PM दें आदेश तो पाकिस्तान पर कूच करेंगे साधु-संत:प्रयागराज में गंगा तट पर शास्त्रों के साथ शस्त्र का भी अभ्यास कर रहे संत

PM दें आदेश तो पाकिस्तान पर कूच करेंगे साधु-संत:प्रयागराज में गंगा तट पर शास्त्रों के साथ शस्त्र का भी अभ्यास कर रहे संत

पिछले दिनों कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पूरे देश में आक्रोश है। प्रयागराज के साधु-संतों में भी इससे नाराजगी है। यहां संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि वह यदि संतों को छूट दें तो देश भर के साधु संत पाकिस्तान पर कूच कर सकते हैं। इसी उद्देश्य से कुछ दिनों से प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम पर गंगा किनारे साधु संत शास्त्रों के साथ साथ शस्त्रों का भी अभ्यास कर रहे हैं। जगद्गुरु नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य महराज शिष्यों के साथ गंगा तट शस्त्र का अभ्यास करते दिखे। उन्होंने कहा कि “जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला भारत का प्रत्येक देशवासी लेना चाहता है, देशवासियों के अंदर आतंकवाद की नर्सरी कहे जाने वाले पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश भरा पड़ा है, यहां तक की संत, महात्मा भी चाहते हैं कि पाकिस्तान का नेस्तनाबूत हो, संत-महात्माओं का मानना है कि किसी भी बीमारी का इलाज जड़ से होना चाहिए ताकि वह दोबारा पांव ना पसार सके। गंगाजल में कराया गया अस्त्र-शस्त्र का स्नान शांडिल्य महराज ने कहा, संगम नगरी प्रयागराज का वह स्थान जहां प्रभु श्रीराम के जन्म के लिए पुत्रेष्टि यज्ञ शृंग ऋषि ने किया था। वहां से धर्म और देश की रक्षा के लिए तलवार उठ गए हैं। उन्होंने कहा कि शस्त्र को गंगा स्नान करके विधि विधान के साथ पूजन किया गया। इसके बाद अभ्यास किया जा रहा है ताकि पाकिस्तान से संत महात्मा बदला ले सकें। जगतगुरु के सानिध्य में लोक कल्याण, जन कल्याण, धर्म रक्षा के लिए श्रृंगवेरपुर के पावन धरती पर संत महात्माओं के आशीर्वाद से शस्त्र का अभ्यास किया जा रहा है। पूरे देश में सनातन धर्म को जागृत किया जा रहा है। आज श्रृंगवेरपुर धाम से जुड़े सभी साधु, संत, महात्मा, बटुक महाराज पुराने अस्त्र-शस्त्र निकालकर गंगा स्नान कराया है। जब तक पाकिस्तान रहेगा आतंकवाद जिंदा रहेगा जगद्गुरु स्वामी शांडिल्य जी महाराज ने कहा कि जब तक पाकिस्तान रहेगा, आतंक की नासूर बना रहेगा, इसका जड़ से इलाज जरूरी है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में सभी शस्त्र का विधान है बदलते समय में गोली, बंदूक आ गए हैं लेकिन हर आश्रम में सनातन के पुराने शस्त्र रखे हुए हैं जिसमें तलवार, गदा, भाला, फरसा इत्यादि से नागा संन्यासियों ने मुगलों से युद्ध किया था। इस प्रकार से आज आश्रम के सभी संत, बटुक और महराज ने युद्धाभ्यास और तैयारी कर रहे हैं ताकि पाकिस्तान पर चढ़ाई कर सकें। पिछले दिनों कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पूरे देश में आक्रोश है। प्रयागराज के साधु-संतों में भी इससे नाराजगी है। यहां संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि वह यदि संतों को छूट दें तो देश भर के साधु संत पाकिस्तान पर कूच कर सकते हैं। इसी उद्देश्य से कुछ दिनों से प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम पर गंगा किनारे साधु संत शास्त्रों के साथ साथ शस्त्रों का भी अभ्यास कर रहे हैं। जगद्गुरु नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य महराज शिष्यों के साथ गंगा तट शस्त्र का अभ्यास करते दिखे। उन्होंने कहा कि “जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला भारत का प्रत्येक देशवासी लेना चाहता है, देशवासियों के अंदर आतंकवाद की नर्सरी कहे जाने वाले पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश भरा पड़ा है, यहां तक की संत, महात्मा भी चाहते हैं कि पाकिस्तान का नेस्तनाबूत हो, संत-महात्माओं का मानना है कि किसी भी बीमारी का इलाज जड़ से होना चाहिए ताकि वह दोबारा पांव ना पसार सके। गंगाजल में कराया गया अस्त्र-शस्त्र का स्नान शांडिल्य महराज ने कहा, संगम नगरी प्रयागराज का वह स्थान जहां प्रभु श्रीराम के जन्म के लिए पुत्रेष्टि यज्ञ शृंग ऋषि ने किया था। वहां से धर्म और देश की रक्षा के लिए तलवार उठ गए हैं। उन्होंने कहा कि शस्त्र को गंगा स्नान करके विधि विधान के साथ पूजन किया गया। इसके बाद अभ्यास किया जा रहा है ताकि पाकिस्तान से संत महात्मा बदला ले सकें। जगतगुरु के सानिध्य में लोक कल्याण, जन कल्याण, धर्म रक्षा के लिए श्रृंगवेरपुर के पावन धरती पर संत महात्माओं के आशीर्वाद से शस्त्र का अभ्यास किया जा रहा है। पूरे देश में सनातन धर्म को जागृत किया जा रहा है। आज श्रृंगवेरपुर धाम से जुड़े सभी साधु, संत, महात्मा, बटुक महाराज पुराने अस्त्र-शस्त्र निकालकर गंगा स्नान कराया है। जब तक पाकिस्तान रहेगा आतंकवाद जिंदा रहेगा जगद्गुरु स्वामी शांडिल्य जी महाराज ने कहा कि जब तक पाकिस्तान रहेगा, आतंक की नासूर बना रहेगा, इसका जड़ से इलाज जरूरी है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में सभी शस्त्र का विधान है बदलते समय में गोली, बंदूक आ गए हैं लेकिन हर आश्रम में सनातन के पुराने शस्त्र रखे हुए हैं जिसमें तलवार, गदा, भाला, फरसा इत्यादि से नागा संन्यासियों ने मुगलों से युद्ध किया था। इस प्रकार से आज आश्रम के सभी संत, बटुक और महराज ने युद्धाभ्यास और तैयारी कर रहे हैं ताकि पाकिस्तान पर चढ़ाई कर सकें।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर