टोहाना में स्टूडेंट ने मेन रोड किया जाम:बसों की कमी से परेशान, 6 महीने से लंबित रूट की मंजूरी

टोहाना में स्टूडेंट ने मेन रोड किया जाम:बसों की कमी से परेशान, 6 महीने से लंबित रूट की मंजूरी

हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना के गांव चंदड़ कला में बसों की कमी से नाराज स्टूडेंट ने मुख्य रोड पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। फतेहाबाद-भुना रूट पर यात्रियों की बढ़ती संख्या के बावजूद पर्याप्त बसें नहीं चल रही हैं। इस रूट पर 6 निजी और 4 रोडवेज बसों के संचालन का प्रस्ताव पिछले 6 महीने से आरटीए कार्यालय में लंबित है। पहले निजी बसें चलती थी, अब वो भी कम स्थानीय निवासी प्रेम और काला राम के अनुसार पहले इस रोड पर अधिक निजी बसें चलती थी, लेकिन अब उनकी संख्या काफी कम हो गई है। इससे विशेषकर स्टूडेंट को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कम बसों के कारण स्टूडेंट को बसों की छत पर या खिड़कियों से लटककर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ता है, जो दुर्घटना का कारण बन सकता है। निजी बस संचालकों पर मनमानी का आरोप निजी बस संचालकों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए स्टूडेंट ने बताया कि उन्हें टिकट लेने के लिए मजबूर किया जाता है और टिकट न लेने पर बस ड्राइवर उनके गांव में बस नहीं रोकते। सरकार द्वारा जारी किए बस पास के बावजूद यह समस्या जारी है। जाम की सूचना मिलते ही गांव के सरपंच प्रतिनिधि हरेंद्र सिंह और थाना सदर पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बातचीत कर खुलवाया जाम पुलिस ने स्टूडेंट से बातचीत कर स्थिति को शांत किया और जाम खुलवाया। प्रशासन से मांग की गई है कि इस रोड पर बसों की संख्या बढ़ाई जाए और नियमों का उल्लंघन करने वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। आरटीए की 6 माह से नहीं मंजूरी वहीं रोडवेज विभाग डीआई सुरेश दहिया ने कहा कि भुना फतेहाबाद रूट पर 6 निजी बस और 4 रोडवेज बस चलाने का रूट बनाकर आरटीए फतेहाबाद को मंजूरी के लिए भेजा गया हैं जिसकी 6 महीने से अप्रूवल नहीं आई है। आरटीए ऑफिस से परमिशन मिलने के बाद यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना के गांव चंदड़ कला में बसों की कमी से नाराज स्टूडेंट ने मुख्य रोड पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। फतेहाबाद-भुना रूट पर यात्रियों की बढ़ती संख्या के बावजूद पर्याप्त बसें नहीं चल रही हैं। इस रूट पर 6 निजी और 4 रोडवेज बसों के संचालन का प्रस्ताव पिछले 6 महीने से आरटीए कार्यालय में लंबित है। पहले निजी बसें चलती थी, अब वो भी कम स्थानीय निवासी प्रेम और काला राम के अनुसार पहले इस रोड पर अधिक निजी बसें चलती थी, लेकिन अब उनकी संख्या काफी कम हो गई है। इससे विशेषकर स्टूडेंट को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कम बसों के कारण स्टूडेंट को बसों की छत पर या खिड़कियों से लटककर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ता है, जो दुर्घटना का कारण बन सकता है। निजी बस संचालकों पर मनमानी का आरोप निजी बस संचालकों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए स्टूडेंट ने बताया कि उन्हें टिकट लेने के लिए मजबूर किया जाता है और टिकट न लेने पर बस ड्राइवर उनके गांव में बस नहीं रोकते। सरकार द्वारा जारी किए बस पास के बावजूद यह समस्या जारी है। जाम की सूचना मिलते ही गांव के सरपंच प्रतिनिधि हरेंद्र सिंह और थाना सदर पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बातचीत कर खुलवाया जाम पुलिस ने स्टूडेंट से बातचीत कर स्थिति को शांत किया और जाम खुलवाया। प्रशासन से मांग की गई है कि इस रोड पर बसों की संख्या बढ़ाई जाए और नियमों का उल्लंघन करने वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। आरटीए की 6 माह से नहीं मंजूरी वहीं रोडवेज विभाग डीआई सुरेश दहिया ने कहा कि भुना फतेहाबाद रूट पर 6 निजी बस और 4 रोडवेज बस चलाने का रूट बनाकर आरटीए फतेहाबाद को मंजूरी के लिए भेजा गया हैं जिसकी 6 महीने से अप्रूवल नहीं आई है। आरटीए ऑफिस से परमिशन मिलने के बाद यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर