झांसी में चलती कार में नाबालिग से गैंगरेप:3 युवकों ने किया किडनैप; दरिंदगी के बाद 15 km दूर सड़क पर फेंका

झांसी में चलती कार में नाबालिग से गैंगरेप:3 युवकों ने किया किडनैप; दरिंदगी के बाद 15 km दूर सड़क पर फेंका

झांसी में चलती कार में नाबालिग लड़की से गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता किसी काम से घर से निकली थी। तभी तीन युवक उसे कार में उठाकर ले गए और करीब 4 घंटे तक घुमाते रहे। गैंगरेप के बाद उसकी मांग भर दी। इसके बाद उसे घर से लगभग 15 किलोमीटर दूर सड़क पर फेंककर भाग गए।
पीड़िता बदबहास हालत में नंगे पैर अपने बुआ के घर पहुंची और पूरी आपबीती बताई। तब पुलिस को बुलाया गया। पुलिस एक आरोपी को हिरासत में लेकर मामले की छानबीन कर रही है। पूरा मामला प्रेमनगर थाना क्ष्रेत्र का है। पिता को खेत में मिले लोटा और चप्पल
पीड़िता के बुआ के बेटे ने बताया कि “घटना मंगलवार की है। मेरी ममेरी बहन सुबह करीब 6 बजे घर से जरूरी काम के लिए निकली थी। लेकिन लौटकर घर नहीं पहुंची। उसके पिता तलाश करने गए तो खेत के पास बहन की चप्पल और लौटा मिला। तब उनको चिंता होने लगी। उन्होंने मुझे फोन लगाया। मगर कुछ पता नहीं चला। सुबह करीब 10:30 बजे ममेरी बहन बदबहास हालत में मेरे यानी अपने बुआ के घर आई। उसके पैर में चप्पल तक नहीं थी। पूछने पर बताया कि घर पर मम्मी-पापा लड़ रहे थे, इसलिए आ गई।” बुआ को सुनाई आपबीती
फुफेरे भाई ने आगे बताया कि “ममेरी बहन डरी सहमी और घबराई हुई थी। मेरी मां ने जब उससे पूछा तो उसने आपबीती सुनाई। तब रात 8 बजे मां के फोन करने पर मैं घर पर पहुंच गया। ममेरी बहन ने बताया कि वह जब खेत के पास पहुंची तो कार से तीन युवक आए। इसमें दो युवक मोहल्ले के साेनू और मनीष है। एक युवक कार चालक था।
तीनों उसे जबरदस्ती कार में डालकर ले गए। इसके बाद लगभग 4 घंटे चलती कार में उसके साथ गैंगरेप किया गया। इसके बाद सोनू ने उसकी मांग भर दी। बाद में करौंदा माता मंदिर के पास फेंककर भाग गए। वहां से नंगे पैर ममेरी बहन मेरे घर पर आ गई।” बिजौली के पास उतारकर दोबारा लौटे
कार सवार आरोपियों ने पहले पीड़िता को बिजौली के पास उतार दिया था। इसके बाद वे कार लेकर चले गए। लेकिन थोड़ी आगे जाकर वे कार घुमाकर वापस आए और पीड़िता को दोबारा से कार में बैठा लिया। इसके बाद मंदिर के पास फेंककर भाग गए। धमकी दी कि किसी को कुछ बताया तो पीड़िता और पिता को मार देंगे। फिर ऐसी ही घटना छोटी बहन के साथ करेंगे। इससे पीड़िता बहुत डर गई थी। इंस्पेक्टर बोले- अपनी बेटी को संभाला नहीं जाता
फुफेरे भाई का कहना है कि जब बहन ने घर के बारे में बताया तो 112 डायल किया। तब हंसारी चौकी इंचार्ज लोकशन लेकर आ गए। इसके बाद प्रेमनगर थाना प्रभारी बिजौली चौकी में आ गए। हम सबको चौकी बुलाया गया। हमने और बहन ने पुलिस को आपबीती बताई।
आरोप है कि चौकी में एक इंस्पेक्टर पीड़िता के पिता को ही धमकाने लगे। कहने लगे कि लड़की को संभाला नहीं जाता। वो कहां जा रही है देखते नहीं हो। पीड़िता को 6 घंटे से थाने में बैठाए पुलिस
फुफेरे भाई ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं। उसका कहना है कि पुलिस के कहने पर सुबह 9 बजे पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए प्रेमनगर थाना लेकर पहुंच गए थे। लेकिन पुलिस 6 घंटे से पीड़िता को थाने के अंदर बैठाए है। उसका मेडिकल जांच भी नहीं करवाई गई। केस दर्ज कर जांच कर रहे हैं
सीओ सदर स्नेहा तिवारी ने बताया कि पीड़िता ने प्रेमनगर थाना में लिखित प्रार्थना पत्र दिया था। इस पर रेप का केस दर्ज कर लिया है। एक नामजद अभियुक्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया है। प्रकरण में साक्ष्य सांकलन की कार्रवाई चल रही है। सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। झांसी में चलती कार में नाबालिग लड़की से गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता किसी काम से घर से निकली थी। तभी तीन युवक उसे कार में उठाकर ले गए और करीब 4 घंटे तक घुमाते रहे। गैंगरेप के बाद उसकी मांग भर दी। इसके बाद उसे घर से लगभग 15 किलोमीटर दूर सड़क पर फेंककर भाग गए।
पीड़िता बदबहास हालत में नंगे पैर अपने बुआ के घर पहुंची और पूरी आपबीती बताई। तब पुलिस को बुलाया गया। पुलिस एक आरोपी को हिरासत में लेकर मामले की छानबीन कर रही है। पूरा मामला प्रेमनगर थाना क्ष्रेत्र का है। पिता को खेत में मिले लोटा और चप्पल
पीड़िता के बुआ के बेटे ने बताया कि “घटना मंगलवार की है। मेरी ममेरी बहन सुबह करीब 6 बजे घर से जरूरी काम के लिए निकली थी। लेकिन लौटकर घर नहीं पहुंची। उसके पिता तलाश करने गए तो खेत के पास बहन की चप्पल और लौटा मिला। तब उनको चिंता होने लगी। उन्होंने मुझे फोन लगाया। मगर कुछ पता नहीं चला। सुबह करीब 10:30 बजे ममेरी बहन बदबहास हालत में मेरे यानी अपने बुआ के घर आई। उसके पैर में चप्पल तक नहीं थी। पूछने पर बताया कि घर पर मम्मी-पापा लड़ रहे थे, इसलिए आ गई।” बुआ को सुनाई आपबीती
फुफेरे भाई ने आगे बताया कि “ममेरी बहन डरी सहमी और घबराई हुई थी। मेरी मां ने जब उससे पूछा तो उसने आपबीती सुनाई। तब रात 8 बजे मां के फोन करने पर मैं घर पर पहुंच गया। ममेरी बहन ने बताया कि वह जब खेत के पास पहुंची तो कार से तीन युवक आए। इसमें दो युवक मोहल्ले के साेनू और मनीष है। एक युवक कार चालक था।
तीनों उसे जबरदस्ती कार में डालकर ले गए। इसके बाद लगभग 4 घंटे चलती कार में उसके साथ गैंगरेप किया गया। इसके बाद सोनू ने उसकी मांग भर दी। बाद में करौंदा माता मंदिर के पास फेंककर भाग गए। वहां से नंगे पैर ममेरी बहन मेरे घर पर आ गई।” बिजौली के पास उतारकर दोबारा लौटे
कार सवार आरोपियों ने पहले पीड़िता को बिजौली के पास उतार दिया था। इसके बाद वे कार लेकर चले गए। लेकिन थोड़ी आगे जाकर वे कार घुमाकर वापस आए और पीड़िता को दोबारा से कार में बैठा लिया। इसके बाद मंदिर के पास फेंककर भाग गए। धमकी दी कि किसी को कुछ बताया तो पीड़िता और पिता को मार देंगे। फिर ऐसी ही घटना छोटी बहन के साथ करेंगे। इससे पीड़िता बहुत डर गई थी। इंस्पेक्टर बोले- अपनी बेटी को संभाला नहीं जाता
फुफेरे भाई का कहना है कि जब बहन ने घर के बारे में बताया तो 112 डायल किया। तब हंसारी चौकी इंचार्ज लोकशन लेकर आ गए। इसके बाद प्रेमनगर थाना प्रभारी बिजौली चौकी में आ गए। हम सबको चौकी बुलाया गया। हमने और बहन ने पुलिस को आपबीती बताई।
आरोप है कि चौकी में एक इंस्पेक्टर पीड़िता के पिता को ही धमकाने लगे। कहने लगे कि लड़की को संभाला नहीं जाता। वो कहां जा रही है देखते नहीं हो। पीड़िता को 6 घंटे से थाने में बैठाए पुलिस
फुफेरे भाई ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं। उसका कहना है कि पुलिस के कहने पर सुबह 9 बजे पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए प्रेमनगर थाना लेकर पहुंच गए थे। लेकिन पुलिस 6 घंटे से पीड़िता को थाने के अंदर बैठाए है। उसका मेडिकल जांच भी नहीं करवाई गई। केस दर्ज कर जांच कर रहे हैं
सीओ सदर स्नेहा तिवारी ने बताया कि पीड़िता ने प्रेमनगर थाना में लिखित प्रार्थना पत्र दिया था। इस पर रेप का केस दर्ज कर लिया है। एक नामजद अभियुक्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया है। प्रकरण में साक्ष्य सांकलन की कार्रवाई चल रही है। सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर