जींद में पूर्व सांसद बृजेंद्र का भाजपा पर अटैक:कांग्रेस नेता बोले- केंद्र में मोदी नहीं, बोदी सरकार; कितने दिन चलेगी कहना मुश्किल

जींद में पूर्व सांसद बृजेंद्र का भाजपा पर अटैक:कांग्रेस नेता बोले- केंद्र में मोदी नहीं, बोदी सरकार; कितने दिन चलेगी कहना मुश्किल

हरियाणा के पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार नहीं, बल्कि बोदी सरकार है। यह सरकार कितने दिन चलेगी, कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस का संगठन होता तो कांग्रेस को हरियाणा में और ज्यादा वोट मिलते। कांग्रेस की जीरो से बढ़कर पांच सीटें हो गई हैं। अगर विधानसभा चुनाव को शिद्दत के साथ लड़ा गया तो कांग्रेस का बहुमत हरियाणा में आने वाला है। उचाना पहुंचे बृजेंद्र सिंह ने कांग्रेस में नजर आ रही गुटबाजी के सवाल पर कहा कि वे सीनियर नेता हैं और पार्टी में थोड़ी बहुत खटपट चलती रहती है। अंत में नतीजा सही आया है। ये जरूर है कि सीटें बढ़ सकती थी और 7 तक भी जा सकती थी, लेकिन वो तो बाद की बात है। मौके की बात ये है कि 5 सीटें आई हैं। आप नेताओं द्वारा कुरूक्षेत्र में कांग्रेस द्वारा मदद नहीं करने के आरोपों पर बृजेंद्र सिंह ने कहा कि जितनी मेहनत कुरूक्षेत्र की सीट पर कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने की है, उसी का नतीजा था कि ये चुनाव इतना करीबी बन पाया। हार-जीत का अंतर कम रहा। इसको लेकर गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को संगठन की कमी जरूर महसूस हुई। हरियाणा के पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार नहीं, बल्कि बोदी सरकार है। यह सरकार कितने दिन चलेगी, कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस का संगठन होता तो कांग्रेस को हरियाणा में और ज्यादा वोट मिलते। कांग्रेस की जीरो से बढ़कर पांच सीटें हो गई हैं। अगर विधानसभा चुनाव को शिद्दत के साथ लड़ा गया तो कांग्रेस का बहुमत हरियाणा में आने वाला है। उचाना पहुंचे बृजेंद्र सिंह ने कांग्रेस में नजर आ रही गुटबाजी के सवाल पर कहा कि वे सीनियर नेता हैं और पार्टी में थोड़ी बहुत खटपट चलती रहती है। अंत में नतीजा सही आया है। ये जरूर है कि सीटें बढ़ सकती थी और 7 तक भी जा सकती थी, लेकिन वो तो बाद की बात है। मौके की बात ये है कि 5 सीटें आई हैं। आप नेताओं द्वारा कुरूक्षेत्र में कांग्रेस द्वारा मदद नहीं करने के आरोपों पर बृजेंद्र सिंह ने कहा कि जितनी मेहनत कुरूक्षेत्र की सीट पर कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने की है, उसी का नतीजा था कि ये चुनाव इतना करीबी बन पाया। हार-जीत का अंतर कम रहा। इसको लेकर गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को संगठन की कमी जरूर महसूस हुई।   हरियाणा | दैनिक भास्कर