जेल में बंद खालिस्तान समर्थक सांसद के पिता नजरबंद:आज मोर्चे में जाना था, गांव में पुलिस बिठाई, नई पार्टी का भी ऐलान करने वाले हैं

जेल में बंद खालिस्तान समर्थक सांसद के पिता नजरबंद:आज मोर्चे में जाना था, गांव में पुलिस बिठाई, नई पार्टी का भी ऐलान करने वाले हैं

असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के माता-पिता को मंगलवार को पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया। अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल के घर के बाहर पुलिस तैनात की गई है। 3 दिन पहले माघी मेले में अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने अपनी आवाज उठाने के लिए नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। साथ ही मोहाली में चल रहे बंदी सिखों की रिहाई के लिए कौमी इंसाफ मोर्चे में अपने समर्थकों के साथ पहुंचने की बात कही थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया। तरसेम सिंह ने वीडियो जारी कर कहा- भगवंत मान सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। गांव में आतंक का माहौल बनाया जा रहा है। बोले- पूरे गांव में फोर्स तैनात की तरसेम सिंह ने कहा- कौमी इंसाफ मोर्चा का दूसरा साल है, वहां पर बहुत बड़ा समागम हो रहा है। हमें उसमें शामिल होना था, लेकिन कल रात से ही पूरे गांव में पुलिसबल तैनात कर दिया गया। गांव की घेराबंदी की जा रही है, गांव में भी आतंक का माहौल बनाया जा रहा है। लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। भगवंत मान सरकार लोगों को अपना गुस्सा जाहिर करने का अधिकार देकर लोकतंत्र को खत्म कर रही है। ये बहुत ही शर्मनाक बात है। जब भी लोग किसी मुद्दे पर बात करने के लिए एकसाथ आते हैं, तो उन्हें रोकना नहीं चाहिए। तरसेम सिंह ने लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में मोर्चे पर पहुंचकर उनका समर्थन करें तथा जेल में बंद हमारे सिखों के अधिकारों की रक्षा करें। गोल्डन टेंपल में किया था नई पार्टी बनाने का ऐलान आवाज ए पंजाब की चौथी सालगिरह पर 28 सितंबर 2024 को अमृतपाल सिंह का परिवार गोल्डन टेंपल में माथा टेकने पहुंचा था। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के साथ नतमस्तक होने के बाद तरसेम सिंह ने कहा था कि पंजाब के लोग राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक तौर पर बेहद नाजुक हालातों से गुजर रहे हैं। इसीलिए उन्होंने अरदास की है कि वो एक राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। तरसेम सिंह ने कहा था कि दिल्ली बैठे नेता जो चाहते हैं, वो कर रहे हैं। हो सकता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को भी बदल दिया जाए, फिर चाहे उनकी सेहत का ही बहाना क्यों न लगाया जाए। पंजाब की जवानी को बचाने के लिए ही पार्टी बनाने का ऐलान किया गया है, क्योंकि अगर पंजाब की जवानी बचेगी, तो ही संविधान और एजेंडे बन पाएंगे। सभी धर्मों की पार्टी होगी ओर जात-पात से ऊपर उठकर काम किया जाएगा। 7 जनवरी 2024 से चल रहा कौमी इंसाफ मोर्चे का धरना चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर 7 जनवरी 2023 से कौमी इंसाफ मोर्चे का प्रदर्शन चल रहा है। उनकी मुख्य मांग पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड के आरोपी जगतार सिंह हवारा की रिहाई, गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों को सजा और सजा पूरी कर चुके सिख बंदियों को रिहा करने की है। पिछले साल मोहाली के फेज-8 स्थित अंब साहिब गुरुद्वारा से लेकर इन्होंने चंडीगढ़ की तरफ कूच किया था, लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद उन्होंने YPS चौक पर पक्का मोर्चा लगा दिया। असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के माता-पिता को मंगलवार को पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया। अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल के घर के बाहर पुलिस तैनात की गई है। 3 दिन पहले माघी मेले में अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने अपनी आवाज उठाने के लिए नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। साथ ही मोहाली में चल रहे बंदी सिखों की रिहाई के लिए कौमी इंसाफ मोर्चे में अपने समर्थकों के साथ पहुंचने की बात कही थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया। तरसेम सिंह ने वीडियो जारी कर कहा- भगवंत मान सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। गांव में आतंक का माहौल बनाया जा रहा है। बोले- पूरे गांव में फोर्स तैनात की तरसेम सिंह ने कहा- कौमी इंसाफ मोर्चा का दूसरा साल है, वहां पर बहुत बड़ा समागम हो रहा है। हमें उसमें शामिल होना था, लेकिन कल रात से ही पूरे गांव में पुलिसबल तैनात कर दिया गया। गांव की घेराबंदी की जा रही है, गांव में भी आतंक का माहौल बनाया जा रहा है। लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। भगवंत मान सरकार लोगों को अपना गुस्सा जाहिर करने का अधिकार देकर लोकतंत्र को खत्म कर रही है। ये बहुत ही शर्मनाक बात है। जब भी लोग किसी मुद्दे पर बात करने के लिए एकसाथ आते हैं, तो उन्हें रोकना नहीं चाहिए। तरसेम सिंह ने लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में मोर्चे पर पहुंचकर उनका समर्थन करें तथा जेल में बंद हमारे सिखों के अधिकारों की रक्षा करें। गोल्डन टेंपल में किया था नई पार्टी बनाने का ऐलान आवाज ए पंजाब की चौथी सालगिरह पर 28 सितंबर 2024 को अमृतपाल सिंह का परिवार गोल्डन टेंपल में माथा टेकने पहुंचा था। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के साथ नतमस्तक होने के बाद तरसेम सिंह ने कहा था कि पंजाब के लोग राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक तौर पर बेहद नाजुक हालातों से गुजर रहे हैं। इसीलिए उन्होंने अरदास की है कि वो एक राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। तरसेम सिंह ने कहा था कि दिल्ली बैठे नेता जो चाहते हैं, वो कर रहे हैं। हो सकता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को भी बदल दिया जाए, फिर चाहे उनकी सेहत का ही बहाना क्यों न लगाया जाए। पंजाब की जवानी को बचाने के लिए ही पार्टी बनाने का ऐलान किया गया है, क्योंकि अगर पंजाब की जवानी बचेगी, तो ही संविधान और एजेंडे बन पाएंगे। सभी धर्मों की पार्टी होगी ओर जात-पात से ऊपर उठकर काम किया जाएगा। 7 जनवरी 2024 से चल रहा कौमी इंसाफ मोर्चे का धरना चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर 7 जनवरी 2023 से कौमी इंसाफ मोर्चे का प्रदर्शन चल रहा है। उनकी मुख्य मांग पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड के आरोपी जगतार सिंह हवारा की रिहाई, गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों को सजा और सजा पूरी कर चुके सिख बंदियों को रिहा करने की है। पिछले साल मोहाली के फेज-8 स्थित अंब साहिब गुरुद्वारा से लेकर इन्होंने चंडीगढ़ की तरफ कूच किया था, लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद उन्होंने YPS चौक पर पक्का मोर्चा लगा दिया।   पंजाब | दैनिक भास्कर