बादली उपमंडल के गांव दादरी तोय स्थित मेट सिटी सेक्टर-4 में रह रहे एक राजमिस्त्री का सिर पर वार कर हत्या करने का मामला सामने आया है। मिस्त्री की हत्या की सूचना पाकर दुलीना चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल का जायजा लिया। मौके पर जांच और आवश्यक कानूनी कार्रवाई को अंजाम दिया। दुलीना चौकी प्रभारी जयभगवान ने बताया कि मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के झांसी के भगवंतपुरा निवासी 50 वर्षीय धनीराम के रूप में हुई है। मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई और जांच की जा रही है। झज्जर के सिविल अस्पताल में मृतक का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है। आगामी जांच अमल में लाई जा रही है। चौकी प्रभारी ने बताया कि मृतक के बेटे रविंदर की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। रवींद्र ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि उसके पिता धनीराम पिछले 3 साल से दादरी तोय में रहकर चिनाई का काम करते थे। वह दो महीने से दादरी तोय के सेक्टर-4 में निर्माणाधीन फैक्ट्री की बाउंड्री बनाने का काम कर रहे थे। उसको मंगलवार शाम को सूचना मिली कि सोमवार रात को किसी ने उसके पिता की हत्या कर दी है। सूचना पाकर वह आज दादरी तोय पहुंचा तो पाया कि किसी ने उसके पिता के सिर पर वार करके हत्या की हैं। दुलीना पुलिस ने बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया हैं। पुलिस ने मृतक के बेटे रवींद्र की शिकायत पर अज्ञात पर केस दर्ज किया हैं। चौकी प्रभारी जयभगवान ने बताया कि पुलिस ने मौके से सीसीटीवी भी कब्जे में लिया हैं। सीसीटीवी में एक व्यक्ति आता नजर आ रहा हैं। परिजनों ने बताया कि सीसीटीवी में दिखने वाला व्यक्ति 2 दिन से गायब हैं। बादली उपमंडल के गांव दादरी तोय स्थित मेट सिटी सेक्टर-4 में रह रहे एक राजमिस्त्री का सिर पर वार कर हत्या करने का मामला सामने आया है। मिस्त्री की हत्या की सूचना पाकर दुलीना चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल का जायजा लिया। मौके पर जांच और आवश्यक कानूनी कार्रवाई को अंजाम दिया। दुलीना चौकी प्रभारी जयभगवान ने बताया कि मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के झांसी के भगवंतपुरा निवासी 50 वर्षीय धनीराम के रूप में हुई है। मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई और जांच की जा रही है। झज्जर के सिविल अस्पताल में मृतक का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है। आगामी जांच अमल में लाई जा रही है। चौकी प्रभारी ने बताया कि मृतक के बेटे रविंदर की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। रवींद्र ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि उसके पिता धनीराम पिछले 3 साल से दादरी तोय में रहकर चिनाई का काम करते थे। वह दो महीने से दादरी तोय के सेक्टर-4 में निर्माणाधीन फैक्ट्री की बाउंड्री बनाने का काम कर रहे थे। उसको मंगलवार शाम को सूचना मिली कि सोमवार रात को किसी ने उसके पिता की हत्या कर दी है। सूचना पाकर वह आज दादरी तोय पहुंचा तो पाया कि किसी ने उसके पिता के सिर पर वार करके हत्या की हैं। दुलीना पुलिस ने बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया हैं। पुलिस ने मृतक के बेटे रवींद्र की शिकायत पर अज्ञात पर केस दर्ज किया हैं। चौकी प्रभारी जयभगवान ने बताया कि पुलिस ने मौके से सीसीटीवी भी कब्जे में लिया हैं। सीसीटीवी में एक व्यक्ति आता नजर आ रहा हैं। परिजनों ने बताया कि सीसीटीवी में दिखने वाला व्यक्ति 2 दिन से गायब हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में जल्द बनेगा 23वां जिला:विधानसभा चुनाव से पहले फैसला लेगी सरकार; 5 और जिले बनाने पर भी विचार हरियाणा को अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नया 23वां जिला मिल सकता है। राज्य की BJP सरकार हिसार के हांसी को नया जिला बनाने की तैयारी में है। हांसी अभी पुलिस जिला है। अगर हांसी जिला बना तो उसमें हिसार के ही नारनौंद और भिवानी के बवानी खेड़ा को भी शामिल किया जाएगा। इसको लेकर वहां के लोगों से भी सहमति ली जाएगी। इसके अलावा सरकार सिरसा के डबवाली और सोनीपत के गोहाना को भी जिला बनाया जा सकता है। वहीं करनाल के असंध और गुरुग्राम के मानेसर को भी जिला बनाने पर विचार किया जा रहा है। हांसी की सब कमेटी 2 मीटिंग कर चुकी, तीसरी जल्द
हांसी को जिला बनाने के लिए सरकार ने सब कमेटी बनाई है। इसकी 2 मीटिंग हो चुकी हैं। तीसरी मीटिंग भी जल्द होने वाली है। सब कमेटी की मीटिंग के मुताबिक हांसी जिला बनने की सभी शर्तों को पूरी करता है। यह कमेटी मंत्री कंवरपाल की अगुआई में बनी है। कमेटी तीसरी मीटिंग के बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देगी। इस कैबिनेट मीटिंग में डबवाली, गोहाना, असंध और मानेसर को लेकर भी चर्चा हुई है। गोहाना के लिए CM कर चुके ऐलान
सोनीपत के गोहाना को जिला बनाने के बारे में CM नायब सैनी भी भरोसा दे चुके हैं। उन्होंने गोहाना में कहा था कि अगर शर्तें पूरी हों तो इसे जिला बना देंगे। जिला बनाने के लिए आबादी, गांवों की संख्या, पटवार सर्किल, तहसील, उप-तहसील और सब डिवीजन के मापदंड तय हैं। इसी आधार पर नए जिले बनाने का फैसला लिया जाएगा।
भाजपा के 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का पूरा एनालिसिस:परिवारवाद-दलबदलुओं से परहेज नहीं; एंटी इनकंबेंसी से बचने को टिकट काटे, नए चेहरे उतारे
भाजपा के 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का पूरा एनालिसिस:परिवारवाद-दलबदलुओं से परहेज नहीं; एंटी इनकंबेंसी से बचने को टिकट काटे, नए चेहरे उतारे हरियाणा में सरकार की हैट्रिक के लिए BJP ने 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में जीत के सारे दांव-पेंच खेल दिए हैं। कांग्रेस से पहले लिस्ट जारी कर भाजपा ने मनोवैज्ञानिक बढ़त पाने की कोशिश की है। वहीं जिस परिवारवाद को लेकर भाजपा लगातार विरोधी दलों को निशाना बनाती रही, उसी से खुद परहेज नहीं किया। जीत पक्की करने के लिए खुलकर नेताओं के बेटी-बेटों और पत्नी को टिकट दी गई। यह भाजपा की विधानसभा में जीत के लिए बड़े नेताओं से भी जोर लगवाने की प्लानिंग का हिस्सा है। यही नहीं दलबदलुओं पर भी दांव खेलते हुए चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी में आए 9 नेताओं को टिकट बांट दी। भाजपा ने यहां पार्टी के वोट बैंक के साथ इन नेताओं के जनाधार को भी भुनाने की कोशिश की है। वहीं लिस्ट में भाजपा में राज्य में चलाई 10 साल की सरकार से एंटी इनकंबेंसी का डर भी साफ नजर आया। इसी वजह से 7 विधायकों के टिकट काट दी और 7 की ही टिकटें भी रोक लीं। 2 विधायकों की सीट बदलनी पड़ी। 25 नए चेहरों को उम्मीदवार बना दिया। भाजपा ने सीधा मैसेज दिया है कि जीत के लिए वह कुछ भी करेगी। वहीं पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के केंद्र में जाने के बाद भाजपा ने प्रदेश के दिग्गज नेताओं के कंधों पर सरकार लाने की जिम्मेदारी सौंप दी। इसी वजह से केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत और कुलदीप बिश्नोई की इच्छा से उनके परिवार और समर्थक नेताओं को टिकट बांटे गए। BJP की पहली लिस्ट की … अहम बातें 1. 2019 में हार चुके 5 नेताओं को फिर से टिकट
भाजपा की पहली लिस्ट में पांच चेहरे ऐसे हैं जो 2019 के विधानसभा चुनाव में हार गए थे लेकिन इस बार इन्हें फिर टिकट मिला है। इनमें साढ़ौरा से बलवंत सिंह, नीलोखेड़ी (SC) से भगवानदास कबीरपंथी, इसराना (SC) से कृष्णलाल पंवार, नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु और बादली से ओमप्रकाश धनखड़ का नाम शामिल है। पार्टी ने इन पांचों को 2019 में टिकट दिया था लेकिन यह जीत नहीं पाए। अब पार्टी ने इन पांचों को दोबारा टिकट दिया है। कृष्णलाल पंवार एकमात्र ऐसे सांसद हैं, जिन्हें भाजपा ने विधानसभा चुनाव में उतारा है। पंवार पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर की अगुआई वाली 2014 से 2019 की सरकार में परिवहन मंत्री रह चुके हैं। वह हरियाणा में भाजपा का बड़ा दलित चेहरा हैं। 2. 2019 में मंत्री रहते हार चुके वाले 2 जाट नेताओं को दोबारा मौका
भाजपा ने मंत्री रहते हुए 2019 का विधानसभा चुनाव हार जाने वाले दो जाट नेताओं को दोबारा टिकट दिया है। इनमें नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु और बादली से ओमप्रकाश धनखड़ शामिल हैं। यह दोनों नेता 2014 से 2019 तक मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री थे लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में दोनों ही अपनी सीट नहीं बचा पाए। अब पार्टी ने दोनों को फिर से मौका दिया है। भाजपा चूंकि गैर जाट पॉलिटिक्स करती है, ऐसे में जाट वोट बैंक खिलाफ न हो, इसलिए दोनों बड़े जाट चेहरों पर फोकस किया गया है। 3. 2019 में राव ने जिसका टिकट कटवाया, इस बार उसे टिकट
बादशाहपुर से 2014 का विधानसभा चुनाव जीतकर मनोहरलाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री बने राव नरबीर सिंह का टिकट 2019 के चुनाव में केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कटवा दिया था। अब पांच साल बाद, भाजपा ने राव नरबीर सिंह को बादशाहपुर सीट से ही दोबारा कैंडिडेट बनाया है। 4. 7 विधायकों के टिकट होल्ड
भाजपा ने अपने सात विधायकों के टिकट होल्ड कर लिए हैं। इनमें गन्नौर की विधायक निर्मल रानी, नारनौल से ओमप्रकाश यादव, बावल (SC) से बनवारी लाल, पटौदी (SC) से सत्यप्रकाश जारवाता, हथीन से परवीन डागर, होडल (SC) से जगदीश नैय्यर और बड़खल से सीमा त्रिखा शामिल हैं। प्रदेशाध्यक्ष बन चुके मोहन लाल बड़ौली की सीट राई से भी फिलहाल किसी को टिकट देने का ऐलान नहीं किया गया है। 5. सैनी के एक राज्यमंत्री का टिकट कटा, दो के टिकट होल्ड
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा हाईकमान ने मनोहर लाल खट्टर का इस्तीफा लेकर नायब सिंह सैनी को मंत्री बनाया था। उस समय उनके मंत्रिमंडल में बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा, सोहना के विधायक संजय सिंह और बावल (SC) के विधायक बनवारी लाल को बतौर राज्यमंत्री शामिल किया गया था। बुधवार को पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 67 उम्मीदवारों की जो पहली लिस्ट जारी की, उनमें सोहना से संजय सिंह का टिकट काट दिया गया। इनके अलावा बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा और बावल (SC) से बनवारी लाल का टिकट भी होल्ड कर लिया गया। 6. पलवल के उम्मीदवार ने चौंकाया
सबसे चौंकाने वाला नाम पलवल सीट से गौरव गौतम का है। गौतम हरियाणा में ज्यादा एक्टिव नहीं हैं। वह अभी भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव हैं। साथ ही महाराष्ट्र में युवा मोर्चा के प्रभारी की जिम्मेदारी देख रहे हैं। हालांकि वह केंद्रीय मंत्री अमित शाह के काफी करीबी माने जाते हैं। इस सीट पर उनका सीधा मुकाबला पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण सिंह दलाल से माना जा रहा है। 7. दीपक के जरिए खिलाड़ियों को साधा
महम से भारतीय कबड्डी टीम के कैप्टन दीपक हुड्डा को बीजेपी ने टिकट दिया है। इसके जरिए भाजपा ने खिलाड़ियों को साधने की कोशिश की है। खासकर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया की कांग्रेस से लड़ने की चर्चाओं के बीच भाजपा ने खिलाड़ियों को साधने की कोशिश की है। वहीं दीपक के जाट चेहरे का भी भाजपा फायदा देख रही है। 8. दादरी सीट पर बबीता फोगाट को दूसरा मौका नहीं
भाजपा ने दंगल गर्ल के नाम से मशहूर बबीता फोगाट को इस बार टिकट नहीं दिया। उनकी जगह तीन दिन पहले ही जेल सुपरिंटेंडेंट की नौकरी छोड़कर पार्टी जॉइन करने वाले सुनील सांगवान को चुनाव मैदान में उतारा गया है। 2019 के चुनाव में BJP ने बबीता फोगाट को दादरी सीट से टिकट दिया था लेकिन वह मात्र 24786 वोट लेकर तीसरे नंबर पर रही थीं। तब निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले सोमवीर सांगवान दादरी से जीते थे। दूसरे नंबर पर जेजेपी उम्मीदवार सतपाल सांगवान रहे थे। सुनील सांगवान सतपाल सांगवान के बेटे हैं। 9. योगेश्वर दत्त को पार्टी ने दिया झटका
भाजपा ने पहली लिस्ट में पूर्व ओलिंपियन रेसलर योगेश्वर दत्त को भी झटका दिया है। योगेश्वर सोनीपत जिले की गोहाना सीट से टिकट मांग रहे थे। इसके लिए वह पिछले दिनों दिल्ली जाकर भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मिले भी थे। हालांकि BJP ने योगेश्वर को खास महत्व नहीं दिया और कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट में गोहाना सीट से अपने पूर्व सांसद डॉ. अरविंद शर्मा को टिकट दे दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में रोहतक में दीपेंद्र हुड्डा को हराकर सांसद बने अरविंद शर्मा 2024 के लोकसभा चुनाव में रोहतक सीट पर दीपेंद्र से ही हार गए थे। योगेश्वर दत्त ने 2019 में भाजपा ज्वाइन कर ली थी। पार्टी ने उन्हें 2019 में सोनीपत की बरौदा सीट से टिकट दिया था लेकिन वह हार गए। उन्हें कांग्रेस के कृष्णा हुड्डा ने हराया था। 2020 में कृष्णा हुड्डा के निधन के बाद बरौदा सीट पर उपचुनाव हुआ। भाजपा ने योगेश्वर दत्त को दोबारा टिकट दिया लेकिन वह इस बार भी जीत नहीं पाए। उपचुनाव में वह कांग्रेस के इंदुराज नरवाल से हार गए। 10. रामबिलास मंत्री रहते हारे, टिकट रोकी
भाजपा ने पहली लिस्ट में महेंद्रगढ़ सीट से टिकट का ऐलान न करके चौंका दिया। इस सीट से पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामबिलास शर्मा चुनाव लड़ते रहे हैं। 2019 में रामबिलास शर्मा कैबिनेट मंत्री रहते हुए हार गए थे। इस बार वह महेंद्रगढ़ से अपने बेटे गौतम रामबिलास को टिकट दिलाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। हालांकि पार्टी ने पहली लिस्ट में उनका या उनके बेटे के नाम का ऐलान नहीं किया। 11. SP को धमकी देने वाले ग्रोवर की सीट का फैसला टाला
भाजपा ने पहली लिस्ट में रोहतक सीट के टिकट का ऐलान भी नहीं किया। यह सीट हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के खासमखास मनीष ग्रोवर की है जिन्हें रोहतक में सुपर सीएम भी कहा जाता है। कुछ दिनों से मनीष ग्रोवर के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। वकीलों से विवाद के अलावा पुलिस की ओर से की गई एक FIR से भड़के ग्रोवर ने खुलेआम रोहतक के SP हिमांशु गर्ग को धमकी दे दी थी। सभी बड़े नेताओं को खुश किया मनोहर लाल खट्टर : भाजपा की पहली ही लिस्ट में देवेंद्र बबली को टोहाना, अनूप धानक को उकलाना और रामकुमार गौतम को सफीदों से टिकट मिल गई। इन तीनों को खट्टर ने ही JJP छुड़वाकर भाजपा जॉइन कराई थी। उन्हें भरोसा दिया था कि पार्टी में पूरा सम्मान मिलेगा। इसके अलावा राव नरबीर को बादशाहपुर और विपुल गोयल को फरीदाबाद से टिकट दिलाने में भी खट्टर का रोल रहा। वहीं सोहना से तेजपाल तंवर, गुरुग्राम से मुकेश शर्मा और नांगल चौधरी से डॉ. अभय सिंह यादव को टिकट दिलाने में भी खट्टर की चली। चूंकि खट्टर साढ़े 9 साल हरियाणा के सीएम रहे, इसलिए उन्हें भी नाराज नहीं किया। इस लिस्ट में सबसे ज्यादा खट्टर की ही चली। राव इंद्रजीत: राव इंद्रजीत केंद्र में राज्य मंत्री बनाए जाने से नाराज थे। वहीं बेटी आरती राव को 2014 और 2019 में टिकट न देने पर भी उनकी नाराजगी बढ़ी हुई थी। इस बार भाजपा ने उनकी बेटी को पसंदीदा सीट अटेली से टिकट दे दी। इसके अलावा उनके खास समर्थक पूर्व जिला पार्षद अनिल डहीना को राव की पारिवारिक सीट कोसली से उम्मीदवार बनाया। हालांकि राव की मांग वाली बावल और पटौदी सीट को फिलहाल होल्ड कर दिया गया है। राव को बेटी की टिकट के सहारे भाजपा ने साधा लेकिन उनकी सारी मांगें नहीं मानीं। कुलदीप बिश्नोई: पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई को भाजपा ने 5 सीटें दे दी। जिनमें आदमपुर से बेटे भव्य बिश्नोई, नलवा से करीबी रणधीर पनिहार, फतेहाबाद से चचेरे भाई दुड़ाराम बिश्नोई, बरवाला से रणबीर गंगवा और समालखा से मनमोहन भडाणा की टिकट शामिल है। मनमोहन भडाणा प्रदेश के पूर्व मंत्री करतार सिंह भडाणा के बेटे हैं। कुलदीप बिश्नोई के जरिए भाजपा ने पूर्व सीएम भजनलाल के राजनीतिक रसूख को वोट बैंक में बदलने की कोशिश की है। जातीय समीकरण: झटका देने वाले वर्ग को सबसे ज्यादा टिकटें
भाजपा की पहली लिस्ट को जातीय लिहाज से देखें तो लोकसभा चुनाव में जिस वर्ग ने सबसे ज्यादा झटका दिया, उन्हीं को सबसे ज्यादा टिकटें बांटी हैं। भाजपा ने 90 सीटों को लेकर जारी 67 उम्मीदवारों की लिस्ट में सबसे ज्यादा 41 सीटें इन्हीं 3 वर्गों SC, OBC और जाटों में बांटी हैं। भाजपा ने 13 सीटों पर SC, 15 पर OBC और 13 सीटों पर जाट चेहरों को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि भाजपा के कोर वोट बैंक माने जाते ब्राह्मण, वैश्य और पंजाबी वर्ग को महज 24 सीटें ही दी गई हैं। हालांकि अभी भाजपा के 23 और उम्मीदवारों की घोषणा होनी बाकी है। उसमें इन चेहरों को ज्यादा तरजीह दी जा सकती है। लोकसभा चुनाव में जाट-एससी के अलावा ओबीसी वोट बैंक का भाजपा को पर्याप्त समर्थन नहीं मिला, जिसकी वजह से भाजपा हरियाणा की 10 में से 5 ही सीटें जीत पाई थी। क्षेत्रीय समीकरण: जीटी रोड बेल्ट रिपीट, दक्षिण हरियाणा में सबसे ज्यादा टिकट काटे
क्षेत्रीय समीकरण देखें तो भाजपा ने सरकार बनाने वाली 2 बेल्टों पर खास फोकस किया है। पहले जीटी रोड बेल्ट की बात करें तो भाजपा ने लगभग सभी चेहरे रिपीट किए हैं। यहां सिर्फ एक ही टिकट काटा है। यहां कुरूक्षेत्र के पिहोवा से संदीप सिंह का टिकट कटा। उन पर जूनियर महिला कोच के यौन शोषण का आरोप लगा था। यहां केंद्रीय मंत्री खट्टर की चलने के साथ आरएसएस का फीडबैक भी उम्मीदवारों के काम आया। वहीं अहीरवाल बेल्ट समेत दक्षिण हरियाणा में 23 सीटें हैं। यहां भाजपा ने 5 टिकट काट दिए। इसके अलावा 11 सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है। यह बेल्ट भाजपा के लिहाज से इस वजह से महत्वपूर्ण है। इसकी वजह ये है कि 2014 में अहीरवाल बेल्ट से भाजपा 11 सीटें जीती थी तो पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। 2019 में भाजपा यहां सिर्फ 8 सीटें ही जीत पाई तो सरकार बहुमत के 46 के आंकड़े से दूर रह गई थी।
सोनीपत में सेरसा गैंग के 7 बदमाश काबू:व्यापारियों से मांगी करोड़ों की फिरौती; उम्र 27 से कम, अंकित सेरसा के लिए करते हैं काम
सोनीपत में सेरसा गैंग के 7 बदमाश काबू:व्यापारियों से मांगी करोड़ों की फिरौती; उम्र 27 से कम, अंकित सेरसा के लिए करते हैं काम हरियाणा के सोनीपत में पुलिस से कुख्यात बदमाश अंकित सेरसा के नाम पर होटल संचालक से 4 लाख रुपए फिरौती मांगने के मामले में 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। अंकित सेरसा फिलहाल सिद्धू मूसेवाला मर्डा केस में पंजाब जेल में है। पकड़े गए बदमाशों से होटल में संचालक व अन्य से कैश व मोबाइल फोन भी लूटा था। पुलिस ने इनको कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। गैंग का सरगना सागर उर्फ सेठी निवासी गांव सेरसा बताया गया है। फिलहाल ये सोनीपत के कई दुकानदारों से व्हाट्स एप के माध्यम से करोड़ों रुपए की रंगदारी मांग रहे थे। गिरफ्तार सदस्यों में सभी की उम्र 27 साल से नीचे है। पुलिस ने बदमाशों से 4 पिस्टल और 2 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। सोनीपत में एंटी गैंगस्टर यूनिट (SAG) सेक्टर 7 इंचार्ज इंचार्ज अजय धनखड़ ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि बागपत यूपी के रहने वाले आदिल ने पुलिस को बताया था कि गढीर कॉलोनी कुण्डली में उनका बादशाह होटल है। वह, फुरकान, दिलशाद आदि अपने अपने टाईम अनुसार होटल संभालते हैं। उसने बताया कि 14 नवंबर को होटल पर सागर निवासी सेरसा, संदीप निवासी राठधना व इनके 8-10 साथी आये। हथियार दिखाकर उसे जान से मारने की धमकी दी। होटल संचालक ने बताया कि उससे इन बदमाशों ने 4 लाख रुपए फिरौती मांगी। उससे कहा गया कि हमने ये पैसे ले जाकर अंकित निवासी सेरसा जो जेल में बन्द है, को देने हैं। यह फिरौती हमने अंकित के कहने पर ही मांगी है। अंकित निवासी सेरसा और हम सब की एक आपराधिक टीम है। उन्होंने उससे 43 हजार रुपए, अजीम निवासी मुरादाबाद से हथियार के बल पर 53 हजार रुपए व इमरान से मारपीट करके एक फोन और 2500 रुपए छीन लिए। अजय धनखड़ ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिसा है। गिरफ्तार बदमाशों की पहचान सागर उर्फ सेठी (24) निवासी सेरसा, संदीप (22) निवासी राठधना, मोहित उर्फ खोखर (25) निवासी निवासी कन्हाला जिला रोहतक, हाल बहालगढ़, रोहित आंतिल (27) निवासी बहालगढ़, सागर (23) निवासी सनौली पानीपत हाल पटेल नगर सोनीपत, अमित (21) निवासी खेवडा सोनीपत और पंकज पासवान (27) निवासी सैनी मोहल्ला सोनीपत के तौर पर हुई है।