लुधियाना| पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड(पीपीसीबी) की सिफारिश के बाद पावरकॉम ने ताजपुर रोड पर कुलिएवाल, महावीर कॉम्पलेक्स में बनी कृष्णा प्रोसेसर डाइंग यूनिट का बिजली कनेक्शन काटने का नोटिस जारी किया है। पीपीसीबी ने पाया कि उक्त डाइंग यूनिट ने सीईटीपी के लिए तय नियमों के अनुसार मशीनरी नहीं लगाई थी। डाइंग यूनिट की ओर से जितने शेयर लिए गए थे उससे अधिक की मशीनरी होने के मामले में पीपीसीबी ने करवाई की है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने पावरकॉम को लेटर जारी करते हुए उक्त यूनिट का बिजली कनेक्शन काटने के लिए सिफारिश की गई थी। कंट्रोल बोर्ड की लेटर मिलने के बाद अब पावरकॉम की तरफ से उक्त यूनिट का बिजली कनेक्शन काटने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। लुधियाना| पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड(पीपीसीबी) की सिफारिश के बाद पावरकॉम ने ताजपुर रोड पर कुलिएवाल, महावीर कॉम्पलेक्स में बनी कृष्णा प्रोसेसर डाइंग यूनिट का बिजली कनेक्शन काटने का नोटिस जारी किया है। पीपीसीबी ने पाया कि उक्त डाइंग यूनिट ने सीईटीपी के लिए तय नियमों के अनुसार मशीनरी नहीं लगाई थी। डाइंग यूनिट की ओर से जितने शेयर लिए गए थे उससे अधिक की मशीनरी होने के मामले में पीपीसीबी ने करवाई की है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने पावरकॉम को लेटर जारी करते हुए उक्त यूनिट का बिजली कनेक्शन काटने के लिए सिफारिश की गई थी। कंट्रोल बोर्ड की लेटर मिलने के बाद अब पावरकॉम की तरफ से उक्त यूनिट का बिजली कनेक्शन काटने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बठिंडा में स्टेट बैंक में बड़ा घोटाला:फर्जी साइन कर निकाले लाखों रुपए, लॉकर से सोने के जेवर गायब, हेड कैशियर फरार
बठिंडा में स्टेट बैंक में बड़ा घोटाला:फर्जी साइन कर निकाले लाखों रुपए, लॉकर से सोने के जेवर गायब, हेड कैशियर फरार पंजाब के बठिंडा में भारतीय स्टेट बैंक की शेखपुरा ब्रांच में पिछले लंबे समय से बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से जालसाजी का नेटवर्क चलाया जा रहा था। फर्जी हस्ताक्षर और अंगूठा लगाकर ग्राहकों के खातों से रुपए निकालने के साथ-साथ लॉकर से सोना व एटीएम से कैश चोरी करने किए जाने का खुलासा हुआ है। ग्राहकों की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच की तो आरंभिक जांच में ही कुल 39 लाख 41 हजार 400 रुपए ग्राहकों के खातों से निकाले गए, जबकि बैंक की तिजौरी से 342 ग्राम 27 मिलीग्राम सोना और 15 लाख 84 हजार रुपए एटीएम निकाले गए। लॉकर से निकाले गए सोने की कीमत करीब 2 करोड़ 65 लाख 68 हजार रुपए बताई जाती है। इस तरह से बैंक के अधिकारी व कर्मी ने करीब 3 करोड़ 20 लाख से अधिक की जालसाजी कर सरकार व ग्राहकों को चपत लगाने का काम किया। इस मामले में थाना तलवंडी साबों पुलिस ने आरंभिक जांच के बाद बैंक के हैड कैशियर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जबकि ग्राहकों की शिकायत के आधार पर बैंक मैनेजर की संलिप्तता की जांच की जा रही है। तलवंडी साबों पुलिस थाना में प्यारा सिंह निवासी गांव संदोहा जिला बठिंडा ने एसएसपी बठिंडा को लिखित शिकायत दी थी। एसएसपी ने 2 जुलाई 2024 को जांच के आदेश दिए थे। मामले में शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने भारतीय स्टेट बैंक ब्रांच शेखपुरा तहसील तलवंडी साबो अपना खाता खुलवाया था। प्यारा सिंह के साथ ही तारा सिंह ने खाता खुलवाया है। उन्होंने अपने बच्चे की कालेज फीस के लिए बैंक में राशि जमा करवाई थी। इस राशि के संबंध में बैंक अधिकारी को पूरी जानकारी थी। कॉलेज से आया फीस भरने का पत्र शिकायतकर्ता को कॉलेज से फीस भरने का पत्र आया तो कॉलेज की फीस भरने के लिए जब बैंक गए तो बैंक अधिकारियों ने बताया कि फरवरी माह में बैंक से 13,32,000 रुपए ग्राहक ने निकाले हैं इसलिए अब इस रकम से पूरी फीस नहीं भरी जा सकती है। शिकायकर्ता ने कहा कि उसने बैंक से कोई पैसा नहीं निकाला था। जांच करने पर पता चला कि बैंक में तैनात हरविंदर सिंह कैशियर और बैंक मैनेजर ने मिलीभगत से पैसा ट्रांसफर किया है। इस दौरान नकली अंगूठे व हस्ताक्षर किए गए। उन्हें अपने बेटे के एडमिशन के लिए निजी तौर पर ब्याज सहित राशि का भुगतान करना पड़ा। इसके बाद ग्राहक को पता चला है कि उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा पिछले कई वर्ष से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोगों के खातों से पैसे निकाले गए थे और इसकी शिकायत के बावजूद उक्त हैड कैशियर की केवल सीट बदली गई, लेकिन कर्मचारियों के खिलाफ कथित धोखाधड़ी को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हेड कैशियर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी DSP तलवंडी साबो इशांत सिंगला ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और हेड कैशियर हरविंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जल्द ही हेड कैशियर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में जिन-जिन लोगों का रोल है, उसकी भी जांच की जा रही है।
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लुधियाना में आटा चक्की पर हमला,VIDEO:बाइक सवार बदमाशों ने तोड़े शीशे और वाहन,बुजुर्ग की आंख में घुसा कांच
लुधियाना में आटा चक्की पर हमला,VIDEO:बाइक सवार बदमाशों ने तोड़े शीशे और वाहन,बुजुर्ग की आंख में घुसा कांच पंजाब के लुधियाना में टिब्बा रोड, माया पुरी में आटा की चक्की पर नकाबपोश बदमाशों ने धारदार हथियारों से धावा बोल दिया। आटा चक्की पर बदमाशों ने जमकर गुंडागर्दी की। चक्क के कैबिन में लगी शीशे और बाहर खड़े वाहन तोड़े गए। इस वारदात के बाद आस-पास के दुकानदारों में भी काफी सहम है। सीसीटीवी में कैद हुई घटना घटना आटा चक्की पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। बदमाश जब कैबिन का शीशा तोड़ कर भागे तो अंदर बैठे बुजुर्ग पर शीशे के टुकड़े गिर गए। बुजुर्ग की आंख में कांच का टुकड़ा लग गया। जानकारी देते हुए आटा दशमेश आटा चक्की के मालिक दिलजीत सिंह ने कहा कि रोजाना की आटा चक्की चल रही थी। कैबिन के अंदर वह ग्राहक से बातचीत कर रहे थे। कभी अचानक से मुंह पर नकाब चढ़ाए कुछ युवक बाइकों पर चक्की के बाहर आए। एकाएक उन लोगों ने चक्की पर तोड़फोड़ शुरू कर दी। हमलावर जाते हुए भी गालियां देकर भागे शीशों पर धारदार हथियार मारे। बाहर खड़े वाहनों की जमकर तोड़फोड़ करके गुंडार्गर्दी की। जैसे ही मैंने उन युवकों को रोकने की कोशिश की तो मेरी खुद की आंख पर शीशा लग गया। हमलावर जाते हुए गालियां निकालते हुए भागे। पुलिस को जब फोन कर घटना की जानकारी दी तो करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। दिलजीत ने कहा कि यदि दुकानदार ही सुरक्षित नहीं है तो वह कैसे अपना कारोबार कर सकते है। उसका किसी के साथ कभी कोई विवाद नहीं हुआ। ये बदमाश कौन थे जिन्होंने आटा चक्की पर हमला किया उसे कुछ पता नहीं है। इस संबंधी वह थाना टिब्बा में शिकायत दे रहे है। घटना स्थल पर पहुंच पुलिस ने भी सीसीटीवी फूटेज चैक की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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बिट्टू के बहाने पंजाब की 60% सिख आबादी पर नजर:बेअंत के पोते पगड़ीधारी सिख, 38% हिंदुओं की भी पसंद, बड़ा सवाल-राज्यसभा में कहां से जाएंगे
बिट्टू के बहाने पंजाब की 60% सिख आबादी पर नजर:बेअंत के पोते पगड़ीधारी सिख, 38% हिंदुओं की भी पसंद, बड़ा सवाल-राज्यसभा में कहां से जाएंगे पंजाब में BJP एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाई लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवनीत सिंह बिट्टू को अपनी कैबिनेट में शामिल कर एक बार फिर सिखों को साधने की कोशिश की है। बिट्टू लोकसभा चुनाव में लुधियाना सीट पर कांग्रेसी उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के सामने हार गए थे। पंजाब से आतंकवाद खत्म करने का श्रेय बिट्टू के दादा सरदार बेअंत सिंह को ही जाता है। बेअंत सिंह ने पंजाब का CM रहते हुए सुपर कॉप केपीएस गिल को आतंकियों के खात्मे के लिए फ्री हैंड दिया था। उनसे नाराज खालिस्तान समर्थकों ने 31 अगस्त 1995 को चंडीगढ़ में पंजाब सेक्रेटेरिएट के बाहर बम विस्फोट करके बेअंत सिंह की हत्या कर दी थी। उस धमाके में बेअंत सिंह के साथ 3 कमांडो समेत 17 लोगों की जान चली गई थी। राज्य में अमन-शांति स्थापित करने के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर देने वाले बेअंत संह और उनके परिवार को पंजाब के कुल 38.5% हिंदू पसंद करते रहे हैं। रवनीत बिट्टू को मंत्री बनाने का फायदा BJP को पंजाब में जल्दी होने वाले नगर निगम, पंचायत और पांच विधानसभा सीटों के उपचुनाव में मिल सकता है। रवनीत बिट्टू इस समय न तो लोकसभा सांसद हैं और न ही राज्यसभा के मेंबर। पंजाब विधानसभा में महज 2 विधायक होने के चलते BJP यहां से उन्हें राज्यसभा भेजने की पोजिशन में भी नहीं है। ऐसे में पार्टी उन्हें हरियाणा या किसी दूसरे स्टेट से राज्यसभा में भेज सकती है। हरियाणा में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में उन्हें 15 दिन के अंदर अपनी राज्यसभा सीट खाली करनी होगी। हरियाणा में भाजपा की सरकार भी है। रवनीत बिट्टू को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल करके भाजपा की पंजाब में जिन 4 चीजों पर नजर है, आइए उन्हें वन-बाई-वन समझते समझते हैं। 1. पोते के बहाने दादा की लीगेसी को भुनाने की अप्रोच
रवनीत सिंह बिट्टू के परिवार का पंजाब में अलग सियासी रसूख है। उनके दादा स्व. बेअंत सिंह कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे। पंजाब में आतंकवाद खत्म करने की कीमत अपनी जान देकर चुकाने वाले बेअंत सिंह को पंजाबी, खासकर हिंदू बिरादरी आज भी याद करती है।
भाजपा की कोशिश बिट्टू के बहाने उनके दादा की लीगेसी को भुनाने की है। इस बार भी लोकसभा चुनाव में रवनीत बिट्टू ने चुनाव प्रचार के दौरान अपने दादा बेअंत सिंह के फोटो होर्डंग्स और बैनर में लगाए थे। 2. 60% सिख आबादी पर नजर
पंजाब में 60% आबादी सिखों की है। बिट्टू पगड़ीधारी सिख हैं। उन्हें मंत्री बनाकर पार्टी इस आबादी के करीब जाने की कोशिश कर रही है। बिट्टू को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल करके BJP ने उन लोगों को जवाब देने की कोशिश की है जो उसे पंजाब विरोधी बताते हैं।
पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि बिट्टू के मंत्री बनने से पंजाबियों में उसे लेकर सकारात्मक संदेश जाएगा। पार्टी की रणनीति सिख चेहरों को आगे रखते हुए ग्रामीण एरिया में पैठ बनाने की है। 3. सिख चेहरे की कमी पूरी, अकाली दल से आगे निकली पार्टी
पंजाब के अंदर BJP का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इसी लोकसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल को पीछे छोड़ते हुए भाजपा वोट शेयर के मामले में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयर 9% के आसपास था जो 2014 के लोकसभा चुनाव में बढ़कर 18.56% पर पहुंच गया। दूसरी तरफ 2019 के लोकसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल का वोट शेयर 27.45% था, जो 2024 में गिरकर 13.42% रह गया। वोट शेयर के मामले में BJP से आगे सिर्फ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी रही। प्रत्याशियों की जमानत जब्त होने के मामले में भी भाजपा का प्रदर्शन अकाली दल के मुकाबले बेहतर रहा। अकाली दल के 13 में से 10 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। बठिंडा से हरसिमरत कौर बादल, फिरोजपुर से नरदेव सिंह बॉबी मान और अमृतसर से अनिल जोशी ही अपनी जमानत बचा पाए। इसके मुकाबले भाजपा के 13 में से सिर्फ 4 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई। इनमें खडूर साहिब के मंजीत सिंह मन्ना मियाविंड, बठिंडा से परमपाल कौर सिद्धू, संगरूर से अरविंद खन्ना और फतेहगढ़ साहिब से गेजाराम शामिल रहे। भाजपा पंजाब की 13 सीटों में से 3 सीटों पर तो दूसरे स्थान पर रही। इनमें लुधियाना, जालंधर और गुरदासपुर सीट शामिली है। पार्टी 6 सीटों-अमृतसर, आनंदपुर साहिब, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, होशियारपुर व पटियाला में तीसरे स्थान पर रही। इसके अलावा, नवजोत सिद्धू के पार्टी छोड़ जाने के बाद भाजपा के पास पंजाब में कोई सिख चेहरा नहीं बचा। BJP ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को साथ जोड़कर इस कमी को पूरा करना चाहा लेकिन बढ़ती उम्र के कारण कैप्टन सक्रिय राजनीति से लगभग किनारा कर चुके हैं। ऐसे में रवनीत बिट्टू के आने से पार्टी की सिख चेहरे की तलाश खत्म होती नजर आ रही है। 4. 2027 पर नजर, बिट्टू में देख रही फ्यूचर लीडरशिप
भाजपा बेशक इस लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई लेकिन उसका टारगेट 2027 में होने वाले राज्य विधानसभा के चुनाव है। इसकी शुरुआत पार्टी ने एक तरह से 2022 के विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद शुरू कर दी थी। अपना जनाधार बढ़ाने और रूरल एरिया में पैठ बनाने के लिए सिलसिलेवार ढंग से कांग्रेस और अकाली दल के बड़े चेहरों को पार्टी जॉइन करवाई गई। इनमें कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुनील जाखड़, परनीत कौर, रवनीत सिंह बिट्टू, केवल सिंह ढिल्लों, सुशील रिंकू, अरविंद खन्ना, पूर्व कांग्रेसी सांसद संतोख चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर चौधरी, अकाली दल के पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका की बहू परमपाल कौर शामिल हैं। 2027 के विधानसभा चुनाव में तकरीबन ढाई साल पड़े हैं। रवनीत बिट्टू अभी जवान हैं। आनंदपुर साहिब और लुधियाना लोकसभा सीट से 3 बार कांग्रेस का सांसद रहने के अलावा वह पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान भी रहे हैं। भाजपा नेतृत्व को लगता है कि यदि उन्हें पार्टी की रीति-नीति के हिसाब से ढाल लिया जाए तो वह आने वाले कई बरसों तक पंजाब में पार्टी के लिए काम कर सकते हैं। पार्टी के बड़े चेहरे चुनाव हारे
भाजपा ने पहली बार पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। इनमें कुछ बड़े चेहरे भी थे। पार्टी एक भी सीट जीत नहीं पाई। होशियारपुर लोकसभा सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सोमप्रकाश की पत्नी अनीता सोमप्रकाश तीसरे स्थान पर खिसक गईं। अमृतसर सीट पर पार्टी उम्मीदवार तरनजीत सिंह संधू और पटियाला सीट पर पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर भी तीसरे स्थान पर रहीं।