जींद में 2 सगे भाइयों की मौत का मामला:ओवरस्पीड में गाड़ी के ब्रेक मार उठाई धूल पर टोकने से हो गया दोहरा हत्याकांड

जींद में 2 सगे भाइयों की मौत का मामला:ओवरस्पीड में गाड़ी के ब्रेक मार उठाई धूल पर टोकने से हो गया दोहरा हत्याकांड

हरियाणा के जींद में निर्जन गांव के दो सगे भाइयों की हत्या का कारण यूं तो पांच-सात साल से चला आ रहा जमीनी विवाद है लेकिन बुधवार को यह चिंगारी बहुत छोटी बात से ही भड़क गई थी। सतीश और दिलबाग मंगलवार की शाम को सफीदों बाईपास पर कुर्सी डाल बैठे हुए थे। तभी आरोपी सुरेश का बेटा मोहित गाड़ी दौड़ाते हुए आया और उनकी कुर्सी के पास ब्रेक लगाई। इससे धूल उठी तो सतीश ने उसे टोका और कहा कि गाड़ी आराम से चला ले, धूल उड़ रही है। महज इतनी बात पर ही शुरू हुआ विवाद दोहरे हत्याकांड तक पहुंच गया। सिविल लाइन पुलिस थाना ने सुरेश और मोहित को नामजद कर के कई अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर चार टीमों का गठन किया गया है। मृतक सतीश व दिलबाग के परिवार ने ही बसाया था आरोपियों का परिवार ग्रामीणों की मानें तो आरोपी सुरेश का परिवार दलाल गोत्र का है और मृतक सतीश व दिलबाग फोर गोत्र के हैं। सतीश व दिलबाग के परिवार ने ही पांच पीढ़ी पहले सुरेश के परिवार को गांव निर्जन में बसाया था उन्हें जमीन दान में दी थी। लगभग पांच पीढ़ियों से दोनों परिवारों में भाईचारा चल रहा था। अक्टूबर 2024 में दिलबाग व सतीश द्वारा सफीदों रोड फ्लाईओवर के पास अपने हिस्से की जमीन पर बनाई गई कालोनी को नगर परिषद द्वारा अप्रूव्ड कर दिया और नगर परिषद ने इस कालोनी में गलियों को भी पक्का कर दिया। नेशनल हाईवे और फ्लाईओवर के चलते जमीन के रेट करोड़ों में पहुंच गए थे। कालोनी की तीन गलियां आरोपी सुरेश की खेतों तक जाती है। करोड़ों रुपए की जमीन हुई ताे शुरू हुआ विवाद सुरेश भी इस जमीन पर कालोनी काटना चाहता था। लेकिन गैस एजेंसी संचालक दिलबाग व सतीश ने आरोपी सुरेश के खेत की तरफ जाने वाली तीनों गलियों पर दीवार बना दी थी। यह मामला नगर परिषद जींद में भी पहुंचा था। इसके बाद 17 सितंबर 2024 को नगर परिषद का अमला मौके पर पहुंचा था और उन दीवारों को हटवाकर आरोपी सुरेश को रास्ता दिला दिया था। दीवार हटाने के बाद से दोनों पक्षों के बीच में तनातनी चल रही थी और मामला अदालत में चल रहा था। मंगलवार की शाम को आरोपी सुरेश के लड़के ने अपनी गाड़ी के ब्रेक गैस एजेंसी के सामने लगाए तो इससे उड़ी धूल पर सतीश व दिलबाग ने टोका। जिस पर सुरेश के लड़के ने उसी समय सतीश के सात मारपीट की। डायल 112 भी मौके पर आई लेकिन मामला शांत हो गया। रात को करीब 11 बजे सतीश का बेटा मोहित गाड़ी लेकर सेक्टर 11 की तरफ गया हुआ था। इसी दौरान आरोपियों ने उसे भी घेर लिया और उसकी गाड़ी भी फायरिंग कर दी, लेकिन मोहित वहां से बचकर निकलने में कामयाब हो गया। मोहित की स्कॉर्पियो गाड़ी पर दर्जनों राउंड फायरिंग हुई। बाद में आरोपी गैस एजेंसी के गोदाम पर आए और दोनों भाइयों सतीश व दिलबाग का गोलियों से मर्डर कर दिया। घटनास्थल पर मिले सात खोल, मृतकों को लगी दो-दो गोलियां
पुलिस सूत्रों के अनुसार गैस एजेंसी के पास घटनास्थल पर बड़ी डोगा बंदूक की गोलियों के 7 खोल मिले हैं। मृतक दिलबाग के पेट और टांग में गोली लगी है जबकि सतीश के पेट और छाती पर गोलियों के निशान मिले हैं। ऐसा लग रहा है गोली बहुत नजदीक से मारी गई है, क्योंकि गोली शरीर में नहीं थी और आर-पार निकली हुई थी। वहीं जहां गोली आर-पार के निशान थे, वहां शरीर में बड़ा होल बना हुआ था। मौके पर भी मांस के बहुत छोटे टुकड़े पड़े हुए थे, जो गोली के बाद शरीर से निकले होंगे। सिविल लाइन एसएचओ इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि पुलिस की चार अलग-अलग टीमें आरोपियों को पकड़ने में लगी हैं। सुरेश और उसके बेटे मोहित को नामजद कर कई अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हरियाणा के जींद में निर्जन गांव के दो सगे भाइयों की हत्या का कारण यूं तो पांच-सात साल से चला आ रहा जमीनी विवाद है लेकिन बुधवार को यह चिंगारी बहुत छोटी बात से ही भड़क गई थी। सतीश और दिलबाग मंगलवार की शाम को सफीदों बाईपास पर कुर्सी डाल बैठे हुए थे। तभी आरोपी सुरेश का बेटा मोहित गाड़ी दौड़ाते हुए आया और उनकी कुर्सी के पास ब्रेक लगाई। इससे धूल उठी तो सतीश ने उसे टोका और कहा कि गाड़ी आराम से चला ले, धूल उड़ रही है। महज इतनी बात पर ही शुरू हुआ विवाद दोहरे हत्याकांड तक पहुंच गया। सिविल लाइन पुलिस थाना ने सुरेश और मोहित को नामजद कर के कई अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर चार टीमों का गठन किया गया है। मृतक सतीश व दिलबाग के परिवार ने ही बसाया था आरोपियों का परिवार ग्रामीणों की मानें तो आरोपी सुरेश का परिवार दलाल गोत्र का है और मृतक सतीश व दिलबाग फोर गोत्र के हैं। सतीश व दिलबाग के परिवार ने ही पांच पीढ़ी पहले सुरेश के परिवार को गांव निर्जन में बसाया था उन्हें जमीन दान में दी थी। लगभग पांच पीढ़ियों से दोनों परिवारों में भाईचारा चल रहा था। अक्टूबर 2024 में दिलबाग व सतीश द्वारा सफीदों रोड फ्लाईओवर के पास अपने हिस्से की जमीन पर बनाई गई कालोनी को नगर परिषद द्वारा अप्रूव्ड कर दिया और नगर परिषद ने इस कालोनी में गलियों को भी पक्का कर दिया। नेशनल हाईवे और फ्लाईओवर के चलते जमीन के रेट करोड़ों में पहुंच गए थे। कालोनी की तीन गलियां आरोपी सुरेश की खेतों तक जाती है। करोड़ों रुपए की जमीन हुई ताे शुरू हुआ विवाद सुरेश भी इस जमीन पर कालोनी काटना चाहता था। लेकिन गैस एजेंसी संचालक दिलबाग व सतीश ने आरोपी सुरेश के खेत की तरफ जाने वाली तीनों गलियों पर दीवार बना दी थी। यह मामला नगर परिषद जींद में भी पहुंचा था। इसके बाद 17 सितंबर 2024 को नगर परिषद का अमला मौके पर पहुंचा था और उन दीवारों को हटवाकर आरोपी सुरेश को रास्ता दिला दिया था। दीवार हटाने के बाद से दोनों पक्षों के बीच में तनातनी चल रही थी और मामला अदालत में चल रहा था। मंगलवार की शाम को आरोपी सुरेश के लड़के ने अपनी गाड़ी के ब्रेक गैस एजेंसी के सामने लगाए तो इससे उड़ी धूल पर सतीश व दिलबाग ने टोका। जिस पर सुरेश के लड़के ने उसी समय सतीश के सात मारपीट की। डायल 112 भी मौके पर आई लेकिन मामला शांत हो गया। रात को करीब 11 बजे सतीश का बेटा मोहित गाड़ी लेकर सेक्टर 11 की तरफ गया हुआ था। इसी दौरान आरोपियों ने उसे भी घेर लिया और उसकी गाड़ी भी फायरिंग कर दी, लेकिन मोहित वहां से बचकर निकलने में कामयाब हो गया। मोहित की स्कॉर्पियो गाड़ी पर दर्जनों राउंड फायरिंग हुई। बाद में आरोपी गैस एजेंसी के गोदाम पर आए और दोनों भाइयों सतीश व दिलबाग का गोलियों से मर्डर कर दिया। घटनास्थल पर मिले सात खोल, मृतकों को लगी दो-दो गोलियां
पुलिस सूत्रों के अनुसार गैस एजेंसी के पास घटनास्थल पर बड़ी डोगा बंदूक की गोलियों के 7 खोल मिले हैं। मृतक दिलबाग के पेट और टांग में गोली लगी है जबकि सतीश के पेट और छाती पर गोलियों के निशान मिले हैं। ऐसा लग रहा है गोली बहुत नजदीक से मारी गई है, क्योंकि गोली शरीर में नहीं थी और आर-पार निकली हुई थी। वहीं जहां गोली आर-पार के निशान थे, वहां शरीर में बड़ा होल बना हुआ था। मौके पर भी मांस के बहुत छोटे टुकड़े पड़े हुए थे, जो गोली के बाद शरीर से निकले होंगे। सिविल लाइन एसएचओ इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि पुलिस की चार अलग-अलग टीमें आरोपियों को पकड़ने में लगी हैं। सुरेश और उसके बेटे मोहित को नामजद कर कई अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर