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हरियाणा के प्रिंसिपल लीडरशिप में होंगे दक्ष:468 को मिला था प्रमोशन, 12 दिन तक लेंगे ट्रेनिंग, देना होगा प्री और पोस्ट टेस्ट
हरियाणा के प्रिंसिपल लीडरशिप में होंगे दक्ष:468 को मिला था प्रमोशन, 12 दिन तक लेंगे ट्रेनिंग, देना होगा प्री और पोस्ट टेस्ट हरियाणा के नव पदोन्नत प्रिंसिपल को अब लीडरशिप में दक्ष किया जाएगा। ताकि वें बेहतर ढंग से स्कूलों को चला सकें। साथ ही विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने की दिशा में भी कदम उठाएं, इसके लिए भी ट्रेनिंग दी जाएगी। बता दें कि, हरियाणा प्रदेश में कुल 468 नए प्रिंसिपल हैं, जो प्रमोशन के बाद प्रिंसिपल बने हैं। इनको अब 12 दिन (20 जनवरी से 1 फरवरी तक) की ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रशिक्षण में पदोन्नत प्रिंसिपल को लीडरशिप क्वालिटी विकसित की जाएगी। ताकि वे अपने-अपने स्कूलों को बेहतर ढंग से चला सके। ट्रेनिंग के लिए प्रदेशभर के 8 डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) का चयन किया गया है। वहीं ट्रेनर को भी पहले ही प्रशिक्षण देकर तैयार किया गया है। जो नव चयनित प्रिंसिपल को नेतृत्व व प्रशासनिक कौशल के बारे में प्रशिक्षण देंगे। प्रिंसिपल का प्री व पोस्ट टेस्ट होगा
प्रशिक्षण के पहले दिन प्री-टेस्ट आयोजित किया जाएगा। प्रतिभागियों की प्रगति और सीखने के परिणामों का आंकलन करने के लिए अंतिम दिन पोस्ट टेस्ट लिया जाएगा। गूगल फॉर्म के माध्यम से दोनों टेस्ट होंगे। प्रदेश के नव चयनित प्रिंसिपल को अपने जिले से संबंधित डाइट में प्रशिक्षण दिया जाएगा। हालांकि अपनी सुविधा अनुसार आवंटित डाइट के अलावा किसी अन्य डाइट में भी प्रशिक्षण सत्र में भाग ले सकते हैं। बेहतर शिक्षा के लिए सीखेंगे गुर
स्कूलों में बदलाव लाने के लिए आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता है। स्कूल आधारित परिवर्तन और विकास की शुरुआत करने में स्कूल मुखिया व प्रिंसिपल की प्रमुख भूमिका होती है। छात्रों की शिक्षा में भी इस परिवर्तन को शामिल करने की आवश्यकता है। इसलिए प्रिंसिपल की क्षमता निर्माण और व्यवसायिक विकास के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता है। ट्रेनिंग का यह उद्देश्य
इस ट्रेनिंग का उद्देश्य स्कूल नेतृत्व को समझना, बदलाव करना और सुधार के लिए एक दृष्टिकोण का निर्माण करना। शिक्षण की प्रक्रिया को बाल केंद्रित व रचनात्मक जड़ाव करना। प्रभावी टीम का निर्माण व बनाए रखना। नवाचारी कार्यों के माध्यम से परिवर्तन को सुगम बनाना। स्कूल स्टाफ, पेरेंट्स, समुदायों के सदस्य, शिक्षा विभाग के अधिकारियों व पड़ोस के स्कूलों के बीच सार्थक संबंध विकसित करना है। प्रभावी प्रशासन, वित्त विनियमन, संसाधनों के प्रबंधन और डेटा आधारित निर्णय लेने के लिए ज्ञान व कौशल विकास करना है। नए प्रिंसिपल की ट्रेनिंग के लिए तैयारियां पूरी
रोहतक के मदीना स्थित डाइट के प्रिंसिपल वीरेंद्र मलिक ने बताया कि 20 जनवरी से से नए प्रिंसिपल की ट्रेनिंग शुरू होगी। जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। ट्रेनिंग कोऑर्डिनेटर डॉ. सुमन लता ने बताया कि 12 दिन की ट्रेनिंग लीडरशिप क्वालिटी विकसित करने व नई एप की नॉलेज के लिए दी जा रही है। जिसके बाद नए प्रिंसिपल अपने-अपने स्कूल को बेहतर ढंग से चलाएं और विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिले।
पानीपत में बच्ची के गुनहगार को 20 साल कैद:युवक ने 4 वर्षीय लड़की से की थी अश्लील हरकत; 50 हजार जुर्माना
पानीपत में बच्ची के गुनहगार को 20 साल कैद:युवक ने 4 वर्षीय लड़की से की थी अश्लील हरकत; 50 हजार जुर्माना हरियाणा के पानीपत में 4 साल की बच्ची से अश्लील हरकतें वाले दोषी को कोर्ट ने सजा सुनाई है। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुखप्रीत सिंह की कोर्ट ने पड़ोसी दोषी को 20 साल कठोर कारावास की सजा सुनाई है। दोषी पर 50 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना न देने पर दोषी को तीन साल की अतिरिक्त जेल काटनी होगी। कोर्ट ने 20 माह तक चली मामले की सुनवाई व 12 गवाहों की गवाही पर अपना फैसला सुनाया है। मां खेत में लकडियां लेने गई थी
जिला उप न्यायवादी कुलदीप ढुल ने बताया कि बापौली पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव निवासी महिला ने 20 दिसंबर 2021 को बापौली पुलिस थाना में शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि उसकी बड़ी बेटी चार साल की है। वह 20 दिसंबर 2021 को दोपहर को खेत में लकडियां लेने गई थी। जब वह डेढ़ घंटे बाद घर आई तो उसे उसकी बेटी रोते हुए मिली। पूछने पर उसने बताया कि पड़ोसी पिंटू उसे उठाकर अपने घर ले गया था। घर ले जाकर उसने उसके साथ गलत हरकतें की। वह इसकी शिकायत करने पिंटू के घर गई तो उसकी मां ने उसके साथ गाली गलौज की। इसके बाद इस घटना की शिकायत पुलिस को दी थी। पुलिस ने 21 दिसंबर 2021 को आरोपी पिंटू को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में पिंटू ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था।
छत्रपति शिवाजी महाराज का ‘वाघ नख’ लंदन से मुंबई लाया गया, सतारा में होगा भव्य स्वागत
छत्रपति शिवाजी महाराज का ‘वाघ नख’ लंदन से मुंबई लाया गया, सतारा में होगा भव्य स्वागत <p style=”text-align: justify;”><strong>Wagh Nakh Brought To Mumbai From London:</strong> छत्रपति शिवाजी महाराज के पौराणिक हथियार ‘वाघ नख’ को लंदन से मुंबई लाया गया है. राज्य के संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा इस्तेमाल किया गया ‘वाघ नख’ या बाघ के पंजे के आकार का हथियार बुधवार को लंदन के एक म्यूजियम से मुंबई लाया गया. इस ‘वाघ नख’ को अब सतारा ले जाया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा में इसे 19 जुलाई से प्रदर्शनी के लिए रखा जाएगा. मंत्री मुनगंटीवार ने एक सवाल के जवाब में मीडिया से बताया कि ‘वाघ नख’ मुंबई आ चुका है, लेकिन उन्होंने कोई और जानकारी नहीं दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’वाघ नख’ को बुलेटप्रूफ कवर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के उत्पाद शुल्क मंत्री शंभूराज देसाई ने मंगलवार को कहा कि ‘वाघ नख’ का सतारा में भव्य स्वागत किया जाएगा. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”लंदन से लाए गए हथियार को बुलेटप्रूफ कवर दिया गया है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है. हथियार को सात महीने तक सतारा के एक म्यूजियम में रखा जाएगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सतारा में प्रदर्शनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>देसाई ने मंगलवार को जिले के छत्रपति शिवाजी म्यूजियम में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि ‘वाघ नख’ को 19 जुलाई को लंदन के एक म्यूजियम से शाहुनगरी (सतारा) लाया जा रहा है. महाराष्ट्र के लिए यह एक प्रेरणादायक क्षण है और सतारा में एक भव्य समारोह में इसका स्वागत किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य के मंत्री मुनगंटीवार ने पिछले हफ्ते विधान सभा में कहा था कि लंदन से राज्य में लाए जा रहे ‘वाघ नख’ का इस्तेमाल छत्रपति शिवाजी महाराज ने किया था. एक इतिहासकार ने दावा किया कि 1659 में बीजापुर सल्तनत के जनरल अफजल खान को मारने के लिए मराठा साम्राज्य के संस्थापक द्वारा इस्तेमाल किया गया ‘वाघ नख’ सतारा में ही था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कितना हुआ खर्च?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुनगंटीवार ने इस दावे को भी खारिज कर दिया था कि सरकार ने लंदन में विक्टोरिया और अल्बर्ट म्यूजियम से इस हथियार को लाने के लिए कई करोड़ रुपये खर्च किए थे. उन्होंने बताया कि हथियार को वापस लाने में 14.08 लाख रुपये की लागत आई. लंदन में संग्रहालय शुरू में एक साल के लिए हथियार देने पर सहमत हुआ, लेकिन राज्य सरकार ने इसे तीन साल के लिए राज्य में प्रदर्शन के लिए सौंपने के लिए राजी किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”‘विशालगढ़ पर अतिक्रमण के नाम पर दंगा कराने की…’, नाना पटोले ने सीएम शिंदे को लिखी चिट्ठी” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/nana-patole-congress-letter-to-cm-eknath-shinde-on-kolhapur-clash-vishalgarh-fort-encroachment-issues-maharashtra-2739637″ target=”_self”>’विशालगढ़ पर अतिक्रमण के नाम पर दंगा कराने की…’, नाना पटोले ने सीएम शिंदे को लिखी चिट्ठी</a></strong></p>