जींद के सफीदों में उस वक्त सनसनी मच गई जब सफीदों-असंध मार्ग पर स्थित गांव पाजू मोड़ के पास चादर में लिपटी एक व्यक्ति की लाश बरामद हुई। मृतक की उम्र करीब 45 साल बताई जाती है। सूचना पाकर सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया गया। एफएसएल टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्रित किए। पुलिस ने लाश को शिनाख्त के लिए नागरिक अस्पताल में रखवाया है। प्रारंभिक तौर पर मर्डर की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के अनुसार सफीदों-असंध मार्ग पर वीरवार की दोपहर बाद गांव पाजू मोड़ के पास किसी ने चादर में लिपटी लाश देखी। उसने इसकी सूचना ग्रामीणों और पुलिस को दी। देखते ही देखते काफी तादाद में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। सिर और नाक पर चोट के निशान उधर, सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने धागे से सीली गई चादर को खोला तो उसमें से करीब 45 वर्षीय व्यक्ति का शव निकला। मृतक के सिर और नाक से खून बहने के निशान थे। शव की तलाशी के दौरान उसके पास कुछ खास नहीं मिला, जिससे उसकी पहचान हो सके। सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर मर्डर का मामला लग रहा है। शव के नाक से खून निकला हुआ है। मृतक कहीं बाहर का लग रहा है और किसी ने इसे बाहर से लाकर यहां पर फेंका है। जींद के सफीदों में उस वक्त सनसनी मच गई जब सफीदों-असंध मार्ग पर स्थित गांव पाजू मोड़ के पास चादर में लिपटी एक व्यक्ति की लाश बरामद हुई। मृतक की उम्र करीब 45 साल बताई जाती है। सूचना पाकर सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया गया। एफएसएल टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्रित किए। पुलिस ने लाश को शिनाख्त के लिए नागरिक अस्पताल में रखवाया है। प्रारंभिक तौर पर मर्डर की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के अनुसार सफीदों-असंध मार्ग पर वीरवार की दोपहर बाद गांव पाजू मोड़ के पास किसी ने चादर में लिपटी लाश देखी। उसने इसकी सूचना ग्रामीणों और पुलिस को दी। देखते ही देखते काफी तादाद में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। सिर और नाक पर चोट के निशान उधर, सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने धागे से सीली गई चादर को खोला तो उसमें से करीब 45 वर्षीय व्यक्ति का शव निकला। मृतक के सिर और नाक से खून बहने के निशान थे। शव की तलाशी के दौरान उसके पास कुछ खास नहीं मिला, जिससे उसकी पहचान हो सके। सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर मर्डर का मामला लग रहा है। शव के नाक से खून निकला हुआ है। मृतक कहीं बाहर का लग रहा है और किसी ने इसे बाहर से लाकर यहां पर फेंका है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के गांव में कच्छा पहनकर घूमने पर रोक:पंचायत ने जारी किया फरमान; महिला सरपंच बोली- युवक कच्छे पहन मुहर लगवाने आ जाते हैं
हरियाणा के गांव में कच्छा पहनकर घूमने पर रोक:पंचायत ने जारी किया फरमान; महिला सरपंच बोली- युवक कच्छे पहन मुहर लगवाने आ जाते हैं हरियाणा के भिवानी जिले की पंचायत गुजरानी ने अजीबो-गरीब फरमान सुनाया है। ग्राम पंचायत ने गांव में युवाओं के कच्छा पहन के सरेआम घुमने पर रोक लगा दी है। अगर कोई युवा कच्छा पहन कर घुमता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। गांव गुजरानी की जिस ग्राम पंचायत ने यह आदेश दिया है, उसकी सरपंच महिला है। महिला सरपंच रेणु के प्रतिनिधि ससुर सुरेश सारा काम काज देखते हैं। सुरेश कुमार का कहना है कि गांव के युवा अक्सर गलियों में कच्छा पहन कर घूमते हैं, जिससे बहन-बेटियों को शर्मिंदा होना पड़ता है।
गांव में अगर कोई पंचायत के आदेश की अवहेलना करता है तो पहले उसके घर जाकर उसके माता-पिता से बात की जाएगी। अगर फिर भी कोई व्यक्ति नहीं मानता है तो पंचायत इस पर फैसला सुनाएगी और उसे जुर्माना लगाएगी। गांव में सरपंच के आदेश की मुनादी चौकीदार से करवा दी गई है। मुनादी में कहा गया है कि कोई भी नौजवान लड़का जो कच्छे में घूमेगा उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश के बाद गुजरानी गांव में युवाओं ने कच्छा पहनकर घूमना बंद कर दिया है। पानी के नल और बैंक में जाकर खड़े हो जाते थे युवा
सरपंच प्रतिनिधि सुरेश कुमार ने कहा कि घर में नौजवान युवक जैसे भी रहे मगर जब वह दूसरों के घर या मोहल्ले में जाए तो अदब के साथ जाएं। अगर कोई सार्वजनिक जगह यानी गांव के नल और बैंक में कच्छा पहनकर घूमता तो वह सामाजिक तौर पर अच्छा नहीं लगता। ऐसे में महिलाओं को शर्मिंदा होना पड़ता है। इसलिए पंचायत को यह आदेश पारित करना पड़ा। इस आदेश के बाद दूसरी पंचायतों को भी फोन आने लगे हैं और वह अपने यहां भी इस आदेश को लागू करने की बात कह रहे हैं। महिला सरपंच के घर कच्छे में आ जाते थे लोग
सरपंच प्रतिनिधि सुरेश ने बताया कि उनको तब ज्यादा शर्मिंदगी महसूस होने लगी जब लोग कच्छे में ही कागज पर मोहर लगवाने आ जाते थे। सरपंच मेरी पुत्रवधू हैं और वह 35 साल की है। ऐसे में लोगों को अदब के साथ आना चाहिए। घर में बहन-बेटियां सबके है। इसलिए यह आदेश सुनाना पड़ा। इसमें हम कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। घुटने से ऊपर निकर पहनने पर भी रोक
सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि गांव में कच्छा ही नहीं घुटने से ऊपर निकर पहनने पर भी रोक है। युवाओं को अगर निक्कर पहननी है तो घुटने से नीचे तक आने वाली निक्कर पहननी होगी। सरपंच के आदेश की पूरे गांव ही नहीं आसपास के गांवों में भी चर्चा बनी हुई है। सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि इस आदेश को पूरी तरह से लागू तभी किया जा पाएगा जब लोग साथ देंगे। इससे गांव दूसरों के लिए मिसाल बनेगा। कच्छा पहनकर घूमना हमारी संस्कृति के खिलाफ है। गांव गुजरानी की 7 हजार आबादी
आपको बता दें कि गांव गुजरानी की आबादी करीब 7 हजार है। यहां करीब 1300 घर हैं। गांव में बैंक से लेकर स्कूल तक हैं। सुरेश कुमार का परिवार पहली बार पंचायत चुनाव जीता था। सुरेश कुमार की पुत्रवधु रेणु गांव की सरपंच है। रेणु के पति की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। परिवार में पत्नी पतासो देवी, लड़का विजय कुमार उसकी पत्नी सरिता, 3 पोते और 2 पोतियां हैं।
हरियाणा सरकार के आदेशों की उड़ी धज्जियां:छुट्टी के बावजूद खुले प्राइवेट स्कूल, अभिभावकों ने डीईओ से की शिकायत, प्रशासन मौन
हरियाणा सरकार के आदेशों की उड़ी धज्जियां:छुट्टी के बावजूद खुले प्राइवेट स्कूल, अभिभावकों ने डीईओ से की शिकायत, प्रशासन मौन हरियाणा सरकार ने महीने के दूसरे शनिवार को सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की थी। सरकार के आदेश पर शिक्षा विभाग ने सभी डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी) के नाम पत्र जारी कर इसकी अनुपालना को कहा था। उन्होंने कहा था कि अगर स्कूल खुले मिले तो सख्त कार्रवाई होगी। मगर बावजूद इसके आज कई प्राइवेट स्कूल खुले मिले। अभिभावकों ने इसको लेकर स्कूल मैनेजमेंट से बात की, मगर स्कूल प्रबंधन ने किसी भी तरह के आदेश ना होने की बात कही। वहीं हिसार डीईओ को भी कई पेरेंट्स ने शिकायत दी है। हिसार में सैंट मैरिज, नारायणा स्कूल, सिद्धार्थ इंटरनेशनल स्कूल, चेतना स्कूल जैसे कई प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को बुलाया गया है। कई स्कूलों में एक्टिविटि के नाम पर बच्चों को बुलाया है। जबकि शिक्षा विभाग के आदेश थे कि एक्टिविटी के नाम पर भी स्कूलों में बच्चों को नहीं बुलाया जा सकता। वहीं हिसार डीईओ प्रदीप सिंह नरवाल से जब इस बारे में जानने की कोशिश की तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। विभाग ने जारी किया था पत्र सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में महीने के दूसरे शनिवार को छुट्टी को लेकर शिक्षा विभाग के द्वारा आदेश जारी किए गए थे। आदेशों में स्पष्ट कहा गया था कि 9 नवंबर 2024 को सेकंड सैटरडे यानी दूसरे शनिवार के अवसर पर सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी रहेगी। आदेशों में यह भी लिखा था, कि यह देखने में आ रहा है कि राजपत्रित स्थानीय अथवा अन्य घोषित छुट्टियों के दौरान कुछ स्कूल पढ़ाई के अतिरिक्त अन्य क्रिया कलापों के लिए विद्यार्थियों को स्कूल में बुलाते हैं, जो कि गलत है। इसलिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को यह आदेश दिए गए हैं कि छुट्टी के दौरान किसी भी क्रियाकलाप के लिए विद्यार्थियों को स्कूल में न बुलाया जाए। यदि किसी स्कूल द्वारा आदेशों की अवहेलना की जाती है, तो उसका मामला विभागीय कार्रवाई हेतु उच्च अधिकारियों को भेज दिया जाएगा। इसको लेकर कोई भी कार्रवाई हुई तो संबंधित स्कूल के मुखिया-प्रशासन स्वयं इसके जिम्मेदार होंगे।
मंत्री श्रुति चौधरी के आदेश पर हरकत में आए DC:बिना सरकारी गाड़ी-गनमैन के तोशाम पहुंचे; सरल केंद्र का लिया जायजा
मंत्री श्रुति चौधरी के आदेश पर हरकत में आए DC:बिना सरकारी गाड़ी-गनमैन के तोशाम पहुंचे; सरल केंद्र का लिया जायजा हरियाणा के जल संसाधन विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग मंत्री श्रुति चौधरी के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने तोशाम हलके की व्यवस्था सुधारने के लिए कड़ा संज्ञान लिया है। डीसी महावीर कौशिक ने गुरुवार को तोशाम सरल केंद्र का औचक निरीक्षण किया। डीसी सामान्य नागरिक के रूप में ही बिना गनमैन के सरल केंद्र में पहुंच गए और वहां कार्यप्रणाली का जायजा लिया। भिवानी के डीसी महावीर कौशिक ने आज तोशाम के एसडीएम कार्यालय में अंतोदय सरल केंद्र का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। खास बात यह रही कि उपायुक्त महावीर कौशिक ने अपनी झंड़ी लगी हुई गाड़ी को दूर छोड़ दिया और स्वयं एक बोलेरो गाड़ी में सवार होकर सरल केंद्र पर पहुंच गए। इस दौरान उनके साथ में ना तो गनमैन था और ना ही उनके कार्यालय का कोई अन्य कर्मचारी। डीसी ने अलग-अलग काउंटर पर काम करवाने के लिए आए साधारण नागरिकों से बातचीत की। निरीक्षण की जानकारी मिलने पर तोशाम के एसडीएम अशवीर नैन भी मौके पर पहुंच गए। डीसी ने एक-एक करके सरल केंद्र के कर्मचारियों से बातचीत की और उनके कार्य की जानकारी ली। सरल केंद्र में मौजूद आम नागरिकों से कर्मचारियों के व्यवहार के बारे में फीडबैक लिया। भिवानी के उपायुक्त महावीर कौशिक लगातार जिला के विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण करके अधिकारियों व कर्मचारी की कार्यप्रणाली को देख रहे हैं। इसके साथ-साथ वे मौके पर मौजूद लोगों से भी बातचीत करते हैं ,ताकि प्रशासनिक व्यवस्था की खामियों की जानकारी मिल सके। डीसी ने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाया है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक कार्यों में अनियमितताओं को कतई सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि काम करवाने के लिए आने वाले आम नागरिकों से अच्छा व्यवहार करें।