भास्कर न्यूज | अमृतसर दिवाली पर न्यू-अमृतसर में पटाखों का खोखा लगाने के लिए 15 लोगों के नाम ड्रॉ निकलने के 11 दिन बाद डीसीपी लॉ-एंड-ऑर्डर दफ्तर से टेंपरेरी लाइसेंस जारी किया गया। देर रात 11 बजे तक पटाखों की दुकानें सज गईं। 31 अक्टूबर तक दुकानें लगाने की परमिशन दी गई है। दरअसल, जीएसटी विभाग की तरफ से पहली बार टैक्स लेने की प्रक्रिया शुरू की गई। दुकान मालिकों से करीब 50-50 हजार रुपए लिए गए हैं। ऐसे में इस विभाग की एनओसी के लिए कारोबारियों को मुश्किलें आई और टेंपरेरी लाइसेंस जारी होने में एक दिन डिले हुआ। फिलहाल बीते साल 3 दिन दुकानें लगाने की अनुमति मिली थी, जो इस बार 5 दिन है। इससे उम्मीद है कि 2 दिन अधिक मिलने पर कारोबार भी अधिक होगा। फिलहाल 2-2 लाख रुपए के ऑर्डर होलसेल दुकानदारों को दिए गए हैं। यानि कि 30 लाख रुपए के पटाखे आज दुकानों में सज जाएंगे। नियम मुताबिक करीब 600 किलो पटाखे ही खोखों में रख सकेंगे। स्टॉक खत्म होने के बाद दोबारा मंगवाएंगे। हर साल की तरह इस बार भी ग्रीन पटाखे शिवा-काशी से मंगवाए गए हैं। जिले में करीब 22 लाइसेंसी होलसेल की दुकानें हैं, जहां से कारोबारी पटाखे खरीद सकते हैं। खास बात यह है कि पटाखों के रेट में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। क्वालिटी के हिसाब से शॉट्स 1600 से 1700 रुपए में तो फुलझड़ी 150 से 250 रुपए और अनार 300 से 350 रुपए डिब्बा बिकेगा। अस्थायी लाइसेंस मिलते ही कारोबारियों ने पटाखे मंगवाकर स्टोर कर लिया। देर रात तक दुकानें सजाने में जुटे रहे। देर रात करीब 11 बजे तक खोखों में पटाखे स्टोर कर लिए गए थे। कारोबारियों ने बताया कि दुकानों में पटाखों की बिक्री शुरू कर दी है। सुरक्षा के मद्देनजर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और पुलिस मुलाजिम भी तैनात किए जा चुके हैं। पटाखा कारोबारी एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश धवन कहा कि इस बार कारोबारियों को पर्याप्त समय प्रशासन ने दिया है। ग्रीन पटाखे ही खोखों में बेचे जाएंगे। होलसेल दुकानों को पटाखे खरीदने के लिए ऑर्डर दे दिया गया है। साथ ही बिक्री भी शुरू हो चुकी है, लोग दुकानों पर आकर मनपसंद पटाखे ले सकते हैं। भास्कर न्यूज | अमृतसर दिवाली पर न्यू-अमृतसर में पटाखों का खोखा लगाने के लिए 15 लोगों के नाम ड्रॉ निकलने के 11 दिन बाद डीसीपी लॉ-एंड-ऑर्डर दफ्तर से टेंपरेरी लाइसेंस जारी किया गया। देर रात 11 बजे तक पटाखों की दुकानें सज गईं। 31 अक्टूबर तक दुकानें लगाने की परमिशन दी गई है। दरअसल, जीएसटी विभाग की तरफ से पहली बार टैक्स लेने की प्रक्रिया शुरू की गई। दुकान मालिकों से करीब 50-50 हजार रुपए लिए गए हैं। ऐसे में इस विभाग की एनओसी के लिए कारोबारियों को मुश्किलें आई और टेंपरेरी लाइसेंस जारी होने में एक दिन डिले हुआ। फिलहाल बीते साल 3 दिन दुकानें लगाने की अनुमति मिली थी, जो इस बार 5 दिन है। इससे उम्मीद है कि 2 दिन अधिक मिलने पर कारोबार भी अधिक होगा। फिलहाल 2-2 लाख रुपए के ऑर्डर होलसेल दुकानदारों को दिए गए हैं। यानि कि 30 लाख रुपए के पटाखे आज दुकानों में सज जाएंगे। नियम मुताबिक करीब 600 किलो पटाखे ही खोखों में रख सकेंगे। स्टॉक खत्म होने के बाद दोबारा मंगवाएंगे। हर साल की तरह इस बार भी ग्रीन पटाखे शिवा-काशी से मंगवाए गए हैं। जिले में करीब 22 लाइसेंसी होलसेल की दुकानें हैं, जहां से कारोबारी पटाखे खरीद सकते हैं। खास बात यह है कि पटाखों के रेट में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। क्वालिटी के हिसाब से शॉट्स 1600 से 1700 रुपए में तो फुलझड़ी 150 से 250 रुपए और अनार 300 से 350 रुपए डिब्बा बिकेगा। अस्थायी लाइसेंस मिलते ही कारोबारियों ने पटाखे मंगवाकर स्टोर कर लिया। देर रात तक दुकानें सजाने में जुटे रहे। देर रात करीब 11 बजे तक खोखों में पटाखे स्टोर कर लिए गए थे। कारोबारियों ने बताया कि दुकानों में पटाखों की बिक्री शुरू कर दी है। सुरक्षा के मद्देनजर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और पुलिस मुलाजिम भी तैनात किए जा चुके हैं। पटाखा कारोबारी एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश धवन कहा कि इस बार कारोबारियों को पर्याप्त समय प्रशासन ने दिया है। ग्रीन पटाखे ही खोखों में बेचे जाएंगे। होलसेल दुकानों को पटाखे खरीदने के लिए ऑर्डर दे दिया गया है। साथ ही बिक्री भी शुरू हो चुकी है, लोग दुकानों पर आकर मनपसंद पटाखे ले सकते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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