भास्कर न्यूज | जालंधर शनिवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की जालंधर टीम व जालंधर अकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (जाप) के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से चानण वोकेशनल एंड स्किल ट्रेनिंग सेंटर में डाउन सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों से मुलाकात की। आईएमए के प्रेसिडेंट डॉ. एमएस भूटानी, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि पाल, जाप के प्रेसिडेंट डॉ. जसविंदर बांगा, सेक्रेटरी अमनप्रीत सिंह व कैशियर डॉ. अमित चौधरी ने बच्चों, उनके अभिभावकों व टीचरों के साथ समय व्यतीत किया। मौका था विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस का। इस मौके पर विशेष बच्चों के लिए गेम्स, नृत्य आदि प्रतियोगिताएं भी कराईं गईं। इसके साथ ही उन्हें पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में विशेष बच्चों की खुशी ने सबको प्रभावित किया। सांस्कृतिक गतिविधियों में बच्चों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर मनीष अग्रवाल और सिम्मी खन्ना ने अपने डाउन सिंड्रोम बच्चों के साथ अपने अनुभव को सांझा किया। सेंटर की संचालिका उपिंन्द्र कौर आनंद ने बताया कि वे बीते 39 वर्षों से इस सेंटर में सेवाएं दे रहीं हैं, जिसमें ट्रस्टी मुनीश अग्रवाल व कोषाध्यक्ष तेजपाल सिंह भी साथ जुड़े हैं। इस मौके पर डॉ. भूटानी ने डाउन सिंड्रोम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों मे क्रोमोसोम की कमी के कारण डाउन सिंड्रोम होता है। यह एक ऐसा रोग है, जिसमें बच्चों का समुचित विकास नहीं हो पाता व अंगों की बनावट में कुछ असमानता रहती है। ये बच्चे भले ही शारीरिक तौर पर कमजोर हो, लेकिन रचनात्मक कार्यों में ये किसी से पीछे नहीं। उन्होंने कहा कि रचनात्मक कार्य, कलाकृतियों, पेंटिंग, डांसिंग, म्यूजिक व हस्तशिल्प कार्यों जैसी एक्टिविटी मे बड़े माहिर होते हैं। इनमें सोचने-समझने व कार्यक्षमता भी अच्छी तकनीक होती है। डॉक्टरों ने बच्चों की तैयार कलाकृतियों का अवलोकन किया व उनकी हौसला अफजाई की। इस मौके पर जाप के पदाधिकारियों ने सेंटर को डोनेशन राशि भी भेंट कीं। भास्कर न्यूज | जालंधर शनिवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की जालंधर टीम व जालंधर अकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (जाप) के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से चानण वोकेशनल एंड स्किल ट्रेनिंग सेंटर में डाउन सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों से मुलाकात की। आईएमए के प्रेसिडेंट डॉ. एमएस भूटानी, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि पाल, जाप के प्रेसिडेंट डॉ. जसविंदर बांगा, सेक्रेटरी अमनप्रीत सिंह व कैशियर डॉ. अमित चौधरी ने बच्चों, उनके अभिभावकों व टीचरों के साथ समय व्यतीत किया। मौका था विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस का। इस मौके पर विशेष बच्चों के लिए गेम्स, नृत्य आदि प्रतियोगिताएं भी कराईं गईं। इसके साथ ही उन्हें पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में विशेष बच्चों की खुशी ने सबको प्रभावित किया। सांस्कृतिक गतिविधियों में बच्चों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर मनीष अग्रवाल और सिम्मी खन्ना ने अपने डाउन सिंड्रोम बच्चों के साथ अपने अनुभव को सांझा किया। सेंटर की संचालिका उपिंन्द्र कौर आनंद ने बताया कि वे बीते 39 वर्षों से इस सेंटर में सेवाएं दे रहीं हैं, जिसमें ट्रस्टी मुनीश अग्रवाल व कोषाध्यक्ष तेजपाल सिंह भी साथ जुड़े हैं। इस मौके पर डॉ. भूटानी ने डाउन सिंड्रोम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों मे क्रोमोसोम की कमी के कारण डाउन सिंड्रोम होता है। यह एक ऐसा रोग है, जिसमें बच्चों का समुचित विकास नहीं हो पाता व अंगों की बनावट में कुछ असमानता रहती है। ये बच्चे भले ही शारीरिक तौर पर कमजोर हो, लेकिन रचनात्मक कार्यों में ये किसी से पीछे नहीं। उन्होंने कहा कि रचनात्मक कार्य, कलाकृतियों, पेंटिंग, डांसिंग, म्यूजिक व हस्तशिल्प कार्यों जैसी एक्टिविटी मे बड़े माहिर होते हैं। इनमें सोचने-समझने व कार्यक्षमता भी अच्छी तकनीक होती है। डॉक्टरों ने बच्चों की तैयार कलाकृतियों का अवलोकन किया व उनकी हौसला अफजाई की। इस मौके पर जाप के पदाधिकारियों ने सेंटर को डोनेशन राशि भी भेंट कीं। पंजाब | दैनिक भास्कर
