हरियाणा–पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 41वें दिन आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बचीं हैं। उनके किडनी–लिवर, फेफड़ों में खराबी आ चुकी है। उन्हें कभी भी साइलेंट अटैक आ सकता है, यह कहना है उनकी देखरेख कर रहे प्राइवेट डॉक्टरों की टीम के लीडर डॉक्टर अवतार सिंह का। डॉ. स्वैमान फाइव रीवर हार्ट एसोसिएशन से जुड़े डॉ. अवतार सिंह ने कहा कि डल्लेवाल का अनशन खत्म हो जाए तो भी उनका शरीर पहले की तरह नहीं होगा। उनके शरीर के अंग भी 100% काम नहीं कर पाएंगे। खनौरी बॉर्डर पर दैनिक भास्कर ने डॉक्टर अवतार सिंह से डल्लेवाल की सेहत को लेकर विस्तृत बातचीत की। उसके प्रमुख अंश पढ़ें… भास्कर: आपकी टीम यहां कब से है?
डॉक्टर : हमारी टीम 13 फरवरी से यहां है। 14 फरवरी को आंसू गैस के गोले चले तो भी हमारी टीम यहां थी। 21 फरवरी को जब किसान शुभकरण के सिर में गोली लगी तो उसे भी मैं ही एम्बुलेंस तक लेकर भागा था। भास्कर: डल्लेवाल का चेकअप कैसे होता है?
डॉक्टर: हम हर 6 घंटे बाद उनकी मेडिकल जांच करते हैं। उनका वजन चेक करते हैं। जब तक उनका 12 किलो वजन गिरा तो हम चेक कर रहे थे। उसके बाद से प्रॉपर ढंग से खड़े नहीं हो पा रहे, इस वजह से उसके बाद जांच नहीं कर सके। भास्कर: डल्लेवाल 40 दिन से (4 जनवरी तक) आमरण अनशन पर हैं, उनकी बॉडी में क्या असर हुआ?
डॉक्टर : उनका कीटोन बॉडी लेवल काफी बढ़ चुका है। इससे पता चलता है कि शरीर को शरीर खाने लगा है। मेडिकल भाषा में समझें तो अगर इंसान 7 दिन कुछ नहीं खाता तो बॉडी शरीर से फैट खाने लगती है। फैट खत्म होने के बाद मसल मास खाना शुरू हो जाता है। उनका अब मसल मास टूट रहा है। अब उनके शरीर की हडि्डयां बचने जैसी हालत हो चुकी है। उनकी सेहत इतनी डाउन हो चुकी है। भास्कर: डल्लेवाल के शरीर के कौन से पार्ट पर ज्यादा असर पड़ रहा है?
डॉक्टर: मेरी बात सुनिए, उनका बुजुर्ग शरीर है। मसल मास टूट गया है, 70 साल की उम्र में यह रिकवर नहीं होगा। अनशन टूटने के बाद भी मसल मास की रिकवरी नहीं होगी क्योंकि उनकी उम्र ज्यादा है। भास्कर: उनकी किडनी–हार्ट पर कितना असर पड़ रहा है?
डॉक्टर: मेडिकल साइंस के मुताबिक 7 दिन तक कुछ न खाने से इलेक्ट्रोलाइट्स इंबैलेंस के कारण उन्हें कभी भी कार्डियक अरेस्ट यानी हार्ट अटैक या साइलेंट अटैक आ सकता है। उनकी किडनी में भी क्रिएटिनिन बढ़ रहा है, ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट (GFR) घट रहा है, इससे खून साफ करने की क्षमता घट रही है। टेस्ट में लिवर में भी खराबी आ रही है। लंग्स यानी फेफड़ों में भी खराबी आ रही है। इससे उनके मल्टी ऑर्गन फेलियर के भी चांस हैं। भास्कर: डल्लेवाल जब अनशन खत्म करेंगे तो कौन से ऐसे पार्ट हैं जो रिकवर नहीं हो पाएंगे? वह कब तक पहले की तरह पूरे स्वस्थ होंगे।
डॉक्टर: डल्लेवाल की उम्र 70 साल है। इस वक्त ठंड भी है। उनके शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बची हैं। ऐसे में शरीर पूरी तरह से रिकवर नहीं होगा। वहीं उनके ऑर्गन भी पहले की तरह 100% काम नहीं कर पाएंगे। जहां तक उनकी सेहत जा चुकी है। भास्कर: अगर इमरजेंसी होती है तो उसे कैसे संभालेंगे?
डॉक्टर: डल्लेवाल ने हमें साफ कहा है कि मैं तुम्हारे सामने मर जाऊं तो भी मेरा कोई ट्रीटमेंट नहीं करना। हमारे हाथ बंधे हुए हैं। हमारी कोशिश है कि उन्हें ठंड से बचाएं। उनके पास कम लोग जाएं। उन्हें बैक्टीरियल इन्फेक्शन न हो। पंजाब सरकार ने अपना हॉस्पिटल बनाया है, लेकिन हमने भी पूरी तैयारी कर रखी है। *********************** किसानों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- किसानों को पैलेट गन से खदेड़ सकती है हरियाणा पुलिस:खनौरी बॉर्डर पर जवानों के हाथों में दिखी हरियाणा सरकार खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसानों को अब पैलेट गन के सहारे खदेड़ने की तैयारी में है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि दैनिक भास्कर के हाथ 2 ऐसी तस्वीरें लगी हैं, जो इस बात का प्रमाण दे रही हैं। इन दो तस्वीरों में खनौरी बॉर्डर पर तैनात सिपाही हाथों में पैलेट गन लिए हुए हैं। पढ़ें पूरी खबर खनौरी बॉर्डर पर किसान महापंचायत, डल्लेवाल को स्ट्रेचर पर लाए:बोले- जीतकर जाएंगे हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 4 जनवरी को किसानों की महापंचायत हुई। जहां 40 दिन से आमरण अनशन पर बैठे जगजीत डल्लेवाल को स्ट्रेचर से मंच पर लाया गया। जिसके बाद उन्होंने 9 मिनट किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम ये लड़ाई जीतकर जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा–पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 41वें दिन आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बचीं हैं। उनके किडनी–लिवर, फेफड़ों में खराबी आ चुकी है। उन्हें कभी भी साइलेंट अटैक आ सकता है, यह कहना है उनकी देखरेख कर रहे प्राइवेट डॉक्टरों की टीम के लीडर डॉक्टर अवतार सिंह का। डॉ. स्वैमान फाइव रीवर हार्ट एसोसिएशन से जुड़े डॉ. अवतार सिंह ने कहा कि डल्लेवाल का अनशन खत्म हो जाए तो भी उनका शरीर पहले की तरह नहीं होगा। उनके शरीर के अंग भी 100% काम नहीं कर पाएंगे। खनौरी बॉर्डर पर दैनिक भास्कर ने डॉक्टर अवतार सिंह से डल्लेवाल की सेहत को लेकर विस्तृत बातचीत की। उसके प्रमुख अंश पढ़ें… भास्कर: आपकी टीम यहां कब से है?
डॉक्टर : हमारी टीम 13 फरवरी से यहां है। 14 फरवरी को आंसू गैस के गोले चले तो भी हमारी टीम यहां थी। 21 फरवरी को जब किसान शुभकरण के सिर में गोली लगी तो उसे भी मैं ही एम्बुलेंस तक लेकर भागा था। भास्कर: डल्लेवाल का चेकअप कैसे होता है?
डॉक्टर: हम हर 6 घंटे बाद उनकी मेडिकल जांच करते हैं। उनका वजन चेक करते हैं। जब तक उनका 12 किलो वजन गिरा तो हम चेक कर रहे थे। उसके बाद से प्रॉपर ढंग से खड़े नहीं हो पा रहे, इस वजह से उसके बाद जांच नहीं कर सके। भास्कर: डल्लेवाल 40 दिन से (4 जनवरी तक) आमरण अनशन पर हैं, उनकी बॉडी में क्या असर हुआ?
डॉक्टर : उनका कीटोन बॉडी लेवल काफी बढ़ चुका है। इससे पता चलता है कि शरीर को शरीर खाने लगा है। मेडिकल भाषा में समझें तो अगर इंसान 7 दिन कुछ नहीं खाता तो बॉडी शरीर से फैट खाने लगती है। फैट खत्म होने के बाद मसल मास खाना शुरू हो जाता है। उनका अब मसल मास टूट रहा है। अब उनके शरीर की हडि्डयां बचने जैसी हालत हो चुकी है। उनकी सेहत इतनी डाउन हो चुकी है। भास्कर: डल्लेवाल के शरीर के कौन से पार्ट पर ज्यादा असर पड़ रहा है?
डॉक्टर: मेरी बात सुनिए, उनका बुजुर्ग शरीर है। मसल मास टूट गया है, 70 साल की उम्र में यह रिकवर नहीं होगा। अनशन टूटने के बाद भी मसल मास की रिकवरी नहीं होगी क्योंकि उनकी उम्र ज्यादा है। भास्कर: उनकी किडनी–हार्ट पर कितना असर पड़ रहा है?
डॉक्टर: मेडिकल साइंस के मुताबिक 7 दिन तक कुछ न खाने से इलेक्ट्रोलाइट्स इंबैलेंस के कारण उन्हें कभी भी कार्डियक अरेस्ट यानी हार्ट अटैक या साइलेंट अटैक आ सकता है। उनकी किडनी में भी क्रिएटिनिन बढ़ रहा है, ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट (GFR) घट रहा है, इससे खून साफ करने की क्षमता घट रही है। टेस्ट में लिवर में भी खराबी आ रही है। लंग्स यानी फेफड़ों में भी खराबी आ रही है। इससे उनके मल्टी ऑर्गन फेलियर के भी चांस हैं। भास्कर: डल्लेवाल जब अनशन खत्म करेंगे तो कौन से ऐसे पार्ट हैं जो रिकवर नहीं हो पाएंगे? वह कब तक पहले की तरह पूरे स्वस्थ होंगे।
डॉक्टर: डल्लेवाल की उम्र 70 साल है। इस वक्त ठंड भी है। उनके शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बची हैं। ऐसे में शरीर पूरी तरह से रिकवर नहीं होगा। वहीं उनके ऑर्गन भी पहले की तरह 100% काम नहीं कर पाएंगे। जहां तक उनकी सेहत जा चुकी है। भास्कर: अगर इमरजेंसी होती है तो उसे कैसे संभालेंगे?
डॉक्टर: डल्लेवाल ने हमें साफ कहा है कि मैं तुम्हारे सामने मर जाऊं तो भी मेरा कोई ट्रीटमेंट नहीं करना। हमारे हाथ बंधे हुए हैं। हमारी कोशिश है कि उन्हें ठंड से बचाएं। उनके पास कम लोग जाएं। उन्हें बैक्टीरियल इन्फेक्शन न हो। पंजाब सरकार ने अपना हॉस्पिटल बनाया है, लेकिन हमने भी पूरी तैयारी कर रखी है। *********************** किसानों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- किसानों को पैलेट गन से खदेड़ सकती है हरियाणा पुलिस:खनौरी बॉर्डर पर जवानों के हाथों में दिखी हरियाणा सरकार खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसानों को अब पैलेट गन के सहारे खदेड़ने की तैयारी में है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि दैनिक भास्कर के हाथ 2 ऐसी तस्वीरें लगी हैं, जो इस बात का प्रमाण दे रही हैं। इन दो तस्वीरों में खनौरी बॉर्डर पर तैनात सिपाही हाथों में पैलेट गन लिए हुए हैं। पढ़ें पूरी खबर खनौरी बॉर्डर पर किसान महापंचायत, डल्लेवाल को स्ट्रेचर पर लाए:बोले- जीतकर जाएंगे हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 4 जनवरी को किसानों की महापंचायत हुई। जहां 40 दिन से आमरण अनशन पर बैठे जगजीत डल्लेवाल को स्ट्रेचर से मंच पर लाया गया। जिसके बाद उन्होंने 9 मिनट किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम ये लड़ाई जीतकर जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर पंजाब | दैनिक भास्कर