सिरसा में पिछले तीन से चार दिनों से बिजली कटों की समस्या है। आलम है कि बिजली निगम के लाइनमैन, जेई और एसडीओ व एक्सईएन के लगातार फोन बंद आ रहे हैं। इस कारण लोगों के फोन विधायक गोकुल सेतिया के पास आने शुरू हो गए। जिससे सेतिया भड़क गए। विधायक गोकुल सेतिया ने पहले रात 12 बजे बिजली निगम के सभी फोन लगाए तो बंद मिले। इसके बाद कल ही दो ऑनलाइन नंबर दिए थे, जो किसी ने रिसीव नहीं किए। फिर बिजली निगम सिरसा के एसई को फोन लगाया और कहा कि बहुत बुरा हाल है। जिसके बाद एसई ने कहा कि मैंने 15 टीमें बना रखी हैं। आप बताओ, कहां दिक्कत है। पढ़िए विधायक और एसई के बीच क्या बातचीत हुई… विधायक – दिक्कत पूरे शहर में आ रही है एसई साहब। एसई – सर एरिया बताओ, कोई कंप्लेंट बताओ। उसे ठीक करवाऊं। विधायक – मैं आपके वॉट्सऐप नंबर पर डाल देता हूं, जैसे-जैसे कंप्लेंट आएगी। या कोई ऐसा व्यक्ति बता दो, जिसके नंबर पर मैसेज डाल सकूं। न ये लाइनमैन फोन उठाते। एसई – सर आज सारे फोन उठा रहे हैं, मैंने पूरी क्लास ले रखी है। रात को भी सोया नहीं मैं। अभी भी ऑनलाइन हूं। कंपलेंट डालो, सारी ठीक करवाकर रिप्लाई करता हूं। विधायक – मैं तीन बजे तक यही काम करता हूं, जो मैसेज आएंगे वो आपको भेजता जाऊंगा। एसई – मैं आपको दो एसडीओ के नंबर देता हूं, दोनों शहर के हैं। उनको मैसेज करना, आपको रिप्लाई देंगे। विधायक – आप वॉट्सऐप पर डाल दीजिए। एसई – कल थोड़ा दिक्कत आई थी, अचानक गर्मी बढ़ गई है। सर लोगों ने एसी वगैरा लगवा लिए हैं, खपत ज्यादा थी। वोल्टेज में दिक्कत थी, वो ठीक करवा ली है। विधायक – कंप्लेंट काफी आई हुई हैं, वो मैं आपको भेज रहा हूं। एसई – चार एसडीओ लगा रखे हैं। प्राइवेट गाड़ियां भी खड़ी कर रखी हैं। विधायक – आप सहयोग पूरा करते हैं, पर आपका ये स्टाफ सीरियसली नहीं लेता। मैं परसों चंडीगढ़ जा रहा था। एक बार तो ऐसा सोचा कि सीधा मंत्री जी से मिलूं कि ये हाल है। एसई – ऐसा नहीं है सर। हमारे यहां चारों तरफ राजस्थान का इलाका लगता है। तापमान कभी कम, तो कभी बढ़ जाता है। विधायक – लोगों को इससे कुछ लेना नहीं है। आप दोनों एसडीओ के नंबर दो, उनको सार्वजनिक कर देता हूं। लोग उसी पर सीधा मैसेज कर लेंगे। क्योंकि मेरा भी मजाक बन गया है। कल आप लोगों ने दो नंबर दिए, वो कोई नहीं उठा रहा। 1912 नंबर दिया। उस पर फोन किया तो स्टाफ बोला हमारा हेडक्वार्टर फरीदाबाद है, वहां से आप कंप्लेंट दर्ज कराओ। सिरसा में पिछले तीन से चार दिनों से बिजली कटों की समस्या है। आलम है कि बिजली निगम के लाइनमैन, जेई और एसडीओ व एक्सईएन के लगातार फोन बंद आ रहे हैं। इस कारण लोगों के फोन विधायक गोकुल सेतिया के पास आने शुरू हो गए। जिससे सेतिया भड़क गए। विधायक गोकुल सेतिया ने पहले रात 12 बजे बिजली निगम के सभी फोन लगाए तो बंद मिले। इसके बाद कल ही दो ऑनलाइन नंबर दिए थे, जो किसी ने रिसीव नहीं किए। फिर बिजली निगम सिरसा के एसई को फोन लगाया और कहा कि बहुत बुरा हाल है। जिसके बाद एसई ने कहा कि मैंने 15 टीमें बना रखी हैं। आप बताओ, कहां दिक्कत है। पढ़िए विधायक और एसई के बीच क्या बातचीत हुई… विधायक – दिक्कत पूरे शहर में आ रही है एसई साहब। एसई – सर एरिया बताओ, कोई कंप्लेंट बताओ। उसे ठीक करवाऊं। विधायक – मैं आपके वॉट्सऐप नंबर पर डाल देता हूं, जैसे-जैसे कंप्लेंट आएगी। या कोई ऐसा व्यक्ति बता दो, जिसके नंबर पर मैसेज डाल सकूं। न ये लाइनमैन फोन उठाते। एसई – सर आज सारे फोन उठा रहे हैं, मैंने पूरी क्लास ले रखी है। रात को भी सोया नहीं मैं। अभी भी ऑनलाइन हूं। कंपलेंट डालो, सारी ठीक करवाकर रिप्लाई करता हूं। विधायक – मैं तीन बजे तक यही काम करता हूं, जो मैसेज आएंगे वो आपको भेजता जाऊंगा। एसई – मैं आपको दो एसडीओ के नंबर देता हूं, दोनों शहर के हैं। उनको मैसेज करना, आपको रिप्लाई देंगे। विधायक – आप वॉट्सऐप पर डाल दीजिए। एसई – कल थोड़ा दिक्कत आई थी, अचानक गर्मी बढ़ गई है। सर लोगों ने एसी वगैरा लगवा लिए हैं, खपत ज्यादा थी। वोल्टेज में दिक्कत थी, वो ठीक करवा ली है। विधायक – कंप्लेंट काफी आई हुई हैं, वो मैं आपको भेज रहा हूं। एसई – चार एसडीओ लगा रखे हैं। प्राइवेट गाड़ियां भी खड़ी कर रखी हैं। विधायक – आप सहयोग पूरा करते हैं, पर आपका ये स्टाफ सीरियसली नहीं लेता। मैं परसों चंडीगढ़ जा रहा था। एक बार तो ऐसा सोचा कि सीधा मंत्री जी से मिलूं कि ये हाल है। एसई – ऐसा नहीं है सर। हमारे यहां चारों तरफ राजस्थान का इलाका लगता है। तापमान कभी कम, तो कभी बढ़ जाता है। विधायक – लोगों को इससे कुछ लेना नहीं है। आप दोनों एसडीओ के नंबर दो, उनको सार्वजनिक कर देता हूं। लोग उसी पर सीधा मैसेज कर लेंगे। क्योंकि मेरा भी मजाक बन गया है। कल आप लोगों ने दो नंबर दिए, वो कोई नहीं उठा रहा। 1912 नंबर दिया। उस पर फोन किया तो स्टाफ बोला हमारा हेडक्वार्टर फरीदाबाद है, वहां से आप कंप्लेंट दर्ज कराओ। हरियाणा | दैनिक भास्कर
