बारिश का गेहूं की फसल को फायदा होगा, लेकिन तेज हवाओं से गेहूं और सरसों की फसल गिरने का खतरा बन गया है। मौसम विभाग ने किसानों से अपील की है कि फिलहाल सिंचाई रोक दें। आज और कल बारिश की संभावना बनी रहेगी। 20 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं चल रही हैं। वीरवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। इससे पहले बुधवार को दिन में चिलचिलाती धूप के कारण तापमान 29 डिग्री तक चला गया था। शाम को बादल छाए और हवाएं चलने लगी, जिससे तापमान कम हुआ। 20 फरवरी को हुई थी ओलावृष्टि रात को भी बादल छाए रहे और अल सुबह बारिश शुरू हो गई। इससे पहले 20 फरवरी को जिले में जींद, उचाना, नरवाना और पिल्लूखेड़ा क्षेत्र में हल्की वर्षा के साथ ओलावृष्टि हुई थी। जिससे गेहूं और सरसों की फसल में नुकसान हुआ था। ऐसे में किसानों को डर है कि कहीं इस बार भी बारिश के साथ तेज हवा चलती है और ओलावृष्टि होती है, तो फसल में नुकसान बढ़ेगा। गेहूं की फसल में बालियां आ चुकी हैं और दाना बनना शुरू हो चुका है। वहीं सरसों की फसल में फलियों में दाना बन चुका है। जिससे सरसों की फसल बोझ की वजह से झुकी हुई है। हवा चलने से सरसों के पौधे गिरने से उत्पादन पर असर पड़ सकता है। जिले में लगभग 2.15 लाख हेक्टेयर में गेहूं की और करीब 8 हजार हेक्टेयर में सरसों की फसल है। कृषि विज्ञान केंद्र जींद के मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि आज और कल वर्षा होने की संभावना है। किसान फिलहाल मौसम को ध्यान में रखते हुए फसलों में सिंचाई ना करें।   हरियाणा | दैनिक भास्कर